एक ट्रेडर गाइड

डिविडेंड कब मिलता है

डिविडेंड कब मिलता है
उदाहरण :

Dividend क्या होता है और कैसे मिलता है ? |_40.1

Dividend kya hota Hai | Dividend meaning in Hindi

Dividend kya hai क्या आपको पता है अगर dividend के बारे में कुछ भी पता नहीं है तो आपको हम Dividend meaning in hindi डिविडेंड कितना और कब मिलता है। की जानकारी देने वाले हैं। तो आईये जानते हैं डिविडेंड क्या होता है और कौनसी कंपनी Dividend देती हैं।

डिविडेंड का मतलब कंपनी के द्वारा अपने शेयर होल्डर को शुद्ध लाभ यानि Net Profit में कुछ हिस्सा कुछ राशि लाभ के रूप में देती हैं। कंपनी शेयर धारको की निवेश की गई राशि के हिसाब से देती हैं.

अगर टाटा के मेरे पास 200 शेयर है। और कंपनी एलान करती हैं 20₹ प्रति शेयर का Dividend देंगी तो मुझे डिविडेंड कब मिलता है 200×20 = 4000 रूपए मिलेंगे। अब तो आप Dividend ka matlab kya hai समझ गए हैं। अब Dividनिकाले ना ज़रूरी होता है क्या? तो चलिए जानते हैं।

कंपनी के लिए डिविडेंड देना ज़रूरी है या नहीं

ऐसी बहुत सारी कंपनी है जो डिविडेंड देती हैं। लेकिन अब कंपनी को डिविडेंड देना ही पड़ेगा ऐसा ज़रूरी नहीं है। कंपनी डिविडेंड देंगी या नहीं ये कंपनी के Board Member Decide करते हैं।

ऐसी भी कंपनी है जिनका डिविडेंड देने का काफी सालो से रिकॉर्ड रहा है। जो कंपनी अपने निवेशक को डिविडेंड देती हैं। मतलब वो काफी ज़्यादा मात्रा में प्रॉफिट कमा रही है। लेकिन कंपनी ज़्यादा प्रॉफिट कमाए तो डिविडेंड देगी। यह भी ज़रूरी नहीं है। अब तो आप समझ गए हैं। कंपनी पर डिविडेंड देना compulsory नहीं होता है

कंपनी कितना डिविडेंड दे सकती हैं

कंपनी अपने शेयर धारको को कितना डिविडेंड देगी ये उसके Face Value पर Decide निर्भर करता है। फेस वैल्यू क्या है। कंपनी जब रजिस्टर होती हैं। तो वह Face Value decide करती हैं। जैसे 20₹ फेस वैल्यू है तो इसका 50% डिविडेंड कब मिलता है Dividend देना होगा। मतलब वह अपने शेयर होल्डर को प्रति शेयर 10₹ का Dividend देगी। अब आपको कंपनी से डिविडेंड प्राप्त करने की लिए 4 अहम Date के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए वह डेट ये हैं।

Devidend Declaration Date - ये दिन है जब कंपनी अपने शेयर होल्डर को डिविडेंड देने का एलान करती हैं।

Ex-Date - शेयर होल्डर ने इस तारीख से पहले शेयर ख़रीदा था सिर्फ उन्हें ही डिविडेंड मिलेगा।

Record Date - निवेशक के Demat Account में इस कंपनी के शेयर है उन्हीं को डिविडेंड दिया जाएगा।

Devidend Payout Date - इस दिन शेयर धारको को Devidend डिविडेंड कब मिलता है दिया जाता है।

डिविडेंड कब मिलता है | Devidend kab milta hai

interim devidend meaning in hindi कंपनी दो तरह से डिविडेंड देती हैं। पहला interim Dividend और दोसरा Final Dividend। कंपनी फाइनल डिविडेंड वित्त वर्ष के खत्म के बाद देती हैं। और interim Dividend को वित्त वर्ष के बीच में दे देती हैं।

शेयर होल्डर के खाता में जो शेयर धारको के Demat Account से लिंक होता है उसमे डिविडेंड का पैसा जमा कर दिया जाता है जैसे आपने अपने demat account में SBI, HDFC, ICICI का बैंक अकाउंट जोड़ा है। तो आपकी डिविडेंड अमाउंट इस खाते में आयेगी।

पर्सनल फाइनेंस: म्यूचुअल फंड में रिटर्न पाने के मिलते हैं 2 ऑप्शन, यहां जानें ग्रोथ और डिविडेंड में कौन-सा विकल्प आपके लिए रहेगा सही

ग्रोथ ऑप्शन में पैसा लगातार स्कीम में ही रहता है - Dainik Bhaskar

अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो इससे पहले आपका इस स्कीम के बारे में सही से जानना बहुत जरूरी है। क्योंकि स्कीम में निवेश करने से पहले आपको तय कर लेना चाहिए कि स्कीम से फायदा पाने के लिए आपको कौन सा ऑप्शन चुनना है। निवेशकों को म्यूचुअल फंड में दो तरह के ऑप्शन मिलते हैं। इनमें पहला है ग्रोथ और दूसरा है डिविडेंड कब मिलता है डिविडेंड पे आउट (डिविडेंड)। जहां ग्रोथ ऑप्शन में पैसा लगातार स्कीम में रहता है, वहीं डिविडेंड ऑप्शन में कंपनियां समय-समय पर लाभांश के रूप में फायदा बांटती रहती हैं। हम आपको इनके बारे में बता रहे हैं।

शेयर बाजार: बायबैक और डिविडेंड से शेयर निवेशकों को मिलता है ज्यादा फायदा, कंपनियां समय-समय पर देती हैं इसका लाभ

कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा देती रहती हैं। मुनाफे का यह हिस्सा डिविडेंड के रूप में देती हैं - Dainik Bhaskar

अगर आप किसी शेयर में निवेश करते हैं और इसके बाद अगर उसमें ग्रोथ होती है तो उसका फायदा आपको मिलता है। लेकिन क्या ऐसा हो सकता है कि एक ही जगह निवेश करें और उस पर 3 तरह से आपको मुनाफा हो। शेयर मार्केट में सिर्फ शेयर की कीमत बढ़ने से ही निवेशकों को फायदा नहीं होता। इसके अलावा बायबैक और डिविडेंड से भी आपको समय-समय पर फायदा होता रहता है। आज हम आपको बायबैक और डिविडेंड के बारे में बता रहे हैं।

बायबैक क्या होता है
बायबैक का मतलब जब कोई कंपनी अपने शेयरों को बाजार से वापस खरीदती है।

जब हम शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो दो तरीका से पैसे कमाए जा सकता हैं ।

  • स्टॉक का प्राइस बढ़ने से
  • डिविडेंड के रूप में

1) स्टॉक का प्राइस बढ़ने से प्रॉफिट :

जब हम शेअर मार्केट में निवेश करते है और जब स्टॉक का प्राइस तेजी से बढ़ता है तो हमे प्रॉफिट होता है।

2) डिविडेंड के रूप में :

जब आप स्टॉक मार्केट में एक स्टॉक पर बड़ा डिविडेंड कब मिलता है अमाउंट निवेश करते हैं तो यही उम्मीद रखते हैं कि आपको अच्छा खासा लाभ हो। और यदि मुनाफा दो रास्तों से आए तो फिर बात ही क्या है. इसे कहते हैं डबल बेनिफिट प्राप्त डिविडेंड कब मिलता है करना । स्टॉक मार्केट में ऐसे कई स्टॉक मौजूद हैं जिनसे आप ऐसा फायदा उठा सकते हैं. कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने निवेशकों को अलग-अलग समय पर अपने मुनाफे से कमाया हुआ जो कुछ रुपए देती है वह कंपनी हमे डिविडेंड (Dividend) देती हैं. इनके स्टॉक में निवेश कर निवेशक अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं। डिविडेंड क्या होता है, इसके बारे मे विस्तार से जानते हैं।

Dividend से जुड़ी 4 महत्वपूर्ण दिन :

स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले लोगो डिविडेंड से जुड़ी 4 महत्वपूर्ण दिन को जरुर जाना चाहिए। ताकि अगर आपको किसी शेयर में डिविडेंड मिलना है तो सरलता समझ सके क्या आप डिविडेंड के लिए समर्थ हो या नहीं।

1) Declaration Date :-

Board of Director डिविडेंड को मंजूर और घोषणा करते है की इस साल वो कंपनी Dividend पेमेंट करने वाले हैं। इस दिन ही कितने रुपये का डिविडेंड देंगे, कब देगा बताया जाता हैं।

2) Ex- Dividend Date:-

रिकॉर्ड दिन के 2 दिन पहले को Ex Dividend Date कहते हैं। जो शेयरहोल्डर इस दिन के बाद शेयर खरीद लेते है उसको डिविडेंड नहीं मिलता हैं। इसका मतलब आपको Dividend चाहिए तो Ex Dividend Date से पहले ही आपको शेअर खरीदना चाहिए।

3) Record Date :-

इस दिन कंपनी घोषणा करता है की कौन सा शेयरहोल्डर योग्य है और कौन नहीं। जिस भी Shareholder का नाम रिकॉर्ड दिन तक होता है उसे कंपनी Dividend पेमेंट करता ही हैं। अगर कोई निवेशक रिकॉर्ड दिन ही शेयर खरीदता है तो वो डिविडेंड के लिए योग्य नहीं हैं।

निष्कर्ष :

आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा कि डिविडेंड क्या है, के बारे में सभी जरूरी बातें पता चल सके। साथ की पूरी जानकारी विस्तार से देने की कोशिश की है। मैं आशा करता हूं आपको इस पोस्ट से डिविडेंड क्या होता है (what is dividend in hindi) के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा और कुछ ऐसी चीजें पता चली होगी जो आपको पहले नहीं पता थी ।अगर आपके मन में डिविडेंड से रिलेटेड कोई भी सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।

सबसे अच्छा डिविडेंड देने वाली कंपनी कोन है?

Indian oil company देती है, जोकि 12.08% year डिविडेंड देती है।

डिविडेंड देने वाली कंपनी कोन है?

Indian oil =12.08%
Hindustan Unilever limited = 8.36%
coal India limited = 6.65%
Gail। = 7.52%
NMDC। = 12.96%
REC = 11.38%
ONGC। = 7.57%
Power Grid = 5.37%

क्या है डिविडेंट (What is Dividend)

कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को किये जाने वाले नकद भुगतान को लाभांश (Dividend) कहते है. अगर आप सामान्य स्टॉक के साथ प्रिफर्ड शेयरों में भी निवेश करते हैं तो आप लाभांश प्राप्त करने के हक़दार हैं. कंपनी के स्टॉक में निवेश करते समय आप लाभांश के भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं.

जब आप सामान्य स्टॉक में निवेश करते हैं तो शेयरों की कीमत बढ़ने पर कंपनी लाभांश के रूप में एक बड़ी राशि का भुगतान करती है, वहीं पसंदीदा या मुख्य (Preferred) स्टॉक में भुगतान एक पूर्व निर्धारित लाभांश(Dividend) का किया जाता है. Preferred Stock की स्थिति में लाभांश भुगतान मान्य स्टॉक या कंपनी बांडों की तुलना में अक्सर ज्यादा होता है. सामान्य शेयरधारकों को दिया जाने वाला Dividend विभिन्न कंपनियों के अनुसार अलग-अलग होता है. अगर अभी स्टॉक की कीमतों में कोई गिरावट होती है और नुकसान होता है, तो लाभांश भुगतान उस नुकसान को भी कम करता है. यह अस्थिरता और पोर्टफोलियो जोखिम को कम करने में मदद करता है.

कैसे किया जाता है Dividend का भुगतान

डिविडेंट का निर्धारण प्रति शेयर के मूल्य के आधार निर्धारित है. डिविडेंट की घोषणा के बाद एक विशेष तिथि की इसका भुगतान कंपनी करती है. इस तिथि को देय तिथि कहा जाता है. जब कंपनी लाभ कमाती है तो अपने लाभ को बचाकर रखती है और उसको अपने शेयर धारकों में वितरित करने के फैसला करती है. कंपनी के निदेशक मंडल की मंजूरी के बाद भुगतान के लिए शेयर के मूल्य, देय तिथि और रिकॉर्ड तिथि को जारी करती है. डिविडेंट छह प्रकार के होते हैं, जो इस प्रकार है –

अधिकांश कंपनियां इस प्रकार के डिविडेंट का भुगतान करती हैं. यह नकद भुगतान है जिसे सीधे कंपनी से शेयरधारक के खाते में भेजा जाता है. आमतौर पर भुगतान इलेक्ट्रॉनिक रूप से किया जाता है, लेकिन कभी-कभी भुगतान चेक के माध्यम से भी किया जा सकता है.

स्टॉक डिविडेंट (Stock dividend)

शेयरधारकों के लिए नए शेयर जारी करके स्टॉक लाभांश का भुगतान किया जाता है. सामान्य शेयरों में निवेश करने वाले लोग स्टॉक लाभांश भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं. इस डिविडेंट को Cash dividend से बेहतर माना जाता है. कंपनी शेयरधारकों की अपनी इच्छा के अनुसार डिविडेंड कब मिलता है स्टॉक डिविडेंट को नकदी में परिवर्तित करने का विकल्प देती है.

कंपनियां शेयरधारकों को लाभांश के रूप में भौतिक संपत्ति, अचल संपत्ति और अन्य के रूप में गैर मौद्रिक भुगतान भी कर सकती है.

Scrip dividend

जब कंपनी के पास डिविडेंट जारी करने के लिए पर्याप्त राशि नहीं होती है तो कंपनी स्क्रिप (Scrip) डिविडेंट जारी कर्ट सकती है, यह एक तरह का वादा है, जो भविष्य में किसी तिथि को भुगतान करने की गारंटी देता है.

जब कोई कंपनी बिज़नेस बन कर रही होती है तो वह अपने शेयरधारकों को liquidating dividend के रूप में भुगतान करती हैं. शेयरधारकों को उस कंपनी द्वारा किया गया यह अंतिम भुगतान होता है यह भुगतान शेयर की संख्या के आधार पर किया जाता है.

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