टेकिंग प्रॉफिट

- विद्यार्थी इस पार्ट को काफी टफ समझते हैं लेकिन यह पार्ट टाइम टेकिंग नहीं होगा यदि आप सही प्रैक्टिस करें।
नेशनलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन, एफिशएंसी बढती हुई महगाई और भक्तों का साथ
बस इतना देश की कमाई थी, टैक्स कलेक्शन था। यही खर्च था। (जिन्हें आज की दरों पर हिसाब चाहिए, तो मुम्बई की बीएमसी के आज के बजट बराबर गिन लें)
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फ्री मार्किट कैपटलिज्म के लिए बड़े उद्योग, बड़े बैंक तकनीक और टेकिंग प्रॉफिट रिस्क बियरिंग एबिलिटी वाले उद्यमी चाहिए। खासकर ऐसे लोग, जो निजी क्षेत्र में रिसर्च और डेवलमेंट का माद्दा रखते हों, जिसे सरकार बढ़ावा दे सकें। पर आजादी के वक़्त ऐसा कुछ था नही, जिसे आप बढ़ावा दे सकते।
हां, टाटा बिड़ला बजाज और दूसरे नाम, किवदन्तियों की तरह प्रसिद्ध अवश्य थे। दूसरों से अमीर थे। अफीम कपास के व्यापार से कमाया पैसा था। बंगला गाड़ी, एक दो फैक्ट्री, बनवाये हुए कुछ मंदिर थे।
लेकिन आर्थिक रूप रेगिस्तान इस देश के औद्योगीकरण के लिए जितनी पूंजी, तकनीक, इन्नोवेशन और रिस्क टेकिंग एबिलिटी की जरूरत थी, उतना जिगरा और पैसा ऐसे छोटे मोटे सेठों के पास नही था।
बॉयोमीट्रिक का विरोध शुरू, यूनियनों ने दी प्रबंधन को आंदोलन की चेतावनी
बीएसपी के नगर प्रशासन एवं सेवाएं बिल्डिंग के साथ ही प्लांट के अंदर विभिन्न वेलफेयर बिल्डिंग में बॉयोमीट्रिक लगाए जाने का टेकिंग प्रॉफिट विरोध शुरू हो गया है। यूनियनों में नाराजगी इस बात को लेकर है कि जब सेल के बाकी प्लांट में बॉयोमीट्रिक नहीं लगाया जा रहा है तो बीएसपी प्रबंधन अपने यहां इसे क्यों लागू कर रहा है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी।
स्टील इम्प्लाइज यूनियन इंटक के महासचिव एसएम पांडेय के नेतृत्व में यूनियन का एक प्रतिनिधि मंडल प्रभारी महाप्रबंधक (कार्मिक) अनुराग नागर से मुलाकात कर बायोमेट्रिक सिस्टम पर रोक लगाने की मांग की।
यूनियन महासचिव पांडेय ने कहा कि सेल में सबसे अधिक प्रॉफिट देने वाले बीएसपी में प्रबंधन ने सबसे पहले बायोमाीट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू किया है एवं इसका जल्द ही विस्तार करते हुए हॉस्पिटल, टाउनशिप एवं संयंत्र के अंदर लगाने के लिए सर्वे कर रहा है। इसका कर्मियों के मनोबल पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा, उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है। उन्होंने कहा कि भिलाई में बायोमेट्रिक सिस्टम पर तुरंत रोक लगाई जाए प्रबंधन घाटे में चल रही इकाइयों में पहले बायोमेट्रिक सिस्टम अपनाए। प्रबंधन यदि हमारी मांगों को नहीं माना तो इंटक कड़े कदम उठाने बाध्य होगी।
4th factor
फोर्थ कैरेक्टर स्टिक है हाई ओपननेस एंड हाई कॉन्शियसन्यास नाउ यहां पर टेकिंग प्रॉफिट हम बात कर रहे हैं उनके पर्सनैलिटी ट्रेस की तो ओपन होने का मतलब होता है ओपननेस टू एक्सपीरियंस एक्सपीरियंस ट्रेट मैं हाई होना यह वह पर्सनैलिटी टेस्ट होता है जो क्रिएटिविटी इंटेलेक्ट क्रियोसिटी और इंटरेस्टिंग आईडियाज से रिलेटेड होता है डेट्स वाय एंटीनारप्रेन्योर्स एक आर्टिस की तरह भी होता है और कॉन्शियसन्यास वह ट्रेट होता है जो हार्डवर्क ऑर्डरलीनेस सेल्फ डिसीप्लिन और अचीवमेंट स्ट्राइविंग से रिलेटेड है .
इन दोनों ट्रेड्स में से ओपननेस तो must है यह दोनों ट्रेड्स एक दूसरे को आपॉज करते हैं भास्कर लाइक ओपननेस रिलेटेड है लिबरलिज्म से और कॉन्शियसन्यास रिलेट है कंजरवेटिवज्म से सो अगर एक इंडिविजुअल कॉन्शियसन्यास यानी हार्ड वर्किंग और ऑर्डरली नहीं है.
तो उसके लिए बेस्ट ऑप्शन यह होता है कि वह एक ऐसा पार्टनर ढूंढ ले जिसमें यह सारी क्वालिटीज हैं क्योंकि किसी भी सक्सेसफुल बिजनेस ऑर्गेनाइजर में हाईलाइट लोग भी चाहिए पर इन क्रिएटिव आइडिया इंप्लीमेंट करने वाला कोई नहीं है तो वह ऑर्गेनाइजर फिर हो जाएगी फॉर एग्जांपल इज डिस्कशन में साइकोलॉजी जॉर्डन पीटरसन और एक एंटीनारप्रेन्योर्स के बीच डिस्कशन हो रही है कि क्यों हाई ओपननेस और हाई कॉन्शियसन्यास इतने अलग होने के बावजूद भी एक बिजनेस में कितने जरूरी होते हैं
5th factor
Fifth करैक्टर स्टिक है इमोशनल एबिलिटी यानी सक्सेसफुल Entrepreneur को डेली बेसिस पर काफी स्ट्रेस डील करना पड़ता है और तभी उनमें इमोशनल एबिलिटी होना जरूरी है जिनसे उनकी हैप्पीनेस कंडीशनर नहीं बनती ऐसा नहीं होता कि अगर उनकी काम अच्छा चल रहा है तो खुश है पर जैसे उनके हाथ से 1 डील निकली कि वह एंग्री हो जाए और उनकी इमोशनल एक रोलर कास्टर की तरह दिखाई दे .
यह बस हमें लगता है कि जो भी लोग हाईलाइट के टॉप पर होते हैं उनकी लाइफ काफी इजी और स्ट्रेस फ्री होती है बट रियल्टी इसके ऑपोजिट है क्योंकि उस लेवल पर हमारे पास काफी रिस्पांसिबिलिटी होती है जो हमें काफी डिप्रेशन की ओर push कर सकती है और तभी हर इंसान एक सक्सेसफुल नहीं बनना चाहता है .
बिकॉज मोर सक्सेस = मोर रिस्पांसिबिलिटी foe example इंटरव्यू में elon musk बता रहा है कि कैसे 2008 की रिसेप्शन के टाइम पर उसकी दोनों कंपनी यानी स्पेस औटेस्ला बंद होने के कगार पर थी जिसक स्ट्रेस टेकिंग प्रॉफिट की वजह से उसे लगने लगा था कि वह पहली बार नर्वसनेस कितने करीब आया है
इस तरह बन सकते हैं केंद्र सरकार में बेहतर पद के हकदार
स्टाफ सिलेक्शन कमिशन (एसएससी) की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) टीयर-1 एग्जाम ग्रेजुएट्स के लिए श्रेष्ठ विकल्प है। बस, थोड़ी-सी मेहनत और सही रणनीति के साथ इस परीक्षा को आसानी से क्लीयर कर केंद्र सरकार में आप बेहतर पद के हकदार बन सकते हैं। इस परीक्षा में सभी विषयों की अपनी अहमियत है। ज्यादातर विद्यार्थी अपने प्रिय विषय पर ज्यादा फोकस करते हैं, जिससे बाकी विषयों पर उनकी पकड़ कमजोर पड़ जाती है। इससे बचने के लिए हर विषय पर बराबरी से ध्यान देने की जरूरत है। बेहतर होगा कि आप आसान से टफ टॉपिक की ओर बढ़ें। इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
- यह सेक्शन उम्मीदवारों के लिए काफी स्कोरिंग होता है, इसीलिए इसके टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करें। इसमें वर्बल और नॉन-वर्बल दोनों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।