वित्तीय बाजार के प्रकार

राजस्थान का पुष्कर मेला रंगारंगा कार्यक्रम के साथ सम्पन्न
18 नवम्बर 2022, जयपुर । राजस्थान का वित्तीय बाजार के प्रकार पुष्कर मेला रंगारंगा कार्यक्रम के साथ सम्पन्न – पुष्कर मेला 2022 का मेला मैदान में समापन वित्तीय बाजार के प्रकार समारोह आयोजित किया गया। मेला मजिस्ट्रेट श्री सुखराम पिण्डेल ने बताया कि श्री पुष्कर मेला 2022 का समापन समारोह मंगलवार को मेला मैदान में आयोजित हुआ। इसका मुख्य आकर्षण मुख्यमंत्री नवाचार निधि योजना के अंतर्गत तैयार जेल बैण्ड आकेस्ट्रा आशाएं रहा। जेल अधीक्षक श्रीमती सुमन मालीवाल के नवाचार के रूप में इसे तैयार किया गया है। इसकी मधुर लहरियों ने सभी का मन मोह लिया। इसी प्रकार ऊंट परेड एवं कला जत्था का भी आयोजन किया गया।
ऊष्ट्र श्रृंगारक श्री अशोक टांक, बीकानेर के अनिल बोड़ा के दल की सफेद आंगी गैर, श्री सोहन भाट के दल का कच्छी घोड़ी, कल्याण नाथ के दल का कालबेलिया नृत्य, उम्मेदाराम बाड़मेर के दल की लाल आंगी गैर, श्याम मेरासी जोधपुर का ढ़ोल वादन, गोपालराम चुरू के दल के दल द्वारा चंग बांसुरी के साथ समूह नृत्य तथा पप्पूराम के दल का रावण हत्था वादन प्रस्तुत किया गया। लोक गीतों गौरी गजबण तथा रूण-झुण बाजे के समुच्चय पर 172 बालिकाओं ने लोक नृत्य की प्रस्तुति दी।
उन्होंने बताया कि समापन समारोह के कार्यक्रम में आयोजित बोरी दौड़ में सुमन गुर्जर प्रथम, पूजा कुमावत द्वितीय तथा शाहीन तृतीय रही। चम्मच दौड़ में सुमन और प्रियंका प्रथम, रेश्मा खान द्वितीय एवं अमेरिका की निकोल्स ने वित्तीय बाजार के प्रकार तृतीय स्थान प्राप्त किया। मटका दौड़ में ममता सबसे पहले लक्ष्य तक पहुंची। इसके पश्चात सीमा और पूजा ने दौड़ पूरी की। रस्सा कस्सी की प्रतियोगिता में देशी और विदेशियोंं की महिला तथा पुरुष वर्ग मुकाबला हुआ। दोनों वर्गो में देशी प्रतिभागी विजेता रहे। फोटोग्राफी प्रतियोगिता में श्री प्रजेश दत्ता ने प्रथम, श्री कुलदीप सोनीवाल ने द्वितीय तथा श्री रोबिन रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सेल्फी प्रतियोगिता में श्री शिवा राजवंशी प्रथम, श्री शेलेन्द्र कुमार द्वितीय तथा श्री रजत कांती धवन तृतीय स्थान रहे। इसमें निर्णयक श्री दीपक शर्मा एवं श्री उमेश गोगना थे।
उन्होंने बताया कि विकास प्रदर्शनी स्टॉलों को भी विभिन्न वर्गो में पुरस्कार प्रदान किया गया। राजकीय स्टॉलों में कृषि विभाग प्रथम, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वितीय तथा जिला परिषद तृतीय स्थान पर रही।
इस वर्ग का विशेष पुरस्कार केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को मिला। व्यवसायी स्टॉल में इम्पेक्ट कॉर्पोरेशन प्रथम, सुदीप इण्डस्ट्रीज द्वितीय, यूनिक एडवरटाईजमेंट तृतीय स्थान पर रही। सांत्वना पुरस्कार मां दुर्गा ग्रीन गोल्ड नर्सरी को मिला। स्वयंसेवी संस्था वर्ग में ब्रम्हाकुमारी को प्रथम, ज्योतिर्गमय सेवा संस्थान को द्वितीय तथा राजस्थान महिला कल्याण मण्डल चाईल्ड लाईन को तृतीय स्थान का पुरस्कार मिला।
महंगाई दर में दर्ज हुई मात्र 3 दिन में 5% तक की बढ़त
Inflation Rate : पिछले सालों की तरह ही यह साल भी कोरोना वायरस और रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग के चलते काफी बुरा साबित हो रहा है। क्योंकि, देश में महंगाई एक पल को भी घटने का नाम नहीं ले रही है। बल्कि, भारत में इस साल शुरुआत के महीनों से ही महंगाई इस कदर बढ़ी है और अब यह हाल है कि, खाने-पिने की शायद ही कोई वस्तु बची हो जिसकी किमत न बढ़ी हो। साल खत्म होने को है लेकिन महंगाई पर अब तक कोई ब्रेक नहीं लगा है। इसी बीच महंगाई दर मात्र तीन दिन में 5% तक की बढ़त दर्ज हुई है। बता दें इस बात का अंदाजा सामने आए ताजा आंकड़ों से लगाया जा सकता है।
खाने-पिने की वस्तुओं की कीमतें बढ़ी :
भारतवासियों वित्तीय बाजार के प्रकार के लिए यह साल काफी महंगाई भरा रहा। क्योंकि, सालभर में पेट्रोल -डीजल से लेकर सबही तरह के ईंधन और खाने के तेल और दूध से लेकर लगभग सभी खाद्य पदार्थ की कीमत वित्तीय बाजार के प्रकार में बढ़त दर्ज हुई है। ऐसे हालातों में लग रहा है बचे दो महीने भी महंगाई के बीच ही काटने पड़ेंगे। क्योंकि, खुदरा महंगाई की दर में काफी बढ़त दर्ज हुई है और बीते तीन दिन में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतें 5% तक की बढ़त दर्ज हुई हैं। हालांकि, अक्टूबर में महंगाई दर 7% के नीचे पहुंच गई थी, लेकिन अब उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के अनुसार, इन तीन दिनों में कुछ सामानों को छोड़कर बाकी सभी सामान की वित्तीय बाजार के प्रकार कीमतें बढ़ी हैं। इस प्रकार अगर लिस्ट देखे तो, बुधवार को
चावल की कीमत 37.96 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई, जो 20 नवंबर को 38.29 रुपये पर थी।
गेहूं की कीमत बढ़कर 31.61 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई, जो पहले 30.87 रुपये पर थी।
चना दाल की कीमत 71.78 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 74.21 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है।
अरहर दाल का भाव 111.75 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 113.16 रुपये प्रति किलो हो गया पर पहुंच गई है।
उड़द दाल की कीमत 106.72 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 109.17 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है।
मसूर दाल की कीमत 94.23 रुपये प्रति किलो से 96.31 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है।
मूंग दाल की कीमत 102 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 104 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है।
वनस्पति तेल की कीमत 139.57 से बढ़कर 146.14 रुपये पर पहुंच गई है।
सूरजमुखी तेल की कीमत 168.74 से बढ़कर 171.16 रुपये पर पहुंच गई है।
आलू की कीमत 27.36 से बढ़कर 28.40 रुपये पर पहुंच गई है।
प्याज की कीमत 29.45 से बढ़कर 30.47 रुपये पर पहुंच गई है।
टमाटर की कीमत 33.12 से बढ़कर 35.20 रुपये पर पहुंच गई है।
सोया तेल की कीमत 155.17 से बढ़कर 155.62 रुपये लीटर हो गई है।
पाम तेल की कीमत 117.55 से बढ़कर 118.39 रुपये लीटर हो गया है।
दूध की कीमत 53.86 रुपये से बढ़कर 55.18 रुपये लीटर हो गई है।
मूंगफली तेल की कीमत 188.51 से बढ़कर 190.86 रुपये लीटर हो गई है।
खाद्य सचिव का कहना :
सरकार की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि, 'गेहूं की कीमतों पर उसकी नजर है। अगर खुदरा बाजार में इसके दाम में असामान्य तेजी आती है तो उस पर अंकुश के लिए कदम उठाए जाएंगे।' वहीँ, खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा, 'चावल की कीमतें स्थिर हैं। मई में गेहूं पर प्रतिबंध लगाने के बाद गेहूं की खुदरा कीमतें 7% बढ़ी हैं। यह एमएसपी में वृद्धि की तुलना में 4-5% है। चायपत्ती और सरसों तेल के दाम घटे हैं।'
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गुजरात दौरे पर गरजे सीएम योगी, कहा- 'भारत दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात की जनता के बीच पहुंचे। गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीख अब नजदीक आ रही है।
Gujarat Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात की जनता के बीच पहुंचे। गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीख अब नजदीक आ रही है। पीएम भी इन दिनों वित्तीय बाजार के प्रकार तीन दिवसीय गुजरात दैरे पर थे। सीएम योगी ने गुजरात में कई जगहों पर जनसभा को संबोधित किया।
सीएम योगी ने पोरबंदर में कहा, "मोदी जी के सीएम बनने से पहले गुजरात में दंगे होते थे, कर्फ्यू लगता था और आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जाता था लेकिन पिछले 20 वर्षों में गुजरात में कोई दंगा नहीं,कर्फ्यू नहीं,आतंकी वारदात नहीं, किसी प्रकार की सुरक्षा में वित्तीय बाजार के प्रकार सेंध नहीं इत्यादि।"
इसके अलावा खेड़ा में सीएम योगी ने कहा, "दुनिया के 20 बड़े देशों को G20 के नाम से संबोधित किया जाता है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अगले एक वर्ष तक उन G20 देशों का नेतृत्व करेगा।"
छोटा उदयपुर में बोले सीएम योगी; "जिस ब्रिटेन ने भारत पर 200 वर्ष तक शासन किया उसको पछाड़कर दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना PM के नेतृत्व में देश के वित्तीय प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण है। भारत दुनिया वित्तीय बाजार के प्रकार की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।"
गुजरात में एक और चार दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होने जा रहा है। वहीं आठ दिसंबर को चुनावी नतीजे भी घोषित किए जाएंगे।
PM Kisan Samman Nidhi Update: पीएम किसान योजना को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से आई यह बड़ी जानकारी
PM-Kisan Samman Nidhi Update: पीएम किसान योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 10 करोड़ को पार कर गई है. केंद्र सरकार ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
Published: November 21, 2022 10:30 PM IST
PM-Kisan Samman Nidhi Update: पीएम किसान योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 10 करोड़ को पार कर गई है. केंद्र सरकार ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. केंद्र ने बताया कि साल 2019 की शुरुआत में पहली किस्त की अवधि के दौरान लाभार्थियों की संख्या 3.16 करोड़ थी. इस प्रकार लाभार्थियों की संख्या तीन गुना से अधिक हो गई है. सरकार की तरफ यह जानकारी दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के इस योजना को लेकर सरकार पर हमला करने के कुछ घंटों बाद जारी की गई है. खड़गे ने आरोप लगाया कि हर किस्त के साथ लाभार्थियों की संख्या कम हो गई है.
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इस योजना के तहत किसान परिवारों के बैंक खातों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये का वित्तीय लाभ हस्तांतरित किया जाता है. इसकी घोषणा फरवरी, 2019 में की गई थी, लेकिन इसे दिसंबर, 2018 से वित्तीय बाजार के प्रकार वित्तीय बाजार के प्रकार लागू किया गया. कृषि मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘पीएम किसान के तहत किसी भी किस्त अवधि के लिए लाभ जारी करने की संख्या अब 10 करोड़ किसानों को पार कर गई है. शुरुआत में यह संख्या 3.16 करोड़ थी.’
मंत्रालय ने कहा, ‘पीएम किसान योजना ने तीन से अधिक वर्षों के दौरान करोड़ों जरूरतमंद किसानों को सफलतापूर्वक दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय बाजार के प्रकार आर्थिक सहायता प्रदान की है.’ यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में अंतरित की जा रही है. केंद्र सरकार ने योजना के तहत अब तक 12 किस्तें जारी की जा चुकी हैं.
(इनपुट: भाषा)
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