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डीमैट अकाउंट क्या होता है

डीमैट अकाउंट क्या होता है
Demat Account Meaning in Hindi

Demat Account in Hindi - डीमैट अकाउंट क्या होता है?

डीमैट अकाउंट क्या है? - What is Demat Account Hindi:

आपका 'डीमैट अकाउंट' किसी भी Bank Account के जैसा ही होता है, इसमें अंतर सिर्फ इतना है कि किसी बैंक अकाउंट में पैसों से जुड़ा लेनदेन होता है। जबकि डीमैट अकाउंट में शेयरों और प्रतिभूतियों का लेनदेन होता है।

जिस प्रकार हमारे बैंक अकाउंट में हमारा पैसा सुरक्षित रहता है, वैसे ही डीमैट अकाउंट में शेयर सुरक्षित रहते हैं।

Demat Account भी किसी बैंक खाते की तरह Credit और Debit पर काम करता है। आप अपने डीमैट अकाउंट में शेयर के अलावे सरकारी बॉन्ड्स और Mutual funds भी ख़रीद और बेच सकते है।

डीमैट खाते के लिए ज़रूरी पहचान प्रमाण पत्र (Proof of Identity):

अगर आप भी डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो आपके पास नीचे दिए गए ज़रूरी पहचान डीमैट अकाउंट क्या होता है प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।

डीमैट खाता खोलने के लिए Identity Proof:

  • पैन कार्ड
  • मतदाता पहचान पत्र
  • पासपोर्ट
  • ड्राइवर लाइसेंस
  • बैंक सत्यापन
  • आईटी रिटर्न
  • बिजली बिल, टेलीफ़ोन बिल(दो महीन से अधिक पुराना नहीं)
  • केंद्र/राज्य सरकार और उसके विभाग/ संवैधानिक/ विनियामक प्राधिकारी/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम/ बैंक द्वारा जारी किए गए पहचान पत्र पते के साथ

डीमैट खाता खोलने के लिए पते का प्रमाण पत्र (Proof of Address):

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको पहचान प्रमाण पत्र के आलावा आपके पास इन में से एक पते का प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट
  • मतदाता पहचान पत्र
  • ड्राईविंग लाइसेंस
  • बिजली बिल, टेलीफ़ोन बिल(दो महीन से अधिक पुराना नहीं)
  • केंद्र/राज्य सरकार और उसके विभाग/ संवैधानिक/ विनियामक प्राधिकारी/ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम/ बैंक द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र पते के साथ।

कहाँ खोले Demat Account:

SEBI ने डीमैट अकाउंट Open और Manage करने के लिए 2 Depository को मंजूरी दी है:-

  • National Securities Depository Limited (NSDL) और
  • Central Depository Services Limited (CDSL)

इन दोनों के साथ कई Depository Participant (DP) जुड़े होते हैं। डीपी को इनमें से किसी एक Depository के पास रजिस्टर्ड होना चाहिए। आप अपना डीमैट अकाउंट किसी भी रजिस्टर्ड डीपी के पास ही खुलवाए। Bank, Stock Broker, Financial institutions भी Depository Service दे सकते हैं।

India में बहुत से Stock Broker और Depository Service Provider हैं, जो NSDL और CDSL के पास Registered हैं। यहाँ कुछ Best Depository Participant की List इस प्रकार से हैं:-

Demat Account खोलने की फीस:

डिमैट खाता को बिना किसी शेयर के भी खोला जा सकता है और किसी न्यूनतम राशि को बनाए रखने की भी आवश्कता नहीं होती है, आपके खाते में Zero Balance भी हो सकती है।

कई बार यह Charges अलग़ अलग Depository के लिए उसके द्वारा तय किए होते हैं, जो किसी दूसरे Depository Participant से अलग हो सकता हैं।

Demat Account में Nomination:

आप Account Opening Form में Nomination के लिए अपनी पंसद के किसी भी Family Member को Nominee बना सकते हैं। इससे Demat Account Holder की मुत्यु होने के बाद Nominee को आसानी से transfer किया जा सकता है।

आज हमने Demat Account क्या हैं.? इसके बारे में जाना। उम्मीद करता हूँ कि आपको यह Demat Account Ki Hindi में जानकारी पसंद आई होगी। आपको यह जानकारी कैसी लगी.?

अगर आपके पास भी कोई Demat Account से जुडी Information हो तो आप हमें Comment में जरूर बताए। और अपने दोस्तों के साथ Share ज़रूर करे, हो सकता हैं उन्हें भी डीमैट खाते को लेकर जानकारी ना हो।

Posted by: 1stposthindi

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बड़े काम का होता है Demat Account, फायदे जानकर तुरंत खुलवाएंगे आप

demat account

नई दिल्ली: अगर आप शेयर डीमैट अकाउंट क्या होता है मार्केट ( Share Market ) में इंवेस्ट करते हैं तो आप Demat Account के बारे में जरूर जानते होंगे । डीमैट अकाउंट क्या होता है दरअसल सेबी ( SEBI ) ने नियम बना रखा है कि बिना Demat Account कोई भी शेयर या स्टॉक मार्केट में खरीद परोख्त नहीं कर सकता है। तो अगर आप शेयर मार्केट में इंवेस्ट करना चाहते हैं तो तुरंत ये अकाउंट खुलवा लें क्योंकि आने वाले दिनों में शेयर्स में कमाई का बेहतरीन मौका मिलने वाला डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट क्या होता है है।

हम ये इसलिए कह रहे हैं क्योंकि Life Insurance Corporation यानि LIC बहुत जल्द अपने आईपीओ ( IPO ) लॉन्च करने वाली है । और शेयर मार्केट में अगर आपका तनिक भी इंटरेस्ट है तो आप समझ सकते हैं कि LIC के IPO ( lic ipo ) कितना बड़ा मौका है आपके लिए ।

कहां से खुलवा सकते हैं Demat Account- Demat Account आप किसी ब्रोकरेज हाउस में खुलवा सकते हैं वैसे बैंक भी Demat खाते की सुविधा देते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( state bank of india ) कस्टमर्स को डीमैट अकाउंट की भी सुविधा देता है। ( SBI से डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आप इस www.onlinesbi.com लिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं। ) इस अकाउंट में कस्टमर को कई तरह की फैसिलिटी मिलती हैं ।

इस अकाउंट से आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते है। जब निवेशक एक्सचेंज में शेयर की खरीदारी करता है तो करंसी के बदले पेमेंट पर आपके शेयर डीमैट अकाउंट ( demat account ) जमा हो जाते हैं। और बेचने पर उतने शेयर कम हो जाते हैं। इस अकाउंट से आप IPO सबस्‍क्राइब ( ipo subscription) कर सकते हैं। हालांकि इसमें फिक्‍स शेयरों का लॉट होता है। इससे आप स्टॉक, आईपीओ, म्यूचुअल फंड और सोने में खरीदारी कर सकते हैं।

डीमैट अकाउंट क्या होता है

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  • लॉगिन जानकारी
  • प्रोफाइल
  • अकाउंट में बदलाव
  • CMR & DP ID
  • नॉमिनेशन
  • शेयर्स - ट्रांसफर और परिवर्तन

बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट (BSDA) क्या है?

BSDA एक डीमैट अकाउंट होता है, जिसे छोटे इन्वेस्टर्स को ध्यान में रखकर बनाया गया है। ऐसे इन्वेस्टर्स जो स्टॉक्स,बॉन्ड, ETFs, म्यूचुअल फंड आदि में नियमित रूप से इनमें इन्वेस्ट नहीं कर पाते है और ना ही वे इनमें इन्वेस्ट करना चाहते है। BSDA को कम कॉस्ट पर ओपन और मेन्टेन किया जा सकता है।

SEBI को लगता है कि ज़्यादातर डीमैट अकाउंट होल्डर वास्तव में अपने एकाउंट्स का उतना इस्तेमाल नहीं करते है जितना की उन्हें करना चाहिए और इसके बावजूद भी उन्हें हाई मेंटेनेंस फ़ीस देना पड़ता है। इसलिए, ऐसे इन्वेस्टर्स की मदद करने के लिए उन्होनें इस प्रकार के अकाउंट को बनाया है।

BSDA अकाउंट के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया यह है कि आपके पास केवल एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए यानी सभी डिपॉज़िटरी में आपका एकमात्र डीमैट अकाउंट जो होना चाहिए, वह BSDA होना चाहिए।

BSDA के लिए एनुअल मेंटेनेंस चार्जेस (AMC), आपके अकाउंट के होल्डिंग वैल्यू के अनुसार चार्ज की जाती है:

Holding Value AMC Charges (exclusive of GST)
Up to Rs 50,000 No AMC
Rs 50,001 to Rs 2,00,000 Rs 100
Above Rs. 2,00,000 Rs. 300

रेगुलर एकाउंट्स के लिए जो ब्रोकरेज और टैक्सेस होता है, वही चार्जेस BSDA के लिए भी होता है।

होल्डिंग का वैल्यू DP (इस मामले में ब्रोकर) द्वारा निर्धारित किया जाएगा। इसे सिक्योरिटीज़ के रोज़ाना क्लोज़िंग प्राइस या NAV या म्यूचुअल फंड के यूनिट्स के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। ऐसे BSDA एकाउंट्स में अगर होल्डिंग वैल्यू बताए गए क्राइटेरिया को पार कर जाते है, यानि कि जब ये चार्जेस लगाए जाते है, अगर उस दौरान डीमैट अकाउंट क्या होता है होल्डिंग वैल्यू अधिक होता है, तभी ये चार्जेस लागू किये जाते है। उस तारीख़ से रेगुलर अकाउंट्स (NON-BSDA) पर जो भी चार्जेस लागू होते है, वही चार्जेस DP इसमें लागू करता हैं।

Demat Account Meaning in Hindi

What is Demat Account Meaning in Hindi डीमैट खाता क्या है, कैसे काम करता है, डीमैट अकाउंट की आवश्यकता क्यों पड़ती है और इसके क्या क्या फायदे हैं विस्तार से हिंदी में जानिये. डीमैट खाते की जानकारी और इसे कैसे खुलवा सकते हैं। इसके क्या फायदे हैं और इसे कैसे मेंटेन करते हैं। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये हिंदी में शेयर मार्केट विस्तार से पढ़ें। What is Demat Account and what are benefits of it in Hindi.

Demat Account Meaning in Hindi

Demat Account Meaning in Hindi

Demat Account Meaning in Hindi – No Physical Shares in Demat

ऐसा डिजिटल खाता जिसमें कंपनियों के शेयर कोई शेयरधारक डिजिटल अवस्था में रखता है उसे Demat Account कहते हैं। इसको आसानी से ऐसे समझिये. जैसे हम आपने पैसे अपने बैंक के खाते में रखते हैं वैसे ही हम अपने शेयर डीमैट खाते में रखते हैं। जैसे हम यदि बैंक के खाते से नकदी निकलवा लें तो वह नकदी या करंसी पैसे का भौतिक रूप है। मगर जब हम अपने डेबिट कार्ड से किसी दूकानदार को पेमेंट करते हैं तो यह पैसों का इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर हुआ. इसी प्रकार यदि हमारे पास शेयर हैं तो हम या तो उन्हें किसी को गिफ्ट देंगे या बाजार में बेच देंगे, दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर किया जाएगा. शेयरों को भौतिक रूप में रखने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती.

Demat Account Meaning In Hindi

शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप से खाते में रखने की सुविधा को डीमैट कहते हैं. भारत में शेयर और प्रतिभूतियां को इलेक्ट्रॉनिक रूप से Dematerialized डिमैटीरिलाईज्ड यानी Demat Account में रखा जाता है. शेयर धारक शेयरों को भौतिक रूप में यानी कागज़ पर छपे हुए शेयर सर्टिफिकेट नहीं रखते. इसके लिए ब्रोकर के पास जा कर Demat Account खुलवाया जाता है. सभी शेयरों के लेनदेन में डीमैट खाते का नंबर लिखा जाता है जिससे कि शेयरों की खरीद बिक्री का इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट हो सके. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए शेयर होल्डर के पास डीमैट खाता होना आवश्यक है.

शेयर सीधे खाते में आते हैं Keep your Shares in Demat Account

Demat Account तक पहुँचने के लिए इन्टरनेट पर पासवर्ड की जरूरत होती है. शेयरों की खरीद और बिक्री सौदा कन्फर्म होने पर स्वत ही हो जाती है.

जब भी कोई कंपनी बोनस अथवा राईट शेयर जारी करती है तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के Demat Account में आ जाते हैं. आईपीओ IPO में शेयरों के आवेदन करने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता है. यदि आईपीओ में आपको शेयर मिले हैं तो वे सीधे आपके डीमैट खाते में ही आ जाते हैं.

Demat खाते के फायदे

डीमैट शेयर गुम नहीं होते, खराब नहीं हो सकते, चोरी नहीं हो सकते. इनसे सिग्नेचर ना मिलने जैसी समस्या भी नहीं होती. Demat Account की वजह से शेयरों की खरीद बिक्री में धोखा होने की संभावना भी समाप्त हो जाती है. यह बहुत ही सुविधाजनक भी है.

कैसे खुलवाएँ Demat खाता

आप अपना Demat Account किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं. डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉइंट तरीके से खुलवाया जा सकता है. आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं. अधिकतर निजी बैंक आपको डीमैट खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं. इसके अलावा कई निजी ब्रोकर कंपनियों के पास डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है. इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड की कॉपी, पते का प्रूफ देना होता है और KYC भरना पड़ता है.

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