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मुक्त व्यापार क्षेत्र

मुक्त व्यापार क्षेत्र
क्या कहा ब्रिटेन ने
ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली से भारतीय प्रवासियों के बारे में गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन की टिप्पणियों और एफटीए डील के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन मुक्त व्यापार क्षेत्र का सहयोग कई क्षेत्रों में मजबूत रहा है. हम इस डील के द्वारा व्यापार क्षेत्र में भी सहयोग को मजबूत बनाना चाहते हैं.

Kaynes Techonology India IPO List at 32 Percent Premium (Jagran File Photo)

मुक्त व्यापार क्षेत्र अंग्रेजी में

Of course, there would be discussions or some references regarding the ongoing India-ASEAN FTA negotiations.

In the United Kingdom, principles of common law operate with greater freedom in relation securities custody.

ऐसा समुदाय, यूरोपीय संघ और उत्तरी अमेरिका मुक्त व्यापार क्षेत्र के बाद विश्व अर्थव्यवस्था का तीसरा ध्रुव होगा ।

Such a community would be the third pole of the world economy after the European Union and the North American Free Trade Area (NAFTA).

इससे आसियान के साथ हमारा मुक्त व्यापार क्षेत्र पूरा हो जाएगा तथा हमारे देशों के बीच अधिक आर्थिक एकीकरण होगा।

This will complete our Free Trade Area with ASEAN and bring greater economic integration between our countries.

India-UAE Trade Pact: भारत और यूएई के बीच मुक्त व्यापार समझौता लागू, कई क्षेत्र के उत्पादों को मिलेगा फायदा

भारत और यूएई के बीच मुक्त व्यापार समझौता रविवार से लागू हो गया है। इसे मुक्त व्यापार समझौता के तहत कपड़ा कृषि ड्राई फ्रूट्स रत्न और आभूषण जैसे कई क्षेत्रों के घरेलू निर्यातकों को लाभ होगा और उन्हें यूएई के बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी।

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत और यूएई के बीच मुक्त व्यापार समझौता रविवार से लागू हो गया है, जिसके तहत कपड़ा, कृषि, ड्राई फ्रूट्स, रत्न और आभूषण जैसे विभिन्न क्षेत्रों के घरेलू निर्यातकों को यूएई के बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी। वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने समझौते को अमल में मुक्त व्यापार क्षेत्र लाने के प्रतीकात्मक संकेत के तहत यहां रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के तीन निर्यातकों को मूल प्रमाण पत्र सौंपा है। दुबई के लिए इन खेपों पर समझौते के तहत कोई सीमा शुल्क नहीं लगेगा, जिसे आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) कहा जाता है।

मुंबई में मुक्त व्यापार क्षेत्र परियोजना का निर्माण-कार्य शुरू किया डीपी वर्ल्ड ने

यह एक संयुक्त परियोजना हिंदुस्तान इन्फ्रालाग का हिस्सा है। इसमें डीपी वर्ल्ड 65 प्रतिशत मुक्त व्यापार क्षेत्र और राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) की 35 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी का कहना है कि इसके बन जाने से इलेक्ट्रानिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी , दूरसंचार , औषधि, रसायन, पेट्रोरसायन और कृषि कारोबार को बढावा मिलेगा।

यह संयुक्त उद्यम देश में विभिन्न जगहों पर बंदरगाह, लॉजिस्टिक्स सुविधाओं और इससे जुड़े क्षेत्रों में तीन अरब डालर का निवेश करेगा।

भारत-ताईवान मुक्त व्यापार समझौते से बढ़ी चीन की परेशानी

चीन के साथ तनातनी के चलते ताईवान मुक्त व्यापार क्षेत्र मुक्त व्यापार क्षेत्र का जो भी बचा-खुचा व्यापार और विनिर्माण का मुक्त व्यापार क्षेत्र काम चीन में चल रहा था, अब वह उसे भी वहां से समेटने में जुट गया है। कोरोना महामारी के समय ताईवान ने पहले ही अपनी बहुत सारी विनिर्माण इकाइयों को चीन मुक्त व्यापार क्षेत्र से हटाकर दूसरे देशों में स्थानांतरित कर दिया था। ताईवान को थोड़ी-बहुत उम्मीद थी कि चीन के साथ संबंध सामान्य होने पर ताईवान विनिर्माण का काम चीन में चलने देगा, लेकिन जिस तरह के हालात चीन ने पैदा कर दिए हैं, उससे नहीं लगता कि चीन-ताईवान संबंध सामान्य होंगे।

ताईवान तकनीकी तौर पर चीन से बहुत उन्नत है। विश्व में सबसे बड़ा माइक्रोचिप और सैमीकंडक्टर निर्माता और सप्लायर ताईवान ही है। ताईवान की उन्नत तकनीक के चलते उसने पूरी दुनिया में अपनी बढ़त बनाई हुई है। अगर मुक्त व्यापार क्षेत्र ताईवान अपना सारा व्यापार चीन से समेट लेता है तो इसका सबसे बड़ा नुक्सान भी चीन को होगा, क्योंकि ताईवान अपना विनिर्माण चीन से हटाकर भारत, वियतनाम, इंडोनेशिया, थाइलैंड, फिलीपींस और पूर्वी यूरोप के किसी भी देश में लगा सकता है। इसके बाद चीन की ऑटोमोबाइल, मोबाइल फोन, कम्प्यूटर, कैमरा, स्मार्ट घडिय़ों जैसे तमाम इलैक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए माइक्रोचिप मिलनी मुश्किल हो जाएगी।

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भारत ने दी थी कड़ी प्रतिक्रिया
ब्रिटेन की गृह मंत्री की टिप्पणी पर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी थी. मोदी सरकार ने कहा था कि भारत और ब्रिटेन के बीच वीजा और प्रवास से संबंधित बातचीत चल रही है. अभी इस तरह के बयान का कोई औचित्य नहीं बनता है. भारत ने यह भी कहा था कि भविष्य में कोई भी समझौता दोनों तरफ के हितों को देखते हुए किया जाएगा.

क्या कहा था ब्रिटेन की गृह मंत्री ने
ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाले मुक्त व्यापार समझौते का कड़ा विरोध किया था. ब्रिटिश मैगजीन स्पेक्टेटर को दिए एक इंटरव्यू में ब्रेवरमैन ने कहा था कि ब्रिटिश लोगों ने ब्रेग्जिट से हटने के लिए इसलिए वोट नहीं मुक्त व्यापार क्षेत्र किया था कि भारतीयों के लिए ब्रिटेन की सीमा इस तरह से खोल दिया जाए. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी ब्रिटेन में अपनी वीजा अवधि से ज्यादा समय बिताते हैं. इस डील से ब्रिटेन में भारतीयों की भीड़ बढ़ जाएगी.

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