एफएक्स ट्रेडिंग

क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है

क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है
बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी और NFT सहित वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के ट्रांसफर से होने वाली आय पर 30% टैक्स की घोषणा की गई है.

खाएं-पिएं और बिल क्रिप्टोकरेंसी में चुकाएं: देश का पहला क्रिप्टो थीम बेस्ड कैफे भोपाल में; एलन मस्क भी इसके सपोर्टर, जानिए A to Z.

डिजिटल करेंसी के बढ़ते चलन के बीच भोपाल में ऐसा कैफे भी है, जहां आप क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट कर सकते हैं। यह एमपी का क्रिप्टोकरेंसी बेस्ड पहला कैफे है। हालांकि, देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी बेस्ड रेस्टोरेंट दिल्ली के कनॉट पैलेस में पिछले साल से चल रहा है। ट्विटर खरीदने वाले एलन मस्क भी इस क्रिप्टोकरेंसी के सपोर्टर हैं। हम आपको बताएंगे कि आखिर क्रिप्टोकरेंसी है क्या? कैसे इससे पेमेंट की जा सकती है? इसके नफे-नुकसान क्या हैं, लेकिन सबसे पहले जानते हैं इस यूनीक कैफे के बारे में. ।

इस पोल में हिस्सा लेकर आप अपनी राय दे सकते हैं.

क्रिप्टो विला एंड कैफे भोपाल के रोहित नगर इलाके में है। ये कैफे पूरी तरह क्रिप्टोकरेंसी थीम पर बेस्ड है। यहां का मेन्यू भी क्रिप्टोकरेंसी थीम पर ही क्रिएट किया गया है। कैफे संचालक गौरव तिवारी के मुताबिक, डेढ़ महीने में ही कैफे में क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है 30 से ज्यादा लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रांजेक्शन कर चुके हैं। लोग रुपए में भी पेमेंट कर सकते हैं।

कैफे में क्रिप्टोकरेंसी से मिलती-जुलती क्रिएटिव डिशेज हैं। क्रिप्टोकरेंसी कॉइन की तरह डिजाइन फूड आइटम्स यहां की स्पेशियलिटी है। कैफे में एक चॉकलेट बॉम्ब नाम की डिश है, जिसमें से चॉकलेट बम फटता है और अंदर से बिटकॉइन (खाने वाला) निकलता है।

कैफे संचालक का कहना है कि इस कैफे का मकसद लोगों को अवेयर करना भी है, जिससे लोग सही जगह और सही तरीके से इन्वेस्ट कर सकें। क्रिप्टोकरेंसी के 1 कॉइन की कीमत 20 हजार से लेकर 30 लाख रुपए तक है। अब सवाल यह उठता है कि पेमेंट कैसे होगी? मान लीजिए आप बिटकॉइन (एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी) से पेमेंट कर रहे हैं। इस वक्त 1 बिटकॉइन की वैल्यू 30 लाख रुपए है। अगर कैफे में आपका बिल 1 हजार रुपए का बनता है तो इस हिसाब से आपको 0.00034 बिटकॉइन ही देना होगा। क्रिप्टोकरेंसी को वर्चुअल पेमेंट भी कहते हैं।

कैसे करेंगे पेमेंट?
यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसे आप PhonePe, GPay और Paytm से पेमेंट करते हैं। क्रिप्टो-टू-क्रिप्टो पेमेंट करने के लिए एक एक्सचेंज होना चाहिए, जो कि एक ऐप है। क्रिप्टोकरेंसी में भी पेमेंट करने के लिए क्यूआर कोड का यूज कर सकते हैं। क्रिप्टो में पे करने के लिए कस्टमर के पास एक्सचेंज ऐप होना चाहिए। क्रिप्टो विला एंड कैफे में Binance ऐप पर पे कर सकते हैं। यहां सीधे क्रिप्टोकरेंसी टु क्रिप्टो पेमेंट होती है। इसके लिए ऐप पर अकाउंट बनाकर क्रिप्टोकरेंसी खरीदना होगी।

क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें?
आप क्रिप्टोकरेंसी को क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीद सकते हैं। भारत में वजीरएक्स, जेबपे, कॉइनस्विच कुबेर, कॉइन डीसीएक्स गो, कॉइनबेस और बिनान्से समेत कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज साइट पर आपको साइनअप करना पड़ेगा। KYC की प्रोसेस पूरी होने के बाद आप ऐप के एक्सचेंज वॉलेट में रुपए ट्रांसफर कर सकते हैं। फिर इन रुपए से क्रिप्टोकरेंसी को खरीदा जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू घटती-बढ़ती रहती है।

क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट पर कितना चार्ज लगता है?
अभी क्रिप्टोकरेंसी पर किसी देश का नियंत्रण नहीं है। दरअसल, ये डीसेंट्रलाइज्ड करेंसी होती है। डीसेंट्रलाइज्ड सिस्टम में लेन-देन को डिजिटल सिग्नेचर के जरिए वेरिफाई किया जाता है। इसलिए इनके ऊपर कोई भी एजेंसी, सरकार, किसी बोर्ड का अधिकार नहीं होता, जिसके चलते इसके मूल्य को रेगुलेट नहीं किया जा सकता। क्रिप्टो टु क्रिप्टो पेमेंट करने पर कोई चार्ज नहीं लगता है, लेकिन 2022-23 के केंद्रीय बजट भाषण में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी से ट्रांजेक्शन करने पर 1% का TDS भी लगता है।

भारत में क्या है क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नियम?
वैसे तो हमारे देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अभी कोई नियम नहीं बनाए गए हैं। RBI की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक डिजिटल रुपए को ही डिजिटल करेंसी माना जाएगा। जबकि, बिटकॉइन और इथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी को एसेट माना जाएगा।

क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट के फायदे
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ रही हैं, इसलिए इन्वेस्ट करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है। क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट सिक्योर होता है। इसमें ट्रांजेक्शन फीस बेहद कम होती है।

क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट के नुकसान भी
क्रिप्टोकरेंसी किसी भी देश की सरकार द्वारा संचालित नहीं की जाती है। इसलिए फ्रॉड होने पर आप किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। अगर आपका वॉलेट ID एक बार खो जाता है तो उस वॉलेट में आपके जितने रुपए होंगे, वह सब डूब जाएंगे। क्रिप्टोकरेंसी में मार्केट बहुत flexible होता है। इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही रिस्की भी है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे एवं नुकसान | What is Cryptocurrency Explained in Hindi

दुनिया के किसी भी व्यक्ति, संस्था या देश को अपने आवश्यकताओं के पूर्ति और आपसी लेनदेन के लिए एक मुद्रा यानि की एक करेंसी की आवश्यकता होती है। जैसे की भारत में रुपये है, अमेरिका में डॉलर है, इंग्लैंड में पोंड्स है वैसे ही एक नयी करेंसी आजकल प्रचलन में है और वह है क्रिप्टोकरेंसी । तो आइये जानते हैं कि आखिर यह क्रिप्टोकरेंसी है क्या।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर अल्गोरिथम पर बनी होती है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता। यह करेंसी किसी भी औथोरिटी के काबू में नहीं होती है। डॉलर, रुपया, यूरो या अन्य मुद्राओं की तरह ही इस मुद्रा का संचालन किसी भी राज्य, देश, संसथा या सरकार द्वारा नहीं किया जाता। यह एक डिजिटल करेंसी होती है जिसके लिए क्रिप्टोग्राफ़ी का प्रयोग किया जाता है। आमतौर पर इसका प्रयोग किसी सामान के खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जाता है। इसे आप ना तो देख सकते हैं न छु सकते हैं क्यों कि भौतिक रूप से क्रिप्टोकरेंसी का मुद्रण होता ही नहीं है। इसलिए इसे आभासे मुद्रा भी कहा जाता है। पिछले कुछ सालों में ऐसे करेंसी काफी प्रचलित हुई है। आपको पता होना चाहिए कि सर्वप्रथम क्रिप्टोकरेंसी की शुरुवात 2009 में हुई थी जो Bitcoin थे। Bitcoin के अलावा अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी बाजार में उपलब्ध है जिनका प्रयोग आजकल अधिक हो रहा है। जैसे कि RedCoin, Siacoin, Ciscocoin, और Litecoin . Dogecoin .

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

हमें पता है कि किसी भी क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है बस्तु के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं। इसलिए हम यहाँ सबसे पहले क्रिप्टोकरेंसी के लाभ यानि फायदे के बारे में बात करते हैं। फिर भी आमतौर पर हम यह कह सकते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी के लाभ अधिक हैं और घाटा कम।

क्रिप्टोकरेंसी के लाभ या फायदे –

  • क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जिसमें धोखादारी की उम्मीद बहुत कम होती है।
  • अधिक पैसा होने पर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना फायदेमंद है क्यों कि इसके कीमतों में बहुत ज्यादा उछाल आता है। लिहाजा निवेश के लिए यह एक अच्छा प्लेटफार्म है।
  • अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी के वॉलेट उपलब्ध है जिसके चलते ऑनलाइन खरीदारी, पैसे का लेनदेन सब हो चूका है।
  • क्रिप्टोकरेंसी को कोई अथॉरिटी कण्ट्रोल नहीं करती जिसके चलते नोटबंधी और करेंसी का मूल्य घटने जैसा खतरा किसी के भी सामने नहीं आता है।
  • कई देश ऐसे हैं जहाँ कैप्टल कंट्रोल नहीं है मतलब कि यह बात तय ही नहीं है कि देश के बाहर कितना पैसा भेजा जा सकता है और कितना मंगवाया जा सकता है। लिहाजा क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर उसे देश के बाहर आसानी से भेजी जा सकती है और फिर उसे पैसे में रूपांतरित किया जा सकता है।
  • क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होता है जो अपना धन छुपाकर रखना चाहते हैं इसलिए क्रिप्टोकरेंसी पैसे छुपाकर रखने का सबसे अच्छा प्लेटफार्म बनकर उबर रहा है।
  • क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से सुरक्षित है बस आपको उसके लिए ऑथेंटिकेशन में रखने की आवश्यकता होती है क्यों कि ऐसी करेंसी ब्लॉकचैन पर आधारित है। लिहाजा किसी भी प्रकार का ट्रांजेक्शन करने के लिए पुरे ब्लॉकचैन को माइन करना पड़ता है।

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान

  • क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा नुकसान तो यह है कि कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है क्यों कि इसका मुद्रण नहीं किया जाता। मतलब की न तो इस करेंसी के नोट छापे जा सकते हैं और न ही कोई बैंक अकाउंट या पासपोर्ट जारी किया जा सकता है।
  • इसको कंट्रोल करने के लिए कोई देश, सरकार या संस्था नहीं है जिससे इसके कीमत में कभी अधिक उछाल देखा जा सकता है तो कभी बहुत ज्यादा गिरावट। जिसकी बजह से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना जोखिम भरा सौदा है।
  • तीसरा सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसका उपयोग गलत कामों के लिए जैसे हतियार की खरीदारी, ड्रग्स सप्लाई, कालाबाज़ारी आदि में किया जा सकता है। क्यों कि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच में ही किया जा सकता है। लिहाजा यह काफी खतरनाक भी हो सकता है।
  • चौथा नुकसान यह है कि इसको हैक करने का भी खतरा बना रहता है। यह बात हम सभी को पता है कि ब्लॉकचैन को हैक करना उतना आसान नहीं है क्यों कि इसमें सुरक्षा के पुरे इंतजाम होते हैं वाबजूद इस करेंसी के कोई मालिक ना होने का कारण हैकिंग होने से मना भी नहीं किया जा सकता।
  • इसका एक और नुकसान यह है कि यदि कोई ट्रांजेक्शन आपसे गलती से हो गया तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते जिससे आपको घाटा होता है।

क़ानूनी रूप से कितना वैद्य है क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी का नाम जैसे ही आपके दिमाग में आता है सबसे पहला और बड़ा सवाल आपके मन में यही आता होगा कि क्या क्रिप्टोकरेंसी क़ानूनी रूप से वैद्य है? क्या क़ानूनी रूप से इसकी प्रचलन की इजाजत दी गयी है? तो चलिए बताते हैं क़ानूनी रूप से कितना वैद्य है क्रिप्टोकरेंसी।

बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क़ानूनी रूप से कितना वैद्य है क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करना क्या क़ानूनी रूप से सही है अथवा नहीं। दरहसल यह फैसला आपके इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश में रहकर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं क्यों कि कुछ देशों में अभी भी क्रिप्टोकरेंसी को क़ानूनी रूप से मान्यता नहीं मिली है जिसमें भारत भी एक है। यही नहीं कुछ देश में इसे ग्रे जोन में भी रखा गया है। कहने का मतलब यह है कि वहां ना तो इसे औपचारिक रूप से बैन किया गया है और ना ही इसकी प्रयोग की मान्यता दी गयी है। हम यह कह सकते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी में अच्छी ग्रोथ के चलते भारतीय नागरिकों का रुझान भी इसकी तरफ देखने को मिल रहा है। इसलिए हम उम्मीद कर सकते हैं कि आने वाले वक्त में भारत सरकार भी इससे सकारात्मक रूप से लें और इसे वैद्य करने की ओर बढे।

उम्मीद करते हैं कि आपको क्रिप्टोकरेंसी से जुडी यह जानकारी “क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे एवं नुकसान” अच्छी लगी होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों को भी शेयर जरूर करें।

भारतीय लोगों को क्रिप्‍टो स्‍कैम से करोड़ो रूपये का नुकसान हुआ

भारतीय लोगों को क्रिप्‍टो स्‍कैम से करोड़ो रूपये का नुकसान हुआ

  • Date : 26/07/2022
  • Read: 3 mins Rating : -->
  • Read in English: Indians lose crores to crypto scams, as the prices of cryptocurrency continue to fall

भारतीय क्रिप्‍टोकरेंसी स्‍कैम का शिकार हुए

भारतीय लोगों को क्रिप्‍टो स्‍कैम से करोड़ो रूपये का नुकसान हुआ

साइबर सिक्‍योरिटी रिसर्च फर्म CloudSEK की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय क्रिप्टो निवेशकों को कई नकली क्रिप्टो एक्सचेंज स्‍कैम में लगभग 1 ट्रिलियन रुपये का नुकसान हुआ है जो अभी भी चल रहे हैं।

सर्वे के अनुसार, यह हमला तब हुआ जब स्‍कैम करने वाले लोगों ने वेबसाइट की नकल की, और सामान्‍य लोग नकली वेबसाइट की चपेट में आ गए।

ग्‍लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट अब 1 ट्रिलियन डॉलर से कम है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट ने पिछले साल नवंबर में 3 ट्रिलियन डॉलर का रिकॉर्ड मार्केट कैप हिट किया। क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में इस महत्वपूर्ण गिरावट ने भविष्य को लेकर सभी को चिंतित कर दिया है।

क्या होगा यह किसी का अनुमान नहीं है, लेकिन पहले भी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट हमेशा मंदी से उभरा है। हालांकि, अतीत यह नहीं बताता कि भविष्य में क्या होगा। संशय करने वाले और उत्साही लोग स्पेक्ट्रम के विपरीत पक्षों पर हैं, और यह किसी का अनुमान है कि कौन प्रबल होगा।

क्रिप्‍टोकरेंसी की कीमतें

बिटकॉइन (BTC) पिछले 24 घंटों में 3.22% की गिरावट के साथ 20,719 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इथेरियम (ETH) 3.77 प्रतिशत गिरकर 1,182 डॉलर पर आ गया है। बिटकॉइन अपने 52-सप्ताह के उच्च क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है स्तर से लगभग 70% नीचे है। यह पिछले साल में एक बड़ी गिरावट है। लेकिन क्रिप्टो के उत्साही लोगों का मानना है कि BTC ने पहले भी नियमित रूप से इस तरह की गिरावट का सामना किया है, और हर बार यह मजबूत हुआ है। संशय करने वाले लोग बहुत उत्साही नहीं हैं। उनका मानना है कि मौजूदा गिरावट क्रिप्टोकरेंसी में तेजी का अंत है।

हाल ही में लूना कॉइन का लगभग शून्य पर गिरना क्रिप्टोकरेंसी ब्रह्मांड में आश्चर्यचकित करता है। लेकिन उत्साही लोग गिरावट को एक अलग मामला बताकर इसे खारिज कर रहे हैं। संशय करने वाले अपना उत्साह खो रहे हैं और क्रिप्टोकरेंसी को ताश के पत्तों की तरह गिरता हुआ महसूस कर रहे हैं।

कार्डानो (ADA) 3.7 प्रतिशत गिरकर 0.4895 डॉलर, सोलाना 5.24 प्रतिशत गिरकर 38.48 डॉलर, और डॉजकॉइन 3.42% गिरकर 0.718 पर आ गया। कार्डानो का 52-सप्ताह का उच्च स्‍तर 3.098 डॉलर है। डॉजकॉइन का 52-सप्ताह का उच्च स्‍तर 0.347 डॉलर है। सोलाना का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 259.86 डॉलर है।

पिछले साल डॉजकॉइन बहुत लोकप्रिय हो गया क्योंकि डॉजकॉइन से संबंधित विभिन्न रैप्स और मीम्स लोकप्रिय हुए। यह सब सैटर्डे नाइट लाइव शो में समाप्त हुआ जिसमें एलन मस्‍क को दिखाया गया था, जिसे उन्होंने डॉजकॉइन नाम दिया। ऐसा कहा जा रहा था कि डॉजकॉइन जल्द ही 1 डॉलर तक पहुंच जाएगा, लेकिन अब यह एक दूर की कौड़ी और एक सपने जैसा लगता है।

निष्‍कर्ष

आम जनता को बाजार में विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी स्‍कैम से सावधान रहना चाहिए। डुप्लीकेट क्रिप्टोकरेंसी स्‍कैम एक ऐसी चीज है जिसके बारे में आम जनता को पता होना चाहिए। साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बहुत अधिक अस्थिरता के अधीन है, और आपको अत्यधिक जोखिम नहीं लेना चाहिए। आपको केवल उस पूंजी का निवेश करना चाहिए जिसे आप खोना वहन कर सकते हैं।

साइबर सिक्‍योरिटी रिसर्च फर्म CloudSEK की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय क्रिप्टो निवेशकों को कई नकली क्रिप्टो एक्सचेंज स्‍कैम में लगभग 1 ट्रिलियन रुपये का नुकसान हुआ है जो अभी भी चल रहे हैं।

सर्वे के अनुसार, यह हमला तब हुआ जब स्‍कैम करने वाले लोगों ने वेबसाइट की नकल की, और सामान्‍य लोग नकली वेबसाइट की चपेट में आ गए।

ग्‍लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट अब 1 ट्रिलियन डॉलर से कम है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट ने पिछले साल नवंबर में 3 ट्रिलियन डॉलर का रिकॉर्ड मार्केट कैप हिट किया। क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में इस महत्वपूर्ण गिरावट ने भविष्य को लेकर सभी को चिंतित कर दिया है।

क्या होगा यह किसी का अनुमान नहीं है, लेकिन पहले भी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट हमेशा मंदी से उभरा है। हालांकि, अतीत यह नहीं बताता कि भविष्य में क्या होगा। संशय करने वाले और उत्साही लोग स्पेक्ट्रम के विपरीत पक्षों पर हैं, और यह किसी का अनुमान है कि कौन प्रबल होगा।

क्रिप्‍टोकरेंसी की कीमतें

बिटकॉइन (BTC) पिछले 24 घंटों में 3.22% की गिरावट के साथ 20,719 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इथेरियम (ETH) 3.77 प्रतिशत गिरकर 1,182 डॉलर पर आ गया है। बिटकॉइन अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर से लगभग 70% नीचे है। यह पिछले साल में एक बड़ी गिरावट है। लेकिन क्रिप्टो के उत्साही लोगों का मानना है कि BTC ने पहले भी नियमित रूप से इस तरह की गिरावट का सामना किया है, और हर बार यह मजबूत हुआ है। संशय करने वाले लोग बहुत उत्साही नहीं हैं। उनका मानना है कि मौजूदा गिरावट क्रिप्टोकरेंसी में तेजी का अंत है।

हाल ही में लूना कॉइन का लगभग शून्य पर गिरना क्रिप्टोकरेंसी ब्रह्मांड में आश्चर्यचकित करता है। लेकिन उत्साही लोग गिरावट को एक अलग मामला बताकर इसे खारिज कर रहे हैं। संशय करने वाले अपना उत्साह खो रहे हैं और क्रिप्टोकरेंसी को ताश के पत्तों की तरह गिरता हुआ महसूस कर रहे हैं।

कार्डानो (ADA) 3.7 प्रतिशत गिरकर 0.4895 डॉलर, सोलाना 5.24 प्रतिशत गिरकर 38.48 डॉलर, और डॉजकॉइन 3.42% गिरकर 0.718 पर आ गया। कार्डानो का 52-सप्ताह का उच्च स्‍तर 3.098 डॉलर है। डॉजकॉइन का 52-सप्ताह का उच्च स्‍तर 0.347 डॉलर है। सोलाना का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 259.86 डॉलर है।

पिछले साल डॉजकॉइन बहुत लोकप्रिय हो गया क्योंकि डॉजकॉइन से संबंधित विभिन्न रैप्स और मीम्स लोकप्रिय हुए। यह सब सैटर्डे नाइट लाइव शो में समाप्त हुआ जिसमें एलन मस्‍क को दिखाया गया था, जिसे उन्होंने डॉजकॉइन नाम दिया। ऐसा कहा जा रहा था कि डॉजकॉइन जल्द ही 1 डॉलर तक पहुंच जाएगा, लेकिन अब यह एक दूर की कौड़ी और एक सपने जैसा लगता है।

निष्‍कर्ष

आम जनता को बाजार में विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी स्‍कैम से सावधान रहना चाहिए। डुप्लीकेट क्रिप्टोकरेंसी स्‍कैम एक ऐसी चीज है जिसके बारे में आम जनता को पता होना चाहिए। साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बहुत अधिक अस्थिरता के अधीन है, और आपको अत्यधिक जोखिम नहीं लेना चाहिए। आपको केवल उस पूंजी का निवेश करना चाहिए जिसे आप खोना वहन कर सकते हैं।

Cryptocurrency Tax Calculation 2022: क्रिप्टोकरेंसी से आय पर 30% टैक्स का क्या है सही मतलब? कर देनदारी में कैसे जुड़ेगी ये रकम? एक्सपर्ट से समझें पूरा कैलकुलेशन

टैक्स और निवेश एक्सपर्ट बलवंत जैन कहते हैं कि बजट मेमोरेंडम के अनुसार, क्रिप्टोकरंसी या अन्य वर्चुअल डिजिटल एसेट्स में निवेश पर किसी इंडिविजुअल की कुल टैक्स लायबिलिटी ऐसे एसेट्स के ट्रांसफर या ट्रांजेक्शन से होने वाली इनकम का योग होगी.

Cryptocurrency Tax Calculation 2022: क्रिप्टोकरेंसी से आय पर 30% टैक्स का क्या है सही मतलब? कर देनदारी में कैसे जुड़ेगी ये रकम? एक्सपर्ट से समझें पूरा कैलकुलेशन

बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी और NFT सहित वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के ट्रांसफर से होने वाली आय पर 30% टैक्स की घोषणा की गई है.

Cryptocurrency Tax Calculation 2022: बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी और NFT सहित वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के ट्रांसफर से होने वाली आय पर 30% टैक्स की घोषणा की गई है, जिसका क्रिप्टो कम्यूनिटी ने स्वागत किया गया है. भले ही टैक्स काफी ज्यादा है, लेकिन फिर भी क्रिप्टो निवेशक इस बात से खुश हैं कि कम से कम क्रिप्टो पर टैक्सेशन से इसे थोड़ी बहुत मान्यता मिली है. हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया है कि क्रिप्टो सहित VDA से होने वाली इनकम पर टैक्स लगाने का मतलब यह नहीं है कि उन्हें कानूनी मान्यता मिल गई है. इस पर पूरी तरह से स्पष्टता तब होगी, जब डिजिटल एसेट्स को रेगुलेट करने वाला बिल लाया जाएगा. कई क्रिप्टो निवेशक अपनी टैक्स लायबिलिटी की गणना को लेकर कंफ्यूज हैं. यहां हमने ऐसे ही लोगों के कंफ्यूजन को दूर करने की कोशिश की है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

  • टैक्स और निवेश एक्सपर्ट बलवंत जैन ने कहा, “बजट मेमोरेंडम के अनुसार, क्रिप्टोकरंसी या अन्य VDA में निवेश पर किसी इंडिविजुअल की कुल टैक्स लायबिलिटी ऐसे एसेट्स के ट्रांसफर या ट्रांजेक्शन से होने वाली इनकम का योग होगी.” जैन ने आगे कहा, “अगले वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष 2022-23) से क्रिप्टो और NFT सहित डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफर या बिक्री से होने वाले लाभ पर फ्लैट 30% टैक्स लागू होगा. निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि क्रिप्टोकरंसी से होने वाले नुकसान को सेट ऑफ या कैरी फॉरवर्ड नहीं किया जा सकता है.”
  • Cyril अमरचंद मंगलदास के पार्टनर और हेड – टैक्सेशन, एसआर पटनायक ने कहा, “इसका मतलब है कि अगर किसी टैक्सपेयर को वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफर से कोई इनकम हुआ है, तो उस इनकम पर उसे 30 फीसदी की दर से टैक्स देना होगा. इस स्रोत से होने वाली इनकम पर टैक्स की गणना में अन्य स्रोत से होने वाली आय को शामिल नहीं किया जाएगा. इस स्रोत को आय के किसी अन्य स्रोत के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है.”
  • उदाहरण से समझें – DSK लीगल के पार्टनल ऋषि आनंद ने इसे एक उदाहरण से समझाया है. वे कहते हैं, “मान लीजिए, किसी टैक्सपेयर की कुल टैक्सेबल इनकम एक लाख रुपये हैं, जिसमें से 20 हजार रुपये VDA ट्रांसफर से होने वाली इनकम है. इस पर 30 फीसदी के हिसाब से 6 हजार रुपये का टैक्स देना होगा, वहीं 80 हजार रुपये पर एप्लिकेबल स्लैब रेट के हिसाब से टैक्स देना होगा.”

वर्चुअल डिजिटल एसेट से होने वाली इनकम पर कब से देना होगा 30 फीसदी टैक्स

बजट डॉक्यूमेंट के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी और अन्य VDA पर 30% का टैक्स आकलन वर्ष 2023-24 से लागू होगा. इसका मतलब है कि वित्त वर्ष 2022-23 में क्रिप्टो ट्रांजेक्शन से होने वाली आपकी सभी इनकम पर 30% की दर से कर लगेगा. जैन ने कहा कि मौजूदा टैक्सेशन नियमों के अनुसार निवेशक वित्त वर्ष 2021-22 के अंत तक क्रिप्टो और NFT से आय पर कर का भुगतान कर सकते हैं.

PM Kisan 12th Installment Alert: पीएम किसान की 12वीं किस्‍त में बड़ा अपडेट, इन 10 केस में नहीं मिलेगी रकम

Midcap Funds: 3, 5, 10,15 और 20 साल, ये स्‍कीम लगातार दे रही हैं हाई रिटर्न, 1 लाख के बदले 76 लाख तक मिला फंड

टैक्स कैलकुलेशन: क्या क्रिप्टो से फायदा और नुकसान, दोनों होने पर टैक्स देना होगा?

  • क्रिप्टो एसेट्स के ट्रांसफर से घाटा होने पर इसे किसी अन्य इनकम के साथ सेट-ऑफ या कैरी फॉरवर्ड नहीं किया जा सकता. RSM इंडिया के फाउंडर डॉ सुरेश सुराणा ने कहा, “हालांकि, क्रिप्टो एसेट्स के ट्रांसफर से होने वाले नुकसान को उसी वित्तीय वर्ष में क्रिप्टो एसेट्स के ट्रांसफर से होने वाले लाभ के साथ सेट-ऑफ किया जा सकता है.”
  • डॉ सुराणा ने उदाहरण देते हुए कहा, “मान लीजिए, किसी शख्स की सैलरी इनकम 20 लाख रुपये है. उसे बिटकॉइन बिक्री पर 5 लाख रुपये का फायदा और एथेरियम बिक्री पर 2 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. वह नुकसान को सेट-ऑफ कर सकता है और उसे क्रिप्टो (बिटकॉइन और एथेरियम) की बिक्री से होने वाले शुद्ध लाभ 3 लाख रुपये पर टैक्स देना होगा. इसके अलावा, इस पर एप्लिकेबल सरचार्ज (इस मामले में शून्य) और सेस (1.2% viz 4% of 30% tax) भी देना होगा. इस तरह, उस शख्स को कुल मिलाकर 31.2 फीसदी की दर से टैक्स देना होगा. 20 लाख रुपये की सैलरी इनकम पर उस शख्स को 5% से 30% (प्लस सरचार्ज और सेस) के सामान्य स्लैब के हिसाब से टैक्स देना होगा और यह इस बात पर भी निर्भर करेगा कि क्या टैक्सपेयर ने इनकम टैक्स एक्ट की धारा 115BAC के तहत ऑप्शनल टैक्स रिजीम का विकल्प चुना है.”
  • आईआईएम अहमदाबाद में प्रोडक्शन एंड क्वांटिटेटिव मेथड्स के एसोसिएट प्रोफेसर प्रोफेसर अंकुर सिन्हा ने कहा कि सिर्फ गेन पर टैक्स लगेगा, नुकसान पर टैक्स नहीं लगेगा.
  • प्रो सिन्हा ने आगे कहा, “हालांकि, इस एसेट क्लास में निवेश के कारण होने वाले किसी भी नुकसान को किसी अन्य स्रोत से इनकम के खिलाफ सेट-ऑफ नहीं किया जा सकता है. आसान शब्दों में, अगर आपको क्रिप्टो में निवेश से X का नुकसान होता है और कहीं और Y का लाभ होता है, तो आप यह क्लेम नहीं कर सकते कि आप Y-X पर टैक्स का भुगतान करेंगे. दूसरी ओर, अगर आपको क्रिप्टो में निवेश से X का लाभ मिलता है और Y का लाभ कहीं और मिलता है, तो आपको X और Y दोनों पर टैक्स का भुगतान करना होगा.”

क्या क्रिप्टो इनकम पर 30% से ज्यादा टैक्स देना होगा?

इस संबंध में सरकार की ओर से और स्पष्टता की जरूरत है. इस बात को लेकर एक्सपर्ट्स की राय अलग-अलग है कि क्रिप्टो निवेशक को केवल 30% कर का भुगतान करना होगा या सरचार्ज के कारण उससे ज्यादा का भुगतान करना होगा. क्रिप्टोकरेंसी, एनएफटी या अन्य वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफर से इनकम पर भुगतान किया जाने वाला कर 30% से अधिक हो सकता है क्योंकि यह फ्लैट दर लागू सरचार्ज और सेस को छोड़कर है. जैसा कि ऊपर भी एक उदाहरण में भी देखा गया है कि क्रिप्टो लेनदेन से होने वाली आय पर प्रभावी टैक्स 30% से ज्यादा हो सकता है.

  • सुराणा कहते हैं, “क्रिप्टोकरेंसी एसेट्स से होने वाली इनकम के टैक्सेशन में 30 फीसदी टैक्स के साथ ही सरचार्ज और सेस भी शामिल है. टैक्सेबल इनकम के आधार पर टैक्स अमाउंट के 10%, 15%, 25% और 37% की दर से सरचार्ज लागू होता है और टैक्स व सरचार्ज अमाउंट के 4% की दर से सेस लागू होता है. इस तरह, क्रिप्टो एसेट्स के ट्रांसफर से होने वाली आय पर इंडिविजुअल / HUF के मामले में टैक्सेबल इनकम के आधार पर 31.2%, 34.32%, 35.88%, 39% और 42.744% का टैक्स लागू हो सकता है.”
  • हालांकि, पटनायक का मानना है कि क्रिप्टो से होने वाली आय पर भुगतान किया जाने वाला वास्तविक कर 30% से अधिक नहीं होगा.
  • पटनायक ने इसे उदाहरण के साथ समझाते हुए कहा, “मान लीजिए कि मिस्टर X क्रिप्टोकरेंसी में 100,000 US$ का निवेश करता है और 10,000 यूनिट प्राप्त करता है. वह उन्हें 2,000 यूनिट की 5 किस्तों में बेचने का फैसला करता है और इससे 15,000 US$, 25,000 US$, 40,000 US$, 75,000 US$ और 5,000 US$ प्राप्त करता है. इस तरह, 100,000 US$ के निवेश पर मिस्टर X को कुल मिलाकर 160,000 US$ प्राप्त हुए. इसलिए, उसे 60,000 US$ की शुद्ध आय पर 30% की दर से कर यानी 18,000 US$ (60,000 US$ का 30%) का भुगतान करना होगा. इसे उनकी अन्य आय के साथ जोड़ा जाएगा और उन्हें अपनी कुल आय पर लागू सरचार्ज और एजुकेशन सेस के साथ टैक्स का भुगतान करना होगा.”

क्या एयरड्रॉप्ड क्रिप्टो टोकन या एनएफटी पर भी देना होगा टैक्स?

EarthID के VP- रिसर्च एंड स्ट्रैटेजी, शरत चंद्र ने बताया कि केवल क्रिप्टो निवेशक ही नहीं, बल्कि जिन्होंने गिफ्ट के रूप में एयरड्रॉप्ड क्रिप्टो टोकन या एनएफटी प्राप्त किया है, उन्हें भी टैक्स का भुगतान करना होगा.

क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा?

आपको टैक्स तभी देना होगा जब आप ट्रांजेक्शन, ट्रांसफर या एक्सचेंज या क्रिप्टो एसेट्स से इनकम प्राप्त करेंगे. एक्सपर्ट्स के अनुसार, क्रिप्टो रखने के लिए कोई कर नहीं देना है.

क्रिप्टो करेंसी क्या है

प्रत्येक देश की अपनी एक करेंसी अर्थात मुद्रा होती हैं और उसका एक निश्चित नाम भी होता है, जैसे कि भारत में रूपया, अमेरिका में डालर, अरब का रियाल आदि | किसी भी देश की करेंसी के माध्यम से उस देश की अर्थव्यवस्था संचालित होती है |

इन सभी करेंसी को आप देख सकते है, अपनें पास एकत्र कर सकते है परन्तु आज की इस डिजिटल दुनिया में एक नई तरह की करेंसी आ गयी है, जिसे न ही हम देख सकते है और ना ही हम छू सकते है, क्योंकि यह डिजिटल फॉर्म में होती हैं | इस डिजिटल करेंसी का नाम क्रिप्टोकरेंसी है | क्रिप्टो करेंसी क्या है, क्रिप्टो करेंसी के प्रकार व नाम के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी विधिवत रूप से दे रहे है |

क्रिप्टो करेंसी का क्या मतलब होता है ?

Table of Contents

क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है, जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है | यह एक ऐसी मुद्रा है, जिसे किसी भी देश की सरकार लागू नहीं करती है | इस मुद्रा पर किसी देश, राज्य या किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है अर्थात यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जो डिजिटल रूप में होती है इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी द्वारा आप किसी भी तरह की वस्तु या सेवाएं खरीद या बेच सकते हैं।

क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत सबसे पहले जापान के सतोषी नाकमोतो नामक इंजीनियर नें वर्ष 2009 में की थी और पहली क्रिप्टो करेंसी का नाम बिटकॉइन है | हालाँकि शुरुआत में इसे कोई खास सफलता नहीं मिली परन्तु कुछ समय बाद यह काफी प्रचलित हुई और इसकी कीमत आसमान छूने लगी और धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फ़ैल गयी |

क्रिप्टो करेंसी के प्रकार (Types Of Crypto Currency)

वर्तमान समय में लगभग 1 हजार से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उपलब्ध हैं, परन्तु इनमें से कुछ क्रिप्टो करेंसी ऐसी है, जिनका उपयोग सबसे अधिक किया जा रहा है, इनके नाम इस प्रकार है-

बिटकाइन (Bitcoin)

बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है, मुख्य रूप से इसका उपयोग बड़े-बड़े सौदो में किया जाता है|

सिया कॉइन (Sia Coin)

सिया कॉइन को एससी के नाम से भी जाना जाता है, ग्रोथ करने के मामले में बिटकॉइन के बाद सियाकॉइन का नंबर आता है |

लाइटकॉइन (Lite Coin)

लाइटकॉइन का अविष्कार वर्ष 2011 में चार्ल्स ली द्वारा किया गया था, यह क्रिप्टोकरेंसी भी बिटकॉइन की तरह ही हैं, जोकि डीसेंट्रलाइज्ड भी हैं और साथ ही पीर टू पीर टेक्नोलॉजी के तहत कार्य करती हैं |

डैश (Dash)

यह दो शब्दों डिजिटल और कैश को मिलकर बनाया गया है | इस क्रिप्टोकरेंसी को बिटकॉइन की तुलना में अधिक विशेषताओं के साथ शुरू किया गया है | अन्य क्रिप्टोकरेंसी की अपेक्षा इसमें सुरक्षा को अधिक महत्व दिया जाता है | इसमें एक विशेष प्रकार की एल्गोरिथम और टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है |

रेड कॉइन (Red Coin)

रेड कॉइन एक ऐसी क्रिप्टो करेंसी हैं, जिसका उपयोग विशेष अवसरों पर लोगों को टिप देने के लिए किया जाता है।

एसवाईएस कॉइन (SYS Coin)

एसवाईएस कॉइन एक ऐसी क्रिप्टो करेंसी हैं, जो अन्य क्रिप्टो करेंसी की अपेक्षा बहुत ही तेज गति से कार्य करती है | मुख्य रूप से इसका प्रयोग पैसों के लेनदेन में जैसे संपत्ति को खरीदने या बेचने आदि में किया जाता है | एसवाईएस कॉइन, बिटकॉइन का एक भाग है जो डीप वेब में कार्य करता है।

ईथर और ईथरम (Ether Or Etherm)

इस करेंसी का प्रयोग इंटरचेंज करेंसी के रूप में किया जाता है | यह प्रकार का टोकन होता है, जिसका प्रयोग ईथरम ब्लाक चैन के अंतर्गत लेन-देन के लिए किया जाता है |

मोनेरो (Monero)

मोनेरो एक अलग तरह की क्रिप्टोकरेंसी है, जिसमें एक विशेष प्रकार की सिक्यूरिटी का प्रयोग किया जाता है, जिसे रिंग सिग्नेचर का नाम दिया गया है | इसका सबसे अधिक प्रयोग डार्क वेब और ब्लॉक मार्केट में किया जाता है | इस करेंसी की सहायता से स्मगलिंग, ब्लैक मार्केटिंग आदि की जाती है |

रेटिंग: 4.76
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 732
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *