कमोडिटी मार्केट क्या है?

NCDEX एक्सचेंज सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 से शाम 5 बजे तक कार्य करता है।
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भारत में, आप पैसे का निवेश कर सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो को कई तरह से स्वस्थ और लाभदायक बनाए रखने के लिए उसमें विविधता ला सकते हैं। सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक कमोडिटी ट्रेडिंग है।
जबकि कमोडिटी बाजार भारत में सौ से अधिक वर्षों से अस्तित्व में है, हालांकि कमोडिटी बाजार शेयर बाजारों की तुलना में कम लोकप्रिय हैं, वे भारतीय अर्थव्यवस्था के कामकाज और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस पोस्ट में, आइए हम भारत में कमोडिटी बाजारों की भूमिका और महत्व को समझने की कोशिश करें।
कमोडिटी बाजार क्या हैं?
जिस तरह शेयर बाजार व्यापारिक शेयरों की सुविधा देता है, वैसे ही धातु, सोना, चांदी, कृषि उत्पाद, और अन्य जैसी वस्तुओं का कारोबार कमोडिटी बाजार नामक समर्पित बाजारों में किया जाता है। व्यापारी, निर्माता, उत्पादक और अन्य लोग विभिन्न वस्तुओं की कीमत की खोज के लिए इन बाजारों का व्यापक रूप कमोडिटी मार्केट क्या है? से उपयोग करते हैं।
शेयर बाजार की तरह, खरीदने और बेचने के लिए स्टैंडअलोन कमोडिटी एक्सचेंज हैं। वर्तमान में, देश में तीन मुख्य कमोडिटी एक्सचेंज संचालित होते हैं - एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज), आईसीईएक्स (इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज), और एनसीडीईएक्स (नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज)।
हालांकि, एमसीएक्स भारत में अग्रणी कमोडिटी एक्सचेंज है, जहां स्पॉट ट्रेडिंग और डेरिवेटिव दोनों में सबसे अधिक दैनिक कारोबार होता है।
भारत में कमोडिटी बाजार कितने महत्वपूर्ण हैं?
भारत में कमोडिटी बाजार देश की अर्थव्यवस्था, निवेशकों और अपने जीवन यापन के लिए वस्तुओं पर निर्भर लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। कमोडिटी बाजारों की कुछ सबसे महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं:
ये बाजार लोगों को भारत में कृषि उत्पादों सहित विभिन्न वस्तुओं की वास्तविक कीमतों का पता लगाने की कमोडिटी मार्केट क्या है? अनुमति देते हैं। ये बाजार सुनिश्चित करते हैं कि वस्तुओं को कम कीमत पर नहीं बेचा जाता है, जिससे कोई नुकसान नहीं होता है।
गुणवत्ता रखरखाव
कमोडिटी बाजारों में खरीद और बिक्री के लिए उपलब्ध वस्तुओं की गुणवत्ता के संबंध में सख्त आवश्यकताएं कमोडिटी मार्केट क्या है? हैं। इस तरह की नीतियां सुनिश्चित करती हैं कि पूरे देश में माल की गुणवत्ता बेहतर हो, जिससे आपूर्तिकर्ताओं और उपभोक्ताओं को भी लाभ हो।
कमोडिटी फ्यूचर्स में ट्रेडिंग ब्रोकर के साथ बनाए गए मार्जिन के माध्यम से लीवरेज पर आधारित होती है। हाथ में बहुत कम मात्रा में नकदी के साथ एक बड़ा लेनदेन किया जा सकता है।
Indian Commodity Market | Commodity vs Equity in Hindi
दोस्तो, आप में से बहुत से लोग ऐसे हैं जो कमोडिटी ( commodity ) ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहते हैं।
तो यदि आप भी कमोडिटी ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं और जानना चाहते हैं कि भारतीय कमोडिटी कमोडिटी मार्केट क्या है? मार्केट ( Indian Commodity Market ) क्या है ? और कमोडिटी ट्रेडिंग ( Commodity Trading ) ? कैसे होती है ? तो इस लेख को पूरा पढ़े।
सबसे पहले ये जान लेते है कि कमोडिटी का अर्थ क्या होता है ?
कमोडिटी क्या है – ( What is Commodity Trading in Hindi ) –
यदि आसान भाषा में समझे तो कमोडिटी का अर्थ होता है ‘वस्तु’।
अर्थात ‘ऐसी वस्तुवें जो मनुष्य द्वारा निर्मित नही होती हैं कमोडिटी कहलाती हैं।’
भारतीय कमोडिटी मार्केट ( Indian Commodity Market in Hindi) –
भारतीय कमोडिटी मार्केट भी शेयर बाजार की तरह ही काम करता है लेकिन फिर भी शेयर ( equity ) और कमोडिटी में कुछ अन्तर होते हैं जिसे आगे बताया जाएगा।
भारत में वैसे तो कमोडिटी ट्रेडिंग के कई प्लेटफॉर्म हैं। लेकिन सबसे ज्यादा ट्रेडिंग MCX और NCDEX में ही किया जाता है।
जैसे कि इक्विटी ट्रेडिंग के लिए सबसे ज्यादा NSE( National Stock Exchange ) और BSE( Bombay Stock Exchange ) का इस्तेमाल किया जाता है।
MCX ( Multi Commodity Exchange in Hindi ) –
MCX एक्सचेंज में गैर कृषि वस्तुओं जैसे – bullions , क्रूड ऑयल, Base Metals, प्राकृतिक गैस आदि का व्यापार किया जाता है। यह एक्सचेंज सोमवार से शुक्रवार तक चलता है और सुबह 9 बजे खुलता है और रात 11:55 बजे तक कार्य करता है।
NCDEX ( National Commodity Derivative Exchange in Hindi ) –
यहाँ पर कृषि से जुड़ी वस्तुवों जैसे – आलू , प्याज , टमाटर , कपास , चना , गेहूं , चावल आदि का व्यापार होता है।
कमोडिटी मार्केट और शेयर मार्केट में अन्तर –
दोस्तों वैसे तो कमोडिटी मार्केट और शेयर मार्केट के काम करने का तरीका एक जैसा है लेकिन फिर भी दोनों में कुछ अन्तर होता है। जिसे नीचे दिये विवरण से आसानी से समझ सकते हैं ।
Commodity Vs Equity in Hindi 
Equity Market ( शेयर मार्केट ) –
1 – स्टॉक ट्रेडिंग में हम किसी भी कंपनी का आई.पी.ओ. ( कमोडिटी मार्केट क्या है? कमोडिटी मार्केट क्या है? I.P.O.) या किसी भी कंपनी के शेयर के साथ – साथ dollar और euro की भी ट्रेडिंग कर सकते हैं ।
2 – कंपनियां जो कि कच्चे माल से उत्पाद (Product ) तैयार करती हैं तथा इस प्रकार के तैयार उत्पाद की ट्रेडिंग शेयर मार्केट में होती है ।
3 – Equity का शेयर होल्डर कंपनी का शेयर धारक अर्थात कंपनी का हिस्सेदार बन जाता है।
वायदा कमोडिटी बाजार कारोबार में कैसे पाए सफलता
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कमोडिटी बाजार में प्राप्त होने वाले लाभ की संभावनाओं को देखते हुए आप इस ओर आकर्षित अवश्य होंगे, परन्तु कमोडिटी में ट्रेडिंग आरंभ करने से पूर्व यह जानना अत्यंत महतवपूर्ण है, कि यह क्षेत्र काफी जोखिम भरा होता है । ऐसे में यह आवश्यक है, कि आप इस कारोबार में प्रवेश करने से पूर्व इससे सम्बंधित अच्छी जानकारी प्राप्त कर लें, ताकि आपको किसी प्रकार की हानि का सामना न करना पड़े | कमोडिटी बाजार में सफलता कैसे प्राप्त कर सकते है ? इसके बारें में यहाँ आपको विस्तार से बता रहे है |
कमोडिटी बाजार में कारोबार
वायदा बाजार अर्थात कमोडिटी मार्केट में घर से बैठकर ही कारोबार करने और लाभ प्राप्त करनें का यह एक अच्छा तरीका है । कई अर्थों में एक नया ट्रेंड है, जो वर्तमान में काफी विकसित हो चुका है । कमोडिटी ट्रेडिंग आरंभ करनें से पूर्व आपको सबसे पहले अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना होगा, इसके माध्यम से आप कमोडिटी एक्सचेंज में किसी भी प्रकार के सौदे की ख़रीद-बिक्री कर सकते हैं, परन्तु अपना अकाउंट खुलवाते समय जिस ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट खोल रहे हैं, वह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज अर्थात एमसीएक्स एवं नेशनल डेरेवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईक्स) का सदस्य होना चाहिए, इसके साथ-साथ मार्केट में उसकी पहचान अच्छी होनी चाहिए | इससे सम्बंधित अधिक कमोडिटी मार्केट क्या है? जानकारी आप इन दोनों एक्सचेंज की वेबसाइट से आसानी से प्राप्त कर सकते है |
ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करनें हेतु यदि आप सम्बंधित कार्यालय अथवा ऑनलाइन माध्यम से करते है, तो आपके पास एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड, और बैंक खाता होना अनिवार्य है | जब आप किसी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाते हैं, तो वह ब्रोकर आपको एक अकाउंट कमोडिटी मार्केट क्या है? की आईडी उपलब्ध कराता है, जिसके माध्यम से आप स्वयं ट्रेडिंग कर सकते हैं । इस अकाउंट के माध्यम से आपको सम्बन्धित ब्रोकर को एक निश्चित शुल्क का भुगतान करना होता है, इसलिए आप यदि स्वयं सौदे नहीं करना चाहते हैं तो आप अपने ब्रोकर से फोन के माध्यम से किसी भी सौदे की खरीद-बिक्री कर सकते हैं ।
कारोबार में सफलता (Success Tips)
कमोडिटी ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करनें के टिप्स इस प्रकार है-
- कमोडिटी ट्रेडिंग करते समय आपको ‘स्टॉपलॉस’ का ध्यान रखना होगा, क्योंकि इससे आपका जोखिम बहुत कम हो जाता है । ‘स्टॉपलॉस’ लगाने से उस निश्चित भाव पर पहुंचते ही सौदा अपने आप ही कट जाता है, जिससे आपको हानि की संभावना कम हो जाती है
- कमोडिटी ट्रेडिंग करनें में कम मार्जिन मनी देकर भी आपके पास सौदे का विकल्प उपलब्ध होता है, अधिक सौदे करने से लाभ अधिक होगा, परन्तु यह आपके लिए घातक सिद्ध होगा | यदि आप कई लॉट्स में सौदे न करके अपनी आय के अनुसार ही ट्रेडिंग करेगे तो आप सेफ मोड में रहेंगे और हानि की संभावना न के बराबर होगी
- शेयर बाज़ार ट्रेडिंग और कमोडिटी ट्रेडिंग में कुछ बुनियादी अंतर होता है | शेयर बाजार में आप शेयरों को एक कमोडिटी मार्केट क्या है? बार खरीदनें के पश्चात कई वर्ष बाद भी बेच सकते हैं, जबकि कमोडिटी मार्केट में दो-तीन महीनों में ही कारोबार होता है, इसलिए सौदे का क्रय अथवा विक्रय करनें में एक निश्चित अवधि का पालन करना चाहिए
- ट्रेडिंग के आरंभ में आपको मिनी लॉट में कारोबार करने से लाभ अधिक प्राप्त होनें की संभावना रहती है, इसलिए जब आप वायदा कारोबार से पूरी तरह से सुपरिचित हो जाएं, तभी बड़े- बड़े सौदे अर्थात बिग लॉट्स में कारोबार करें । इससे आपको हानि होने की संभावना नहीं के बराबर रहेगी
- आपको हमेशा मार्किट के ट्रेंड के अनुसार ही चलना चाहिए, क्योंकि किसी खास कमोडिटी में निरंतर गिरावट होना जारी है, तो आप भी उसी प्रकार के सौदे डालें । इससे आप सेफ मोड में रहेंगे और आपकी पूंजी सुरक्षित रहेगी
- लिक्विड अर्थात तरल सौदे में कारोबार करने में लाभ अधिक प्राप्त होता है, जैसे- बुलियन, कच्चा तेल एवं बेस मेटल्स में कारोबार करने से किसी प्रकार का जोखिम कम होता है, और मार्किट से बाहर निकलने का विकल्प बना रहता है
- शेयर बाजार में कमोडिटी मार्केट की भांति डिवीडेंड और बोनस प्राप्त नहीं होता है, क्योंकि इसमें सौदा बिकने के बाद ही हानि अथवा लाभ होता है, इसलिए इस हिसाब से अपनी कमोडिटी मार्केट क्या है? योजना बनाएं कि आपको लाभ अधिक हो और हानि की संभावना नहीं के बराबर रहे
- बाजार में सप्लाई-डिमांड का विशेष ध्यान रखें, खासकर एग्री कमोडिटी में कारोबार करते समय मंडियों में किसी फसल की आवक कैसी है, और आगे उत्पादन कमोडिटी मार्केट क्या है? कैसा रहेगा, इस बात की जानकारी अवश्य रखें
Hindi wise money
और कमोडिटी का शेयर बाजार में क्या रोल है और कमोडिटी को हम कैसे आसान भाषा में समझ सकते हैं और बहुत से लोग कमोडिटी में ट्रेडिंग करके लाखों रुपए कैसे बना रहे हैं.
इन सभी बिंदुओं को हम विस्तार से समझेंगे
सबसे पहला बिंदु कमोडिटी कहते किसे हैं . तो दोस्तों शेयर बाजार में जो ( कमोडिटी सेगमेंट) कमोडिटी मार्केट होता है उसके अंतर्गत जैसे की सोना चांदी एलुमिनियम कॉपर मेटल कपास चना गेहूं बाजरा इत्यादि आते हैं
और यह सभी चीजें शेयर मार्केट में लि स्टेड है और इनका एक अलग एक्सचेंज भी है जिसे एमसीएक्स (mcx)कहते हैं इसमें भी ऑनलाइन ट्रेडिंग होती है
mcx kya hota hai-mcx meaning in hindi
mcx का अर्थ होता है multi commodity exchange(मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) .mcx को मल्टी कमोडिटी इसीलिए कहा जाता है। क्युकी कमोडिटी मार्केट क्या है? इसमें कई सारे सेगमेंट में ट्रेडिंग की जाती है। खासकर mcx में तीन तरीके के सेगमेंट में ट्रेडिंग की जाती है। जैसे की –
- bullion (बुलियन)
- base metal (बेस मेटल)
- energy (एनर्जी)
इन तीनो सेगमेंट में mcx में .इसीलिए mcx को मल्टी कमोडिटी कहा जाता है। जैसे की nse aur bse में स्टॉक की खरेदी बिक्री की जाती है। वैसे ही mcx में कमोडिटी की खरेदी बिक्री की जाती है। और मार्किट में इन तीनो सेगमेंट में खरेदी बिक्री होती है। तो चलिए इन तीनो सेगमेंट को विस्तार में समझते है।
bullion (बुलियन)
बुलियन सेगमेंट में गोल्ड और सिल्वर में ट्रेडिंग की जाती है। जैसे आप शारीरिक रूप से गोल्ड यानि सोना खरीदने। वैसेही आप डिजिटली सोना खरीद सकते है। और आपको तो पता ही सोने के भाव दिन भ दिन बढ़ते रहते है। तो आप mcx में डिजिटल सोना खरीद सकते है। जो की फिसिकल सोने जैसे ही भाव का होता है। और भविष्य में भाव बढ़ने पर आप उसे बेच कर अच्छा खासा मुनाफा भी कमा सकते है।
mcx commodity trading time
कमोडिटी में आप सुबह ९am बजे से लेकर रात के ११;३०pm तक आप ट्रेडिंग कर सकते है। जो लोग जॉब करते है। उनके लिए इसमें ट्रेडिंग करना आसान है। क्युकी आप रात को भी कमोडिटी में ट्रेडिंग कर सकते है।
अभी हमने जाना की mcx kya hota hai .और आगे हम जानेंगे की mcx काम कैसे करता है।
mcx kam kaise karta hai
जैसे की मैंने बताया। हम शेयर्स की खरेदी बिक्री के लिए nse और bse का इस्तेमाल करते है। वैसेही हमें जो नैसर्गिक वस्तुए है। उनकी खरेदी बिक्री हम mcx में कर सकते है। सिंपल भाषा में कहा जाये तो कमोडिटी का mcx एक एक्सचेंज है। हमलाकि कमोडिटी में भी दो प्रकार होते है।
जैसे ये हम अभी देख रहे mcx और दूसरा होता है ncdex .यानि की कमोडिटी मार्किट में हम खेत में उगने वाले। या नैसर्गिक रूप से उत्पन्न होने वाली वस्तुओ की ट्रेडिंग कर सकते है। जैसे की सोयाबीन ,चना ,बाजरा गेहूं। इन सब चीजों की खरेदी बिक्री कमोडिटी मार्किट में nsdex कमोडिटी एक्सचेंज में की जाती है।
निष्कर्ष
mcx कमोडिटी मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी भारत के ब्रोकर के साथ अपना डीमेट खाता खोलना होगा। और फिर आप घर बैठे अपने मोबाइल से mcx में सोना ,चांदी ,गैस ,क्रूड ऑइल में ट्रेडिंग कर सकते है।