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गोल्ड और ईटीएफ

गोल्ड और ईटीएफ

गोल्ड ईटीएफ एक, दाम अनेक

अभी हमारे शेयर बाजारों में सात गोल्ड ईटीएफ लिस्टेड हैं। इन सभी में एक यूनिट एक ग्राम सोने के समतुल्य है। लेकिन सभी के दाम अलग-अलग हैं। यहां तक कि इनमें घट-बढ़ भी अलग-अलग होती है, जबकि सोने के दाम तो समान रूप से ही बढ़ते-घटते हैं। जैसे, 16 जून 2010 को बीएसई में बेंचमार्क गोल्ड बीज़ 0.66 फीसदी बढ़कर 1838.99 रुपए, कोटक गोल्ड ईटीएफ 0.23 फीसदी बढ़कर 1830.15 रुपए, क्वांटम गोल्ड ईटीएफ 0.23 फीसदी बढ़कर 910.05 रुपए, रिलायंस गोल्ड ईटीएफ 0.25 फीसदी बढ़कर 1765.72 रुपए, एसबीआई गोल्ड ईटीएस 0.53 फीसदी बढ़कर 1860 रुपए, यूटीआई गोल्ड ईटीएफ 1.19 फीसदी बढ़कर 1821 रुपए और रेलिगेयर गोल्ड ईटीएफ 1.07 फीसदी घटकर 1855 रुपए पर बंद हुआ। जब सब एक निश्चित शुद्धता के सोने पर आधारित हैं तो एक ही दिन में अलग-अलग बढ़ना या घटना क्यों?

पहली बात कि हर म्यूचुअल फंड के गोल्ड ईटीएफ का खर्च अनुपात एक फीसदी के आसपास होता है, लेकिन सबके खर्च अनुपात में अंतर होता है। दूसरी बात, किसी दिन खास गोल्ड ईटीएफ के चाहनेवाले ज्यादा हैं तो उसके दाम औरों से ज्यादा होते हैं। इसे हम यूटीआई के गोल्ड ईटीएफ में देख सकते हैं जो दूसरों से ज्यादा बढ़ा है। तीसरी बात, गोल्ड ईटीएफ के भाव अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों जैसे, लंदन मेटल एक्सचेंज में सोने के फ्यूचर सौदों के दाम से संबद्ध होते हैं, इसलिए उनमें देश के हाजिर बाजार में सोने के भाव से अंतर होता है। और चौथी बात, हर गोल्ड ईटीएफ अपनी कुल आस्तियों का तकरीबन 10 फीसदी हिस्सा कैश के रूप में रखता है जो सबके लिए अलग-अलग हो सकता है।

इन्हीं कारकों के चलते गोल्ड ईटीएफ के बाजार भाव एक ही दिन में अलग-अलग होते हैं। ध्यान रखें कि गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड में अंतर है। जहां गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश करते हैं, वहीं गोल्ड म्यूचुअल फंड सोने के खनन में लगी कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करते हैं। वैसे, अभी यूरोप के संकट के चलते विश्व अर्थव्यवस्था को लेकर अऩिश्चितता छाई हुई है। इसलिए सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। एक बार अऩिश्चितता खत्म होते ही सोने के दाम गिर जाएंगे। अगर निवेश करना है तो तभी गोल्ड ईटीएफ खरीदना चाहिए। गोल्ड और ईटीएफ अभी नहीं।

गोल्ड ETF की ओर आकर्षित हो रहे हैं निवेशक, जानिए क्या है ये और इसके फायदे

नई दिल्ली। कोरोना काल में लोगों को निवेश और बचत का महत्व समझ आया है। अगस्त में सोने के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स (गोल्ड ETF) में सुधार आया है। पिछले महीने इसमें 24 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया गया। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल प्रवाह 3,070 करोड़ रुपये रहा। इतना ही नहीं, पिछले महीने गोल्ड ईटीएफ में निवेशक फोलियो की संख्या 21.46 लाख तक पहुंच गई।

हालांकि, अगस्त 2019 से इसमें धीमी गति से सुधार हो रहा है। गोल्ड ईटीएफ में नवंबर 2020 में 141 करोड़, फरवरी 2021 में 195 करोड़ और जुलाई 2021 में 61.5 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी दर्ज की गई थी। वैश्विक स्तर पर बने सकारात्कमक रुख से पीली धातु को लेकर धारणा में सुधार आया है। जुलाई 2021 में निकासी के बाद अगस्त में सोने में निवेश सकरात्मक रहा।

क्या है ईटीएफ?
पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स) खरीदना है। चूंकि, ईटीएफ में निवेश करने में उच्च प्रारंभिक खरीद, बीमा और यहां तक कि बिक्री की लागत शामिल नहीं होती, इसलिए यह बहुत अधिक कॉस्ट-इफेक्टिव है। ईटीएफ में निवेश करने के लिए लोगों को ऑनलाइन स्टॉकब्रोकर और डीमैट खाते से ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। एक बार अकाउंट बनने के बाद केवल गोल्ड ईटीएफ चुनने और ब्रोकर के ट्रेडिंग पोर्टल से ऑर्डर देने की बात है।

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यह निवेश का एक सरल माध्यम है। इसकी खरीद-फरोख्त अन्य शेयरों की तरह स्टॉक एक्सचेंज में ही होती है। इसे स्टॉक एक्सचेंज में खरीद-बिक्री की सुविधा वाला फंड भी कहा जाता है। यह किसी इंडेक्स या कई एसेट्स के समूह को ट्रैक करता है। पूरे दिन कारोबार होने से इसकी भी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जाता है। बेहतर लिक्विडिटी होने की वजह से इसे कभी बेचा जा सकता है।

कैसे करता है काम?
ईटीएफ किसी इंडेक्स या एसेट को ट्रैक करता है। अगर कोई ईटीएफ बीएसई सेंसेक्स को ट्रैक करता है तो यह अपने फंड का निवेश सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों के शेयरों में करेगा। यह निवेश उसी अनुपात में होगा, जितना हर कंपनी का सेंसेक्स में वेटेज होगा। आपके इस गोल्ड और ईटीएफ ईटीएफ में निवेश करने पर एसेट मैनेजमेंट कंपनी आपको निवेश के मूल्य के हिसाब से यूनिट्स जारी कर देगी।

Gold म्यूचुअल फंड vs Gold ETF vs SGB: कहां निवेश करना है बेहतर?

सोने में कैसे करें निवेशः फिजिकल सोने रखने की बजाय गोल्ड ETF, गोल्ड म्यूचुअल फंड, सॉवरेन गोल्ड बोन्ड निवेश का एक अच्छा तरीका है.

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - August 5, 2021 / 05:52 PM IST

Gold म्यूचुअल फंड vs Gold ETF vs SGB: कहां निवेश करना है बेहतर?

image: Unsplash, MCX पर सिल्वर का सितंबर डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट का भाव 359 रुपये या 0.56 फीसदी गिरकर 63,233 रुपये प्रति किलो पर चला गया.

अक्षय तृतीया, धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारो पर या कोइ भी शुभ दिन पर लोग ज्यादातर फिजिकल गोल्ड खरीदना पसंद करते है. लेकिन फिजिकल रुप में सोने को रखने से उसको स्टोर करना पडता है. ज्वेलरी बनाने में मेकिंग चार्जिस लगते हैं. सोने में मिलावट का भी खतरा रहता है तो सोने में निवेश के कइ और तरीके भी है जिसको हम अपना सकते हैं. जैसे गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF), गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold mutual funds) और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB).

गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF)

गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) एक पैसिव इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट है जिसका उद्देश्य घरेलू सोने की कीमत को ट्रैक करना है. एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट 1 ग्राम सोने के बराबर है और इसकी प्योरिटी 99.5 फीसदी होती है. Gold ETF फिजिकल गोल्ड या गोल्ड माइनिंग/रिफाइनिंग वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं. गोल्ड इटीएफ लिक्विडिटी बनाये रखने के लिए अपना कुछ हिस्सा यानी 0-10 प्रतिशत डेट सिक्युरिटीज में गोल्ड और ईटीएफ इंवेस्ट करते हैं.

गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट खाता (Demat Account) होना चाहिए. अगर आप कीमती धातु में निवेश करने के लिए कॉस्ट इफेक्टिव विकल्प तलाश रहे हैं तो गोल्ड ईटीएफ को सही विकल्प माना जाता है. ईटीएफ को एक्सचेंज पर सक्रिय रूप से खरीदा-बेचा जाता है. कीमतें अक्सर ट्रेडिंग एक्टिविटी पर निर्भर करती हैं. इस तरह गोल्ड ईटीएफ की कीमतें सोने से अलग होती हैं. गोल्ड इटीएफ में एक्सपेंस रेशियो करीब 0.5% से 1% होता है.

गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold mutual fund)

गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold mutual fund) फंड ऑफ फंड स्ट्रक्चर पर काम करता है जो मुख्य रूप से गोल्ड ईटीएफ में अंडरलाइन एसेट के रूप में निवेश करता है. आप सीधे ऑनलाइन मोड या डिस्ट्रीब्यूटर्स के माध्यम से गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. गोल्ड म्यूचुअल फंड निवेशकों को एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश करने की अनुमति गोल्ड और ईटीएफ देते हैं, लेकिन यह सुविधा गोल्ड ईटीएफ के साथ उपलब्ध नहीं है.

गोल्ड म्यूचुअल फंड में आप किस्तों में सोना खरीद सकते और इसका मूल्य NAV में प्रदर्शित होता है. इसमें 500 रुपए से शुरुआत कर सकते हैं. अगर आप कम पैसे में सोने में नियमित निवेश करने की तलाश कर रहे हैं तो एक गोल्ड फंड एक बेहतर और अच्छा विकल्प है, इसके अलावा एक्जिट लोड की बात करें तो एक साल के अंदर पैसा निकालने पर 1% से 2% एक्जिट लोड लग सकता है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)

इन बॉन्ड्स को आरबीआइ इश्यू करता है और ये काफी सिक्योर भी है इतना ही नहीं इस पर वार्षिक 2.5% ब्याज भी मिलता है. इटीएफ की तरह इसमें भी मिनिमम इंवेस्टमेंट 1 ग्राम का करना होगा. यदि बच्चों की उच्च शिक्षा शादी-विवाद के खर्च के लिए निवेश करना चाहते हैं तो गोल्ड बॉन्ड लंबी अवधि में बेहतर विकल्प है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमतें 24 कैरेट सोने की मौजूदा बाजार कीमतों से सीधे जुड़ी होती हैं. लेकिन, ज्यादातर एसजीबी अमूमन सोने की असली कीमतों से कम पर ट्रेड करते हैं. लो लिक्विडिटी इसका बड़ा कारण है. वैसे तो एसजीबी भी एक्सचेंजों पर ट्रेड करते हैं. खरीदार 8-12 फीसदी तक के डिस्काउंट पर गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड के साथ एक और फायदा यह है कि बॉन्ड पर कैपिटल गेंस पर पूरी तरह से टैक्स छूट है. शर्त यह है कि इन्हें आठ साल के लिए रखा जाए. इसको कोलेटरल रख कर आप लोन भी ले सकते हैं.

Gold Price Today: छह महीने की रिकॉर्ड तोड़ ऊंचाई से औंधे मुंह गिरा सोना, जानिए आज के ताजा भाव

Gold Price Today: छह महीने की रिकॉर्ड तोड़ ऊंचाई से औंधे मुंह गिरा सोना, जानिए आज के ताजा भाव

HR Breaking News, Digital Desk- सोने की कीमतें शुक्रवार को स्थिर रही हैं. पिछले करोबार में Gold Rate सात महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था. MCX पर, गोल्ड फ्लूचर्स 52,885 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा है. जबकि, फ्यूचर्स ट्रेड में Silver Rate 0.4 फीसदी की गोल्ड और ईटीएफ तेजी के साथ 61,216 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है. पिछले सत्र में, सोना 53,200 रुपये पर पहुंच गया था. वैश्विक बाजारों में, सोना 1,765 डॉलर प्रति औंस के करीब मौजूद है. हाल ही में Dollar इंडैक्स में आई गिरावट ने बहुमूल्य धातुओं को समर्थन दिया है. कमजोर डॉलर ने विदेशी खरीदारों के लिए इन धातुओं को सस्ता बना दिया है.


अमेरिका में महंगाई से आंकड़ों से पड़ा असर-


एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले साल, कॉमैक्स गोल्ड 5.54 फीसदी बढ़कर 1,769.4 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ. इसके पीछे वजह अमेरिका में महंगाई में आई गिरावट और अमेरिका के मध्यावधि चुनाव में अनिश्चित्ता है. यूएस के 2 साल और 10 साल के ट्रेजरी यील्ड्स में पिछले हफ्ते 31 बेसिस प्वॉइंट्स की गिरावट आई है.

जानकारों के मुताबिक, कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए, निवेशक सोने की ओर वापस आकर्षित हो रहे हैं. SPDR गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो से यह संकेत मिलता है. इस हफ्ते फोकस अमेरिका के रिटेल सेल के आंकड़े पर रहेगा. एक्सपर्ट्स ने कहा कि अमुमान से बेहतर आंकड़े आने पर अमेरिकी डॉलर में रिकवरी में मदद मिलेगी, जो सोने और चांदी के लिए सही गोल्ड और ईटीएफ नहीं होगा.

आगे भी उतार-चढ़ाव जारी रहने की उम्मीद-


जानकारों के मुताबिक, सोने में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, जब तक फेडरल रिजर्व से किसी तरह का साफ संकेत नहीं मिलता है. इस हफ्ते यूएस फेडरल रिजर्व से आई प्रतिक्रिया और उम्मीद से ज्यादा मजबूत रिटेल सेल के डेटा ने अमेरिका में आक्रामक ब्याज दरों में बढ़ोतरी को कम किए जाने की कुछ उम्मीदों को खत्म कर दिया है. रॉयटर्स के एक गोल्ड और ईटीएफ पोल के मुताबिक, फेड द्वारा दिसंबर में दरों में 50 बेसिस प्वॉइंट्स की छोटी बढ़ोतरी किए जाने की उम्मीद है. इससे पहले लगातार चार बार पॉलिसी रेट में 75 बेसिस प्वॉइंट्स का बड़ा इजाफा किया गया है.

वहीं, घरेलू बाजार की बात करें तो, दिल्ली के दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 161 रुपये की गिरावट के साथ 53,235 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया था. इसके अलावा चांदी की कीमत भी 1,111 रुपये की गिरावट के साथ 61,958 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई थी.

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iPhone 14: iPhone 14 Discount पर भारी छूट..20 हजार रुपये से ज्यादा की छूट!

iPhone14: Apple iPhone खरीदने का सपना लगभग हर किसी का होता है. लेकिन कीमत ज्यादा है। हम क्या करेंगे? फिर से iPhone एक ब्रांड है। यह अद्भुत गुणों वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। हालाँकि, iPhones पर भी आश्चर्यजनक ऑफ़र उपलब्ध हैं। 79 हजार रुपये के आईफोन पर 20 हजार रुपये से ज्यादा की छूट है। वह नवीनतम iPhone 14 पर है। देरी क्यों? जल्दी करो कम दाम में अच्छा फोन लें।

मुख्य विशेषताएं:

  • आईफोन लवर्स के लिए खुशखबरी
  • आईफोन 14 पर भारी छूट
  • 20 हजार रुपये से ज्यादा का डिस्काउंट
  • एक प्रस्ताव क्या है?

iPhone 14: Apple iPhone.. मालूम हो कि iPhone 14 को हाल ही में भारतीय बाजार में उतारा गया था। इसकी शुरुआती कीमत 79,900 रुपये है। यह स्मार्टफोन A15 बायोनिक चिपसेट के साथ आता है। साथ ही.. किसी भी समय अद्भुत तस्वीरें लेने के लिए उन्नत कैमरा इसका विशेष आकर्षण है। लेकिन अगर आप लेटेस्ट एप्पल आईफोन खरीदना चाहते हैं तो यह आपके लिए सबसे गोल्ड और ईटीएफ अच्छा समय है। बैंक ऑफर्स और डिस्काउंट के साथ आप Apple iPhone 14 सिर्फ 57,100 रुपये में पा सकते हैं। तुम क्या सोचते हो? अब देखो।
Amazon पर 128 जीबी स्टोरेज मॉडल iPhone 14 की मौजूदा कीमत 78,400 रुपये तय की गई है। लेकिन इस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मिल रहे ऑफर्स के मुताबिक अगर आप एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट करते हैं तो आपको 5 हजार रुपये का फ्लैट डिस्काउंट मिलेगा। तब फोन की कीमत 73,400 रुपये हो जाती है। और अगर आप पुराना फोन एक्सचेंज करते हैं तो अधिकतम 16,300 रुपये की छूट है। इससे आप 57 हजार 100 रुपये में एक आईफोन खरीद सकते हैं।

ये हैं Apple iPhone 14 की खूबियां..

इस iPhone में 6.1 इंच का सुपर रेटिना XDR डिस्प्ले मौजूद है। फोन का स्क्रीन रेजोल्यूशन भी 2532×1170 पिक्सल है। सिरेमिक शील्ड सुरक्षा भी उपलब्ध है। यह स्पिल और स्पलैश से सुरक्षा प्रदान करता है। यह 128GB, 256GB और 512GB स्टोरेज ऑप्शन में उपलब्ध है। फोन के रंगों की बात करें तो मिडनाइट, पर्पल, स्टारलाइट, प्रोडक्ट रेड और प्रोडक्ट ब्लू रंग उपलब्ध हैं।

इसमें 12MP का प्राइमरी सेंसर और 12MP का अल्ट्रा वाइड सेंसर भी है। सेल्फी के लिए 12MP का ट्रूडेप्थ कैमरा है। इसमें 4K डॉल्बी वर्जन सपोर्ट के साथ सिनेमैटिक मोड है। एक्शन मोड स्मूद, स्टेडी, हैंडहेल्ड वीडियो के लिए भी उपलब्ध है। Apple के मुताबिक, iPhone 14 वीडियो प्लेबैक टाइम 20 घंटे तक है। इस iPhone 14 को 5G नेटवर्क के साथ लॉन्च किया गया था। इसमें फेस आईडी अनलॉक भी है। इमरजेंसी एसओएस और क्रैश डिटेक्शन भी उपलब्ध हैं।

ऐसा लगता है कि iPhone 15 (iPhone 15 Features) के फीचर भी लीक हो गए हैं। कहा जा रहा है कि यह नए बॉर्डर डिजाइन के साथ आएगा। ऐसा लगता है कि टाइटेनियम सामग्री का भी उपयोग किया जाता है। मालूम हो कि आईफोन 15 में आईफोन 15, आईफोन 15 प्लस, आईफोन 15 प्रो और आईफोन 15 अल्ट्रा फोन आएंगे।

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