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एमए क्या है?

एमए क्या है?

BA/MA English Language Me Career kaise banaye in 2022

Career in BA/MA English Language- क्या आप बीए इंग्लिश या एमए इंग्लिश में कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप बहुत सही पोस्ट पढ़ रहे हैं। क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको BA/MA English Language Me Career kaise banaye इसके बारे में डिटेल में बताएंगे। जैसेकि BA English Language Me Career Scope क्या है? इस कोर्स के बाद जॉब के क्या अवसर हैं? कोर्स के बाद जॉब कहां मिलेगा। इन सभी के बारे में इस पोस्ट में आपको डिटेल में जानकारी मिलेगी। जिससे आप इस फील्ड के बारे में सही तरह से जान और समझ पाएंगे और अपने कैरियर का सही डिसीजन ले सकेंगे। चलिए अब हम आपको बताते हैं कि BA/MA English Language Me Career kaise banaye.

BA/MA English Me Career kaise banaye

इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए कैंडिडेट को किसी भी स्ट्रीम से कम से कम 12वीं पास होना चाहिए। इसके बाद BA in English या बीए ऑनर्स कोर्स कर सकते हैं। बीए के बाद इसमें MA भी किया जा सकता है। BA कोर्स की ड्यूरेशन 3 साल होती है। आज के समय मे लगभग हर डिग्री कॉलेज और यूनिवर्सिटी में ये कोर्स उपलब्ध हैं। इस कोर्स की फीस की बात करें तो 5 हजार से 15 हजार के बीच प्रतिबर्ष इसकी फीस होती है।

ज्यादातर कॉलेज में आपको BA English एमए क्या है? में डायरेक्ट ही एडमिशन मिल जाता है। जो ज्यादा रेपुटेड और फेमस कॉलेज हैं, वंहा पर तो आपको एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम से गुजरना पड़ सकता है।

Career Scope in BA/ MA English Language

वर्तमान समय मे इंटरनेशनल मार्किट के लिए सबसे अधिक शक्तिशाली भाषा अंग्रेजी ही है। इसलिए अगर आपको अच्छी इंग्लिश आती है या आपकी अंग्रेजी पर पकड़ है, तो देश-विदेश कहीं एमए क्या है? भी जाकर लोगों से कम्युनिकेट करने के साथ ही आप अच्छी- खासी नौकरी भी कर सकते हैं। इसी विशेषता के कारण ही इंग्लिश को अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर जाना जाता है। अच्छे इंग्लिशजानकर के लिए देश के अलावा विदेशों में भी आकर्षक career के चांस हैं।

अंग्रेजी से BA या MA करने के बाद आप मीडिया सेक्टर में भी कैरियर बना सकते हैं। यंहा पर आप इंग्लिश TV Channel, इंग्लिश न्यूज़पेपर, इंग्लिश न्यूज़ पोर्टल में न्यूज़ रिपोर्टर, एडिटर, एंकर, कॉपीराइटर, ट्रांसलेटर और कंटेंट राइटर के तौर पर कैरियर बना सकते हैं।

इसके अलावा आप खुद का एमए क्या है? इंग्लिश स्पीकिंग और पर्सनालिटी डेवलोपमेन्ट सेंटर खोल कर अच्छी आमदनी कर सकती हैं। इसके साथ ही आज के समय में मल्टीनेशनल कंपनियों में, रिटेल सेक्टर में भी इंग्लिश लैंग्वेज में एक्सपर्ट लोगों की काफी डिमांड रहती है। यही नही आप क्लास 1 से लेकर ग्रेजुएशन तक के स्टूडेंट्स को कोचिंग पढ़ा कर आमदनी कर सकते हैं। आजकल तो ऑनलाइन का जमाना है ऐसे में अगर आप इंग्लिश स्पीकिंग के अच्छे जानकार हैं तो आप ऑनलाइन इंग्लिश की क्लास या कोर्स बनाकर अच्छे दामों में सेल कर सकते हैं।

आज के समय मे स्कूल और कॉलेज तथा यूनिवर्सिटी सारे इंग्लिश मीडियम हो चुके हैं, ऐसे में यंहा पर भी आपके लिए बेहतरीन रोजगार के अवसर हो सकते हैं। हायर एडुकेशन के सेक्टर में जैसे कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज मे आप इंग्लिश स्पीकिंग और पर्सनालिटी डेवलपमेंट ट्रेनर के तौर पर जॉब कर सकते हैं। इन दिनों तो लगभग हर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में इंग्लिश ट्रेनर हायर किये जाते हैं। इसलिए और भी English के क्षेत्र में जॉब के अवसर बढ़े हैं।

इसके साथ हिबआजकल किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में अंग्रेजी ज्ञान से संबंधित पेपर जरूर होते हैं। अगर आप आईएएस या पीओ, एसएससी एमए क्या है? जैसी प्रतिष्ठित सेवा की बात करें, तो उसमें भी अंग्रेजी से संबंधित पेपर में पास होना जरूरी होता है। ऐसे मे आप इन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी या कोचिंग कराने वाले संस्थानों में जॉब कर सकते हैं। इस सेक्टर में अच्छे ट्यूटर को तो लाखों रुपए सैलरी मिलती है।

इसके साथ ही स्कूल से लेकर कॉलेज व विश्वविद्यालय में टीचर तौर पर काम करने के एमए क्या है? अवसर एमए क्या है? भी मिलते है। इस विषय से बीए या बीए ऑनर्स करने के बाद बीएड करके किसी भी सरकारी या गैर सरकारी स्कूल में टीचर के तौर पर अपनी सेवाएं दे सकते हैं। वंही दूसरी तरफ एमए, एमफिल और पीएचडी करने के बाद किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के तौर पर भी कैरियर बना सकते हैं।

इंग्लिश में BA करने के बाद आप एनजीओ, कॉरपोरेट सेक्टर, टूरिज्म, दूतावास,पब्लिकेशन , बिजनेस, टीवी , रेडियो ब्रॉडकास्टिंग एडवरटाइजमेंट, बीपीओ, इंटरप्रेटर आदि सेक्टर में आसानी से जॉब पा सकते हैं। यही नही आज के समय मे अंग्रेजी के जानकारों के लिए बीपीओ में काफी अच्छे अवसर हैं। इस फील्ड में आने के लिए सिर्फ अंग्रेजी बोलना ही काफी है। इसमें आने के लिए डिग्री या डिप्लोमा होना कोई जरूरी नही है।

आज के समय मे हर अच्छी नौकरी की चाहत रखने वालों के लिए जरूरी है कि आपको अच्छी इंग्लिश आती हो। चाहे आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हो या मैनेजमेंट एमए क्या है? या ह्यूमैनिटीज सभी सेक्टरों में उचाई तक जाने में इंग्लिश की काफी अहम भूमिका होतो है। इसलिए इंग्लिश में एक्सपर्ट लोगों के लिए इस क्षेत्र में कैरियर की बेहतरीन संभावनाएं हैं।

यही नही इस समय लोगों में अंग्रेजी के प्रति काफी क्रेज है बढ़ रहा है। यही वजह है कि अंग्रेजी बोलने और सीखने की ललक घर-घर में देखने को मिल रही है। कुछ लोग इंग्लिश स्पोकन की क्लास चलाकर हजारों- लाखों की कमाई भी कर रहे हैं।

MA full form in Hindi

MA full form in Hindi- आज का हमारा विषय एमए फुल फॉर्म इन हिंदी है, यानीकि हम आज एमए की फुल फॉर्म के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही में एमए कैसे करें और किस सब्जेक्ट से करना चाहिए, इसके बारे में भी बताएंगे।

एमए फुल फॉर्म इन हिंदी

एमए का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ आर्ट्स होता है। इसको हिंदी में कला में परास्नातक कहा जाता है। अगर आप भी बीए कर चुके हैं तो आप एम की डिग्री हासिल कर सकते हैं। आज के समय मे लगभग सभी डिग्री कॉलेजेस में एमए कोर्स कराया जाता है।

एमए कैसे करें

अनेक स्टूडेंट्स का ये सवाल रहता है कि एमए कैसे करें तो एमए क्या है? हम आपको बता दें कि सबसे पहले आप अपनी रुचि को देखे कि आप किस सब्जेक्ट में एमए करना चाहते हैं। आपकों जिस भी फील्ड में जाना हो उसी फील्ड में आप एमए करें।

एमए के बाद जॉब कैसे मिलेगी?

बहुत से लोग ये सोंचते हैं कि एमए के बाद जॉब नही मिलती है, जबकि ऐसा बिल्कुल गलत है। हर फील्ड में स्कोप है और हर फील्ड में जॉब भी हैं। मान लीजिए अगर आपने हिंदी में एमए किया है, तो इसके बाद भी काफी अच्छे कैरियर के ऑप्शन होते हैं। हिंदी से एमए के बाद आप पत्रकारिता कर सकते हैं, ट्रांसलेटर बन सकते हैं, आप हिंदी कंटेंट राइटर बन सकते हैं। हिंदी डबिंग आर्टिस्ट बन सकते हैं। अगर राइटिंग स्किल अच्छी है तो फ़िल्म स्क्रीन प्ले राइटर भी आप बन सकते हैं।

यंहा तक कि बॉलीवुड फिल्मों में बहुत से ऐसे कलाकर हैं और आगे भी आते रहेंगे, जिनको हिंदी नही आती है तो आप इनको हिंदी बोलना सीखा सकते हैं, जिसका आप कई लाख रुपये चार्ज ले सकते हैं। इतना ही नही हिंदी से एमए करने के बाद आप हिंदी टीचर बन सकते हैं। वंही अगर यूजीसी नेट एग्जाम पास कर लेते हैं तो आप असिस्टेंट प्रोफेसर भी बन सकते हैं। इस तरह से जॉब की किसी भी सेक्टर में कमी नही है। कमी है तो आपके अंदर नॉलेज की। अगर आपको फील्ड की नॉलेज है तो जॉब एक से बढ़कर एक मिलेंगी। जॉब पाने के लिए आपके अंदर कुछ नॉलेज तो होना ही चाहिए।

एमए एक ऐसा कोर्स होता है, जिसमे आप उस सब्जेक्ट के एक्सपर्ट बन जाते हैं। आजकल।आपने लोगों को तो देखा ही होगा, एक्सपर्ट बनने की तो बात छोड़ो, उनको जिस बिषय से एमए किया है उसकी भी बेसिक नॉलेज नही होती है, तो जॉब मिलेगी, कैसे?

Ma karne ke fayde | एम.ए करने के फायदे की पूरी जानकारी

Ma karne ke fayde के बारे में जानना बहुत जरुरी है क्यूंकि किसी भी कोर्स को करने से पहले हमें उस कोर्स के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए जिससे आपको आगे की पढाई करने में दिक्कत ना हो इसी लिए हम इस आर्टिकल में आपको ma karne ke fayde के बारे में बताने वाले है अभी हम आपको यह बतायंगे की एम.ए करने के बाद आपको कौन कोनसी फ़ायदा देखने को मिलेगी

ma karne ke fayde

जाएदा तर स्टूडेंट यह जानने की कोसिस करते है की हम कौन सा कोर्स करें जिसमें बहुत जाएदा फ़ायदा हो लेकिन इस आर्टिकल में आपको Ma karne ke fayde के बारे में बताया जायेगा उसके बाद आप यह निर्णय आसानी से ले सकते है की आपको MA करना चाहिए या नहीं हम आपको ma karne ke fayde बतायंगे

एम.ए करने के फायदे (Ma karne ke fayde)

एमए करने के फायदे के बारे में जाने तो आपको बतादूँ की MA करने के बाद आपको बहुत सारी फ़ायदा देखने को मिलता है क्यूंकि कोई भी कोर्स करने से आपको फ़ायदा तो होता ही है लेकिन उसके बारे में आपको पता नहीं होता है इसी लिए अभी हम ma karne ke fayde के बारे में आपको बताने वाले है

कुछ लोग ऐसे होतें है जो एम.ए की पढाई पूरी करने के बाद तुरंत नौकरी पाने में लग जाते है जबकि कुछ लोग ऐसे होतें है जो एम.ए करने के बाद अपना खुद का Business करना चाहते है तो हम अभी यह विस्तार से जानेगे की एम.ए करने के बाद हमें नौकरी करनी चाहिए या Business

MA करने के बाद नौकरी

यदि आप एमए MA करने के बाद कोई नौकरी पाना चाहते है तो आप टीचर के फिल्ड में एक अच्छी नौकरी पा सकते है यानि की एम.ए करने के बाद आप किसी स्कूल या कॉलेज या फिर यूनिवर्सिटीज में शिक्षक के रूप में पढ़ा सकते है यानि नौकरी कर सकते है लेकिन शिक्षक बनने के लिए आपके पास एम.ए की डिग्री के साथ शिक्षक की भी डिग्री होनी चाहिए

यानि टीचर की भी पढाई करनी होगी यदि आप यह सोच रहे है की डाइरेक्ट एम.ए करने के बाद हम एक टीचर बन जायँगे तो ऐसा सोचना गलत है क्यूंकि बिना डिग्री के आपको शिक्षक की मान्यता नहीं दी जाएगी इसी लिए यदि आप टीचर के फिल्ड में कॅरियर बनाना चाहते है तो आपको कोई शिक्षक की कोर्स करनी होगी जैसे B.ED वगेरा की कोर्स

लेकिन सायद कुछ स्कूल कॉलेज में बिना शिक्षक डिग्री के भी नौकरी के लिए अप्लाई किया जाता है लेकिन बेहतर यही रहेगा की आप कोई शिक्षक डिग्री की कोर्स कर लें

यदि आप एम.ए कर लेते हो और आपको अपना कॅरियर टीचर के फिल्ड में बनानी है तो आपको B.ED की कोर्स करनी होगी और यह कोर्स को आप 1 साल में कर सकते है जिसके बाद आप किसी भी स्कूल या कॉलेज में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते है

इसके इलावा एम.ए करने के बाद आप इंटर कॉलेज में लेक्चरर के रूप में क्लास ले सकते है

इसके इलावा यदि आप आगे भी पढ़ना चाहते है तो आप बढ़ सकते है या फिर किसी बड़ी पद के लिए तैयारी करना चाहते है जैसे IAS, PCS जैसे एग्जाम को देने की अनुमति दी जाती है जिसकी मन्यता जाएदा होती है

और यदि आप ऊँचे लेवल की टीचर बनना चाहते है तो भी बन सकते है यानि की ग्रेजुवेशन वगेरा में lecturer दे सकते है लेकिन इसके लिए आपको नेट क्वालीफाई करनी होगी

MA करने के सबसे बड़ा फ़ायदा

यदि आप एम.ए करते है इंग्लिश और हिंदी सब्जेक्ट से तो आपको हिंदी और इग्लिश दोनों में बहुत जाएदा एक्सपीरयंस हो जायेगा और यदि आप ma करने की सोचते है तो उससे पहले तो आप BA किये होंगे ओ भी किसी ना किसी सब्जेक्ट से तो किये होंगे तभी आप एम.ए कर सकते है और यदि आप उसे भी हिंदी और इंग्लिश सब्जेक्ट से किये होंगे तो फिर आपकी नॉलेज काफी अच्छी हो जाएगी

जिससे आपको शिक्षक बनने के बाद आपकी पढ़ाने की कला बहुत अच्छी हो जाएगी और बोलने में भी आप बहुत अच्छे हो जाते हो जिससे आपको आगे बिजनस में सहायता होगी क्यूंकि बिजनस मेन की बोलने की कला बहुत ही अच्छी होती है

और ये तो आपको पता ही होगा यदि आप बिजनस करोगे तो आपकी बिजनस ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन भी आये गी जिससे आपको कंटेंट लिखना होगा अपने प्रोडट्स के जिससे वह प्रोडेक्ट ऑनलाइन भी सेल हो और अच्छा लिखने के लिए आपको अच्छा स्किल्स भी आनी चाहिए

जोकी आपको एम.एमए क्या है? ए में सीखा दिया जाता है और यदि आप कोई बिजनस ना भी करते हो तो भी आप दूसरे कंपनी के लिए राइटर के रूप में काम कर सकते है और ये जॉब आपको जाएदा ढूँढना भी नहीं पड़ेगा क्यूंकि कंपनियां खुद ही राइटर ढूंढने में लगी रहती है

या फिर आप कंही जॉब करते हो तो भी आप कंटेंट राइट कर सकते हो क्यूंकि इसमें आपको बहुत जाएदा टाइम नहीं देना पड़ता है आपके एक्सपीरिएंस के अनुसार टाइम लगता है जितना अच्छा आपको स्किल्स होगा उतना ही अच्छा कंटेंट आप लिख पाओगे

M.A करने का फायदा खुद का बिजनस करे

एम.ए करने के बाद आप बहुत्त अच्छे से बोल सकते है बहुत अच्छे से लिख सकते है आपकी बोलने का स्किल्स बहुत अच्छा हो जाता है इससे आप कंटेंट लिख सकते है और अच्छा पैसा कमा सकते है और यह हम आपको इस लिए बता रहे है क्यूंकि आप खुद से ही अपना कंटेंट लिख सकते है इसके लिए आपको एक ब्लॉग बनानी होगी

यदि आपको टेक्निकल कामों में इंट्रेस्ट है तो आप बहुत अच्छी कॅरियर बना सकते है यानि की आपको एक वेबसाइट बनानी होगी उसमें आपको अपने इंट्रेस्ट के अनुसार कंटेंट लिखना होगा लेकिन इसके लिए आपको वेबसाइट बनानी आनी चाहिए वैसे तो बहुत सारे freelancer होतें है जो आपको आपकी वेबसाइट बना कर देती है

लेकिन वेबसाइट तो आप बना लेंगे लेकिन उस वेबसाइट को आप चलाओगे कैसे यही में प्रॉब्लम होती है यदि आप टेक्निकल कामों में इंट्रेस्ट रखते है तो ये सब आपको बहुत अच्छे से आ जायेगा ये इतना फ़ायदा देने वाला ऑप्शन है की इससे आप अच्छे खासे पैसे कमा सकते है

ओ भी घर में रह कर ही इसमें आपको बहुत जाएदा काम भी नहीं करनी होती है लेकिन ये काम हर इंसान से नहीं होता है इसी लिए ये काम करने के लिए आप थोड़ी मुश्किल हो सकती है ये आपका खुद का बिजनस रहेगा इसे आप कभी भी एमए क्या है? कर सकते हो

Conclusion

इसके एल्वा और भी कई सारी ऑप्शन है और भी कई सारे फायदे है सीधे शब्दों में जान लें की एमए एक ऐसी कोर्स है जिसमें आपको एक स्पेस्लिस्ट बनने का मौका मिलता है जिसके द्वारा आप बहुत कुछ कर सकते है अभी हम Benefit Of Master of Arts के बारे में बताने की कोसिस किये है

उम्मीद करते है की ये आर्टिकल आपको पसदं आई होगी क्यूंकि इस आर्टिकल में हम आपको M.A karne ke fayde के बारे में बताये है यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा तो इसे शेएर जरूर करें ताकि आपके दोस्त को भी पता चल सके की MA Karne ke fayde क्या क्या होती है

M.A International Relations कोर्स क्या है?

M.A International Relations Course kya hai

M.A International Relations Course kya hai- अगर आप इंटरनेशनल रिलेशन्स के बारे में सोचते हैं और इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लेना चाहते हैं तो आप इस इंटरनेशनल रिलेशन सब्जेक्ट में एम ए की डिग्री ले सकते हैं और इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको इससे रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स क्या है?

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स का फुल फॉर्म Master of Arts in International Relations है. एमए इंटरनेशनल रिलेशन एक पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है ये कोर्स 2 साल का होता है इस कोर्स एमए क्या है? में कंटेम्पररी इंटरनेशनल रिलेशन्स, स्ट्रेटेजी, रीजनल स्टडीज, और फार्मेशन ऑफ़ पब्लिक पॉलिसीस एंड दियर एडमिनिस्ट्रेशन आदि आते हैं. इस कोर्स को करने वाले स्टूडेंट्स की क्रिएटिव स्किल्स काफी इम्प्रूव होती है जिससे वो अच्छा परफॉर्म कर पाते हैं.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के लिए क्वालिफिकेशन क्या होनी चाहिए.

एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट्स के पास बैचलर डिग्री होना जरूरी है और बैचलर डिग्री में आपका स्कोर 60% होना चाहिए. इस कोर्स में रिजर्व्ड केटेगरी कैंडिडेट को छूट दी जाती है ये आपके पर डिपेंड करता है क्युकी ये कोर्स आपको कई सारे प्राइवेट, गवर्नमेंट और डीम्ड यूनिवर्सिटी में मिल जायेगा और सभी का क्राइटेरिया थोड़ा सा अलग-अलग हो सकता है.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स करने के लिए एडमिशन प्रोसेस क्या है?

एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के लिए आप एंट्रेंस टेस्ट और मेरिट बेस पर दोनों तरह से एडमिशन ले सकते हैं. मेरिट बेस पर एडमिशन में आपकी बैचलर डिग्री के मार्क्स में आधार पर एडमिशन दिया जाता है और एंट्रेंस टेस्ट प्रोसेस में आपको कॉलेज या यूनिवर्सिटी द्वारा कंडक्ट किये गये एंट्रेंस टेस्ट को पास करना होगा. आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा परफॉर्म करके एक बेस्ट कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन-कौन से हैं?

इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आप इन कॉलेजेज में एडमिशन ले सकते हैं

जवाहरलाल नहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली,

जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली,

एसआरएम यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई,

यूनिवर्सिटी ऑफ़ मद्रास, चेन्नई,

जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता,

यूनिवर्सिटी ऑफ़ Mysore, Mysore,

एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा,

पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, पांडिचेरी,

साउथ एशियन यूनिवर्सिटी, न्यू डेल्ही, आदि.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के लिए फीस कितनी लगती है?

एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स करने के लिए एवरेज फीस 6 हजार से 3 लाख रूपये तक हो सकती है आपकी ये फीस आपके कॉलेज पर भी डिपेंड करती है कि आप किस कॉलेज में एडमिशन ले रहे हैं.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कौन-कौन से एंट्रेंस एग्जाम देने होते हैं?

इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको इन कुछ एंट्रेंस एग्जाम को पास करना पड़ता है

JNUEE– ये एंट्रेंस एग्जाम जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी द्वारा कंडक्ट किया जाता है.

Pondicherry यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम

TANCET– ये एंट्रेंस एग्जाम अन्ना (Anna) यूनिवर्सिटी द्वारा कंडक्ट किया जाता है.

HPCET– हिमाचल प्रदेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट.

इन सभी एंट्रेंस एग्जाम में 4 सेक्शन होते हैं पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री एंड इकॉनोमिक्स, करंट वर्ल्ड अफेयर्स, और इंडियन फॉरेन पॉलिसीस. इन सब्जेक्ट्स के साथ ही आपको करंट अफेयर्स, और मोक क्वेश्चन पेपर भी पढ़ना होगा.

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद करियर ओप्पोर्चुंनिटीस क्या हैं?

एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद आप मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं जैसे- लॉ फर्म्स, मीडिया यूनिट्स, पब्लिशिंग हाउसेस, फर्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज, सॉफ्टवेयर इंडस्ट्रीज, और रिसर्च ऑर्गनाइजेशन आदि. इन सब के अलावा आप एसोसिएट अटॉर्नी, काउंसलर, लीगल एसोसिएट, पेटेंट राइटर, और बिज़नेस हेड जैसे पोस्ट पर भी काम कर सकते हैं. आप कॉलेज/यूनिवर्सिटीज में टीचर या लेक्चरर भी बन सकते हैं. अगर आप आगे पढाई करना चाहते हैं तो इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स में पीएचडी की डिग्री भी ले सकते हैं

M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद आपको कितनी सैलरी मिल सकती है?

एमए इंटरनेशनल (M.A International Relations Course kya hai) रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट की एनुअल सैलरी 2 लाख से एमए क्या है? 18 लाख रूपये पर एनम तक हो सकती है आपकी ये सैलरी आपके नॉलेज, स्किल्स पर डिपेंड करता है और आपने ये कोर्स कहाँ से किया है इस पर भी डिपेंड करेगा.

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