तकनीकी विश्लेषण का आधार

म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा?

म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा?

Investment Tips: इस म्यूचुअल फंड के जरिए सोने और चांदी दोनों में कर सकते हैं निवेश! जानिए डिटेल्स

Gold-Silver Mutual Fund: इस म्यूचुअल फंड म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? स्कीम से सोने और चांदी दोनों तरह की कीमती धातुओं को टारगेट किया जा सकता है. सोने को भविष्य के निवेश और बुरे वक्त के इन्वेस्टमेंट के रूप में देखा जाता है.

By: ABP Live | Updated at : 06 Sep 2022 02:43 PM (IST)

Edelweiss Gold and Silver ETF Fund of Fund: भारत में पुराने जमाने से सोने और चांदी में निवेश को बहुत अच्छा और फायदेमंद माना जाता है. लोग प्राचीनकाल से ही सोने-चांदी में निवेश (Gold-Silver Investment) करके अपने बुरे वक्त के लिए पैसे बचाते रहे हैं. अगर आप भी सोने और चांदी दोनों में एक साथ निवेश करना चाहते हैं तो एसेट मैनेजमेंट फर्म एडेलवाइस एसेट मैनेजमेंट (Edelweiss Asset Management) एक शानदार स्कीम लेकर आया है. इस स्कीम के लिए आप सोने और चांदी दोनों में ही एक साथ निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम का नाम है Edelweiss Gold and Silver ETF Fund of Fund. यह सोने-चांदी दोनों में एक साथ निवेश करने वाली इस तरह की पहली म्यूचुअल फंड स्कीम है. इस स्कीम में आप 24 अगस्त 2022 से 7 सितंबर 2022 तक निवेश कर सकते हैं. यानी आपके पास इसमें निवेश करने के लिए केवल दो दिनों का वक्त बचा हैं.

सोने-चांदी दोनों में कर सकते हैं निवेश
बता दें कि इस म्यूचुअल फंड स्कीम (Gold-Silver Mutual Fund) से सोने और चांदी दोनों तरह की कीमती धातुओं को टारगेट किया जा सकता है. इस स्कीम के लॉन्चिंग के वक्त Edelweiss MF के निदेशक सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा था कि वैसे तो मार्केट में सोने और चांदी को अलग-अलग टार्गेट करने वाली कई तरह की स्कीम्स मौजूद हैं, लेकिन दोनों को एक साथ टार्गेट करने वाली कोई भी स्कीम नहीं हैं. सोने को भविष्य के निवेश और बुरे वक्त के इन्वेस्टमेंट के रूप में देखा जाता है. वहीं चांदी में जल्दी और ज्यादा रिटर्न मिलता है. ऐसे में इस MF के जरिए आपको बेहतर रिटर्न के साथ भविष्य सुरक्षित रहने की सुनिश्चित मिलती है. यह दोनों ही एक दूसरे के पूरक की तरह काम करते हैं. इसके साथ ही इन दोनों धातुओं का इक्विटी से कम संबंध है.

जानें इस म्यूचुअल फंड के डिटेल्स-

  • एडेलवेइस गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ म्यूचुअल फंड (Edelweiss Gold and Silver ETF Mutual Fund) ऑफ फंड ओपन-एंडेड स्कीम है जिसके म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? जरिए सोने और चांदी दोनों में एक साथ निवेश किया जा सकता है.
  • यह देश का पहला ऐसा MF है जिसमें आप सोने और चांदी दोनों में एक साथ निवेश किया जा सकता है.
  • इसका सब्सक्रिप्शन 7 सितंबर 2022 को बंद हो जाएगा.
  • इस स्कीम में निवेश करने का कोई लॉक इन पीरियड (Lock In Period) नहीं है, लेकिन 1 साल से पहले पैसे निकालने पर आपको 1% राशि आपकी कट जाएंगी.
  • इसमें आप कम से कम 5,000 रुपये का निवेश किया जा सकता है.
  • इस स्कीम का रिटर्न सोने और चांदी के प्राइस पर निर्भर करेगा.

सोने-चांदी से मिलेगा बेहतर रिटर्न
सोने की में निवेश से आपको मुद्रास्फीति और बाजार में गिरावट के बचाव मिलता है. वहीं म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? चांदी की बढ़त इस बात पर निर्भर करती है कि मार्केट जैसे औद्योगिक उपयोग में इसकी कितनी जरूरत है. ऐसे में गोल्ड महंगाई के दौर में बेहतर रिटर्न देता है. वहीं चांदी बढ़ती डिमांड के साथ लोगों को बेहतर रिटर्न देने में मदद करता है. बाजार में बढ़ती मांग म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? और सीमित सप्लाई के कारण दोनों धातुओं की मांग मार्केट में ज्यादा है. बाजार में ज्यादा डिमांड सोने में निवेश को आकर्षक बनाती है. वहीं चांदी की स्मार्टफोन (Smartphone), इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और सोलर पैनल (Solar Panel) आदि में बढ़ती डिमांड इसे आकर्षक बनाती है.

News Reels

ये भी पढ़ें-

Published at : 06 Sep 2022 02:43 PM (IST) Tags: Mutual fund investment tips Edelweiss Gold and Silver ETF Fund of Fund हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

किस प्रकार के इक्विटी फंड में सबसे कम और किसमें सबसे ज़्यादा जोखिम होता है?

किस प्रकार के इक्विटी फंड में सबसे कम और किसमें सबसे ज़्यादा जोखिम होता है?

म्युचुअल फंड्स में कैटिगराइजेशन और उनमें मौजूद पोर्टफोलियो के आधार पर कई तरह के जोखिमों की आशंका रहती है। इक्विटी म्युचुअल फंड्स में कई जोखिमों की आशंका रहती है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है बाजार जोखिम। एक कैटेगरी के तौर पर इक्विटी म्युचुअल फंड्स को 'उच्च जोखिम' निवेश उत्पाद माना जाता है। जबकि सारे इक्विटी फंड्स को बाजार जोखिमों का खतरा रहता है, जोखिम की डिग्री अलग-अलग फंड में अलग-अलग होती है और इक्विटी फंड के प्रकार पर निर्भर करती है।

लार्जकैप फंड्स जो लार्जकैप कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं यानी अच्छी आर्थिक स्थिति वाली जानी-मानी कंपनियों के शेयरों को सबसे कम जोखिम भरा माना जाता है क्योंकि इन शेयरों को मिड कैप और छोटी कंपनियों के शेयरों की तुलना में सुरक्षित माना जाता है। म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? कम जोखिम वाले इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में आमतौर पर एक अच्छा डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो होता है जो लार्ज-कैप कैटेगरी के सारे सेक्टरों में फैला होता है। व्यापक-आधारित बाजार सूचकांक पर आधारित इंडेक्स फंड्स और ETF जो निष्क्रिय रणनीति रखते हैं, उन्हें भी कम जोखिम वाला माना जाता है क्योंकि वे डाइवर्सिफाइड बाजार सूचकांकों की नकल करते हैं।

फोकस्ड फंड्स, सेक्टोरल फंड्स और थीमैटिक फंड्स जोखिम स्पेक्ट्रम के दूसरे छोर पर होते हैं क्योंकि उनके पास केंद्रित पोर्टफोलियो होता है। उच्च जोखिम वाले इक्विटी फंड्स आमतौर पर एक या दो सेक्टरों तक सीमित अपनी होल्डिंग्स के कारण केंद्रित जोखिम से गुजरते हैं। भले ही फोकस्ड फंड्स जाने-माने लार्ज-कैप शेयरों में निवेश करते हैं, लेकिन उनके पास आमतौर पर सिर्फ 25-30 शेयर होते हैं जो केंद्रित जोखिम को बढ़ाते हैं। अगर फंड मैनेजर का अनुमान सही हो जाता है, तो वह डाइवर्सिफाइड लार्ज-कैप फंड की तुलना में ज़्यादा रिटर्न दे सकता है लेकिन इसका उल्टा भी हो सकता है।

सेक्टोरल फंड्स ऑटो, FMCG या IT जैसे सिंगल सेक्टर के शेयरों में निवेश करते हैं और इसलिए काफ़ी जोखिम म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? उठाते हैं क्योंकि इंडस्ट्री को प्रभावित करने वाली कोई भी अनचाही घटना पोर्टफोलियो के सभी शेयरों पर बुरा प्रभाव डालेगी। थीमैटिक फंड्स कुछ संबंधित इंडस्ट्री के शेयरों में निवेश करते हैं जो फिलहाल मांग में हैं लेकिन लंबी अवधि में आकर्षण खो सकते हैं।

निवेशक आमतौर पर एक आम धारणा रखते हैं कि इक्विटी फंड्स दूसरे फंडों की तुलना में ज़्यादा रिटर्न देते हैं, लेकिन उन्हें यह बात पता होनी चाहिए कि सभी इक्विटी फंड्स एक समान नहीं होते हैं। रिटर्न की संभावनाएं उनके इक्विटी फंड के रिस्क प्रोफाइल के अनुरूप होती हैं। इसलिए इसमें निवेश करने का फैसला लेने से पहले किसी भी केंद्रित जोखिम के लिए सारे सेक्टरों और टॉप होल्डिंग्स में फंड की विविधता की डिग्री देखें। सबसे कम जोखिम वाले या सबसे ज़्यादा रिटर्न वाले फंड्स देखने के बजाय, आपको ऐसा फंड देखना चाहिए जिसका जोखिम स्तर आप उठा सकते हैं।

Investment Tips: क्या आपका म्यूचुअल फंड निवेश नुकसान में है? तो जानिए अपनी कैपिटल बचाने के सटीक तरीके

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक बेहतरीन इनवेस्‍टमेंट टूल है.

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक बेहतरीन इनवेस्‍टमेंट टूल है.

ऐसे निवेशक जो कम जोखिम उठाकर इक्विटी मार्केट में निवेश (Investing In Equity Market) करना चाहते हैं उनके लिए म्‍यूचुअल फ . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 21, 2022, 12:29 IST

हाइलाइट्स

म्‍यूचुअल फंड के माध्‍यम से इक्विटी मार्केट में निवेश को अन्‍य तरीकों से ज्‍यादा जोखिमरहित माना जाता है.
बाजार में गिरावट के दौरान भी अगर निवेशक निवेश बरकरार रखता है तो उसे लॉन्‍ग टर्म में फायदा होता है.
नुकसान से बचने के लिए निवेश में विविधता होनी आवश्‍यक है.

नई दिल्‍ली. जब आप इक्विटी मार्केट (Equity Market) या इससे संबंधित इनवेस्‍टमेंट टूल्‍स में निवेश करते हैं तो फायदे के साथ-साथ नुकसान होने की संभावना भी रहती है. अगर निवेशक ने जैसा सोचकर निवेश किया है और वैसा न हो तो इनवेस्‍टर अपनी मूल पूंजी (कैपिटल) भी खो सकता है. हालांकि यह भी एक हकीकत है कि हाई रिस्‍क निवेश शानदार रिटर्न भी देता है.

ऐसे निवेशक जो कम जोखिम उठाकर इक्विटी मार्केट में निवेश (Investing In Equity Market) करना चाहते हैं उनके लिए म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक बेहतरीन इनवेस्‍टमेंट टूल है. लेकिन, ऐसा भी नहीं है कि म्‍यूचुअल फंड में घाटा नहीं होता. इसमें भी निवेश कई बार नुकसान में चला जाता है. लेकिन, म्‍यूचुअल फंड निवेश के घाटे को दूर किया जा सकता है. इसके लिए कुछ बातों का ध्‍यान रखना पड़ता है.

निरंतर निवेश
इक्विटी मार्केट में कमाई का मूल मंत्र है ‘निरंतर और विविध निवेश’ (Invest regularly and invest diversified). शेयर बाजार में मंदी के दौर में अपनी पूंजी को सुरक्षित रखना काफी महत्‍वपूर्ण हो जाता है, ताकि आपका निवेश और रिटर्न प्रभावित न हो. जी बिज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, इपिसिलोन मनी के सीईओ अभिषेक देव का म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? कहना है कि बाजार में अस्थिरता उन निवेशकों की परम मित्र है जो दीर्घावधि निवेश करते हैं. ऐसे ही जो लोग निरंतर निवेश करते हैं, उनके मंदी में दोनों हाथ में लड्डू होते हैं. निरंतर निवेश एक निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में ज्‍यादा यूनिट जोड़ने का अवसर प्रदान करता है जब बाजार में गिरावट आती है.

मंदी में खरीदारी करके वह अपने एवरेज कॉस्‍ट को घटा सकता है. अभिषेक का कहना है कि आज सारा विश्‍व आपस में जुड़ चुका है. विश्‍व में कहीं घटित एक घटना का असर भी भारतीय बाजार पर हो सकता है. ऐसा यूएस फेड द्वारा ब्‍याज दरों में वृद्धि करने और यूक्रेन संकट के कारण हो भी चुका है. अभिषेक का कहना है कि बाजार में आगे क्‍या होगा, इसकी भविष्‍यवाणी करना बहुत मुश्किल है. इसलिए मंदी के प्रभाव को कम करने का एक ही तरीका है कि इसका सामना करने के लिए तैयार रहें और बाजार गिरावट में भी निवेश करते रहें.

निवेश में विविधता
अपनी पूंजी को एक ही जगह लगाना समझदारी नहीं है. निवेश में हमेशा विविधिकरण होना चाहिए. सभी फाइनेंशियल प्‍लानर्स का कहना है कि निवेशक को अपनी पूंजी एसेट क्‍लास, इक्विटी, फिक्‍स्‍ड इनकम, सोने और विदेशी सिक्‍योरिटीज म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? में लगानी चाहिए. निवेश में विविधिकरण होने से फायदा यह होता है कि जब एक एसेट क्‍लास में नुकसान होता है तो आपका इसके अलावा म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? कहीं किया गया दूसरा निवेश अच्‍छा रिटर्न दे रहा होता है. इस तरह आपका पोर्टफोलियो नुकसान से बच जाता है.

अभिषेक का कहना है कि एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो मार्केट के झटके सहने मे ज्‍यादा सक्षम होता है. अगर आपने अपनी सारी पूंजी इक्विटी जैसी एक ही एसेट क्‍लास में लगा रखी है तो आपको भारी घाटा होने की संभावना बहुत होती है. इसलिए आपको हमेशा अपनी पूंजी को अलग-अलग जगह निवेश करना चाहिए.

SIP से निवेश
एसआईपी से निवेश करना सबसे सुरक्षित निवेश है. जब बाजार में मंदी होती है तो यह अपने पोर्टफोलियो में ज्‍यादा यूनिट जोड़ने का सबसे बेहतरीन तरीका है. जब आप इक्विटी मार्केट में सिप के माध्‍यम से निवेश करते हैं तो यह अस्थिरता से मुकाबला करने में आपकी म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? बहुत मदद करता है. इससे लॉन्‍ग टर्म में निवेशक बढिया मुनाफा कमा सकता है. यहां यह जानना जरूरी है कि इक्विटी मार्केट ने दस साल की अवधि में कभी नेगेटिव रिटर्न नहीं दिया है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

म्यूचुअल फंड SIP: 5 गलतियां जो निवेशकों को अस्थिर शेयर मार्केट में नहीं कभी करनी चाहिए

म्यूचुअल फंड म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? में लाखों की तादात में लोग SIP (Systematic Investment Plan) के द्वारा निवेश करते हैं। जिस समय शेयर मार्केट में तेजी देखने को मिलती है तो इसके रिटर्न में भी तेजी देखने को मिलती है। वहीं जिस समय शेयर मार्केट अस्थिर होता है तो इसके रिटर्न में भी इसका असर सीधे तौर पर पड़ता है। उस समय निवेशकों को ये 5 गलतियां नहीं करनी चाहिए।

mutual-fund-sip-5-mistakes-that-investors-should-never-make-in-a-volatile-stock-market.jpg

इन्वेस्टमेंट में रिटर्न के लिहाज से अभी काफी बुरा दौर चल रहा है। शेयर मार्केट में पैसा रिटर्न देने के बजाय डूब रहा है। वहीं बैंक भी FD पर महंगाई दर से नीचे का रिटर्न दे रहे हैं। हालांकि कोरोना महामारी के बाद से अप्रैल तक शेयर मार्केट में लोगों को अच्छा फायदा हुआ है, लेकिन अप्रैल के बाद से शेयर मार्केट में अस्थिरता लगातार जारी है। इसका सीधा असर डॉयरेक्ट शेयर मार्केट में निवेश करने वालों के साथ म्यूचुअल फंड निवेशकों पर भी पड़ रहा है।

शेयर मार्केट में जारी अस्थिरता के कारण स्टॉक के साथ ही म्यूचुअल फंड के रिटर्न में भी भारी गिरावट आई है। ऐसे में कई लोग अपने पोर्टफोलियों में गिरावट देखकर डर जाते हैं। वहीं कई निवेशक म्यूचुअल फंड SIP (Systematic Investment Plan) से जुड़ी ऐसी गलतियां करते हैं, जिनसे उनके निवेश में मिलने वाले रिटर्न पर सीधा असर पड़ता है। ऐसे में अगर आप उन गलतियों को करने से पहले ही जान जाएंगे तो आप इन गलतियों को करने से बच सकते हैं और आपका रिटर्न घटने के बजाए बढ़ सकता है। आइए जानते हैं म्यूचुअल फंड SIP से जुड़ी 5 गलतियां जो निवेशकों को अस्थिर शेयर मार्केट में कभी नहीं करनी चाहिए।


स्मॉल-कैप फंड को अपने निवेश का मुख्य हिस्सा बनाना

कई बार जब शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता आती है तो निवेशक बिना सोचे समझे स्मॉल-कैप फंड को अपने निवेश का मुख्य हिस्सा बना लेते हैं। इससे आपके निवेश में जोखिम बढ़ जाता है, जो आपके निवेश के रिटर्न को भी प्रभावित कर सकता है। बिना सोचे समझे कहीं भी किसी एक्सपर्ट के सलाह के बिना निवेश नहीं करना चाहिए।


निवेश करने के लिए सही समय का इंतजार

म्यूचुअल फंड SIP शुरू करने के लिए कई निवेशक बहुत ऐसे निवेशक होते हैं जो निवेश करने के लिए सही समय का इंतजार करते हैं। उनका इसके पीछे तर्क होता है कि जब मार्केट में बढ़िया गिरावट होगी तब निवेश करने में ज्यादा रिटर्न मिलेगा। कुछ हद तक वह सही भी हैं, लेकिन किसी को यह नहीं पता होता है कि शेयर मार्केट में कितनी और कब तक गिरावट या तेजी होगी। वहीं SIP तो लंबे समय के लिए होता है, जिसमें हर महीने पैसे निवेश होते रहते हैं। इसलिए SIP के द्वारा निवेश करने के लिए सही समय का इंतजार नहीं करना चाहिए।


SIP बंद करन देना

बहुत से निवेशक SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड उस निवेश करते हैं जब मार्केट में तेजी रहती है। वहीं जब गिरावट होती है तो घबरा कर SIP को बंद कर देते हैं। ऐसे में निवेशकों को निवेश में गिरते मार्केट का फायदा नहीं हो पाता है। इसलिए म्यूचुअल फंड SIP म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा? को शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता के समय बंद नहीं करना चाहिए।


SIP राशि को नहीं बढ़ाना

म्यूचुअल फंड निवेश में SIP के राशि में छोटी सी भी बढ़ोतरी आपके निवेश की मेच्योरिटी अमांउट में वृद्धि कर देती है। वहीं शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता के समय की गई बढ़ोतरी निवेश में मेच्योरिटी अमांउट को तेजी से बढ़ा देती है। ऐसे में ये गलती आपको कभी भी नहीं करनी चाहिए।


म्यूचुअल फंड से पैसा निकाल लेना

शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता के समय बहुत से निवेशक म्यूचुअल फंड की SIP बंद करने के साथ ही पैसा भी निकाल लेते हैं। इससे उनको अपने निवेश के रिटर्न में बहुत नुकसान होता है। इसलिए कभी भी बिना सोचे समझे गिरावट या अस्थिरता से डरकर पैसा नहीं निकलना चाहिए।

रेटिंग: 4.78
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 533
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *