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मुद्रा संकट के उदाहरण

मुद्रा संकट के उदाहरण
विदेशी मुद्रा संकट के बीच नेपाल सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए देश के सेंट्रल बैंक के गवर्नर महाप्रसाद अधिकारी को वित्त मंत्री जनार्दन शर्मा से असहमति और अर्थव्यवस्था को मंदी से उबारने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने पर निलंबित कर दिया है। अधिकारी के निलंबन के बाद डिप्टी एनआरबी गवर्नर नीलम धुंगाना तिमिलसिना को कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहां के एक अखबार के मुताबिक, मुद्रा संकट के उदाहरण नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) के गवर्नर अधिकारी को शुक्रवार को सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश पुरुषोत्तम भंडारी की अध्यक्षता में एक पैनल गठित करने के बाद निलंबित कर दिया गया था।

अमेरिका, चीन समेत 56 देश बना चुके हैं इस तरह की योजना

श्रीलंका के आर्थिक संकट से सबक

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वरिष्ठ नौकरशाहों की बैठक में शामिल उच्च अधिकारियों ने देश में कई राज्यों द्वारा घोषित अति लोकलुभावन योजनाएं और ढेर सारी मुफ्त रियायतों पर चिंताएं जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी योजनाएं और रियायतें आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं हैं। ये लोकलुभावन योजनाएं और रियायतें कई राज्यों को श्रीलंका की तरह आर्थिक मुश्किलों के रास्ते पर ले मुद्रा संकट के उदाहरण जा सकती हैं। गौरतलब है कि श्रीलंका में पिछले कुछ समय से लागू की गई लोकलुभावन योजनाओं, करों में भारी कटौती और बढ़ते कर्ज ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को सबसे बुरे दौर में पहुंचा दिया है। 2018 में वैट की दर 15 फीसदी से घटाकर 8 फीसदी की गई और विभिन्न वर्गों को दी गई अभूतपूर्व सुविधाओं व छूटों के कारण श्रीलंका दर्दनाक मंदी और चीन के ऋण जाल में फंस गया है। श्रीलंका में इस साल महंगाई दर एक दशक में अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच चुकी है। आर्थिक तंगी के खिलाफ तेज होते विरोध प्रदर्शनों के बीच सरकार ने एक अप्रैल को श्रीलंका में आपातकाल लागू किया है। श्रीलंका की विपक्षी पार्टियों के द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और राष्ट्रपति पर महाभियोग की तैयारी की घोषणा की गई है।

श्रीलंका आर्थिक संकट

बीते माह अर्थात फरवरी तक देश का कुल मुद्रा भंडार केवल 2.31 बिलियन डॉलर ही बचा था, जबकि इसको 2022 में लगभग 4 बिलियन डॉलर के ऋण चुकाना बाकी है। इस ऋण में जुलाई में परिपक्व होने वाला $ 1 बिलियन का मुद्रा संकट के उदाहरण ‘अंतर्राष्ट्रीय सॉवरेन बॉन्ड’ (international sovereign bond – ISB) भी शामिल है।

श्रीलंका मुद्रा संकट के उदाहरण को इस स्थिति की ओर ले जाने वाले कारक:

क्रमिक सरकारों द्वारा आर्थिक कुप्रबंधन: एक के बाद एक आने वाली सरकारों ने एक दोहरा घाटे – बजट की कमी तथा चालू खाता घाटा – की स्थितियां उत्पन्न की और इसे जारी भी रखा।

वर्तमान सरकार की लोकलुभावन नीतियां: उदाहरण के लिए करों में कटौती।

महामारी का प्रभाव: देश की महत्वपूर्ण ‘पर्यटन अर्थव्यवस्था’ में नुकसान और साथ ही विदेशी श्रमिकों द्वारा देश में भेजे जाने वाले धन की कमी।

कर्ज जाल में फंसाने वाले धूर्त चीन को मुद्रा संकट के उदाहरण बांग्लादेश ने दिखाया आईना

भारत का पड़ोसी बंगलादेश इन दिनों विदेशी मुद्रा भंडार का संकट झेल रहा है क्योंकि अब बंगलादेश का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने की कगार पर है और वहां पर प्रशासकों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं उसका हाल भी पड़ोसी देश श्रीलंका जैसा न हो जाए। बंगलादेश इस बात को अच्छी तरह से समझता है कि श्रीलंका का यह हाल चीन की वजह से हुआ है। इस समय भारत के जितने भी पड़ोसी देश हैं उन सभी का कमोबेश ऐसा ही हाल है, इसमें पाकिस्तान, नेपाल, बंगलादेश, मालदीव का विदेशी मुद्रा भंडार दिनों दिन लगातार कम होता जा रहा है, और एक ताजा उदाहरण श्रीलंका का है जो दिवालिया हो चुका है।

हाल ही में बंगलादेश मुद्रा संकट के उदाहरण के वित्तमंत्री मुस्तफा कमाल ने अपने बयान से दुनिया की आंखें खोल दीं और चीन को एक जोरदार झटका दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकासशील देशों को चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बी.आर.आई. के तहत चीन से उधार लेने से पहले दो बार जरूर सोचना चाहिए। मुस्तफा ने चीन को सीधे संदेश देते हुए कहा था कि चीन को कर्जों का आकलन करते समय पूरी ईमानदारी दिखानी चाहिए, मुस्तफा वित्त मामलों पर अच्छी पकड़ रखते हैं और उन्होंने चीन द्वारा दूसरे देशों को दिए गए कर्जों के पीछे चीन की नीयत को साफ तौर पर देखा है।

Reason of Sri Lanka Crisis : श्रीलंका की इस दुर्दशा के लिए चीन कितना जिम्‍मेदार, 5 बिंदुओं में जानिए आर्थिक संकट के कारण

Sri Lanka Crisis आखिर श्रीलंका की इस आर्थिक दुर्दशा के लिए चीन कितना जिम्‍मेदार है। चीन की कर्ज नीति इसके लिए कितना दोषी है। दक्षिण एशिया में चीन ने जिन मुल्‍कों को अपने कर्ज जाल में फंसाया उसकी सबकी यही गति हो रही है।

नई दिल्‍ली, जेएनएन। Sri Lanka Crisis Reason: आजादी के बाद श्रीलंका अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। देश की आर्थिक व्‍यवस्‍था पूरी तरह से चौपट हो गई है। जनता की मुद्रा संकट के उदाहरण बुनियादी जरूरतें पूरी कर पाने में सरकार असफल हो गई है। पेट्रोल-डीजल से लेकर दूध और दूसरी खाद्य सामग्रियां इतनी महंगी हो गई हैं कि लोग खरीद नहीं पा रहे हैं। कभी पर्यटन के लिए दुनिया में मशहूर यह आइलैंड आर्थिक तौर पर तबाह हो चुका है। हालात इतने बुरे हैं कि आजादी के बाद एक बार फिर श्रीलंका गृह युद्ध के मुहाने पर खड़ा हो गया है। ऐसे में यह जानना उपयोगी हो गया है कि आखिर श्रीलंका के इस हालात के लिए कौन जिम्‍मेदार है। इसके लिए सत्‍ता पक्ष कितना दोषी है। श्रीलंका के आर्थिक संकट के पांच बड़े कारण क्‍या हैं। मुद्रा संकट के उदाहरण इन सब मामलों में विशेषज्ञों की क्‍या राय है।

Nepal Foreign exchange crisis के बीच देउबा सरकार का बड़ा एक्शन, सेंट्रल बैंक के गवर्नर को किया निलंबित

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इस वक्त दुनिया के कई देशों की हालत ठीक नहीं है। कहीं पर जंग का माहौल है तो कई पर जंग की तैयरी चल रही है। इसके साथ ही कई देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है तो कई देशों में राजनीतिक संकट अपने चरम पर है। यूक्रेन रूस के बीच जांग जारी है। उधर चीन लगातार ताइवान पर कब्जा करने के लिए अपनी रणनीति तेज कर रहा है। आर्थिक संकट की बात करें तो श्रीलंका इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजरा रहा है। यहां पर पेट्रोल, रासन, दवा सबकुछ महंगा हो गया है और विदेशी जमा राशी खत्म हो गया है जिसके चलते देश में भूचाल आया हुआ है। उधर पाकिस्तान में राजनीतिक संकट है। अब नेपाल में विदेशी मुद्रा का संकट गहराते जा रहा है। इस बीच मुद्रा संकट के उदाहरण देउबा सरकार ने सेंट्रल बैंक के गवर्नर को निलंबित कर दिया है।

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