क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है

Zee Business Exclusive: शेयरों का मिलेगा बेस्ट भाव ! सस्ते में मिलेंगे शेयर, महंगे में बिकेंगे
SEBI बड़े सौदों के लिए आर्डर बुक मर्ज करने पर विचार कर रहा है. निवेशकों को सस्ते में मिलेंगे शेयर, पर बिकेंगे महंगे में. जिस एक्सचेंज पर जितना बेस्ट प्राइस उसका होगा सौदा. पूरी खबर जानिए ब्रजेश कुमार से.
403 ERROR
The Amazon CloudFront distribution is configured to block access from your country. We can'क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है t connect to the server for this app or website at this time. There might be too much traffic or a configuration error. Try क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है again later, or contact the app or website owner.
If you provide content to customers through CloudFront, you can find steps to troubleshoot and help prevent this error by reviewing the CloudFront documentation.
Investment: घाटे का सौदा साबित हो रहा है छोटी योजनाओं और सोने में निवेश, शेयर बाजार पर कर सकते हैं भरोसा
आरबीआई जहां इस महीने के अंत में चौथी बार ब्याज दरों में इजाफा करने की तैयारी में है, वहीं दूसरी ओर सरकार इस महीने के अंत में छोटी योजनाओं की समीक्षा करेगी। इससे निवेशकों को उम्मीद है कि इस बार कुछ राहत मिल सकती है, बावजूद इसके उनको घाटा ही होगा। ऐसे में आगे भी महंगाई की तुलना में निवेशकों को घाटा होने का गणित बताती अजीत सिंह की रिपोर्ट।
इस पूरे साल में अभी तक निवेशकों को करीबन सभी साधनों से घाटा हुआ है। शेयर बाजार से लेकर सोने के निवेश या फिर सरकार की छोटी बचत योजनाएं हों, सभी ने महंगाई की तुलना में कम ही फायदा दिया है। आश्चर्य यह है कि लगातार सात फीसदी से ऊपर महंगाई दर बने रहने, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा तीन बार में ब्याज दरों में 1.40 फीसदी की वृद्धि करने के बाद भी छोटी योजनाओं की ब्याज दरें अपरिवर्तित हैं।
ऐसा माना जा रहा क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है है कि सरकार लघु योजनाओं की ब्याज दरों में मामूली वृद्धि तो करेगी, लेकिन ब्याज दरों और महंगाई के स्तर की तुलना में वह काफी कम होगा, क्योंकि जून, 2020 से इन योजनाओं की ब्याज दरें स्थिर हैं। शेयर बाजार की बात करें तो जनवरी में सेंसेक्स जरूर ऊपर था, लेकिन यह मार्च में 58,568 पर बंद हुआ था। शुक्रवार को भी यह 58,840 पर बंद हुआ। यानी इसमें भी निवेशकों को कोई बहुत ज्यादा फायदा नहीं मिला है। हालांकि, इस दौरान आरबीआई द्वारा रेपो रेट में आक्रामक वृद्धि के बाद बैंकों ने जमा में मामूली इजाफा तो किया, पर महंगाई की तुलना में वह अभी भी काफी कम है।
सोने में भी घाटा
सोने की कीमतों में हाल के समय में जमकर गिरावट आई है। इस साल जनवरी में सोने की कीमत प्रति दस ग्राम 49,100 रुपये थी। इस समय भी यह इससे मामूली ज्यादा है। यानी किसी ने अगर सोने में निवेश किया होगा तो आठ महीने में भी उसे कोई फायदा नहीं हुआ है। फरवरी में जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ तो उस समय सुरक्षित माने जाने वाले इस साधन में लोगों ने जमकर निवेश किया। इससे इसकी कीमतें एक बार तो 53,000 रुपये को पार कर गईं। लेकिन इसी हफ्ते अमेरिकी फेडरल बैंक फिर से ब्याज दरों में ज्यादा इजाफा करने के पक्ष में है।
अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और भारत में एक साथ क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है दरें बढ़ने की आशंका
अमेरिका के साथ ही बैंक ऑफ जापान, भारत और बैंक ऑफ इंग्लैंड भी अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाले हैं, जिसमें दरों के बढ़ने की उम्मीद है। इससे सोने की कीमतों में भारी गिरावट आ रही है। सोने की कीमतें इस समय साल 2020 के स्तर पर चली गई हैं। पिछले हफ्ते इसकी कीमत 2.4 फीसदी गिरी थी। पांच हफ्तों में यह चौथा हफ्ता है, जब सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
छोटी योजनाओं पर 7.40 फीसदी का ब्याज
छोटी योजनाओं में शामिल सुकन्या समृद्धि योजना, सावधि जमा, रिकरिंग जमा जैसे साधनों पर अधिकतम 7.40 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। जबकि न्यूनतम यह 4 फीसदी पर है। सबसे ज्यादा सुकन्या योजना पर है जो 7.40 फीसदी है। 10 साल के बॉन्ड की ब्याज दर अप्रैल, 2022 से 7 फीसदी के ऊपर है। जून से अगस्त के दौरान इसका औसत 7.31 फीसदी रहा है। ऐसे में सरकार इसे देखते हुए ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला ले सकती है।
ऐसे तय होती है छोटी योजनाओं की ब्याज दरें
छोटी ब्याज दरों को तय करने का सरकार का एक अलग ही नियम है। 28 मार्च, 2016 को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, पीपीएफ पर सरकारी प्रतिभूतियों की औसत 3 महीने की ब्याज दर से 0.25 फीसदी ब्याज ज्यादा दिया जाना चाहिए। इस आधार पर 7.31 के साथ इस 0.25 फीसदी को जोड़ दिया जाए तो पीपीएफ पर इस बार 7.56 फीसदी ब्याज मिलना चाहिए। फिलहाल 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है।
सुकन्या समृद्धि पर 8.3 फीसदी ब्याज मिलना चाहिए
सुकन्या समृद्धि पर अभी ब्याज 7.6 फीसदी है जो 8.3 फीसदी होना चाहिए। सरकार के नियम के मुताबिक, इस पर औसत तीन महीने के बाद 0.75 फीसदी ज्यादा ब्याज देना चाहिए। इस तरह से 7.6 और 0.75 के बाद ब्याज 8.3 फीसदी होना चाहिए। हालांकि, सरकार इस नियम को तुरंत लागू नहीं करती है।
शेयर बाजार पर करें भरोसा
शेयर बाजार लंबे समय में निवेशकों को अच्छा रिटर्न देता है और इसका यह इतिहास भी रहा है। ऐसे में निवेशकों को इस समय शेयर बाजार पर भरोसा करना चाहिए। थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव संभव है, फिर भी लंबे समय में इसमें दो अंकों से ज्यादा का फायदा मिल सकता है। - किशोर ओस्तवाल, सीएमडी, सीएनआई रिसर्च
विस्तार
इस पूरे साल में अभी तक निवेशकों को करीबन सभी साधनों से घाटा हुआ है। शेयर बाजार से लेकर सोने के निवेश या फिर सरकार की छोटी बचत योजनाएं हों, सभी ने महंगाई की तुलना में कम ही फायदा दिया है। आश्चर्य यह है कि लगातार सात फीसदी से ऊपर महंगाई दर बने रहने, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा तीन बार में ब्याज दरों में 1.40 फीसदी की वृद्धि करने के बाद भी छोटी योजनाओं की ब्याज दरें अपरिवर्तित हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि सरकार लघु योजनाओं की ब्याज दरों में मामूली वृद्धि तो करेगी, लेकिन ब्याज दरों और महंगाई के स्तर की तुलना में वह काफी कम होगा, क्योंकि जून, 2020 से इन योजनाओं की ब्याज दरें स्थिर हैं। शेयर बाजार की बात करें तो जनवरी में सेंसेक्स जरूर ऊपर था, लेकिन यह मार्च में 58,568 पर बंद हुआ था। शुक्रवार को भी यह 58,840 पर बंद हुआ। यानी इसमें भी निवेशकों को कोई बहुत ज्यादा फायदा नहीं मिला है। हालांकि, इस दौरान आरबीआई द्वारा रेपो रेट में आक्रामक वृद्धि के बाद बैंकों ने जमा में मामूली इजाफा तो किया, पर महंगाई की तुलना में वह अभी भी काफी कम है।
सोने में भी घाटा
सोने की कीमतों में हाल के समय में जमकर गिरावट आई है। इस साल जनवरी में सोने की कीमत प्रति दस ग्राम 49,100 रुपये थी। इस समय भी यह इससे मामूली ज्यादा है। यानी किसी ने अगर सोने में निवेश किया होगा तो आठ महीने में भी उसे कोई फायदा नहीं हुआ है। फरवरी में जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ तो उस समय सुरक्षित माने जाने वाले इस साधन में लोगों ने जमकर निवेश किया। इससे इसकी कीमतें एक बार तो 53,000 रुपये को पार कर गईं। लेकिन इसी हफ्ते अमेरिकी फेडरल बैंक फिर से ब्याज दरों में ज्यादा इजाफा करने के पक्ष में है।
अमेरिका, ब्रिटेन, क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है जापान और भारत में एक साथ दरें बढ़ने की आशंका
अमेरिका के साथ ही बैंक ऑफ जापान, भारत और बैंक ऑफ इंग्लैंड भी क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाले हैं, जिसमें दरों के बढ़ने की उम्मीद है। इससे सोने की कीमतों में भारी गिरावट आ रही है। सोने की कीमतें इस समय साल 2020 के स्तर पर चली गई हैं। पिछले हफ्ते इसकी कीमत 2.4 फीसदी गिरी थी। पांच हफ्तों में यह चौथा हफ्ता है, जब सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
छोटी योजनाओं पर 7.40 फीसदी का ब्याज
छोटी योजनाओं में शामिल सुकन्या समृद्धि योजना, सावधि जमा, रिकरिंग जमा जैसे साधनों पर अधिकतम 7.40 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। जबकि न्यूनतम यह 4 फीसदी पर है। सबसे ज्यादा सुकन्या योजना पर है जो 7.40 फीसदी है। 10 साल के बॉन्ड की ब्याज दर अप्रैल, 2022 से 7 फीसदी के ऊपर है। जून से अगस्त के दौरान इसका औसत 7.31 फीसदी रहा है। ऐसे में सरकार इसे देखते हुए ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला ले सकती है।
ऐसे तय होती है छोटी योजनाओं की ब्याज दरें
छोटी ब्याज दरों को तय करने का सरकार का एक अलग ही नियम है। 28 मार्च, 2016 को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, पीपीएफ पर सरकारी प्रतिभूतियों की औसत 3 महीने की ब्याज दर से 0.25 फीसदी ब्याज ज्यादा दिया जाना क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है चाहिए। इस आधार पर 7.31 के साथ इस 0.25 फीसदी को जोड़ दिया जाए तो पीपीएफ पर इस बार 7.56 फीसदी ब्याज मिलना चाहिए। फिलहाल 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है।
सुकन्या समृद्धि पर 8.3 फीसदी ब्याज मिलना चाहिए
सुकन्या समृद्धि पर अभी ब्याज 7.6 फीसदी है जो 8.3 फीसदी होना चाहिए। सरकार के नियम के मुताबिक, इस पर औसत तीन महीने के बाद 0.75 फीसदी ज्यादा ब्याज देना चाहिए। इस तरह से 7.6 और 0.75 के बाद ब्याज 8.3 फीसदी होना चाहिए। हालांकि, सरकार इस नियम को तुरंत लागू नहीं करती है।
शेयर बाजार पर करें भरोसा
शेयर बाजार लंबे समय में निवेशकों को अच्छा रिटर्न देता है और इसका यह इतिहास भी रहा है। ऐसे में निवेशकों को इस समय शेयर बाजार पर भरोसा करना चाहिए। थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव संभव है, फिर भी लंबे समय में इसमें दो अंकों से ज्यादा का फायदा मिल सकता है। - किशोर ओस्तवाल, सीएमडी, सीएनआई रिसर्च
Diwali क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है क्या शेयर मार्केट घाटे का सौदा है Muhurat Trading पर तगड़ी कमाई करा सकते हैं ये 5 शेयर, जानिए कब खरीदें और कितने में बेचें
इन दिनों शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से अगर आप मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इन 5 शेयरों पर दाव लगा सकते हैं. इनमें आईसीआईसीआई बैंक और बीएसई जैसे शेयर भी शामिल हैं.
शेयर बाजार (Share Market) के लिए पिछला हफ्ता बहुत ही शानदार रहा. पिछले हफ्ते सेंसेक्स में 1387 अंकों की तेजी देखने को मिली है. हालांकि, उससे पहले के हफ्तों में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था. त्योहारों के चलते इस महीने में शेयर बाजार कई दिन बंद रहेगा. इसी बीच कई लोगों के मन में ये सवाल भी है कि क्या दिवाली (Diwali) को शेयर बाजार बंद रहेगा (Share Market on Diwali) या फिर उस दिन मार्केट खुलेगा? आपको बता दें कि 24 अक्टूबर को दिवाली पर छुट्टी की वजह से सामान्य घंटों में तो शेयर बाजार बंद रहेगा, लेकिन शाम तो 1 घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) के लिए खुलेगा. ऐसे में तमाम निवेशक चिंता में हैं कि किस शेयर पर दाव लगाया जाए, ताकि मुनाफा कमाया जा सके. आइए शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च हेड रवि सिंह से जानते हैं मुहूर्त ट्रेडिंग में कौन से टॉप-5 शेयरों पर दाव लगाकर आप कर सकते हैं तगड़ी कमाई.
1- KPIT Technologies देगा मुनाफा
मुहूर्त ट्रेडिंग में शेयर बाजार से मुनाफा कमाने के लिए KPIT Technologies का शेयर शानदार साबित हो सकता है. रवि सिंह ने इसे 710 रुपये पर खरीदने की सलाह दी है. उनका मानना है कि 725 रुपये का टारगेट रखकर आप इस शेयर में निवेश कर सकते हैं. साथ ही आपको 700 रुपये का स्टॉप लॉस लगाना चाहिए, ताकि नुकसान से बचा जा सके.
2- Gujarat Gas भी है फायदे का सौदा
अगर आप चाहें तो अपने पोर्टफोलियो में Gujarat Gas को भी शामिल कर सकते हैं. अगले हफ्ते Gujarat Gas फायदे का सौदा साबित हो सकता है. रवि सिंह की सलाह है कि Gujarat Gas को 500 रुपये स्तर पर खरीदा जा सकता है. Gujarat Gas के लिए टारगेट 520 रुपये का रहेगा, जबकि स्टॉप लॉस 495 रुपये पर लगाना चाहिए.
3- ICICI Bank पर खेल सकते हैं दाव
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के इस माहौल में आप ICICI Bank पर भी दाव लगा सकते हैं. ये कंपनी भी आपको मुनाफा दिलाने की ताकत रखती है. शेयर इंडिया की सलाह है कि इस शेयर को 905 रुपये पर खरीदा जाए. इसके लिए टारगेट 935 रुपये का दिया गया है, जबकि स्टॉप लॉस 890 रुपये का तय किया गया है.
4- BOB के शेयरों में करें निवेश
मुहूर्त ट्रेडिंग BOB के शेयरों के लिए भी शानदार साबित हो सकती है. रवि सिंह ने इसे 142 रुपये के लेवल पर खरीदने की सलाह दी है. इसके लिए टारगेट 150 रुपये रखा गया है और स्टॉप लॉस आप 140 रुपये पर लगा सकते हैं.
5- BSE में लगाएं पैसे
अगर आप चाहें तो BSE में भी पैसे लगा सकते हैं. इसे शेयर इंडिया की तरफ से 580 रुपये पर खरीदने की सलाह दी जा रही है. BSE का टारगेट प्राइस 598 रुपये है, जबकि स्टॉप लॉस 575 रुपये रखा गया है.
रवि सिंह बताते हैं कि इन सभी कंपनियों के टेक्निकल काफी मजबूत है और लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज का सपोर्ट भी मिल रहा है. ऐसे में अगर आप इन शेयरों में पैसे लगाते हैं तो मुनाफे का चांस काफी अधिक है. कोशिश करें कि अपने पोर्टफोलियो में इनमें से कुछ शेयर शामिल करें, जिससे आपकी कमाई बढ़ सके.
(इस आर्टिकल में दी गई सलाह शेयर बाजार के एक्सपर्ट रवि सिंह की है. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)
Diwali Muhurat Trading: जानिए क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग, क्यों इस दिन हर कोई चाहता है शेयर खरीदना!
403 ERROR
The Amazon CloudFront distribution is configured to block access from your country. We can't connect to the server for this app or website at this time. There might be too much traffic or a configuration error. Try again later, or contact the app or website owner.
If you provide content to customers through CloudFront, you can find steps to troubleshoot and help prevent this error by reviewing the CloudFront documentation.