Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Intraday Trading क्या है – Day Trading क्या है जाने शेयर ट्रेडिंग के बारे में हिंदी में
ट्रेडिंग से पैसे कमाने का तरीका लोगो को बहुत पसंद आता है खास कर तब जब उन्हें एक ही दिन के अन्दर ट्रेडिंग करके मुनाफा कमाने को मिले .
Intraday Trading एक ही दिन के अन्दर ट्रेडिंग करके के पैसे कमाने का सबसे आसान तरीका है . इंट्रा डे ट्रेडिंग कि मदद से लोग रोजाना हजारों रूपये कमा लेते है .
अगर आप भी इंट्राडे ट्रेडिंग करके रोज शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते है तो आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी होना चाहिए .
क्योंकि ट्रेडिंग एक जोखिम भरा व्यापार है और इसमें आपको नुकसान भी हो सकता है . तो ट्रेडिंग के बारे में जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े .
चलिए अब जानते है Intraday Trading Vs Day Trading में क्या अंतर है ?.
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Intraday Trading Vs Day Trading Kya Hai
Intraday ट्रेडिंग और Day ट्रेडिंग दरअसल एक ही है. एक ही दिन में कि जाने वाली ट्रेडिंग को कुछ लोग इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है और कुछ लोग डे ट्रेडिंग कहते है . लेकिन लोगों के बीच सबसे ज्यादा इंट्राडे ट्रेडिंग शब्द प्रचलित है .
चलिए अब इंट्राडे ट्रेडिंग शब्द का मतलब जानते है .
Intradday Trading Meaning in Hindi
Intraday Trading का मतलब हिंदी में = “एक दिन में होने वाली व्यापारिक क्रिया”, आसान भाषा में कहे तो, शेयर मार्केट में एक दिन के अन्दर Share कि खरीदी और बिक्री को हम Intraday Trading कहते है .
चलिए अब जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?
Intraday Trading Kya Hai
शेयर मार्केट के सुबह 9:15 AM पर खुलने से लेकर दोपहर 3:20 PM तक शेयर को खरीदने और बेचने को हम इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है .
इंट्राडे ट्रेडिंग एक दिन के अन्दर ही शेयर को खरीद कर और बेच कर कि जाती है. लेकिन इसमें शेयर मार्केट के खुलने और बंद होने का समय बहुत मायने रखता है .
क्योंकि शेयर मार्केट 9:15 AM पर सुबह खुल जाती है, तो आप मार्केट खुलने के बाद स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीद सकते है .
और शेयर मार्केट 3:30 PM पर दोपहर में बंद हो जाती है और आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर मार्केट के बंद होने से पहले शेयर को 3:20 PM तक हर हाल में बेचना होता है .
अगर आप शेयर को नहीं बेचते तो भी शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके अकाउंट से आखरी कीमत पर बिक जाते है .
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए लिए आपके पास अपना Trading Account होना चाहिए क्योंकि आप बिना ट्रेडिंग अकाउंट के शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते .
चलिए अब जानते है कि ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
Trading Account Kya Hai
ट्रेडिंग अकाउंट हमारे बैंक के चालू खाते कि तरह ही होता है जिसमे हम जितना चाहे उतने शेयर को खरीद और बेच सकते है.
ट्रेडिंग अकाउंट में हमे Margin कि सुविधा भी मिलती है जो हमारे डाले गए पैसों को 2-5 गुना कर देती है .
मान लीजिये अपने इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए अपने अकाउंट में 10,000 रूपये डाले और आपको आपके ट्रेडिंग अकाउंट पर 5 गुना Margin कि सुविधा मिली है .
तो अब आपके 10,000 रूपए 50,000 रूपये हो जायेंगे और आप शेयर मार्केट से 50,000 रूपये कि कीमत तक शेयर खरीद पाएँगे.
अब अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ी जरुरी जानकारी को जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट पढ़े .
अगर आप जानना चाहते है कि इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करते है तो हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े .
अब आप जान गए है Intraday Trading Kya Hai और Day Trading Kya Hai ? तो अब हमारी यह पोस्ट अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करे .
अगर आपके मन में Intraday Trading Kya Hai से जुड़े कोई सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते है तो अपना सवाल पोस्ट करे हम आपको तुरंत जबाब देंगे .
Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday Stock Kaise Select Kare
आज बहुत से इन्वेस्टर इंट्राडे ट्रेडिंग करते है क्योकि इसके अन्दर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है और यही सोच कर बहुत से इन्वेस्टर इसके अन्दर ट्रेडिंग करते है लेकिन बहुत से इन्वेस्टर बिना सोचे स्टॉक सेलेक्ट करते है लोस में चले जाते है और अपना पैसा डूबा देते है
इसलिए सबसे पहले मार्किट रिसर्च करनी चाहिए जिस पैसे कमाने के ज्यादा चांस हो और डुबाने के कम चांस हो इस आर्टिकल में हम आपको कुछ टिप्स बतायेंगे जिस से इंट्राडे स्टॉक सेलेक्ट करके अच्छे पैसे कमा सकते है |
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है intraday Stock Seletion Tips
इंट्राडे trading का मतलब है शेयर का एक ही दिन में खरीद कर उसी दिन बेच देना. जैसे की शेयर मार्केटिंग में शेयर को कम पैसो में खरीद के ज़्यादा पैसो में बेचना होता है. वैसे ही intraday trading में आपको शेयर को खरीदना है और कम time में पैसे बढ़ने पर शेयर को उसी दिन बेच देना होता है. intraday Stock Seletion Tips
Intraday trading risky है, आपने जो शेयर ख़रीदा उसके पैसे उस दिन बढ़ेंगे या नहीं ये कोई नहीं कह सकता. इसलिए Intraday trading करने वाले ज़्यादातर full time investor होते है. जो हर वक़्त monitor पर निगहा रख, शेयर के prices को predict करने की कोशिश करते है.
Intraday के लिए Stock कैसे चुने
इंट्राडे Stock Selecton :-
अधिक VOLATILITY वाले शेयर खरीदना :- इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ज्यादा VOLATILITY वाले शेयर सही रहते है क्योकि Volatility का मतलब है शेयर के पैसो का जल्दी जल्दी कम या ज़्यादा होते रहना और Intraday trading में आप तभी फ़ायदा उठा सकते है जब शेयर का पीछे बहुत ज्यादा कम ज्यादा होता हो
और इसमें आप दोनों साइड रुपये कमा सकते है इसमें प्राइस कम होता है तो भी और बढ़ते है तो भी इसलिए आज बहुत से लोग Intraday के अंदर अच्छे पैसे कमाते है |
अच्छी Liquidity वाले शेयर ख़रीदे :- जिस शेयर में अच्छी Liquidity होती है उस शेयर से इन्वेस्टर अच्छे पैसे कमाते है क्योकि Liquidity से मतलब है की बहुत सारे share का market में available होना जिस से आसानी से उस शेयर को बेच सकते है और खरीद सकते है और अच्छे पैसे कमा सकते है
गर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।
ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।
Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने :- इंट्राडे ट्रेडिंग में ऐसे स्टॉक को सेलेक्ट करे जो या तो बहुत ज्यादा ऊपर हो या फिर बहुत ज्यादा डाउन हो यानि आपको Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने चाहिए तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।
सेक्टर के आधार पर स्टॉक चुने :– ज्यादा VOLATILITY वाले सेक्टर सही रहते है आप ध्यान रखे मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखनी चाहिए और उसी सेक्टर के स्टॉक सेलेक्ट करे |
FIX PROFIT लेकर शेयर बेच दे :- इसके अन्दर ज्यादा लालच न करे और एक फिक्स प्रॉफिट लेके शेयर सेल करे |
इंट्रा डे के लिए सबसे अधिक volatile शेयर एनएसई
Most volatile stock NSE for intraday :- जिस शेयर में प्राइस का मूवमेंट ज्यादा होता हैं उसको ही इंट्राडे के लिए सबसे बढ़िया शेयर माना जाता हैं |
- mahindra and mahindra – इस कंपनी का शेयर में आप बड़े आसानी से इंट्राडे का सौदा ले सकते हैं इसमें हर दिन 5 से 30 रूपए का मूवमेंट बना रहता हैं इसलिए आप आसानी से रोज इसमें आधा से 1% तक का मुनाफा कमा सकते हैं और इसका रोज का वॉल्यूम 5 से 20 लाख का है ।
- bajajfinsv – इस शेयर में रोज आप आसानी से केवल एक शेयर में पैसा लगाकर 100 रूपया तक कमा सकते हैं और इसमें यदि एक महीने की एवरेज वॉल्यूम की बात करे तो 2 से 5 लाख तक का हैं ।
- bajajfinance – इसमें रोज 10 से 25 लाख का वॉल्यूम आता है जिसके कारण यह शेयर ज्यादा मोलेटाइल रहता हैं और इसके प्राइस में मेभी उतार चढ़ाव ज्यादा रहता हैं ।
- maruti – इसके रोज प्राइस में 50 से 300 रूपए तक के मूवमेंट रहती हैं और वॉल्यूम 5 से 10 लाख के बीच है और इस लिहाज से आप इसको भी अस्थिर शेयर नसे मान सकते हैं ।
- hdfc – इसमें वॉल्यूम 30 से 50 लाख रोज का आता हैं और यह कम प्राइस का शेयर होने के कारण इसके प्राइस का मूवमेंट 50 से 100 रूपए तक हैं ।
- icici bank – इसमें प्राइस का अंतर 20 से 100 रुपये तक का रहता हैं और वॉल्यूम इसमें 1 से 3 करोड़ तक रोज का है जो की सबसे ज्यादा हैं ।
- jswsteel – इस शेयर में रोज 80 लाख से 5 करोड़ तक का वॉल्यूम आसानी से देखने को मिल जाता है और इस वजह से आप इसमें भी इंट्राडे के लिए शेयर को खरीद सकते हैं , इसकी प्राइस वॉल्यूम में डिफरेंस 20 से 100 तक का रहता है इस कारण इसमें आप 1 से 3 % का मुनाफा रोज कमा सकते हैं ।
- sbi – यह एक बैंक सेक्टर का शेयर है जिसका वॉल्यूम इंट्राडे के दौरान 3 से 5 करोड़ हैं और प्राइस में मूवमेंट 10 से 30 रूपए तक रहता हैं इसमें भी आप रोज इंट्राडे का दाव खेल सकते हैं ।
- heromotoco – यह ऑटोसेक्टर का दमदार शेयर हैं जिसकी रोज की वॉल्यूम 7 से 15 लाख रहती हैं और इसके प्राइस मूवमेंट में 20 से 100 रूपया तक का अंतर रहता है और इसमें आप रोजाना 1 % का मुनाफा आराम से कमा सकते हैं ।
- kotakbank – यह प्राइवेट बैंक का सबसे बढ़िया शेयर हैं जिसका रोज का ओलुमे 30 से 50 लाख के बिच रहता हैं और कम प्राइस का शेयर होने के कारण इसमें 20 से 100 रूपए का अंतर रोज देखने को मिल जाता हैं इस शेयर में आप रोज 1 से 3 % का मुनाफा आराम सेबना सकते हैं बस आपको थोड़ा आपने स्ट्रेटेजी पर म्हणत करने की जरुरत पड़ेगी ।
इंट्राडे ट्रेडिंग नई रूल्स 2021 intraday Stock Seletion Tips
Intraday Trading New Rules 2021 :-एक मार्च 2021 से इंट्राडे के लिए नए नियम लागू हुए है जिसमे यदि आप अपने पैसे से इंट्राडे करना चाहते हैं तो कोई बात नहीं है लेकिन आप कोई लवरेज के द्वारा इंट्राडे में कोई सौदा खरीदना चाहते हैं तो आपके अकॉउंट में 10 % अमाउंट होना जरुरी हैं ।
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सेबी के नए मार्जिन नियम आज से लागू, यहां जानिए अपने हर सवाल का जवाब
कैश मार्केट में मार्जिन से जुड़े ने नियम 1 सितंबर से लागू हो गए हैं. सेबी ने इसे कुछ समय टालने की अपील ठुकरा दी है
सेबी मार्जिन के दो तरह के नियमों को लागू करना चाहता है. पहला नियम कैश मार्केट में अपफ्रंट मार्जिन से संबंधित है.
मैं मार्जिन को पूरी तरह से नहीं समझता, क्या मुझे इसके बारे में विस्तार से बता सकते हैं?
मार्जिन का मतलब उस रकम से है, जो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए होती है. सामान्य रूप से निवेशक को अपने ट्रेडिंग अकाउंट में जमा रकम से शेयर खरीदने की इजाजत होनी चाहिए. लेकिन, व्यवहार में मामला थोड़ा अलग है. कई ब्रोकिंग कंपनियां अपने क्लाइंट को शेयर खरीदने के लिए रकम उधार देती हैं. इसे लिवरेज या मार्जिन ट्रेडिंग कहते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग में यह ज्यादा देखने को मिलता है.
फिर, 1 सितंबर से क्या बदलने जा रहा है?
पहले हम यह समझते हैं कि शेयरों की डिलीवरी किस तरह होती है. अभी बाजार में डिलीवरी के लिए टी+2 (ट्रेडिंग प्लस दो दिन) मॉडल का पालन होता है. इसका मतलब है कि अगर आप सोमवार को शेयर खरीदते या बेचते हैं तो यह बुधवार को डेबिट या क्रेडिट होगा. इसी तरह शेयर का पैसा भी बुधवार को आपके अकाउंट में आएगा या उससे जाएगा. इस मॉडल में ब्रोकर्स क्लाइंट के अकाउंट में पैसा नहीं होने पर भी शेयर खरीदने की इजाजत देते हैं. यह इस शर्त पर किया जाता है कि आप पैसा टी+1 या टी+2 दिन में चुका देंगे.
अब सेबी ने जो नया नियम बनाया है, उसमें ब्रोकर को सौदे की कुल वैल्यू का 20 फीसदी क्लाइंट से अपफ्रंट लेना होगा. इसका मतलब यह है कि सौदे के वक्त क्लाइंट (रिटेल निवेशक) को 20 फीसदी रकम चुकाना होगा. उदाहरण के लिए अगर रिटेल निवेशक रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक लाख रुपये मूल्य के शेयर खरीदता है तो ऑर्डर प्लेस करने से पहले उसके ट्रेडिंग अकाउंट में कम से कम 20,000 रुपये होने चाहिए. बाकी पैसा वह टी+1 या टी+2 दिन में या ब्रोकर के निर्देश के मुताबिक चुका सकता है. सेबी के नए नियम के मुताबिक शेयर बेचते वक्त भी आपके ट्रेडिंग अकाउंट में मार्जिन होना चाहिए.
शेयर बेचने के लिए मेरे ट्रेडिंग अकाउंट में मार्जिन क्यों होना चाहिए?
सेबी ने सोच-समझकर यह नियम लागू किया है. इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं. मान लीजिए आप सोमवार को 100 शेयर बेचते हैं. ये शेयर आपको अकाउंट से बुधवार को डेबिट होंगे. लेकिन, अगर आप मंगलवार (डेबिट होने से पहले) को इन शेयरों को किसी दूसरे को ट्रांसफर कर देते हैं तो सेटलमेंट सिस्टम में जोखिम पैदा हो जाएगा.
ब्रोकिंग कंपनियों के पास ऐसा होने से रोकने के लिए हथियार होते हैं. 95 फीसदी मामलों में ऐसा नहीं होता है. सेबी ने यह नियम इसलिए लागू किया है कि 5 फीसदी मामलों में भी ऐसा न हो.
यह नियम कुछ ज्यादा सख्त लगता है, क्या इसका कोई दूसरा तरीका नहीं है?
इसका दूसरा तरीका है. सेबी ने बगैर मार्जिन शेयर बेचने की इजाजत दी है. लेकिन, इसमें शर्त यह है कि ब्रोकर के पास ऐसा सिस्टम होना चाहिए, जिसमें शेयर बेचने के दिन वह शेयरों को क्लाइंट के अकाउंट से अपने अकाउंट में ट्रांस्फर कर लें. लेकिन, इसमें कुछ ऑपरेशनल दिक्कतें हैं.
इस नियम का बाजार पर क्या असर पड़ेगा?
विश्लेषकों और इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि नए नियमों से ट्रेडिंग वॉल्यूम घटेगा. लेकिन, कुछ लोगों का मानना है कि पिछले 25 साल में जब भी नए नियम लागू किए गए, बाजार ने उसके हिसाब से खुद को ढाल लिया. नए नियम बाजार में जोखिम घटाने और निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए लागू किए जाते हैं.
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इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें
शेयर बाजार (Share Bazaar) में इंट्रा-डे (Intra day) या एक ही दिन में खरीद-बिक्री करने का चलन बढ़ ही रहा है। डे-ट्रेडर (Day Trader) के लिए सही शेयरों का चयन सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें यदि थोड़ी-सी चूक हो जाए तो कुछ ही घंटों में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे समय, शेयरों का सही विकल्प आपको औसत रिटर्न आन इनवेस्टमेंट आरओआई से अधिक कमाने में मदद कर सकता है।
इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें
प्ले इट सेफ- लिक्विड स्टॉक्स में ही ट्रेड करें
कभी सोचा है कि किसी खास दिन सही शेयर लेने के लिए एक ट्रेडर को दी गई सबसे अच्छी टिप क्या हो सकती है? आप इसे एक शब्द में लिख सकते हैं - लिक्विडिटी! लिक्विड स्टॉक का लाभ यह है कि आप उन्हें बड़ी मात्रा में खरीद सकते हैं और कीमत पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़े बिना भी बेच सकते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि कम लिक्विड स्टॉक को खरीदने वालों की संख्या ज्यादा नहीं होती और इसलिए अधिक मात्रा में खरीदने और बेचने का मौका नहीं मिल पाता। हालांकि, कुछ ट्रेडर्स का मानना है कि तेजी से कीमतों में बदलाव Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए के कारण कम लिक्विड या जो शेयर लिक्विड नहीं होते, उनमें अधिक अवसर मिलते हैं। आंकड़े ऐसा नहीं कहते। यदि स्टॉक्स लिक्विड नहीं हैं तो कम अवधि में चालें बनती हैं। अधिकांश लाभ का फायदा नहीं उठा पाते और यह शेयर इसी तरह डाउनसाइड भी तेजी से फिसलते हैं।
अच्छे सहसंबंध वाले शेयरों में ट्रेडिंग करें
ऐसे शेयर चुनें जिनका प्रमुख सेक्टरों और सूचकांकों के साथ ज्यादा संबंध है। यह Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए सलाह इंट्रा-डे ट्रेडर के लिए सबसे अच्छे सुझावों में से एक है। सही स्टॉक वे हैं जिनका प्रमुख क्षेत्रों और सूचकांकों के साथ उच्च सह-संबंध होता है। आप देखें, शेयर की कीमत इंडेक्स या सेक्टर के ऊपर जाने पर बढ़ती है। यह बताता है कि ग्रुप की भावना के साथ कदम बढ़ाने वाले और सह-संबंध रखने वाले स्टॉक विश्वसनीय होते हैं और सेक्टर के अपेक्षित मूवमेंट को फॉलो करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत होता है, तो यह अमेरिकी बाजारों पर निर्भर सभी इंफर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) कंपनियों को प्रभावित करेगा। मजबूत रुपया आईटी कंपनियों के लिए कम कमाई का संकेत देता है। तद्नुसार, कमजोर रुपए का अर्थ है कि ऊपर उल्लेखित कंपनियों के लिए हायर एक्सपोर्ट इनकम।
रिसर्च के बाद ही चुनें अपने स्टॉक्स
क्वालिटी रिसर्च सही स्टॉक लेने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आप जिन शेयरों को ट्रेड करने जा रहे हैं, उनके बारे में जानने से ज्यादा भरोसेमंद कुछ नहीं हो सकता। दुर्भाग्य से, अधिकांश ट्रेडर स्टॉक चुनने से पहले पर्याप्त रिसर्च नहीं करते। यह या तो रिसर्च के महत्व के प्रति अज्ञानता के कारण हैं या लापरवाही की वजह से। ज्यादातर मामलों में ये दोनों कारण हैं। यदि आपके पास पर्याप्त जानकारी हो तो आपके Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए ट्रेड की स्पीड बढ़ जाती है। आपकी क्षमता बढ़ जाती है। इंट्रा-डे ट्रेडर के रूप में आप निश्चित ट्रेडिंग घंटों में छोटे मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर संपत्ति बना सकते हैं। इस प्रकार, एक अच्छा आरओआई हासिल करने के लिए त्वरित निर्णय लेना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
खुद ही चार्ट पढ़ने की क्षमता विकसित करें
आपको पता है कि इंट्रा-डे ट्रेडर के तौर पर कारोबार शुरू करने के लिए आपको पहले दिन से ही टेक्निकल चार्ट्स पर निर्भर रहना होगा और यदि आप उन चार्ट्स को खुद ही पढ़ने लगते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। बिजनेस की इस लाइन में आप चार्ट के माध्यम से मुश्किल फैसले ले सकते हैं। चार्ट यह समझने के लिए बैरोमीटर का काम करते हैं कि क्या हो रहा है, क्या काम करता है और क्या नहीं। इस तरह, चार्ट पढ़ने की क्षमता एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्किलसेट है। यह ध्यान में रखते हुए कि आपने चार्ट पढ़ने और समझने का कौशल विकसित किया है, यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जिन शेयरों पर आपने नजर रखी है, वह निश्चित चार्ट पैटर्न प्रोजेक्ट करते हैं। ऐसे स्टॉक में ट्रेड करना उचित नहीं है जिसके बारे में पर्याप्त इतिहास न हो और न ही आपको ऐसे शेयरों का विकल्प चुनना चाहिए जो एक स्पष्ट पैटर्न नहीं दिखाते हो। लंबे इतिहास वाले स्टॉक आपको किसी पैटर्न के दोहराने के पैटर्न और ट्रेड में मदद कर सकते हैं।
बाजार को चुनौती न दें- उस दिन के ट्रेंड के साथ चलें
बड़ी संख्या में व्यापारी विरोधाभासी परिदृश्यों को फॉलो कर सकते हैं। लेकिन, अधिकांश व्यापारिक दुनिया बाजार की लहरों की सवारी पसंद करती है। इस प्रक्रिया में बाजार में किसी ट्रेंड को पहचानकर और उसकी सवारी करके की जाती है। आपको एक स्पष्ट तस्वीर देने के लिए, जब आप नोटिस करते हैं कि मार्केट बढ़ रहा है, तो आपको उन शेयरों को चुनना चाहिए जो आपको अधिक विस्तारित अवधि के लिए अपनी पोजिशन होल्ड रखने की अनुमति देते हैं। इसके विपरीत, यदि बाजार गिर रहा है, तो आपको छोटी पोजिशन पर विचार करना चाहिए।
इंट्रा डे ट्रेडिंग अलग तरह का है गेम
इंट्रा-डे ट्रेडिंग बिल्कुल ही अलग तरह का खेल है। टॉप पर बाहर आने के लिए, आपको उन नियमों और ट्रेंड्स को जानना होगा जो बाजार को परिभाषित करते हैं। सदियों पुरानी विद्या कहती है कि निरंतर ज्ञान हासिल करने की कोशिश आपके कौशल और जागरूकता को बढ़ाती है। संपूर्ण ट्रेड निष्पादित करने के लिए ज्ञान और कौशल का होना महत्वपूर्ण है। आखिरकार, आप मुनाफा कमाने के लिए ट्रेडिंग कर रहे हैं। जैसे, यह सुनिश्चित करने का पक्का तरीका है कि आप उन शेयरों के बारे में सब कुछ जान लें जो आप खरीदने और ट्रेड करने जा रहे हैं।