क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

सुरक्षा: चूंकि आप अपने सभी ट्रांज़ैक्शन ऐप के माध्यम से करेंगे, ट्रेडिंग ऐप सुरक्षित भी होना चाहिए। WazirX ऐप, 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के अलावा, सुरक्षित क्रिप्टो निवेश ट्रांज़ैक्शन के लिए इन-ऐप पासकोड प्रदान करता है। WazirX टीम अपने उपयोगकर्ताओं को श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा प्रदान करने के लिए सर्वोत्तम उद्योग प्रथाओं का उपयोग करती है। WazirX टीम WazirX को भारत का सबसे सुरक्षित एक्सचेंज ऐप बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सुरक्षा तंत्र को मजबूत और फुलप्रूफ रखने के लिए WazirX नियमित रूप से सुरक्षा ऑडिट में निवेश करता है।
सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी ऐप: WazirX सर्वश्रेष्ठ क्यों है? (Best Cryptocurrency App: Why WazirX is the Best?)
बेहतरीन 2021 के बाद; क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग भारतीय ट्रेडर्स के बीच मुख्यधारा में तेजी से बढ़ रहा है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि भारत क्रिप्टो अपनाने के मामले में दूसरे स्थान पर है और दुनिया में क्रिप्टो मालिकों की संख्या यहां सबसे अधिक है। सट्टा लगाने के अलावा, क्रिप्टोकरेंसी व्यवहार्य दीर्घकालिक निवेश के रूप में बड़े पैमाने पर उपयोग क्रिप्टोकरेंसी के फायदे किया जा रहा है जो अच्छा लाभ देने के अलावा, आपके निवेश पोर्टफोलियो में बचाव के रूप में कार्य कर सकते हैं। NFT, Defi, मेटावर्स, गेमिंग, और वेब3 डिजिटल वर्ल्ड में नए शब्द हैं और उनसे संबंधित टोकन लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग किसी ऐप के माध्यम से किए जाने पर सबसे सुविधाजनक होती है।
WazirX के बारे में
WazirX भारत का सबसे भरोसेमंद बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बन गया है, जिसे हार्डकोर ट्रेडर्स और जुनूनी ब्लॉकचेन समर्थकों की एक टीम द्वारा बनाया गया है। यह एक्सचेंज दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज,, बाइनेंस ग्रुप का हिस्सा है, जो 180 देशों में उपयोगकर्ताओं की सेवा कर रहा है। एक्सचेंज 2018 में शुरू हुआ और तब से उपयोगकर्ताओं की संख्या में बहुत अधिक वृद्धि हूई है। एक्सचेंज का ट्रेडिंग वॉल्यूम प्रति माह 5.4 बिलियन डॉलर का है और यह एक प्रतिपादक दर से बढ़ रहा है। एक्सचेंज के 11 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं और इसे iOS, एंड्रॉइड और डेस्कटॉप सहित कई प्लेटफार्म के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
यदि आप 2022 में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी ऐप की तलाश में नए ट्रेडर हैं, तो WazirX निश्चित रूप से आपका पसंदीदा विकल्प हो सकता है। 2022 में, भारत में, आप सैकड़ों क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छे ऐप पर एक पेशेवर की तरह ट्रेड कर सकते हैं, और सबसे तेज़ और सबसे सहज उपयोगकर्ता अनुभव का आनंद ले सकते हैं। हैप्पी ट्रेडिंग!
फीचर आर्टिकल: क्रिप्टो मार्केट बनाम स्टॉक मार्केट; दोनों ही मार्केट के अपने अपने फायदे-नुकसान
क्या मुझे क्रिप्टो मार्केट मैं इन्वेस्ट करना चाहिए? क्या क्रिप्टो मार्केट शेयर मार्केट से ज्यादा विश्वसनीय है? और इसी तरह के ढेरों सवालों की सूची है जो हम में से अधिकांश लोगों के मन में हैं और जिनका उत्तर हम चाहते हैं। क्रिप्टो मार्केट और स्टॉक मार्केट दोनों ही मार्केट के अपने अपने फायदे-नुकसान हैं, लेकिन इससे पहले कि आप इनमें से किसी में निवेश करें, आपको क्रिप्टोकरेंसी के फायदे यह जानना होगा कि आखिर ये दोनों मार्केट क्या हैं; इन दोनों में क्या समानताएं और क्या अंतर हैं, वे कौन सी बातें हैं जो उनकी कीमतों को और मार्केट में प्रवेश को तय करती हैं।
मुझे कहां निवेश करना चाहिए – क्रिप्टो या शेयर?
स्मार्ट निवेशक वही है जो इस बात को बखूबी जानता है कि वह किसमें निवेश कर रहा है और उसके पास अपने निवेश से संबंधित ठोस जानकारी होनी चाहिए। निवेश के जोखिम और पुरस्कार को पहले से आंकना क्रिप्टोकरेंसी के फायदे उसकी सफलता की कुंजी है। किसी निवेशक के प्राथमिक लक्ष्यों में से एक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना होता है; अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो और स्टॉक को शामिल करने से आपका पोर्टफोलियो मजबूत होता है।
Cryptocurrency vs Digital Currency: RBI ने लांच क्रिप्टोकरेंसी के फायदे की डिजिटल करेंसी, जानें क्रिप्टोकरेंसी से कैसे है अलग और क्या हैं इसके फायदे
Cryptocurrency vs Digital Currency: क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। डिजिटल एसेट्स के क्रिप्टोकरेंसी के फायदे रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है। पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, और उसका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि देश में पहले ही बहुत से ऑनलाइन पेमेंट के ऑप्शन मौजूद है।ऐसे में अहम सवाल यह है क्रिप्टोकरेंसी के फायदे कि जब इतने सारे ऑनलाइन पेमेंट के विकल्प मौजूद हैं और वो बेहतर काम भी कर रहे हैं तो फिर डिजिटल रुपया लाने की जरूरत ही क्यों पड़ी। क्यों खास है डिजिटल करेंसी (Digital Currency) और यह Cryptocurrency से कितनी अलग है।
सीबीडीसी डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य
क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है। हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं। मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन क्रिप्टोकरेंसी के फायदे के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
सीबीडीसी या भारतीय ई-रुपया आरबीआई द्वारा जारी किया गया एक डिजिटल टोकन है और यह देश की फिएट करेंसी से जुड़ा हुआ है। ब्लॉकचैन विशेषज्ञों के एक समूह ब्लॉकचैन काउंसिल का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के विकास ने कैशलेस सोसाइटी और डिजिटल करेंसी में रुचि बढ़ा दी है, जिसके चलते दुनिया भर की सरकारें और केंद्रीय बैंक सरकार समर्थित डिजिटल करेंसी के उपयोग पर विचार कर रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी लाभ पर टैक्स लगाने के लिए सरकार कानून में कर सकती है बदलाव
सरकार अगले साल के बजट में कर दायरे के तहत क्रिप्टोकरेंसी(Cryptocurrency) में लेनदेन से होने वाले लाभ को आयकर के दायरे में लाने के लिए अधिनियम में बदलाव पर विचार कर रही है. साथ ट्रेड-इन वर्चुअल करेंसी पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) लगाने पर भी विचार हो रहा है.
राजस्व सचिव तरुण बजाज ने पीटीआई को बताया कि लोग पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर पूंजीगत लाभ का भुगतान कर रहे हैं और जीएसटी कानून ऐसे लेनदेन पर 'सेवा' के रूप में कर लगाने का प्रावधान करता है.
तीन श्रेणियों में वर्गीकृत करने क्रिप्टोकरेंसी के फायदे का विचार
सरकार क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत करने पर भी विचार कर क्रिप्टोकरेंसी के फायदे रही है: पहला वे जो एक सुविधा के रूप में कार्य करते हैं, दूसरा ब्रोकरेज जो खरीदने और बेचने की अनुमति देते हैं, और तीसरा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जो ट्रेडिंग के लिए एक इंटरफ़ेस प्रदान करते हैं.
सरकार 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश करने की भी योजना बना रही है, इस तरह की मुद्राओं के बारे में चिंताओं के बीच निवेशकों को भ्रामक दावों का इस्तेमाल लुभाने के लिए किया जा रहा है.
जानिए क्या है AIIMS का सर्वर डाउन होने की वजह
AIIMS का सर्वर को हाईजैक किया गया है और हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी में 200 करोड़ रुपए की मांग की है. वहीं हैकर्स ने यह मांग मेल के जरिए एम्स को भेजी है साथ ही धमकी दी है कि उनकी मांग को पूरा न करने पर वो सर्वर को ठीक नहीं करेंगे और सर्वर डाउन ही रहेगा. वहीं इस मेल के आने के बाद दिल्ली पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है. पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़कर हैकर्स के कॉलर तक पहुंचने में लगी है साथ ही पुलिस धमकी भरे मेल का आईपी एड्रेस भी ट्रैक करने की कोशिश कर रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) के नेटवर्क को भी हैक कर करोड़ों रुपए का गबन किया गया है. वहीं इस वजह से क्रिप्टोकरेंसी के जरिए 200 करोड़ रुपए की मांग की है. जानकारी के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी या वर्चुअल करेंसी (virtual currency) को डिजिटल करेंसी (Digital currency) कहा जाता है, जिसे एन्क्रिप्शन टेक्नोलॉजी की सहायता से जनरेट किया जाता है और उसके बाद रेगुलेट भी किया जाता है. इस तरह की करेंसी को दुनिया के किसी भी केंद्रीय बैंक की ओर से मान्यता नहीं मिली हुई है ना ही यह किसी केंद्रीय बैंक (Central bank) की ओर से रेगुलेट होती है. इस तरह की करेंसी पर किसी भी देश की मुहर भी नहीं लगी होती है. जिसकी वजह से ये पैसा डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी की तरह काम करेगा. वहीं इस करेंसी को यूज करने वाला पूरी तरह से गुमनाम या फिर छिपा हुआ होता है. वहीं इसका दूसरा क्रिप्टोकरेंसी के फायदे फायदा ये है कि बिटकॉइन और इसकी जैसी दूसरी करेंसी को वर्चुअल वॉलेट्स (virtual क्रिप्टोकरेंसी के फायदे क्रिप्टोकरेंसी के फायदे wallets) में रखा जा सकता है. जिसकी पहचान सिर्फ नंबर से ही होती है.