डे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करें इन हिंदी, शेयर बाज़ार, शेयर ट्रेडिंग, इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, ट्रेडिंग टिप्स
दोस्तों, आजकल शेयर बाज़ार में कमाई (share market me kamai) का आकर्षण सर चढ़कर बोल रहा है। आज का हर इंसान ये जाने बग़ैर कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करते हैं? (share market me trading kaise karte hain?) शेयर बाज़ार (share market) में आकर्षक फ़ायदा देखकर ख़ुद भी शेयर मार्केट में पैसा लगाकर मनचाहा पैसा कमाना चाहता है। वाक़ई शेयर मार्केट का लालच इतना मज़ेदार है कि आजकल लाखों लोग इस मार्केट का हिस्सा बनना चाहते हैं। आज हम इस अंक में जानेंगे शेयर मार्केट में पैसा कैसे कमाया जाता है? (share market me paisa kaise kamaya jata hai?)
आज मैं आपकी इस समस्या का आसान समाधान करने वाला हूँ बस आप इस लेख के अंत तक बने रहिये। निश्चित तौर पर आप जान जायेंगे कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करें? (Share market me trading kaise kare?) मुझे पूरा यक़ीन है कि आप इस अंक में बताए गए तरीक़ों से अच्छा ख़ासा पैसा कमाने वाले हैं।
शेयर बाज़ार में आने वाले हर आदमी का यही उद्देश्य होता है कि वह शेयर मार्केट में प्रवेश करने के बाद कम से कम ₹1000 से ₹2000 रोज़ाना तो कमा ही ले, वैसे भी आजकल हर व्यक्ति अपनी जॉब के साथ-साथ कुछ पार्ट टाइम काम करना चाहता है। फ़िर ऐसे में शेयर मार्केट से बेहतर भला कौन सा रास्ता हो सकता है? क्योंकि शेयर बाज़ार का रिटर्न भी काफी आकर्षक होता है।
कितने निवेश की आवश्यकता पड़ेगी?
सबसे पहले तो आप यह जानना चाह रहे होंगे कि शेयर मार्केट में इस तरह के रिटर्न्स पाने के लिए आपको कम से कम कितने amount की ज़रूरत होगी। तो मैं आपको बता दूँ कि लगभग ₹1000 कमाने के लिए आपको कम से कम ₹25000 के निवेश करने की आवश्यकता होगी। इससे भी आप ज़्यादा कमाना चाहते हैं तो इसकी कोई सीमा नही। बल्कि यदि आप अधिक निवेश investment करते हैं तो आपके नुक़सान के चांस उतने ही कम होते चले जायेंगे। यदि आपको पता है कि ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? (trading kaise kiya jata hai?) तो निश्चित रूप से आप अच्छे इन्वेस्टर डे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें के साथ-साथ अच्छे ट्रेडर भी साबित हो सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? | Intraday trading in hindi
शेयर बाज़ार में पूरे दिन में, कुछ घंटो के लिए या किसी एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। मान लीजिये बाज़ार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक़ मुनाफ़ा मिल रहा है तो आप उसी समय square off यानि कि उस शेयर को बेचकर निकल सकते हैं।
इंट्राडे में अगर आपने उस ख़रीदे हुए शेयर को नहीं भी बेचा। तब भी वह अपने आप सेल ऑफ हो जाता है। अर्थात आपको मुनाफ़ा हो या घाटा, हिसाब उस दिन के अंत तक हो जाता है। जबकि डिलीवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जब तक चाहें होल्ड hold करके रख सकते हैं। इंट्रा डे की एक विशेषता यह है कि आपको ब्रोकरेज ज़्यादा देनी पड़ती है। लेकिन इस ट्रेडिंग की एक ख़ासियत यह भी है कि इसमें आप जब चाहे तभी मुनाफ़ा कमाकर डे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें निकल सकते हैं।
इंट्राडे में ट्रेड करने के फ़ायदे | Intraday trading in hindi
आप कम पैसे लगाकर ज़्यादा आकर्षक कमाई की सोच रहे हैं तो आपके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग intraday trading एक बेहतर मौक़ा बनकर आ सकता है। क्योंकि इसमें आपको अच्छा मार्जिन मिलता है वो भी काफ़ी आकर्षक। यह मार्जिन आपको आपके ब्रोकर के द्वारा दिया जाता है जिसका आपसे कोई चार्ज भी नहीं लिया जाता है। यानि कि इंट्राडे में ट्रेडिंग के फ़ायदे (intraday trading ke fayde) बहुत अच्छे हैं।
वैसे आपको अधिक से अधिक फ़ायदा और कम से कम नुक़सान यानि कि कम से कम रिस्क पर ट्रेडिंग करनी हो तो मेरी सलाह यही रहेगी कि आप जितना हो सके इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) ही करें। क्योंकि कम पैसा लगाकर ज़्यादा कमाई करने के लिये इंट्राडे ट्रेंडिंग बेहतर माध्यम हो सकता है।
तो चलिये अब देर न करते हुए मैं आपको कुछ ऐसे टिप्स दे देता हूँ जिसे अपनाकर आप इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) में अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स | Intraday trading tips in hindi
दोस्तों शेयर मार्केट के जानकारों के मुताबिक़, आप इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेश करें या डिलीवरी ट्रेडिंग में। सबसे पहले तो आपको इस मार्केट के लिए ख़ुद को तैयार करना होगा। यही कि आप किसलिए इस share market में निवेश (investment) करना चाहते हैं? आपका लक्ष्य क्या है? ताकि आप उसी हिसाब से अपनी रणनीति बना सकें। और अपनी कमाई कर सकें।
इंट्राडे ट्रेडिंग में वैसे तो कमाई बहुत अच्छी हो सकती है। लेकिन इसमें बहुत सारा रिस्क भी है। इसीलिये अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो कुछ अहम बातें ध्यान में रखनी होगी। चाहे परिस्थितियाँ जैसी भी हों।
इसलिए मैं आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में मनचाहा पैसा कमाने के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी बताना चाहता हूँ। जिन्हें फॉलो करके आप इंट्रा डे ट्रेडिंग से अपने मुताबिक़ मुनाफ़ा कमा सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं intraday me trading kaise kare? इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? कुछ महत्वपूर्ण टिप्स-
1. सबसे पहले हाई लिक्विड वाले शेयर का चुनाव करना है तथा उन पर पैनी नज़र रखना होगा। पैनी नज़र का अर्थ है पिछले कुछ दिनों से कुछ चुनिंदा शेयरों की चाल को ध्यान में रखना। ताकि उन शेयरों के उतार-चढ़ाव को देखकर आप अपना सटीक अनुमान लगा सकें। वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनाए रखें। इसी में आपकी भलाई है।
2. शुरुआती दिनों में इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय ज़्यादा रिस्क लेना जायज़ नहीं होगा। यह आपके लिए बेहद ख़तरनाक हो सकता है। इसके लिए न्यूज़ वगैरह में एनालिसिस देखते रहें।
3. आपको 10 से 12 स्टॉक की एक सूची बना लेनी चाहिए ताकि जब भी कोई ट्रेड करना हो। इन्हीं 10-12 स्टॉक की सूची में से किसी शेयर को चुन सकें। कभी भी दूसरे के विश्लेषण से काम न करें पहले अपना दिमाग़ अवश्य लगाएं। इंट्राडे ट्रेडिंग में अंधाधुंध 8-10 स्टॉक में ट्रेडिंग करने के बजाय अच्छे वाले 2-3 शेयर्स का चुनाव करते हुए उनमें ट्रेड करना बेहतर होता है।
4. शेयर चुनते वक्त बाज़ार का ट्रेंड देखना ज़्यादा बेहतर होता है। साथ ही कंपनी की पोर्टफोलियो भी चेक करते रहें। आप चाहे तो किसी शेयर को के बारे में किसी ट्रेडिंग एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं।
5. इंट्राडे ट्रेडिंग में अचानक किसी भी स्टॉक में उछाल अथवा गिरावट तेज़ी से आने लगते हैं। इसलिए ज़्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस ज़रूर तय कर लेना चाहिए। जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके। यही इंट्राडे ट्रेडिंग का मूल मंत्र है।
6. इंट्राडे ट्रेडिंग में जितना हो सके अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की ही ख़रीदारी करें। ताकि इन शेयरों के बारे में आप अच्छी तरह अनुमान लगा सकें। इस तरह के शेयरों की प्रकृति एक दूसरे से मिलती जुलती होती है। ऐसे शेयर्स का ट्रेंड भी मिलता जुलता होता है।
7. इंट्राडे ट्रेड के लिये उतनी ही धनराशि में निवेश करें जितना आप नुक़सान सहने यानि कि जोख़िम उठाने में सक्षम हों। ख़ुद को जितना हो सके, भावनात्मक रूप से प्रभावित होने से बचाएँ। अपने आपको इस तरह नियंत्रित करने से किसी भी वित्तीय संकट से बचने में मदद मिलती है।
8. इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे ख़ास बात होती है सही समय में एंट्री। सही समय में मार्केट में entry करना ही उस दिन की ट्रेड की दिशा निश्चित करती है। ग़लत समय में की गयी entry आपके मुनाफ़े को नुक़सान में बदल सकती है। चूँकि बाज़ार शुरू होने से लगभग 1 घंटे तक अस्थिर होता है। इसलिए बेहतर अवसर का इंतज़ार करें। अतिउत्साह में market में entry लेने से बचें।
9. किसी भी ट्रेड को करने से पहले उस ट्रेड का target और stop loss तय कर लें। स्टॉप लॉस (stop loss) लगाने से आप किसी संभावित नुक़सान को सीमित कर सकते हैं।
10. डर, लालच और घबराहट और अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखें। क्योंकि अगर आप नियंत्रित करने में क़ामयाब हो जाते हैं तो यूँ समझिए कि आपको शेयर मार्केट में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। अगर ऐसा नहीं है तो समझिए शेयर मार्केट आपके लिए नहीं है।
उम्मीद है इस अंक में आपने शेयर बाज़ार से पैसा कमाने का तरीका जान लिया होगा। मैं आशा करता हूँ आप इस इंट्राडे ट्रेडिंग फार्मूला को ज़रूर फॉलो करेंगे। और इंट्राडे ट्रेडिंग में अपना मनचाहा मुनाफ़ा सुनिश्चित करेंगे।
इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें
शेयर बाजार (Share Bazaar) में इंट्रा-डे (Intra day) या एक ही दिन में खरीद-बिक्री करने का चलन बढ़ ही रहा है। डे-ट्रेडर (Day Trader) के लिए सही शेयरों का चयन सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें यदि थोड़ी-सी चूक हो जाए तो कुछ ही घंटों में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे समय, शेयरों का सही विकल्प आपको औसत रिटर्न डे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें आन इनवेस्टमेंट आरओआई से अधिक कमाने में मदद कर सकता है।
इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें
प्ले इट सेफ- लिक्विड स्टॉक्स में ही ट्रेड करें
कभी सोचा है कि किसी खास दिन सही शेयर लेने के लिए एक ट्रेडर को दी गई सबसे अच्छी टिप क्या हो सकती है? आप इसे एक शब्द में लिख सकते हैं - लिक्विडिटी! लिक्विड स्टॉक का लाभ यह है कि आप उन्हें बड़ी मात्रा में खरीद सकते हैं और कीमत पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़े बिना भी बेच सकते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि कम लिक्विड स्टॉक को खरीदने वालों की संख्या ज्यादा नहीं होती और इसलिए अधिक मात्रा में खरीदने और बेचने का मौका नहीं मिल पाता। हालांकि, कुछ ट्रेडर्स का मानना है कि तेजी से कीमतों में बदलाव के कारण कम लिक्विड या जो शेयर लिक्विड नहीं होते, उनमें अधिक अवसर मिलते हैं। आंकड़े ऐसा नहीं कहते। यदि स्टॉक्स लिक्विड नहीं हैं तो कम अवधि में चालें बनती हैं। अधिकांश लाभ का फायदा नहीं उठा पाते और यह शेयर इसी तरह डाउनसाइड भी तेजी से फिसलते हैं।
अच्छे सहसंबंध वाले शेयरों में ट्रेडिंग करें
ऐसे शेयर चुनें जिनका प्रमुख सेक्टरों और सूचकांकों के साथ ज्यादा संबंध है। यह सलाह इंट्रा-डे ट्रेडर के लिए सबसे अच्छे सुझावों में से एक है। सही स्टॉक वे हैं जिनका प्रमुख क्षेत्रों और सूचकांकों के साथ उच्च सह-संबंध होता है। आप देखें, शेयर की कीमत इंडेक्स या सेक्टर के ऊपर जाने पर बढ़ती है। यह बताता है कि ग्रुप की भावना के साथ कदम बढ़ाने वाले और सह-संबंध रखने वाले स्टॉक विश्वसनीय होते हैं और सेक्टर के अपेक्षित मूवमेंट को फॉलो करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत होता है, तो यह अमेरिकी बाजारों पर निर्भर सभी इंफर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) कंपनियों को प्रभावित करेगा। मजबूत रुपया आईटी कंपनियों के लिए कम कमाई का संकेत देता है। तद्नुसार, कमजोर रुपए का अर्थ है कि ऊपर उल्लेखित कंपनियों के लिए हायर एक्सपोर्ट इनकम।
रिसर्च के बाद ही चुनें अपने स्टॉक्स
क्वालिटी रिसर्च सही स्टॉक लेने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आप जिन शेयरों को ट्रेड करने जा रहे हैं, उनके बारे में जानने से ज्यादा भरोसेमंद कुछ नहीं हो सकता। दुर्भाग्य से, अधिकांश ट्रेडर स्टॉक चुनने से पहले पर्याप्त रिसर्च नहीं करते। यह या तो रिसर्च के महत्व के प्रति अज्ञानता के कारण हैं या लापरवाही की वजह से। ज्यादातर मामलों में ये दोनों कारण हैं। यदि आपके पास पर्याप्त जानकारी हो तो आपके ट्रेड की स्पीड बढ़ जाती है। आपकी क्षमता बढ़ जाती है। इंट्रा-डे ट्रेडर के रूप में आप निश्चित ट्रेडिंग घंटों में छोटे मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर संपत्ति बना सकते हैं। इस प्रकार, एक अच्छा आरओआई हासिल करने के लिए त्वरित निर्णय लेना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
खुद ही चार्ट पढ़ने की क्षमता विकसित करें
आपको पता है कि इंट्रा-डे ट्रेडर के तौर पर कारोबार शुरू करने के लिए आपको पहले दिन से ही टेक्निकल चार्ट्स पर निर्भर रहना होगा और यदि आप उन चार्ट्स को खुद ही पढ़ने लगते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। बिजनेस की इस लाइन में आप चार्ट के माध्यम से मुश्किल फैसले ले सकते हैं। चार्ट यह समझने के लिए बैरोमीटर का काम करते हैं कि क्या हो रहा है, क्या काम करता है और क्या नहीं। इस तरह, चार्ट पढ़ने की क्षमता एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्किलसेट है। यह ध्यान में रखते हुए कि आपने चार्ट पढ़ने और समझने का कौशल विकसित किया है, यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जिन शेयरों पर आपने नजर रखी है, वह निश्चित चार्ट पैटर्न प्रोजेक्ट करते हैं। ऐसे स्टॉक में ट्रेड करना उचित नहीं है जिसके बारे में पर्याप्त इतिहास न हो और न ही आपको ऐसे शेयरों का विकल्प चुनना चाहिए जो एक स्पष्ट पैटर्न नहीं दिखाते हो। लंबे इतिहास वाले स्टॉक आपको किसी पैटर्न के दोहराने के पैटर्न और ट्रेड में मदद कर सकते हैं।
बाजार को चुनौती न दें- उस दिन के ट्रेंड के साथ चलें
बड़ी संख्या में व्यापारी विरोधाभासी परिदृश्यों को फॉलो कर सकते हैं। लेकिन, अधिकांश व्यापारिक दुनिया बाजार की लहरों की सवारी पसंद करती है। इस प्रक्रिया में बाजार में किसी ट्रेंड को पहचानकर और उसकी सवारी करके की जाती है। आपको एक स्पष्ट तस्वीर देने के लिए, जब आप नोटिस करते हैं कि मार्केट बढ़ रहा है, तो आपको उन शेयरों को चुनना चाहिए जो आपको अधिक विस्तारित अवधि के लिए अपनी पोजिशन होल्ड रखने की अनुमति देते हैं। इसके विपरीत, यदि बाजार गिर रहा है, तो आपको छोटी पोजिशन पर विचार करना चाहिए।
इंट्रा डे ट्रेडिंग अलग तरह का है गेम
इंट्रा-डे ट्रेडिंग बिल्कुल ही अलग तरह का खेल है। टॉप पर बाहर आने के लिए, आपको उन नियमों और ट्रेंड्स को जानना होगा जो बाजार को परिभाषित करते हैं। सदियों पुरानी विद्या कहती है कि निरंतर ज्ञान हासिल करने की कोशिश आपके कौशल और जागरूकता को बढ़ाती है। संपूर्ण ट्रेड निष्पादित करने के लिए ज्ञान और कौशल का होना महत्वपूर्ण है। आखिरकार, आप मुनाफा कमाने के लिए ट्रेडिंग कर रहे हैं। जैसे, यह सुनिश्चित करने का पक्का तरीका है कि आप उन शेयरों के बारे में सब कुछ जान लें जो आप खरीदने और ट्रेड करने जा रहे हैं।
एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें
आप ना केवल मूल्य में वृद्धि होने पर अभी तो मूल्य में गिरावट आने पर भी कमा सकते हैं। यदि शेयर का प्राइस गिर रहा है और आपको लगता है कि यह और गिरेगा तो इस स्थिति में आप शेयर बेचकर करके पैसे कमा सकते हैं।
निम्नलिखित कदमों का उपयोग करके आप इंट्राडे में स्टॉक्स बेचकर कमाई कर सकते हैं:
- अपने एंजल ब्रोकिंग ऐप से सर्च आइकन को क्लिक कीजिए तथा उस स्टॉक को ढूंढिए जिसमें आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं। सबसे पहले रिजल्ट पर क्लिक कीजिए। आप यदि यह सोचते हैं की मूल्य पहले से ही बहुत अधिक है और निश्चित ही इनमें गिरावट आएगी तो Sell बटन को दबाइए।
- Quatity फील्ड में जितने शेयर आप बेचना चाहते हैं उनकी संख्या लिखिए और उसके बाद यह निश्चित कीजिए की क्या आप डे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें मार्केट ऑर्डर प्लेस करना चाहेंगे या लिमिट ऑर्डर (मैं ऊपर समझा चुका हूं)।
- Intraday को Product Type के रूप में चुने।
- बाकी बचे दो फील्ड्स को ना छुएं और सेल ऑर्डर को प्लेस करने के लिए Sell बटन को दबाएं।
- अपने सेल आर्डर के विवरण को कंफर्म करने के लिए Confirm को क्लिक करें।
- आपका ऑर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा और आप तभी कमा पाएंगे यदि मूल्य में गिरावट आती है तथा आपको हानि होगी यदि मूल्य में वृद्धि होती है। डे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
- होने वाली हानि को सीमित करने के लिए स्टॉप लॉस ऑर्डर को प्लेस करना ना भूलें।
- तय किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति के बाद एग्जिट करें और अपने स्टॉप लॉस ऑर्डर को कैंसिल करें।
इस प्रकार, एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे में बेचकर आप कमाई कर सकते हैं।
अस्वीकरण: इस पोस्ट में उपलब्ध सूचना केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। कृपया किसी भी सुझाव को निवेश की सलाह के रूप में ना लें। ट्रेडिंग जोखिम से संबंधित होती है इसीलिए इसे ध्यानपूर्वक करें।
F&O के जरिए ऐसे होगी ऊंची कमाई, एक दिन में हो सकते हैं मालामाल
इंट्रा-डे ट्रेडिंग एक स्ट्रैटजी होती है जो किसी भी एसेट में एक सत्र के दौरान मूल्यों में आए तेज बदलाव का फायदा उठाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसमें निवेशक का पैसा काफी कम समय के लिए बाजार में रहता है।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। शेयर बाजार में कमाई के लिए दो तरह की रणनीतियां अपनाई जाती हैं। पहली रणनीति में कमाई की उम्मीद रखने वाला वर्ग निवेशकों का होता है जो बाजार में पैसा पनपने के लिए छोड़ते हैं और समय के साथ ऊंचे रिटर्न हासिल करने की कोशिश करते हैं। वहीं दूसरा वर्ग ट्रेडर्स का होता है जो बाजार में छोटी-छोटी अवधि के कई ट्रेड यानी इंट्रा डे ट्रेड से अपना रिटर्न ऊंचा बनाते हैं। दोनो ही तरीकों के अपने फायदे और नुकसान हैं। हालांकि आम लोगों को जो वर्ग सबसे ज्यादा आकर्षित करता है वो वर्ग ट्रेडर्स का होता है, क्योंकि इसमें छोटी अवधि के दौरान ऊंची कमाई दिखती है।
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क्या होती है इंट्रा डे ट्रेडिंग
इंट्रा डे ट्रेडिंग का मतलब एक सत्र के अंदर ही कारोबार को पूरा करना होता है। आमतौर पर शेयर बाजार सुबह सवा 9 बजे से दोपहर बाद साढ़े तीन बजे तक खुला रहता है। अगर कोई कारोबारी सुबह कोई खरीद या बिक्री का सौदा करता है और शाम को इसी सौदे का उल्टा, यानी सुबह की खरीद पर शाम को बिक्री या फिर सुबह की बिक्री पर शाम को खरीद करता है तो इससे उसकी पोजीशन खत्म हो जाती है और एक ही दिन में वो वास्तविकता में बिना पैसे लगाए मुनाफा कमा लेता है। इसे ऐसे समझिए कि अगर कोई शख्स सुबह किसी शेयर को 100 रुपये में खरीदता है और शाम को वो 102 रुपये में इसी शेयर को बेच देता है तो अकाउंट में सुबह एक शेयर जुड़कर शाम को एक शेयर घट जाता है यानी बैंलेंस शून्य रहता है। वहीं खाते से 100 रुपये कटते हैं लेकिन 102 रुपये मिलते हैं यानी खाते में 2 रुपये बढ़ जाते हैं। इसका मतलब यह है कि आपके पोर्टफोलियो में बिना कोई शेयर बढ़े या घटे आपके बैंक खाते में 2 रुपये बढ़ जाते हैं।
क्यों ट्रेडर्स करते हैं इंट्रा-डे ट्रेडिंग
इंट्रा डे ट्रेडिंग काफी जोखिम भरा काम है लेकिन इसमें माहिर ट्रेडर्स के लिए ये छोटी रकम से मोटा मुनाफा कमाने का तरीका भी है। दरअसल इंट्रा डे की मदद से आप एक ही रकम को बार बार इस्तेमाल कर हर ट्रेड से मुनाफा कमा सकते है। इसमें हर शाम पोजीशन खत्म करने से आपकी रकम अगले दिन नए सौदे के लिए फ्री हो जाती है। हालांकि इसमें जोखिम काफी ज्यादा होता है, ऐसे में इंट्रा डे सौदे करने के लिए या तो आपके पास बाजार की अच्छी समझ होनी चाहिए या फिर आपके पास बाजार को समझने वाला एक सलाहकार होना चाहिए। 5paisa आपको इसी तरह बाजार से जुड़ी अपनी टिप्स देता है जिसके जरिए आप इंट्रा डे में यानी एक दिन में ही बाजार में कमाई कर सकते हैं।
एफएंडओ स्टॉक्स में इंट्रा-डे ट्रेडिंग
इंट्रा-डे ट्रेडिंग एक स्ट्रैटजी होती है जो किसी भी एसेट में एक सत्र के दौरान मूल्यों में आए तेज बदलाव का फायदा उठाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसमें निवेशक का पैसा काफी कम समय के लिए बाजार में रहता है और तेजी से ट्रेड की वजह से कुल रकम पर रिटर्न बेहद ऊंचे हो जाते हैं। इस रणनीति का फायदा एफएंडओ में भी उठाया जाता है जहां डेरिवेटिव्स में एक सत्र के दौरान आए तेज उतार-चढ़ाव से ऊंचे रिटर्न बनाए जाते हैं। वहीं एफएंडओ स्टॉक्स में इंट्रा-डे ट्रेडिंग का एक और फायदा मिलता है। दरअसल, मार्जिन की वजह से एफएंडओ स्टॉक्स में ट्रेड कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू के काफी कम अमाउंट पर किया जा सकता है यानी आप जितनी रकम सामान्य स्टॉक्स की ट्रेडिंग में लगाते हैं उतनी ही रकम से एफएंडओ में इससे कहीं ज्यादा बड़े सौदे कर सकते हैं। अगर आपकी गणित सही रहा तो एफएंडओ स्टॉक में इंट्रा डे रणनीति से आप अपना फायदा उतनी ही रकम पर कई गुना बढ़ा सकते हैं।
हालांकि इस तरह की रणनीति में रकम डूबने के खतरे भी ज्यादा होते हैं ऐसे में आपको सही सलाह की जरूरत होती है। 5paisa का F&O segment पर पूरा फोकस है और एप आपको उसी रकम से तेजी के साथ ऊंचे रिटर्न पाने में मदद करता है. अगर आप अपनी रकम का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहते हैं तो 5paisa के साथ अकाउंट खोल कर बाजार में अपनी जर्नी शुरू करें और देखें कि कैसे कम रकम से भी ऊंचे रिटर्न हासिल किए जा सकते हैं।
ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?
दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.
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ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)
ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.
Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.
उदाहरण- अगर हम शेयर मार्केट में शेयर्स खरीदते हैं तो कोई दूसरा व्यक्ति उन शेयर्स को बेच रहा होगा. मान लीजिए कि आपने किसी होलसेल स्टोर से कोई सामान 50 खरीदा और उसके बाद में उसका दाम बढ़ने पर आपने उसे 60 रूपये में बेच दिया तो इसे ट्रेडिंग कहा जायेगा. वैसे तो Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी को ये नही पता होता है कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या उतार-चढाव आएगा.
ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.
शेयर मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है?
शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती है, इसमें एक ही दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
स्विंग ट्रेडिंग मे शेयर्स को खरीदकर कुछ दिनो या कुछ हप्तो के अंदर बेचा जाता है इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही होती है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर नुकसान और फायदे को आसानी से झेल सकते है, स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्कैलपिंग ट्रेडिंग से काफी अलग होता है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए भी करते हैं.
शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग (Short term trading)
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो की होती है उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होता है इसमें आपको अपने स्टॉक पर नजर रखनी होती है तभी आप अपने स्टॉक को मिनीमाइज कर सकते है.
लॉंग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
जब कोई ट्रेडिंग एक साल या उससे ज्यादा समय में की जाती है तो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहते है.
इसे भी पढ़े?
आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (Trading kya hai in hindi) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.