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चार्ट का अर्थ

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वास्तु चार्ट का पालन कैसे करें?

वास्तु चार्ट अच्छी ऊर्जाओं को बढ़ाने और किसी व्यक्ति या स्थान के आसपास और आसपास की नकारात्मक ऊर्जाओं से छुटकारा पाने के दिशा-निर्देशों को दर्शाता है। नतीजतन, यह दावा करना उचित है कि घर के लिए वास्तु चार्ट वहां रहने वाले परिवार के लिए सफलता ला सकता है। एक घर के मालिक के रूप में, आप अपने परिवार को हर समय अपने आसपास की सभी नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रखना चाहते हैं। एक बार जब आप अपने घर के लिए वास्तु चार्ट बना लेते हैं, तो आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आपका परिवार, आप और आपकी संपत्ति ब्रह्मांड की विनाशकारी ऊर्जाओं से सुरक्षित रहेंगे। वास्तु चार्ट का पालन करते हुए, आपके घर के प्रत्येक कमरे में एक निश्चित स्थान होता है। वास्तु चार्ट का उपयोग मानदंडों और मानकों को ध्यान में रखते हुए कमरों के स्थान को निर्धारित करने के लिए किया जा सकता है। आइए उन पर करीब से नज़र डालें।

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खातों के चार्ट का क्या अर्थ है?

खातों के चार्ट का क्या अर्थ है?: खातों का चार्ट एक कंपनी द्वारा उपयोग किए जाने वाले सामान्य खाता बही में सभी खातों की एक सूची है। खातों को आमतौर पर वित्तीय विवरण क्रम में सूचीबद्ध किया जाता है, जो पहले बैलेंस शीट खातों से शुरू होता है। संपत्ति, देयता और इक्विटी खाते को आम तौर पर पहले आय और व्यय खाते के बाद दिखाया जाता है।

खातों के चार्ट का क्या अर्थ है?

खातों के चार्ट में आमतौर पर केवल खाता संख्या और खाता नाम शामिल होता है। कोई विस्तृत खाता विवरण या शेष शामिल नहीं है। खातों का चार्ट केवल उन खातों के नामों और संख्याओं की एक सूची है जो वर्तमान में लेखा प्रणाली में उपयोग किए जा रहे हैं। यदि शेष राशि को शामिल किया जाता है, तो यह एक परीक्षण संतुलन में बदल जाएगा।

लेखा प्रणाली में खातों और खाता संख्याओं को व्यवस्थित और ट्रैक करने के लिए बुककीपर और एकाउंटेंट खातों के चार्ट का उपयोग करते हैं। जरूरत पड़ने पर वे कस्टम खाते जोड़ने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं।

उदाहरण

उदाहरण के लिए, क्विकबुक जैसी सभी लेखा प्रणालियों में अन्य लाभ और हानि के खाते शामिल नहीं हैं। जब कोई कंपनी किसी चार्ट का अर्थ वाहन का व्यापार करती है या उसका निपटान करती है, तो उसे अक्सर व्यापार या बिक्री पर लाभ या हानि होती है। मान लें कि बिग बिल्स कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 2005 में 10,000 डॉलर में एक वर्क ट्रक खरीदा था। आज यह पूरी तरह से मूल्यह्रास है और बिल एक नया ट्रक खरीदने के लिए तैयार है। वह अपना पुराना ट्रक बेचता है और उसे 1,500 डॉलर मिलते हैं और 25,000 डॉलर में एक नया ट्रक खरीदता है।

यह $1,500 का लाभ लेखा प्रणाली में एक अन्य लाभ के रूप में दर्ज किया जाना चाहिए क्योंकि यह संचालन से लाभ नहीं है। इस मामले में, बिल का मुनीम लेखा प्रणाली में खातों के चार्ट को यह देखने के लिए खींचेगा कि क्या कोई अन्य लाभ खाता है। यदि नहीं, तो इस व्यापार लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए खाते के चार्ट में एक जोड़ा जाना चाहिए।

12 महीने के बच्चे का कैसा होना चाहिए डाइट चार्ट, हेल्थ एक्सपर्ट ने बताएं पोषण से भरपूर फूड लिस्ट

12 महीने के बच्चे का कैसा होना चाहिए डाइट चार्ट, हेल्थ एक्सपर्ट ने बताएं पोषण से भरपूर फूड लिस्ट

Kids Healthy Diet: बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए सही पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। खासकर 6 महीने के बाद बच्चों को मां के दूध के अलावा कई तरह के ठोस पदार्थ खिलाने की बात कही जाती है। इससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे वो बीमार पड़ते हैं। जाहिर सी बात है जब बच्चे कम बीमार पड़ेंगे तो उनका शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से हो सकेगा। ऐसे में नई मां को पता होना चाहिए कि आखिरकार 12 महीने यानि की 1 साल के बच्चे को कौन से पूरक आहार देने चाहिए, ताकि उन्हें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मिले।

पहली बार मां बनीं महिलाओं को 12 महीने के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए, इसके लिए हमने डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट श्रेया अग्रवाल से बातचीत की। श्रेया अग्रवाल का कहना है कि 10 से 12 महीने के बाद छोटे बच्चों का पेट केवल मां के दूध से नहीं भरता है। उन्हें कई तरह के ठोस पदार्थों का सेवन भी करना चाहिए। आइए जानते हैं 12 महीने के बच्चे का डाइट चार्ज कैसा होना चाहिए और इसमें क्या-क्या शामिल करना चाहिए।

वेजिटेबल खिचड़ी- Vegetable Kichdi

6 महीने बाद बच्चे किसी भी खाने को चबा नहीं सकते हैं। ऐसे में आप उनके लिए सॉफ्ट और मैश खाना बनाएं। एक साल के बेबी को आप वेजिटेबल खिचड़ी खिला सकते हैं। इसे बच्चा आसानी से निगल सकता है। साथ ही यह बेहद हेल्दी होता है। खिचड़ी में प्रोटीन, विटामिन और खनिज पाया जाता है जो कि बच्चे की विकास के लिए फायदेमंद होता है।

आलू का मैश - Mash Aloo

एक साल के बच्चे के लिए आलू का मैश बेहद पौष्टिक होता है। इसे बच्चे बहुत आसानी से खा लेते हैं। आलू में पोटेशियम और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो कि बेबी के विकास के लिए बहुत ही अच्छा होता है। आलू मैश को बनाने के लिए आलू को उबाल लें। इसके बाद उसे अच्छे से मिक्स कर लें। इसे बेबी को खिलाएं।

एप्पल पाई - Apple Pie

अच्छे स्वास्थ्य के लिए सेब का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। एक साल के बच्चे को आप सीधा सेब खाने को नहीं दे सकते हैं। ऐसे में आप उनकी डाइट को सेब को शामिल करने के लिए एप्पल पाई बना सकती हैं। इसके बनाने के लिए एक सेब लें। इसे छीलकर कद्दूकस कर लें। अब एक पैन में दूध गर्म कर लें। इसके बाद इसमें चीनी और कद्दूकस सेब डालकर इसे अच्छे से उबाल लें। जब एप्पल पाई ठंडा हो जाए, तो बेबी को खिलाएं।

चावल, दाल और देसी घी - Dal Chawal and Desi Ghee

एक साल तक के बच्चे को आप दाल और चावल जरूर खिलाएं। दाल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। दाल, चावल को खिलाने के लिए चावल और दाल को पका लें। इसके बाद दाल और चावल में देसी घी डालकर अच्छे से मैश कर लें। अब इसे अपने बच्चे को खिलाएं। देसी घी बच्चे की सेहत के लिए बेहद अच्छा होता है।

6 महीने के बाद केवल मां के दूध से बच्चे का पेट नहीं भरता है। ऐसे में आप बच्चे को बाहर का दूध देना शुरू करें। अच्छी सेहत के लिए आप बच्चे को केवल प्लेन दूध दें।

इन सबके अलावा आप छोटे बच्चों को खीरा, मूंगफली का पेस्ट और केले का पेस्ट दे सकते हैं। 12 महीने के बाद बच्चे को कोई भी ठोस आहार देते हैं तो पहले उसका एक छोटा हिस्सा दें। अगर बच्चा छोटा हिस्सा सही तरीके से खा पाता हैं, तो ही उसके रेगुलर डाइट में इसको शामिल करें।

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रेलवे: चार्ट बनने के बाद बाद भी पा सकते हैं कंफर्म सीट, ऐसे करें बुकिंग

Rail Ticket: रेलवे के नए नियम के मुताबिक चार्ट बनने के बाद भी यात्री खाली सीटों की जानकारी ऑनलाइन देख पाएंगे.

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Rail Ticket: रेलवे चार्ट भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेन छूटने के 4 घंटे पहले बनते हैं.

Rail Ticket Booking: अबतक के नियम के अनुसार ट्रेन का चार्ट बनने के बाद आमतौर पर कंफर्म सीट बुक करने का विकल्प खत्म हो जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. फाइनल चार्ट तैयार होने के बाद भी आपको ट्रेन में कंफर्म सीट मिल सकती है. इसके लिए रेलवे नया नियम लाया है. अब आप चार्ट बनने के बाद ऐन वक्त पर कैंसल हुए ​रिजर्वेशन यानी खाली बची सीट की जानकारी IRCTC की वेबसाइट पर देख सकेंगे. आप यह जान सकते हें कि स्लीपर या अलग अलग एसी क्लास में कितनी सीटें खाली हैं. इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर टिकट भी बुक करा सकेंगे. अबतक चार्ट बनने के बाद खाली सीटों की जानकारी आम यात्री को नहीं मिल पाती थी. रेलवे के नए नियम से न सिर्फ आपको फायदा होगा, रेलवे को भी रेवेन्यू बढ़ाने में मदद हिमलेगी.

नया फीचर लॉन्च हुआ

IRCTC की वेबसाइट पर यह फीचर बुधवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लॉन्च किया है. उन्होंने यह भी बताया कि IRCTC की वेबसाइट पर अब एक नया ऑप्शन दिया गया है. यह ऑप्शन ‘CHARTS/VACANCY’ के रूप में नजर आएगा. ट्रेन चलने से चार घंटे पहले जब पहला चार्ट तैयार हो जाता है और उसके बाद अगर कोई यात्री अपना टिकट रद्द कराता है, तो अब तक ऐसी व्यवस्था नहीं थी कि लोग वेबसाइट पर इसकी जानकारी ले सकें, लेकिन अब नए ऑप्शन में यही किया गया है. रेलवे ने फिल्टर की भी व्यवस्था की है जिससे यह पता चल सकेगा कि कौन-कौन सी सीटें आंशिक रूप से खाली हैं.

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Rail Ticket: इस तरह बुक कर सकते हैं सीट

-सीट बुक करने के लिए सबसे पहले IRCTC की बेवसाइट https://www.irctc.co.in/nget/train-search पर जाएं

-स्क्रीन पर आपको ‘Book Your Ticket’ का विकल्प दिखेगा. इसी विकल्प पर नीचे दाएं तरफ ‘CHARTS/VACANCY’ के विकल्प पर क्लिक करें

-इसके बाद ‘JOURNEY DETAILS’ में आपको ट्रेन नंबर या नाम, और बोर्डिंग स्टेशन डालकर ‘GET TRAIN CHART’ पर क्लिक करना है.

-इसके बाद आपको किस क्लास यानी फर्स्ट एसी, सेकंड एसी, थर्ड एसी या स्लीपर क्लास में खाली सीट पता करना चाहते हैं, यह चुनना होगा.

-विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपको अलग अलग कोच में खाली सीटों की जानकारी मिल जाएगी.

-इसके बाद वहीं आपको बुकिंग का विकल्प भी मिलेगा और आप अपनी मर्जी से कोई भी खाली सीट बुक कर सकते है.

-लेकिन नियम के अनुसार कुछ स्टेशन पर सिर्फ TTE टिकट बुक कर सकते हैं. और कुछ स्टेशन पर आप ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं.

जल्द मिलेगी ये भी सुविधा

अक्सर ट्रेन में सीट कन्फर्म होने के बाद भी बहुत लोगों की ट्रेन छूट जाती है. जिससे कि वो सीट खाली रह जाती है. लेकिन अब तक ये जानकारी सिर्फ सिर्फ TTE को होती है. लेकिन अब रेल मंत्रालय ऐसी व्यवस्था लाने जा रहा है जिसकी वजह से यात्री भी ये जानकारी ऑनलाइन देख पाएंगे.

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वेजिटेबल खिचड़ी- Vegetable Kichdi

6 महीने बाद बच्चे किसी भी खाने को चबा नहीं सकते हैं। ऐसे में आप उनके लिए सॉफ्ट और मैश खाना बनाएं। एक साल के बेबी को आप वेजिटेबल खिचड़ी खिला सकते हैं। इसे बच्चा आसानी से निगल सकता है। साथ ही यह बेहद हेल्दी होता है। खिचड़ी में प्रोटीन, विटामिन और खनिज पाया जाता है जो कि बच्चे की विकास के लिए फायदेमंद होता है।

आलू का मैश - Mash Aloo

एक साल के बच्चे के लिए आलू का मैश बेहद पौष्टिक होता है। इसे बच्चे बहुत आसानी से खा लेते हैं। आलू में पोटेशियम और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो कि बेबी के विकास के लिए बहुत ही अच्छा होता है। आलू मैश को बनाने के लिए आलू को उबाल लें। इसके बाद उसे अच्छे से मिक्स कर लें। इसे बेबी को खिलाएं।

एप्पल पाई - Apple Pie

अच्छे स्वास्थ्य के लिए सेब का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। एक साल के बच्चे को आप सीधा सेब खाने को नहीं दे सकते हैं। ऐसे में आप उनकी डाइट को सेब को शामिल करने के लिए एप्पल पाई बना सकती हैं। इसके बनाने के लिए एक सेब लें। इसे छीलकर कद्दूकस कर लें। अब एक पैन में दूध गर्म कर लें। इसके बाद इसमें चीनी और कद्दूकस सेब डालकर इसे अच्छे से उबाल लें। जब एप्पल पाई ठंडा हो जाए, तो बेबी को खिलाएं।

चावल, दाल और देसी घी - Dal Chawal and Desi Ghee

एक साल तक के बच्चे को आप दाल और चावल जरूर खिलाएं। दाल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। दाल, चावल को खिलाने के लिए चावल और दाल को पका लें। इसके बाद दाल और चावल में देसी घी डालकर अच्छे से मैश कर लें। अब इसे अपने बच्चे को खिलाएं। देसी घी बच्चे की सेहत के लिए बेहद अच्छा होता है।

6 महीने के बाद केवल मां के दूध से बच्चे का पेट नहीं भरता है। ऐसे में आप बच्चे को बाहर का दूध देना शुरू करें। अच्छी सेहत के लिए आप बच्चे को केवल प्लेन दूध दें।

इन सबके अलावा आप छोटे बच्चों को खीरा, मूंगफली का पेस्ट और केले का पेस्ट दे सकते हैं। 12 महीने के बाद बच्चे को कोई भी ठोस आहार देते हैं तो पहले उसका एक छोटा हिस्सा दें। अगर बच्चा छोटा हिस्सा सही तरीके से खा पाता हैं, तो ही उसके रेगुलर डाइट में इसको शामिल करें।

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