ETF का इतिहास

• आप गोल्ड ईटीएफ की ख़रीदी व बिक्री स्टॉक के समान कर सकते हैं.
• आपको फिजिकल गोल्ड द्वारा आश्वस्त एक डीमटेरियलाइज्ड इकाई (यूनिट) मिलती है.
• गोल्ड ईटीएफ के प्राईस पारदर्शी और सही होते हैं.
• आप छोटी संख्या में भी गोल्ड ईटीएफ ख़रीद सकते हैं.
• एक्सचेन्ज पर ट्रेडिंग से आपका पोर्टफोलियो जल्दी ग्रो करता है.
• एस आई पी जो कि गोल्ड ईटीएफ में होती है, इनमें गोल्ड इन्वेस्टमेन्ट जैसा अनुशासन होता है.
ETF Dao (TFD) से सेंट हेलेना पौंड (SHP) मूल्य इतिहास चार्ट में अक्टूबर 2020
मुद्रा विनिमय दर द्वारा प्रदान की गई CryptoRatesXE.com
विज्ञापन के बिना और वेबसाइट के साथ सीधा लिंक के लिए एम्बेड कोड
विज्ञापनों के साथ और बिना वेबसाइट के सीधा लिंक के लिए एम्बेड कोड
इस कोड को कॉपी और पेस्ट करें अपनी साइट में जहाँ आप ETF का इतिहास कैलकुलेटर प्रदर्शित करना चाहते हैं ।
Mutual Funds कंपनियों में Silver ETF लाने की होड़, निवेशकों को चांदी में डिजिटल तरीके से निवेश का विकल्प मिलेगा
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August 28, ETF का इतिहास 2022 12:13 IST
Photo:INDIA TV Silver ETF
Highlights
- म्यूचुअल फंड कंपनियों ने सिल्वर ईटीएफ के जरिये 1,400 करोड़ की संपत्तियां जुटाई
- सेबी के सिल्वर ईटीएफ की अनुमति देने के बाद से कंपनियों में इसे लाने की होड़ मची है
- सिल्वर ईटीएफ से निवेशकों को चांदी में डिजिटल तरीके से निवेश का विकल्प मिलेगा
Mutual Funds कंपनियों ने इस साल सिल्वर ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) श्रेणी में कई नई कोष पेशकशें की हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा ETF का इतिहास 2021 में पेश किए गए नव-सृजित परिसंपत्ति वर्ग की शुरुआत के बाद से म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इसके जरिये 1,400 करोड़ रुपये की संपत्तियां जुटाई हैं। सेबी के पास उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार, कोटक एसेट मैनेजमेंट कंपनी सहित म्यूचुअल फंड कंपनियों ने निवेशकों के लिए सिल्वर ईटीएफ के साथ-साथ सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड्स के लिए बाजार नियामक के पास दस्तावेजों का मसौदा जमा कराया है। ये एनएफओ (नई कोष पेशकश) निवेशकों को डिजिटल तरीके से निवेश करने और चांदी का स्वामित्व रखने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।
इन कंपनियों ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया
उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, अबतक आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया है। इसके अलावा, इन परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में से प्रत्येक के पास सिल्वर फंड ऑफ फंड (एफओएफ) है, जो अपने संबंधित ईटीएफ में निवेश करता है। ETF का इतिहास इनके अलावा, डीएसपी म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के सिल्वर ईटीएफ के एनएफओ इस महीने बंद हुए हैं, जबकि एडलवाइस गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ एफओएफ वर्तमान में निवेशकों के लिए खुले हैं। मॉर्निंगस्टार इंडिया द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, उद्योग जुलाई के अंत तक सिल्वर ईटीएफ के जरिये पहले ही 1,400 करोड़ रुपये की संपत्तियां जुटा चुका है।
नवंबर, 2021 में सेबी के सिल्वर ईटीएफ की अनुमति देने के बाद से संपत्ति प्रबंधन कंपनियों में इसे लाने की होड़ मची है। मॉर्निंगस्टार इंडिया की वरिष्ठ विश्लेषक-प्रबंधक शोध कविता ETF का इतिहास कृष्णन ने कहा, ‘‘सेबी के कदम ने म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए सिल्वर ईटीएफ का रास्ता खोल दिया है। बहुत से निवेशक चांदी को महंगाई के खिलाफ ‘हेजिंग’ के लिए इस्तेमाल करते रहे है। ऐसे में इससे उन्हें भौतिक रूप से चांदी रखने के बजाय फॉर्म या कोष के रूप में इसे रखने का विकल्प मिला है।
डेली अपडेट्स
जुलाई, 2022 में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) से 457 करोड़ रुपए का शुद्ध बहिर्वाह हुआ क्योंकि निवेशकों ने पोर्टफोलियो पुनर्संतुलन रणनीति (Portfolio Rebalancing Strategy) के हिस्से के रूप में अन्य परिसंपत्ति वर्गों में अपना पैसा निवेश किया।
- यह जून 2022 में 135 करोड़ रुपए के शुद्ध अंतः प्रवाह की तुलना में था।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
- परिचय:
- स्वर्ण/गोल्ड ETF (जिसका उद्देश्य घरेलू भौतिक सोने की कीमत को आंकलन करना है) निष्क्रिय निवेश साधन हैं जो सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं तथा सोने को बुलियन में निवेश करते हैं।
- गोल्ड ETF भौतिक सोने का प्रतिनिधित्व करने वाली इकाइयाँ हैं जो कागज या डीमैट रूप में हो सकती हैं।
- एक गोल्ड ETF इकाई 1 ग्राम सोने के बराबर होती है और इसमें उच्च शुद्धता का भौतिक सोना होता है।
- वे स्टॉक निवेश के ETF का इतिहास लचीलेपन और सोने के निवेश की सहजता को संयोजित करते हैं।
- ETF की हिस्सेदारी में पूरी पारदर्शिता है।
- गोल्ड ETF में भौतिक सोने के निवेश की तुलना में बहुत कम खर्च होता है।
- ETFs ETF का इतिहास पर संपत्ति कर, सुरक्षा लेनदेन कर, वैट और बिक्री कर नहीं लगाया जाता है।
- ETF सुरक्षित और संरक्षित होने के कारण चोरी का कोई डर नहीं है क्योंकि धारक के डीमैट खाते में इकाइयाँ होती हैं।
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
- एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) प्रतिभूतियों की एक बास्केट है जो स्टॉक की तरह ही एक्सचेंज पर व्यापार करती है।
- ETF बीएसई सेंसेक्स की तरह एक सूचकांक की संरचना को दर्शाता है। इसका ट्रेडिंग मूल्य अंतर्निहित शेयरों (जैसे शेयर) के नेट एसेट वैल्यू (NAV) पर आधारित होता है, जिसका यह प्रतिनिधित्व करता है।
- ETF शेयर की कीमतों में पूरे दिन उतार-चढ़ाव होता ETF का इतिहास है क्योंकि इसे खरीदा और बेचा जाता है। यह म्युचुअल फंड से अलग है जिसका बाज़ार बंद होने के बाद दिन में केवल एक बार व्यापर होता है।
- एक ETF विभिन्न उद्योगों में सैकड़ों या हज़ारों शेयर रख सकता है, या फिर उसे किसी एक विशेष उद्योग या क्षेत्र में वर्गीकृत किया जा सकता है।
- बॉण्ड ईटीएफ एक प्रकार के ईटीएफ हैं जिनमें सरकारी बॉण्ड, कॉरपोरेट बॉण्ड और राज्य तथा स्थानीय बॉण्ड शामिल हो सकते हैं - जिन्हें म्युनिसिपलबॉण्ड कहा जाता है।
- बॉण्ड एक ऐसा साधन है जो एक निवेशक द्वारा एक उधारकर्त्ता (आमतौर पर कॉर्पोरेट या सरकारी) को दिये गये ऋण का प्रतिनिधित्व करता है।
एस आई पी (SIPs) और गोल्ड ईटीएफ (ETF) बेहतरीन दीर्घावधि इन्वेस्टमेन्ट्स क्यों हैं?
पारंपरिक रुप से देखा जाए तो हम सब, गोल्ड कॉईन, गोल्ड बार, ज्वेलरी आदि के रुप में गोल्ड में इन्वेस्ट करते ही हैं वैसे देखें तो पारंपरिक रुप से गोल्ड ख़रीदने वाले ग्राहक को भी आज एक्स्चेन्ज ट्रेडेड फन्ड (ईटीएफ) संबंधी जानकारी चाहिये होती है क्योंकि एक इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन के रुप में यह गोल्ड को स्टोर करने की लागत बचाता है, इसमें इलेक्ट्रॉनिक रुप से ख़रीदी और बिक्री हो जाती है और लम्बे समय के इन्वेस्टमेन्ट के लिये यह पारदर्शी और सुरक्षित तरीक़ा होता है।
कोरोना संकट के बीच गोल्ड ईटीएफ ने रचा इतिहास! सितंबर तिमाही में हुआ तगड़ा निवेश
- News18Hindi
- Last Updated : October 31, 2020, 17:00 IST
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus Crisis) और अमेरिकी चुनावों (US Elections) के कारण अनिश्चितता से भरे आर्थिक माहौल में लोग जोखिम लेने से कतरा रहे हैं. ज्यादातर लोग निवेश के सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं. इसी कड़ी में सितंबर तिमाही के दौरान निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में 2,426 ETF का इतिहास करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (Net Inflow) किया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, निवेशकों ने सितंबर ETF का इतिहास 2019 तिमाही के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 172 करोड़ रुपये लगाए थे.