बहुआयामी व्यापार मंच

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ऐसे कई कारण हैं जो हमें इंटरनेट प्लेटफॉर्म के करीब लाते हैं; चाहे व्यापार, मनोरंजन या सामाजिक कारणों से। लेकिन अक्सर हम इन कार्यों को अलग-अलग करने की प्रवृत्ति रखते हैं क्योंकि हमारे पास एक ही बुनियादी ढांचे का उपयोग करके आवश्यक सभी चीजों को प्रबंधित करने के लिए एक भी मंच नहीं है।
ब्लॉकस्टैम्प हमें एक बहु-कार्यात्मक मंच प्रदान करता है जो हमें समय बचाता है और हमारे काम को सरल बनाता है।
गेम सॉल्यूशंस को एक्सेस करने में सक्षम होने के कारण डेवलपर्स बहुआयामी व्यापार मंच को पुरस्कारों का हिस्सा बनने की अनुमति देता है
ब्लॉकस्टैम्प एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र है जो उपयोगकर्ताओं को वैश्विक डिजिटल आर्थिक प्रणाली का हिस्सा बनने के लिए मंच द्वारा प्रदान किए गए कई अनुप्रयोगों का स्वायत्त रूप से उपयोग करने, व्यापार संपत्ति और एक सुरक्षित भंडारण स्रोत तक पहुंचने की अनुमति देता है।
यूएई व चीन पहले आर्थिक और व्यापार डिजिटल एक्सपो के माध्यम से द्विपक्षीय आर्थिक गतिविधि को पुनर्जीवित करेंगे
दुबई, 12 जुलाई, 2020 (डब्ल्यूएएम) -- यूएई की अर्थव्यवस्था और चाइना काउंसिल फॉर द प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड, सीसीपीआईटी ने घोषणा किया है कि वे 15 जुलाई को पहले चीन-यूएई आर्थिक और व्यापार डिजिटल एक्सपो की मेजबानी करेंगे। दोनों देशों के बीच व्यापार गतिविधियों को मजबूत करने के लिए एक मंच तैयार किया गया है, क्योंकि वे नई डिजिटल बहुआयामी व्यापार मंच अर्थव्यवस्था में द्विपक्षीय व्यापार की नींव रखना चाहते हैं। दुबई होल्डिंग के चेयरमैन हिज हाइनेस शेख अहमद बिन सईद अल मकतूम ने कहा, "2020 में यूएई और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार में रुकावट देखी गई है, फिर भी महत्वाकांक्षाओं को नया रूप देने के लिए कि दो राष्ट्र हमें नई डिजिटल अर्थव्यवस्था में परस्पर विकास के लिए नींव डालते हुए दिखेंगे। उन्होंने कहा, "चीन और यूएई के बीच व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए नई संभावना पैदा होना निश्चित है, क्योंकि हम वैश्विक आर्थिक चक्र के रीसेट और रिकवरी चरण में प्रवेश कर रहें है।"
आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि 2019 में द्विपक्षीय व्यापार 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है, जो 2018 से 16 फीसदी की वृद्धि है। यूएई के आक्रामक आर्थिक विविधीकरण द्वारा संचालित इसी अवधि में यूएई से चीन को गैर-तेल निर्यात में 64 फीसदी की वृद्धि हुई। कोविड-19 महामारी ने एक अभूतपूर्व वैश्विक आर्थिक झटका पैदा होने से पहले दोनों देशों ने 100 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार की ओर अपना स्थान निर्धारित किया था। वहीं, हला चीन के निदेशक मंडल के अध्यक्ष शेख माजिद बिन अब्दुल्ला अल मुल्ला ने कहा, "हला चीन पहल का इस जुलाई में दो साल हो जाएगा। इस समय में हमने यूएई और चीन में इवेंट्स, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यवसायों के अवसरों में वृद्धि के माध्यम से दोनों देशों के बीच मजबूत बहुआयामी संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किया है। चीन के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध हमें महामारी के बाद की दुनिया में आपसी विकास और सहयोग के नए व रणनीतिक अवसर प्रदान करते हैं।"
उन्होंने कहा, "यूएई अरब दुनिया में चीन का सबसे महत्वपूर्ण व्यापार साझेदार है। इसका चीन और अरब देशों के बीच कुल गैर-तेल-विदेशी व्यापार का 26 फीसदी हिस्सा है।"
दुबई में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के महावाणिज्य दूत ली जुहांग ने कहा, "संकट को अवसर में बदला जा सकता है। चाइना-यूएई इकोनॉमिक एंड ट्रेड डिजिटल एक्सपो में दिखाया गया है कि कैसे कोविड-19 महामारी के बीच आर्थिक सुधार और वैश्वीकरण 2.0 में योगदान के लिए मानव जाति के लिए साझा भविष्य के चीन-यूएई के समुदाय के लिए द्विपक्षीय सहयोग के नए रूपों को बनाने के लिए प्रौद्योगिकी को कैसे लागू किया जा सकता है।"
एक्सपो के दौरान, सॉफ्टवेयर सभी पंजीकृत प्रदर्शकों के लिए मुफ्त में उपलब्ध है, जो उन्हें केवल एक स्मार्ट डिवाइस पर एक तकनीकी रूपांतरण एप्लिकेशन इंस्टॉल करके 3डी डिस्प्ले में उत्पादों का स्वयं-रूपांतरण करता है। डिजिटल बहुआयामी व्यापार मंच ट्रेड एक्सपो का उद्घाटन समारोह सभी समर्पित वेबपेज पर उपलब्ध होगा। ई-विजिटर्स किसी भी सत्र में भाग ले सकते हैं। अनुवादः एस कुमार.
बहुआयामी व्यापार मंच
पूरे चीन में प्रतिवर्ष हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाने वाला पारंपरिक त्योहार वसंत त्योहार के लिए चीनी लोग तैयारी शुरू कर चुके हैं। वसंत त्यौहार मनाने के लिए लोगों का शहर से घर वापस लौटने की तैयारी शुरू हो चुकी है। लेकिन मौजूदा समय में, ओमीक्रॉन के दस्तक ने लोगों में त्यौहार के प्रति उल्लास को कम कर दिया है। चीनी कैलेंडर के अनुसार, यह साल बाघ का साल है जो चीन में शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। हाल में विश्व आर्थिक मंच को विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वैश्विक सहयोग की अपील की और यह आशा जतायी कि पूरी दुनिया नव वर्ष में नये चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो पाएगी।
हाल में सीएमजी के पत्रकार ने चीन में भारतीय विद्वान विकास सिंह के साथ इसके बारे में साक्षात्कार किया। साक्षात्कार में विकास ने कहा, हालांकि यह मंच आर्थिक चुनौतियों के बारे में अपना विचार साझा करने का है, लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने संबोधन की शुरूआत ही कोरोना वायरस के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़े इसके कुप्रभाव से की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आज पूरा विश्व फिर से आर्थिक असमानता की चपेट में जा चुका है। जहाँ विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था कोरोना के कारण डावाँडोल हो चुकी है, वहीं विकसित देशों को भी इसके कारण आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। वैश्विक आर्थिक मंच पर विकसित या विकासशील, बड़ा या छोटा सभी देश आर्थिक चुनौती से जूझ रहे हैं। कोरोना वायरस से उत्पन्न आर्थिक संकट का प्रभाव सभी देशों पर निश्चित रूप से पड़ा है। अतः सभी देशों को एकजुट होकर इस संकट से मुकाबला करने के लिए वैश्विक सहयोग की अपेक्षा है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग के संबोधन में चीन का विश्व के अन्य देशों के साथ सहयोग का स्पष्ट संकेत मिलता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि, मौजूदा स्थिति में एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने या एक-दूसरे को पीछे धकेलने से बेहतर है कि सभी देश वैश्विक मंच पर एकजुट होकर विश्वास के साथ सहयोग के लिए आगे बढ़ें जिससे कि मानव समुदाय को एक उज्ज्वल भविष्य प्रदान कर सकें।
आज दुनिया दो खेमों में बँटा हुआ नजर आ रहा है। सभी देश अपने लिए उपयुक्त खेमे की तलाश में है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति शी चीनफिंग ने खेमों में बँटने का खंडन करते हुए बहुआयामी सहयोग पर जोर दिया है। उन्होंने चीनी कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि, हमें चुनौतियों को दूर करने के लिए प्रयास करना चाहिए, न कि विकास के पथ पर बाधाएँ खड़ी करनी चाहिए। वैश्विक अर्थव्यवस्था अभी भी आर्थिक संकट से उबरने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मुक्त वैश्विक अर्थव्यवस्था की आवश्यक पहलूओं को इंगित करते हुए कहा कि दुनिया के सभी देशों को विश्व व्यापार संगठन को केंद्र में रखते हुए निष्पक्ष वैश्विक शासन व्यवस्था स्थापित करने की पहल करनी चाहिए।
इसके साथ ही बहुआयामी व्यापार व्यवस्था की स्थापना पर भी उन्होंने जोर दिया। अपने भाषण में उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्थिति में कैसा भी परिवर्तन क्यों न हो, चीन हमेशा की तरह सुधार और खुलेपन की नीति पर कायम रहेगा। कोरोना महामारी के बावजूद, चीन ने पिछले वर्ष 8 प्रतिशत जीडीपी दर को बरकरार रखने में सफलता हासिल किया। इसका श्रेय निश्चित रूप से चीन द्वारा कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम को जाता है। हालांकि चीन की अर्थव्यवस्था भी आपूर्ति और मांग में आयी गिरावट से प्रभावित हुई है लेकिन अंदरूनी बाजार और लगातार उठाए गए युक्तिसंगत नीतियों के द्वारा चीनी बाजार पर प्रभाव कम ही देखने को मिला है।
विकास ने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा बेल्ट एंड रोड पहल तथा आरसीईपी का उल्लेख चीन द्वारा बहुआयामी अंतरराष्ट्रीय सहयोग की प्रतिबद्धता की ओर संकेत करता है। उन्होंने बिना नाम लेते हुए, शीत युद्ध जैसी स्थिति बनाने का पुरजोर विरोध किया और सभी देशों से अपनी क्षमता के अनुसार सहयोग की अपेक्षा की।
शी चिनफिंग का भाषण कुल मिलाकर कोरोना रोकथाम तथा वैश्विक आर्थिक संकट के बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अपील के रूप में देखा जा सकता है। परंतु, इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि चीन किसी राष्ट्र विशेष के इशारे पर चलने वाले अंतरराष्ट्रीय सहयोग का पुरजोर विरोध करता है। इस मंच के माध्यम से राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिछले कुछ वर्षों में सतत विकास की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए चीन में गरीबी उन्मूलन की उपलब्धियों की ओर भी इशारा किया और इस क्षेत्र में विश्व के अन्य देशों के साथ सहयोग की भी आशा जतायी। राष्ट्रपति शी चिनफिंग का इस साल का भाषण भी पिछले साल दावोस में दिए गए भाषण की भांति वैश्विक सहयोग पर केंद्रित था। और उन्होंने फिर से वैश्विक चुनौती से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग पर ही जोर दिया है।
ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो चार दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे
24 जनवरी (भाषा) ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो शुक्रवार को चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे जहां भारत के साथ घनिष्ठ सामरिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा करेंगे । राष्ट्रपति बोलसोनारो भारत के 71वें गणतंत्र दिवस पर परेड में मुख्य अतिथि होंगे।
राष्ट्रपति बोलसोनारो अपनी भारत यात्रा के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वार्ता करेंगे ।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने हवाई अड्डे पर ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो की अगवानी की ।
मुरलीधरन ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ हमारे सम्मानीय अतिथि राष्ट्रपति बोलसोनारो का भारत के लोगों और सरकार की ओर से हृदय से स्वागत।’’
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को बताया था, ‘‘ राष्ट्रपति बोलसोनारो की यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण है । यह यात्रा हमारे सामरिक संबंधों को नई ऊर्जा प्रदान करने और प्रमुखता से आगे बढ़ने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगी । ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस यात्रा से भारत-ब्राजील के बीच बहुआयामी संबंधों के और विस्तार पाने तथा मजबूत होने की उम्मीद है।’’
राष्ट्रपति बोलसोनारो 24-27 जनवरी तक भारत की यात्रा पर रहेंगे और इस दौरान वे 26 जनवरी 2020 को भारत के 71वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड में मुख्य अतिथि होंगे।
ब्राजील के राष्ट्रपति के साथ आठ मंत्री, चार सांसद, ब्राजील की संसद में ब्राजील-भारत मैत्री समूह के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी दौरे पर आएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले ब्राजील के किसी राष्ट्रपति की पिछली भारत यात्रा अक्टूबर 2016 में राष्ट्रपति मिशेल टेमर द्वारा गोवा में आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवंबर 2019 में ग्यारहवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्रासीलिया गए थे।
यह राष्ट्रपति बोलसोनारो का भारत का पहला राजकीय दौरा है । इससे पहले 1996 और 2004 में हमारे गणतंत्र दिवस परेड में ब्राजील के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि रह चुके हैं ।
25 जनवरी को राष्ट्रपति बोलसोनारो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे जो उनके सम्मान में एक भोज की मेजबानी करेंगे । वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वार्ता करेंगे । उपराष्ट्रपति और विदेश मंत्री भी राष्ट्रपति बोलसोनारो से मुलाकात करेंगे । 27 जनवरी को राष्ट्रपति बोलसोनारो भारत-ब्राजील व्यापार मंच में भारतीय और ब्राजील के कारोबारियों को संबोधित करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और ब्राजील एक घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध साझा करते हैं। हमारे द्विपक्षीय संबंध दोनों देशों के सामान्य वैश्विक दृष्टिकोण, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्धता पर आधारित हैं।