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बाजार संरचना

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नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। बजट-पूर्व परामर्श के हिस्से के रूप में सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत के दौरान कई अर्थशास्त्रियों ने उन्हें बताया कि उनकी हाल की आर्थिक सुधार प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियों की जरूरत है। वित्तमंत्री ने बाजार संरचना उनसे नीतियां पेश करने की अपील की।

बेस्ट एग्रोलाइफ ने स्वदेशी सीटीपीआर-तकनीक विकसित की

27 नवम्बर 2022, नई दिल्ली बेस्ट एग्रोलाइफ ने स्वदेशी सीटीपीआर-तकनीक विकसित की भारत की अग्रणी एग्रोकेमिकल कंपनी, बेस्ट एग्रोलाइफ लि. (बीएएल) ने विगत दिनों एक मेगा डिस्ट्रीब्यूटर्स मीट का आयोजन किया और पटाया, बैंकॉक में दो नए क्रांतिकारी सीटीपीआर-आधारित फॉर्मूलेशन सिटीजेन और विस्तारा लॉन्च किए। बेस्ट एग्रोलाइफ पहली भारतीय एग्रोकेमिकल कंपनी है, जिसने सीटीपीआर तकनीकी को स्वदेशी रूप से निर्माण किया है। यह सम्मलेन विशेष रूप से महाराष्ट्र के वितरकों के लिए आयोजित किया गया था। श्री राजन कुमार बाजार संरचना एलावधी, कार्यकारी निदेशक, और बेस्ट एग्रोलाइफ की पूरी मार्केटिंग टीम के साथ 170 से अधिक वितरकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

प्रबंध निदेशक श्री एलावधी

प्रबंध निदेशक श्री विमल एलावधी ने कहा कि, ‘हम हर नए उत्पाद के लॉन्च के साथ नवाचार के स्तर को बढ़ा रहे हैं। बेस्ट एग्रो ने अपनी अनुसंधान और विकास क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारी निवेश किया है। नए उत्पाद सिटीजेन और विस्तारा कृषि में कीट नियंत्रण के लिए अत्यधिक प्रभावी और किफायती समाधान प्रदान करेंगे। जहां एक ओर ये किसानों की उत्पादकता में वृद्धि करेंगे, वहीं ये हमारे वितरकों और डीलरों को मार्केटिंग में बढ़त भी प्रदान करेंगे’।

सीटीपीआर (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल) आधारित उत्पादों का व्यापक उपयोग है, और इसका बाजार वर्तमान में 2000 करोड़ रुपये से अधिक है। जो कि कीटनाशक बाजार का कुल 8 प्रतिशत है।

सिटीजेन

सिटीजेन (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5 प्रतिशत डब्ल्यू/डब्ल्यू एससी) एक ब्रॉड स्पेक्ट्रम कीटनाशक है जिसमें विशिष्ट कीटनाशक क्षमता, लंबी बारिश में भी असरकारक और मानव जीवन के लिए हानिकारक नहीं है। गन्ना और चावल के अलावा, गोभी, कपास, टमाटर, मिर्च, सोयाबीन, बैंगन, अरहर, बंगाल चना, काला चना, करेला, भिंडी, मक्का और मूंगफली की फसल के कीटों को नियंत्रित करने के लिए सिटीजन की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है। यह बॉल वर्म, तना बेधक, फल छेदक, चने की फली छेदक, तना मक्खियों, तंबाकू के कैटरपिलर और फली छेदक पर कार्य करता है।

विस्तारा

विस्तारा (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 0.4 प्रतिशत जीआर) धान और गन्ने में तना बेधक और उसकी वृद्धि को रोकता है और इस तरह उत्पादन को अधिकतम करता है। इसकी उच्च क्षमता और नई कार्यप्रणाली अन्य कीटनाशकों के लिए प्रतिरोधी कीटों को भी प्रभावी ढंग से नियंत्रित करती है।

उल्लेखनीय होगा कि बीएएल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, सीडलिंग्स इंडिया प्रा. लि. ने हाल ही में साइज़ोफैमिड, डिमेथोमोर्फ, और डिफेनोकोनाज़ोल की कवकनाशी संरचना के लिए 20 वर्षों का वैध पेटेंट प्राप्त किया है, जो टमाटर और अंगूर की फसलों में क्रमश: लेट ब्लाइट और डाउनी मिल्ड्यू के एक अत्यधिक प्रभावी समाधान के रूप में उभरने वाला है।

सिट्रोएन की सस्ती इलेक्ट्रिक जल्द होगी लॉन्च, देखें क्या होगी कीमत और रेंज?

नई दिल्ली. फ्रांस की कार निर्माता कंपनी सिट्रोएन भारतीय बाजार में जल्द ही एक इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने जा रही है. कंपनी वर्तमान में देश में C3 हैचबैक कार और C5 एयरक्रॉस बेचती है. कंपनी सिट्रोएन C3 का एक इलेक्ट्रिफाइड अवतार तैयार बाजार संरचना कर रही है, जिसके अगले साल की शुरुआत में लॉन्च होने की पुष्टि हो गई है. C3 इलेक्ट्रिक के टेस्ट म्यूल को देश में अब तक कई बार देखा जा चुका है.

रिपोर्ट के मुताबिक, कार को एक बार ‘टाटा पावर’ चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज पर देखा गया था. लॉन्च होने के बाद Citroen C3 इलेक्ट्रिक Tata Tiago EV समेत अन्य इलेक्ट्रिक कारों को टक्कर देगी. वर्मतान में C3 कंपनी की सबसे किफायती कार है. इसे दो पेट्रोल बाजार संरचना इंजन ऑप्शन में बेचा जाता है. इसके अलावा C5 एयरक्रॉस को विशेष रूप से डीजल इंजन के साथ बेचा जाता है.

अगले साल की शुरुआत में लॉन्च होगी कार

हाल ही में एक मीडिया से बातचीत में सिट्रोएन की पैरेंज कंपनी स्टेलेंटिस के सीईओ कार्लोस तवारेस ने अपकमिंग C3 की लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा किया है. भारत के लिए कंपनी की इलेक्ट्रिक वाहन योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्टेलेंटिस की योजना अपनी कॉम्पैक्ट कार सी3 के इलेक्ट्रिक वैरिएंट को अगले साल की शुरुआत में लॉन्च करने की है.

सस्ती हो सकती है इलेक्ट्रिक कार

हालांकि, तवारेस ने कहा कि स्टेलेंटिस एक लागत संरचना हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है, जो ईवी को सस्ती और अन्य गुणवत्ता मानकों को बनाएगी और यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह कितनी जल्दी उन लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम है. कंपनी भारत से ऐसे ईवी निर्यात करना शुरू कर सकती है.

क्या होगी कीमत?

सिट्रोएन ने अब तक C3 EV की तकनीकी विशिष्टताओं का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इसमें एक 50 kWh की बैटरी मिलेगी. यह कार एक बार फुल चार्ज करने पर 350 किमी चल सकेगी. सिट्रोएन C3 EV एक फ्रंट-व्हील-ड्राइव कार होगी, जिसमें फ्रंट एक्सल पर लगभग 135 hp इलेक्ट्रिक मोटर लगी होगी. भारत में लॉन्च होने पर इसकी कीमत 10 लाख रुपये के करीब हो सकती है.

आगरा: सुभाष बाजार में रोज जाम के हालात, दुकानों के आगे वाहनों की अवैध पार्किंग बनी कारण

आगरा: शहर के व्यस्ततम सुभाष बाजार में रविवार की शाम ट्रैफिक जाम से लोगों का हाल-बेहाल हो गया। राह चलते हुए लोग करीब आधे घंटे तक एक ही जगह पर फंसे रहे। खचाखच भीड़ के बीच लोगों को सांस लेना दूभर रहा था। छोटे बच्चे रोने लगे।

इधर से उधर निकलने के लिए लोग आपस में धक्का-मुक्की करते नजर आए। कुछ लोग तो जाम से बाहर निकलने के बाजार संरचना लिए भगवान को पुकारने लगे। एक ही स्थान पर खड़े रहने को मजबूर होकर महिला, बच्चे और बुजुर्गों का बुरा हाल हो गया।

थाना मंटोला के अंतर्गत सुभाष बाजार में पुलिस चौकी के पास 200 मीटर के दायरे में हजारों की भीड़ एकत्र हो गई। मार्ग पर किसी टेंपो फंसा दिया। इससे वाहनों का आवागमन रुक गया और लोगों भी भीड़ भी फंस कर रह गई। सड़क किनारे शोरूमों के आगे दोपहिया वाहन खड़े थे। बीच सड़क पर लोगों की भीड़ नजर आ रही थी। कुछ लोग अपने वाहन निकालने के लिए परेशान थे।

जाम में फंसे लोग पुलिस को कोस रहे थे। भीड़भाड़ वाले बाजार में पुलिस सक्रिय न होने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आई। दुकानों के आगे वाहनों की अवैध पार्किंग को लेकर पुलिस आंखें फेर लेती है, इसलिए यहां आए दिन इस प्रकार का शाम को जाम लग जाता है। यह क्षेत्र थाना मंटोला सीमा के अंतर्गत आता है।

गलियों में वाहन पार्किंग

दूसरी बाजार संरचना तरफ अगर बात की जाए तो सुभाष बाजार चौकी के अंतर्गत आने वाले मनकामेश्वर गली पार्किंग में तब्दील होती जा रही है पूरी गली में अवैध वाहनों की पार्किंग लगती है। आसपास व्यवसाय क्षेत्र होने के कारण वहां के दुकानदार मनकामेश्वर गली में अपने दोपहिया वाहनों को खड़ा करके चले जाते हैं इस कारण पूरी गली दोपहिया वाहनों से पटी नजर आती है आगरा का प्रसिद्ध मंदिर होने के कारण मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत का सामना बाजार संरचना करना पड़ता है ।

आपको बताते चले कि कुछ दिन पहले सुभाष बाजार चौकी इंचार्ज ने सड़को पर खड़े वाहनो पर कड़ी कार्यवाई की थी जिससे इलाके में हड़कंप मच गया था । मगर अब पता नही किस कारण से मामला शांत हो गया है । सूत्रों ने बताया की व्यापारियों का छेत्र होने के कारण ऊपर से दबाव है अब देखना ये है कि इन वाहनों पर अब कार्यवाई कब होगी

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सीतारमण की अपील : आर्थिक सुधार प्रक्रिया में मदद के लिए नीतियां पेश करें

नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। बजट-पूर्व परामर्श के हिस्से के बाजार संरचना रूप में सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत के दौरान कई अर्थशास्त्रियों ने उन्हें बताया कि उनकी हाल की आर्थिक सुधार प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियों की जरूरत है। वित्तमंत्री ने उनसे नीतियां पेश करने की अपील की।

सीतारमण की अपील : आर्थिक सुधार प्रक्रिया में मदद के लिए नीतियां पेश करें

नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। बजट-पूर्व परामर्श के हिस्से के रूप में सोमवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत के दौरान कई अर्थशास्त्रियों ने उन्हें बताया कि उनकी हाल की आर्थिक सुधार प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियों की जरूरत है। वित्तमंत्री ने उनसे नीतियां पेश करने की अपील की।

घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने कहा कि वित्तमंत्री को कर संग्रह को कम करने का सुझाव दिया गया, जो इस समय काफी अधिक है।

बैठक के दौरान अर्थशास्त्रियों ने उन्हें सूचित किया कि हालांकि यह अल्पावधि में फायदेमंद है, लेकिन यह लंबे समय में आर्थिक विकास की संभावनाओं को बाधित कर सकता है और इसलिए कर संरचना को देखने की जरूरत है।

सूत्रों ने कहा कि कराधान पर प्रोत्साहन प्रदान करने का सुझाव दिया गया था।

अर्थशास्त्रियों के एक वर्ग ने आयात शुल्क पर सीमा शुल्क अधिसूचना को समाप्त करने का भी सुझाव दिया, जो उन्होंने कहा कि भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं है।

एक ओर, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, वहीं विभिन्न वस्तुओं पर आयात शुल्क लगाया जाता है, जो आपूर्ति को प्रभावित करेगा, इसलिए यह सुझाव दिया गया कि सरकार को आयात शुल्क अधिसूचना से दूर रहना चाहिए।

भारत ने ताड़ के तेल, छोले और बंगाल चने जैसी कुछ वस्तुओं पर आयात शुल्क लगाया है।

एफआरबीएम अधिनियम में राजस्व घाटे के लक्ष्य को बहाल करने के लिए एक और सुझाव दिया गया था, जिसे 2018 में हटा दिया गया था।

सीतारमण ने राज्यों के बाजार संरचना वित्त मंत्रियों, कृषि निकायों, सामाजिक क्षेत्र के संगठनों, वित्तीय संस्थानों, व्यापार मंडलों और व्यापार निकायों जैसे हितधारकों के विभिन्न समूहों के साथ बजट पूर्व परामर्श किया है। यह कवायद बजटीय कवायद का हिस्सा है।

2023-24 का केंद्रीय बजट 1 फरवरी, 2023 को वित्तमंत्री द्वारा पेश किए जाने की संभावना है।

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