शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है?

शेयर बाजार में करते हैं निवेश तो तकनीक की भाषा भी समझना है जरूरी, जानिए क्यों
पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारतीय पूंजी बाजार (Indian Capital Market) का तेजी से फिजिकल (Physical) से डिजिटल (Digital) में बदलाव हुआ है। ऐसे कई डिजिटल प्लेटफॉर्म अब हमारे बीच में हैं, जो एक बटन के टच पर आधारित उन्नत ब्रोकरेज सेवाओं (Brokerage Services) की पेशकश कर रहे हैं। कुछ पुराने ब्रांड भी डिजिटल-फर्स्ट प्लेयर बन गए हैं, जो फिजिकल से डिजिटल (Digital) बदलाव की तरफ स्थानातंरण कर रहे हैं।
शेयर बाजार में करते हैं निवेश तो तकनीक की भाषा भी समझना है जरूरी, जानिए क्यों
निवेश की विकसित धारणा
कॉरपोरेट जगत में तकनीक के व्यापक उपयोग और कई अन्य पहलुओं के साथ, तकनीक-प्रेमी नई पीढ़ियों के कौशल समूह की शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? मांग कई गुना बढ़ गई है। पारंपरिक परिसंपत्ति वर्ग आज रिटर्न की कम दर प्रदान करते हैं, इसलिए निवेशक अक्सर विभिन्न तरीकों में निवेश करने के लिए तत्पर रहते हैं। ऐसे निवेश हाई रिटर्न प्रदान कर सकते हैं, भले ही इसके लिए उन्हें थोड़ा अधिक जोखिम क्यों न लेना पड़े। इसलिए कोई सामान्य निवेशक भी नई तनकीक की जानकारी लेकर ऐसा रिटर्न ले सकता है।
युवा निवेशकों के लिए पेशकश
कहते हैं, अभी डेटा नया ऑयल है। यह निवेश के मामले में भी सच है। इस समय नियम-आधारित निवेश, जो एल्गोरिदम का उपयोग करता है और व्यापार के सही अवसर खोजने के लिए डेटा का विश्लेषण करता है, तेजी से प्रॉडक्ट की शक्ल ले रहा है। नियम-आधारित निवेश उपकरण व्यापारिक प्रक्रिया से व्यापारी पूर्वाग्रहों और मानवीय भावनाओं को दरकिनार करते हैं। यह सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों का केंद्रीय विषय था। निवेश का यह तरीका मौलिक और तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से निवेश के ऐतिहासिक तरीकों की तुलना में अधिक आशाजनक दिख रहा है। नियम-आधारित रणनीतियां निवेश यात्रा को अधिक प्रक्रिया-उन्मुख बनाने के लिए मानवीय भावनाओं और पूर्वाग्रह से दूर विश्वसनीयता का एक कारक जोड़ती हैं।
नियम आधारित निवेश मनोविज्ञान
समय के साथ साबित हो चुकी रणनीतियों की मांग और संभावना ने नियम-आधारित निवेश मनोविज्ञान को जन्म दिया है। परिसंपत्ति प्रदर्शन और रुझानों के ऐतिहासिक डेटा पर बैक-टेस्टिंग एल्गोरिदम पूंजी बाजार की अनिश्चितता में सर्वोत्तम निवेश रणनीति खोजने में मदद करता है। ऐसा वर्ष 2016 में और बाद में हाल की महामारी में देखा गया। ब्रोकरेज फंक्शन ने निवेशक को अपनी निवेश रणनीति खोजने शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? के लिए अनुकूलन के लिए संसाधनों का एक स्पेक्ट्रम प्रदान करने का एक नया आयाम भी प्राप्त किया है। ये डिजिटल-फर्स्ट प्लेटफॉर्म हैं, जो शौकिया निवेशकों के लिए ट्रेडिंग अनुभव को स्वचालित करने के लिए न्यूनतम ब्रोकरेज शुल्क और पूर्व-निर्धारित रणनीतिक संकेतक और ट्रेडिंग बॉट जैसी सुविधाएं प्रदान करते हैं।
पूंजी बाजार में हो रहा है डाइवर्सिफिकेशन
इस समय पूंजी बाजार में डाइवर्सिफिकेशन हो रहा है। यह अधिक निवेश आकर्षित कर रहा है, इसलिए निवेश पारिस्थितिकी तंत्र के विकेंद्रीकरण की अत्यधिक आवश्यकता है। धन तक पहुंच बनाने और इसके प्रबंधन में भाग लेने से भी आर्थिक रूप से साक्षर समाज का निर्माण करने में मदद मिलेगी। एक बुद्धिमान निवेशक हमेशा नई तकनीकों को अपनाएगा जो आर्थिक लेनदेन को सरल और कम जटिल बनाती हैं। सहज ज्ञान युक्त इंजनों को शामिल करने से अभूतपूर्व प्रगति हुई है, लेकिन यह अपनी पूरी क्षमता के करीब भी नहीं है।
मुहूर्त ट्रेडिंग इतना लोकप्रिय क्यों है? जानिए इस मांगलिक शेयर बाजार निवेश के विकल्पों के बारे में
टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । 01 अप्रैल 2022: साल के त्योहारी समय में अनुभवी और नए, दोनों तरह के निवेशक दीवाली के शुभ अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह एक ट्रेडिंग विंडो है जो दिवाली की शाम 60 मिनट तक सक्रिय रहती है। व्यापारी लंबे समय से इस अनुष्ठान का पालन कर रहे हैं, और माना जाता है कि ‘मुहूर्त ‘ या शुभ समय के दौरान व्यापार करने से हितधारकों के लिए समृद्धि और वित्तीय वृद्धि होती है।
मुहूर्त और मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?
मुहूर्त शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? एक हिंदी शब्द है जिसका अनुवाद ‘शुभ समय’ के रूप में किया जाता है। भारतीय परंपराओं के अनुसार, दीवाली पूजा के आसपास का समय पैसों के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है। भले ही एनएसई और बीएसई जैसे एक्सचेंज हर साल मुहूर्त ट्रेडिंग का समय निर्धारित करते हैं, यह आम तौर पर दीवाली पूजा (त्योहार की शाम को आयोजित) के साथ मेल खाता है।
मुहूर्त व्यापार देश भर के व्यापारियों द्वारा 60 से अधिक वर्षों से पालन की जाने वाली एक रस्म है। व्यापारी समृद्धि हासिल करने और फलदायी निवेश करने के लिए बाजार में लेन-देन करना पसंद करते हैं। यह परंपरा केवल भारतीय बाजारों की विशिष्टता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग की लोकप्रियता के कारण
इसके कई कारण हैं। त्योहार की भावना इनमें से एक है, जिसे मुहूर्त व्यापार की लोकप्रियता का श्रेय दिया जा सकता है। भारतीय समाज में संस्कृतियों और मान्यताओं के बीच कई उप-विभाजन हैं और इनकी एक विस्तृत श्रृंखला के साथ, यह आम समझ है कि दिवाली नए वित्तीय निवेश शुरू करने का सबसे अच्छा समय है। इसलिए, निवेशक और कारोबारी इस शुभ समय का उपयोग प्रतीकात्मक निवेश के लिए करते हैं और यही इसकी लोकप्रियता का प्रमुख कारण है।
मुहूर्त ट्रेडिंग
निवेशक इक्विटी, डेरिवेटिव और एसएलबी सहित सभी सेगमेंट में ट्रेड कर सकते हैं। चालू वर्ष का प्री-ओपन सत्र शाम 6:00 बजे शुरू होगा और शाम 6:08 बजे समाप्त होगा। इसके साथ ही मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में मिलान का समय शाम 6:08 बजे से शाम 6:15 बजे तक रहेगा। कॉल ऑक्शन में ट्रेड मॉडिफिकेशन शाम 7:45 बजे खत्म होगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस दौरान किए गए सभी सौदे निपटान दायित्व वाले होंगे।
क्या करें, क्या नहीं
एक घंटे की ट्रेडिंग अवधि के दौरान निवेशकों के लिए, क्या करें और क्या न करें की कोई सख्त सूची नहीं है। आखिर पूरी कवायद का मकसद लोगों की आस्था और भावनाओं पर आधारित है। हालाँकि, अक्सर लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करने और अवधि के दौरान सांकेतिक निवेश करने की सलाह दी जाती है। चूँकि यह अवधि शुभ मानी जाती है, इसलिए यह उन नए निवेशकों के लिए एक मनोवैज्ञानिक लाभ देता है जो शेयर बाजार में अपनी यात्रा शुरू करना चाहते हैं।
ऐतिहासिक रूप से, इस अवधि में तेजी का रुझान रहता है। एक घंटे की ट्रेडिंग अवधि पूरी करने के बाद लगभग 80% मौकों पर बाजार सकारात्मक अवस्था में बंद हुआ है। इसे मुख्य रूप से बाजार की सकारात्मक भावनाओं और निवेशकों के मानस के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान किन चीजों से बचना चाहिए?
शुभ अवधि के दौरान निवेशक व्यापार और निवेश के लिए तत्पर रहते हैं, यह आवश्यक है कि संकेतों से बहुत प्रभावित न हों क्योंकि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान रुझान शेयर बाजारों के दीर्घकालिक मूड को प्रतिबिंबित नहीं कर सकते हैं। इसलिए, लापरवाही पूर्ण निवेश करने और एक घंटे के रुझान के आधार पर अंधाधुंध निवेश और एफऐंडओ पर ध्यान केंद्रित करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, अफवाहों पर भरोसा कर शेयरों में भारी निवेश के जोखिम से भी बचना चाहिए।
उपसंहार
मुहूर्त ट्रेडिंग की विशिष्टता भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों तक ही सीमित है; इसलिए, निवेशक अक्सर परंपरा का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित होते हैं। यह सदियों पुरानी एक प्रथा है जिसे एक्सचेंजों और निवेशकों द्वारा समान रूप से मनाया जाता है। उत्सव की भावना में, एक्सचेंजों द्वारा अग्रिम रूप से तय की गई ट्रेडिंग की शुभ अवधि के दौरान कुछ निवेश करना हमेशा स्मार्ट होता है। हालाँकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि एक निवेशक मौलिक बाजार के रुझानों से अवगत हो और मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें।
क्या आप भी करना चाहते हैं शेयर बाजार से कमाई, स्टेप बाई स्टेप जानिए क्या है पूरा प्रोसेस
शेयर बाजार ( Share Market ) में निवेश तो कई लोग करना चाहते हैं लेकिन इस बाजार की टेक्निकल बातों और बाजार के जोखिम के चलते लोग यहां निवेश करने से घबरातें हैं. लेकिन सही रणनीति और सुझबुझ से यहां पैसा बनाया जा सकता है.
Updated on: Jan 21, 2021 | 12:54 PM
शेयर बाजार ने 21 जनवरी को नया रिकॉर्ड बनाया. बीएसई के सेंसेक्स ने गुरुवार को 50,000 का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर गया. इस दौरान केवल कुछ ही मिनटों में शेयर बाजार से निवेशकों 1.40 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर डाली. बुधवार को बीएसई लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 1,97,70,572.57 करोड़ रुपए था, जो गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 1,35,552 करोड़ रुपए बढ़कर 1,99,06,124.57 करोड़ रुपए हो गया. दरअसल जनवरी का महीना निवेशको के लिए काफी शुभ रहा है. केवल जनवरी महीने में बीएसई का कुल मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपए बढ़ गया है.
शेयर बाजार में निवेश कई लोग करना चाहते हैं लेकिन इस बाजार की टेक्निकल बातों और बाजार के जोखिम के चलते लोग यहां निवेश करने से कतराते हैं. इसलिए टीवी 9 हिन्दी आज आपको इस बाजार की कठिन से कठिन चीज आसान भाषा में समझाने जा रहा है. बाजार में निवेश की शुरूआत से लेकर इसके कठिन पहलुओं पर टीवी9 हिन्दी ने फिनोलॉजी के सीईओ प्रांजल कामरा से बातचीत की. आइए जानते हैं क्या है बाजार और कैसे शुरू कर सकते हैं इसमें निवेश.
सबसे पहले तय करें रणनीति
किसी भी निवेश से पहले आपको यह जानना जरुरी है कि आखिर आप निवेश करना क्यों चाहते हैं. अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के तरीके को जानना सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जिसे आप अपने लिए कर सकते हैं. और, आपको ऐसा करने के लिए एक विशेषज्ञ होने की जरूरत नहीं है. आपको केवल कुछ मूल बातें जानने की जरूरत है, एक योजना बनाएं और उसका पालन करने के लिए पर्याप्त अनुशासित रहें.
क्यों करना चाहते हैं निवेश
अपने आप से पूछें कि आप क्या चाहते हैं और अपने सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों को लिस्ट बना लें कि आप इस बाजार में निवेश किस लक्ष्य को हासिल करने के लिए करना चाहते है. आपको यह तय करना होगा कि आप शादी के लिए निवेश कर रहे हैं, अपने बच्चे के कॉलेज फंड, सेवानिवृत्ति, या कुछ और. फिर, तय करें कि आपको अपने लक्ष्य को कितने वर्षों में पूरा करना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप निवेश करते हैं, तो यह आपके लिए सबसे जरुरी ये जानना होता है कि इसमें आपको प्रवेश कब करना है और निकलना कब है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स खोलें
निवेश शुरू करने के लिए, आपको डीमैट और ट्रेडिंग खातों की जरुरत होता है. इसकी शुरूआत आप इन 3 आसान स्टेप में कर सकते हैं.
स्टेप 1: एक स्टॉक ब्रोकर चुनें जहां डीमैट और ट्रेडिंग खाता खुलवाया जा सकें स्टेप 2: केवाईसी के नियमों को पूरा करें. चरण 3: केवाईसी की सत्यापन प्रक्रिया पूरा होते ही आप बाजार से कमाई करने के लिए आप रजिस्टर्ड हैं.
अब निवेश के लिए बजट निर्धारित करें
बजट तय करना निवेश का महत्वपूर्ण हिस्सा है. आपको यह पता लगाने की आवश्यकता है कि शेयरों में निवेश शुरू करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए. इसके अलावा, विश्लेषण करें कि क्या वार्षिक एकमुश्त निवेश करना आपके लिए अनुकूल होगा या यह मासिक आधार पर अधिक आकर्षक होगा. यह बजट अंततः आपके निवेश लक्ष्यों और उन्हें कैसे प्राप्त किया जा सकता है, हालांकि इसमें सबसे ज्यादा ध्यान देने वाले बात यह है कि आप कोई ऐसा लक्ष्य तुरंत के लिए न बना लें जिसमें सीधे 50 फीसदी का मुनाफा हो.
निफ्टी में निवेश : जब आप यह सब पता लगा लेते हैं, तो आप निफ्टी जैसे सूचकांकों के शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? लिए तैयार हैं. ऐसा करने के कई तरीके हैं:
1. स्पॉट ट्रेडिंग और डेरिवेटिव ट्रेडिंग
निफ्टी में निवेश करने का सबसे सरल तरीका किसी कंपनी के स्टॉक्स को खरीदना. जब आप किसी कंपनी का स्टॉर खऱीदते हैं तो आप उनकी कीमत बढ़ने पर पूंजीगत लाभ का फायदा उठा सकते हैं. वहीं डेरिवेटिव्स एक तरह वित्तीय अनुबंध हैं शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? ये स्टॉक, कमोडिटीज, मुद्राएं आदि हो सकते हैं. इस पद्धति के साथ, पार्टियां भविष्य की तारीख में अनुबंध का निपटान करने के लिए सहमत होती हैं और अंतर्निहित परिसंपत्ति के भविष्य के मूल्य पर दांव लगाकर लाभ कमाती हैं. निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग के लिए, आपके पास दो डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स हैं:
● निफ्टी फ्यूचर्सः
आसान शब्दों में, फ्यूचर्स कॉन्ट्रेक्ट खरीदार और विक्रेता के बीच भविष्य की तारीख पर निफ्टी लॉट के ट्रेडिंग का एक समझौता है. अनुबंध की अवधि के दौरान, यदि कीमत बढ़ जाती है, तो आप स्टॉक बेच सकते हैं और यील्ड कमा सकते हैं. यदि कीमत कम हो जाती है, तो आप सेटलमेंट डेट तक इंतजार कर सकते हैं ताकि कीमत कम हो सकें.
● निफ्टी ऑप्शंसः
एक ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट वह है जो खरीदार और विक्रेता के बीच निफ्टी लॉट को एक विशिष्ट मूल्य पर भविष्य की तारीख में व्यापार करने के लिए निर्धारित किया जाता है. ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट का खरीदार प्रीमियम का भुगतान करके कानूनी अधिकार प्राप्त करता है. हालांकि, अगर भविष्य में कीमत लाभ दे रही है तो भविष्य में निफ्टी को खरीदने / बेचने का दायित्व उनका नहीं है.
इंडेक्स फंड्स
यह एक पोर्टफोलियो (स्टॉक, बॉन्ड, इंडेक्स, मुद्राएं, आदि) के साथ म्यूचुअल फंड का एक प्रकार है, जो मार्केट इंडेक्स (स्टॉक और उनकी कीमत में उतार-चढ़ाव) के घटकों को मैच या ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो व्यापक बाजार प्रदर्शन प्रदान करता है. ये फंड निफ्टी सहित विभिन्न सूचकांकों में निवेश करते हैं.
हाल के वर्षों में निफ्टी इंडेक्स और शेयर शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? बाजार में बड़े पैमाने पर वृद्धि ने खुदरा निवेशकों, संस्थागत निवेशकों और विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है, जो सीधे या इंडेक्स फंड के माध्यम से अपने पैसे को इंडेक्स में डालते हैं. निवेश करते समय बस ऊपर दिए गए बातों को ध्यान में रखेंगे तो आप बाजार से भी बिना ज्यादा जोखिम अच्छा मुनाफा कमा सकते है.
Indore News: शेयर बाजार में निवेश करना व्यापार करने जैसा ही है इसलिए सही ज्ञान होना जरूरी
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि) Indore News। इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया (आइसीएआइ) इंदौर ब्रांच ने शनिवार को पोस्ट कोविड मार्केट आउटलुक विषय पर फिजिकल एवं वर्चुअल सेमिनार आयोजित किया। इसमें 100 से ज्यादा चार्टर्ड अकाउंटेंट शामिल हुए। मुख्य अतिथि गाजियाबाद के सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए अनुज गोयल और रीजनल काउंसिल चेयरमैन सीए नीलेश गुप्ता थे। इंदौर ब्रांच के चेयरमैन सीए कीर्ति जोशी ने कहा कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग एक तरह से व्यापार है और सही ज्ञान एवं सटीक प्लान के बिना कोई भी व्यक्ति व्यापार में सफल नहीं हो सकता। केवल कुछ किताबें या वाट्सएप की जानकारी पढ़कर ट्रेडिंग में आ जाने से काम नहीं चल सकता। केवल ब्रोकरेज अकाउंट खोलकर और चार्टिंग प्रोग्राम खरीदकर शेयर बाजार में पैसा शेयर बाजार में व्यापार और निवेश क्या है? लगा देने से सफलता नहीं मिल सकती, उल्टे इससे नुकसान का डर ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि स्टडी के अनुसार मार्केट में शेयर ट्रेडिंग के व्यापार में केवल एक फीसदी लोगों को ही सफलता मिली है।
नागपुर से आए सीए अमित चांडक ने कहा कि कोई भी व्यक्ति मार्केट में निवेश करते समय सबसे पहले यह पूछता है कि मार्केट में क्या चल रहा है। यानी की मार्केट सेंटीमेंट्स पर चलता है। इसी कारण आठ माह में लाकडाउन के बाद किसी भी कंपनी के फंडामेंटल में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आया है। हालांकि मार्केट में तेजी दिखाई दे रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि आत्मनिर्भर भारत के कारण भी सेंटीमेंट्स में बदलाव आया है। यदि हम 1991 से 1997 तक के शेयर मार्केट को देखें तो ऐसी इंडस्ट्रीज के शेयर्स में तेजी थी जिसमे अत्यधिक पूंजी निवेश की आवश्यक्ता होती है। 1998 से आइटी एवं टेलीकम्युनिकेशन इंडस्ट्री के शेयर्स में तेजी का समय था एवं अब फिर से ऐसी कंपनियों की ओर फोकस दिख रहा है जो मेन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री हैं।
सीए अंकुर सोडानी ने कहा कि शेयर बाजार में अगर ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसमें एंट्री का रास्ता आसान है लेकिन आपको सही स्ट्रेटेजी पर काम करना जरूरी होगा। इसके लिए यह तय करना होगा कि आप कितना रिस्क लेने की क्षमता रखते हैं और आपके निवेश का लक्ष्य क्या है। आपका कैपिटल अलोकेशन क्या है। आप शार्ट टर्म या लांग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं यह सब तय होना चाहिए। एल्गो ट्रेडिंग पर दिल्ली के सीए सुजाय जैन ने कहा कि एल्गो ट्रेडिंग हिस्टोरिकल डाटा पर कार्य करता है और उस आधार पर रिजल्ट देता है जो हर बार सही नहीं हो सकता। अमेरिका में वर्ष 2010 का फ्लैश क्रैश इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, क्योंकि वर्ष 2010 में एक साफ्टवेयर की गड़बड़ से पूरा मार्केट गिर गया था।
अल्गोरिदम ट्रेडिंग में मानव का कम इन्वाल्वमेंट होने की वजह से रिस्क और बढ़ जाती है एवं इसमें छोटे निवेशकों को नुकसान हो सकता है। सीएस अर्पित भार्गव ने कहा की जब भी आप निवेश का प्लान कर रहे हों तो आपकी सोच बहुत क्लियर होना चाहिए एवं अफवाह एवं नकारात्मक खबरों को लेकर एक दम से कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए। निवेश में बेहतर रिटर्न आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है लेकिन आत्मविश्वास और अति आत्मविश्वास के बीच एक अंतर है जिसे समझना बहुत आवश्यक है। भावनाओं में आकर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन सीए समकित भंडारी ने किया। कार्यक्रम में सीए पंकज शाह, सीए अभय शर्मा, सीए मनोज गुप्ता सहित कई सदस्य मौजूद थे।