ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये

To understand which account is best for you, you should check our detailed comparison of Forex accounts and their types and compare trading platform features from OctaFX. Most clients typically choose the MT4 platform.
How to start trading in 4 easy steps
With an OctaFX account, you can access the foreign exchange market and start trading. Once you register, you'll receive an email with your Personal Area login details, trading account credentials, and all the necessary instructions. You'll need to login to your Personal Area to manage your funds, get bonuses, and take part in our promotions. The trading account credentials are used to access the trading platform itself.
2. Make a deposit
Log in to your Personal Area to make a deposit without any commissions. At OctaFX, you can start trading with a minimum of $25. The minimum deposit can vary depending on your region and the payment method.
According to the Risk Management basics, the more funds you have, the fewer risks you are exposing yourself to.
3. Sign in to the web-based platform
The web-based platform requires no installation and allows you to trade from any device anytime. Alternatively, you can download a desktop version, or the OctaFX Trading App for your ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये Android device. You can compare the platforms and choose the best one.
4. Start trading
Open an order
To open an order, you can simply select the volume of your position and press Buy or Sell.
Basically, you open a Buy order if you expect the price to go up and open a Sell order if you expect the price to go down. It means that you buy a certain amount at a lower price now to sell it back at a higher price later and gain profit from the price difference.
Set leverage
Leverage reduces marginal requirements, the amount necessary to maintain a certain position, and helps you open orders with a volume larger than your balance would allow otherwise. It is important to note that the higher the volume of your order, the more you gain or lose for each pip.
Let's say, you have a trading account with 500 USD and a 1:500 leverage applied. You decide to open a position for 1 lot (100,000 units) on EUR/USD, when the price is at 1.13415. The required margin for this position is 226.83 USD, almost half of your funds. Each pip movement is then worth 10 USD. Therefore, the price only needs to drop to 1.13145 for you to lose nearly all of the money in your account. If you open a position for 0.5 lots, each pip will cost you only 5 USD. In this case, if the price falls to 1.13145, your loss will amount 135 USD.
This should be taken into account when making a trading decision and evaluating the potential risk of an adverse price fluctuation.
Predict the price movement
As a beginner, you can simply track the general direction of the price on the chart and open Buy orders when it goes up or Sell orders when it goes down. This may not get you a guaranteed profit every time, however, it is a good start for developing your strategy.
If you have little to no experience, it's better to avoid trading during major news releases, as the market tends to be highly volatile. Two more advanced methods of price prediction are technical analysis and fundamental analysis. Basic risk management techniques may also prove beneficial in reducing losses.
Make a profit
There are many strategies that allow you to profit from currency price fluctuations, for example, scalping, martingale, hedging, news trading, and many others. Read our article to find a detailed description of the most common strategies and choose the best one for you.
Close an order
Your order profit fluctuates depending on the current market price until the moment you close it. If you feel like you’ve gained substantial profit, open the Trade tab on your platform, find the open position, press on it to open a context menu, and select Close order.
Before you start
There are certain concepts and terms that are essential to get familiar with. We’ve covered them in the How to Trade Forex article. You can also explore our Education section. It'll help you expand your knowledge about the market in general and our services in particular. If you feel like practising with virtual funds before switching to ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये real trading, you can open an OctaFX demo account.
Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? [In Detail] Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट शेयर बाजारों में इनवेस्ट करने के लिए आवश्यक टूल बन गया है। यह शेयर ट्रेडिंग की पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित और तेज बनाता है। यहां हम आपको बताएंगे कि Trading Account क्या है? इसके फायदे और Trading Account कैसे खोले?
- ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
- Trading account कैसे काम ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये करता है?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
Trading Account Kya Hai
ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर बाजार में इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है। पहले, स्टॉक एक्सचेंज ओपन आउटरी सिस्टम पर काम करता था। इसमें व्यापारियों ने अपने खरीद-बिक्री के फैसले को बताने के लिए हाथ के संकेतों और बोलकर कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया।
शेयर बाजारों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को अपनाने के तुरंत बाद, ट्रेडिंग अकाउंट को खुली outcry सिस्टम मे बदल दिया। ऑनलाइन जमाने में, खरीदारों और विक्रेताओं को ऑर्डर देने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में फिजिकली रुप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है।
इसके बजाय वे एक रजिस्टर स्टॉक मार्केट ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलते हैं; जो उनकी ओर से ट्रेडिंग करता है। हर ट्रेडिंग अकाउंट में एक विशिष्ट ट्रेडिंग आईडी होती है जिसका उपयोग ऑनलाइन लेने देने के लिए होता है।
Trading account कैसे काम करता है?
एक ट्रेडिंग अकाउंट एक इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट के बीच एक चैन की तरह काम करता है। जब कोई इन्वेस्टर शेयर खरीदना चाहता है, तो वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ऑर्डर देता है। लेनदेन स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेसिंग के लिए जाता है। उस पर काम करने के लिए, जरुरी संख्या में शेयर उसके डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं और उसके बैंक अकाउंट से एक उतना पैसा काट ली जाती है।
इक्विटी शेयरों को बेचने के लिए इसी तरह की नियमो को फॉलो किया जाता है। इन्वेस्टर अपने ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से 100 शेयरों के लिए सेल ऑर्डर देता है। यह संबंधित स्टॉक एक्सचेंज में आगे के लिए जाता है।
जब ऑर्डर आगे दिया जाता है, तो उसके डीमैट अकाउंट से आवश्यक संख्या में शेयर डेबिट कर दिए जाते हैं और एक बराबर पैसा उसके बैंक अकाउंट में जमा हो जाती है।
ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
वन-पॉइंट एक्सेस
आपको भारत में कई ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये एक्सचेंज मिल सकते हैं जो तरह तरह के सिक्योरिटी और सामानों में बिजनेस करते हैं। कुछ प्रमुख एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX), और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) हैं। एक online trading account होने से इन सभी एक्सचेंजों को सामान्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक्सेस करने में मदद मिलती है।
विश्वसनीय जानकारी
इक्विटी में इनवेस्ट सही समय पर सही डिसीजन लेने के बारे में है। ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अनुभवी और जानकार पेशेवरों द्वारा तैयार की गई रिसर्च रिपोर्ट जैसी valuable सर्विस का विस्तार करते हैं। रिपोर्ट इन्वेस्टर को इनफॉर्म्ड इनवेस्ट डिसीजन लेने में योग्य बनाती हैं। अंततः, हाई रिटर्न कमाने की अधिक संभावना है।
नोटिफिकेशन और कस्टमाइजेशन
ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा नियुक्त ट्रेंड अधिकारी ग्राहकों को चौबीसों घंटे सहायता प्रदान करते हैं। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को संभालने में टेक्नोलॉजी प्रॉब्लम या कोई अन्य प्रॉब्लम हो सकती है।
इसके अलावा, खरीद और बिक्री टारगेट के बारे में सूचना प्राप्त करने के लिए sms या ईमेल के माध्यम से अलर्ट सेट किया जा सकता है।
FLEXIBILITY
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ऐप-बेस्ड हो जाने के बाद, लैपटॉप, स्मार्टफोन और अन्य हैंड-हेल्ड डिवाइस की मदद से उन तक पहुंचना आसान हो गया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कहीं से भी और किसी भी समय इन्वेस्ट पर नज़र रखने के लिए बहुत अच्छी शुरुआत की है।
बिना रुकावट लेनदेन
ऑनलाइन ट्रेडिंग ने फंड ट्रांसफर और इक्विटी ट्रेडिंग करने की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है। एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से, ग्राहक आसानी से सेव और इनवेस्ट करने के लिए स्थिति में हैं।
ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
ट्रेडिंग खाता इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बचत बैंक अकाउंट के बीच एक इंटरफेस के रूप में काम करता है। ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रक्रिया और आवश्यक जरूरी डॉक्यूमेंट्स सभी ऑर्गेनाइजेशन में समान हैं।
एक्सपायर डेट वाले किसी भी डॉक्यूमेंट्स को जमा करने से पहले, सुनिश्चित करें कि यह जमा करने की तारीख पर मान्य है। यहां उन डॉक्यूमेंट्स की डिटेल लिस्ट दी गई है जिनकी आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यकता है।
आय का प्रमाण
आप आय के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं।
वेतन स्लिप, पिछले 6 महीनों के इनकम हिस्ट्री वाले बैंक खाते का लेटेस्ट स्टेटमेंट, कोई भी डॉक्यूमेंट्स जो खुद के माध्यम से संपत्ति के ownership को साबित करता है।
पहचान का प्रूफ
आप ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये किसी एक चीज़ को पहचान के प्रमाण के रूप में जमा कर सकते हैं।
एड्रेस का प्रूफ
आप एड्रेस के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं:
पासपोर्ट/वोटर आईडी कार्ड/राशन कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/फ्लैट मैनेजमैंट बिल।
पति / पत्नी के नाम का पता प्रमाण
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग करने के लिए, आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। हजारों ग्राहकों के बीच, ब्रोकर को आपका पर्सनल ध्यान देना मुश्किल हो सकता है। ट्रेडिंग अकाउंट पूरे इन्वेस्ट के काम को बहुत आसान बना देता है। आप इन स्टेप्स का पालन करके एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं।
- एक ब्रोकर को सलेक्ट करें जिसकी समय पर ऑर्डर पूरा करने की अच्छी रेप्यूटेशन हो। अवसर के सही समय का लाभ ले।
- प्रत्येक ब्रोकर आपके ऑर्डर को प्रोसेस करने के लिए एक कन्फर्म फीस लेता है। इसलिए, पूरे क्षेत्र में ब्रोकरेज दरों की तुलना करना बेहतर है। उचित दरों पर बेहतर सर्विस को एंजॉय करने के लिए मौजुद डिस्काउंट के बारे में ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये भी पूछें।
- ब्रोकरेज फर्म खोजें और ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रोसेस के बारे में पूछताछ करें।
- फर्म का एक काम करने वाला खाता खोलने के फॉर्म और अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) फॉर्म के साथ आपके घर आएगा। आपको इन दोनों फॉर्मों को भरना होगा और इसके साथ संबंधित डॉक्यूमेंट्स जोडने होंगे।
- सबमिशन के बाद, फर्म आपके पर्सनल डिटेल को या तो पर्सनल तरीके से चेक या फोन पर कन्फर्म करेगी।
- एक बार आपका एप्लीकेशन पूरा हो जाने के बाद, आपको ट्रेडिंग ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये खाते का डिटेल दे दिया जाएगा।
यहा आपने जाना की Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? अगर इससे जुड़ी कोई भी सवाल या फीडबैक है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
Margin Money क्या है – Share Market में मार्जिन मनी का उपयोग कैसे करे हिंदी में
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय आप मार्जिन मनी के बारे में बहुत सुनते हैं आपको कई सारे लोग सलाह देते भी मिल जाएंगे कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय या शेयर मार्केट में शेयर खरीदते समय मार्जिन मनी का सही तरीके से इस्तेमाल करें. वरना आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है.
तो आज हम इस पोस्ट में मार्जिन मनी के बारे में जानेंगे कि मार्जिन मनी क्या है.
मार्जिन मनी के बारे में जानने से पहले हमें सबसे पहले ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में जानना होगा क्योंकि जो मार्जिन मनी है वह हमें ट्रेडिंग अकाउंट के अंदर ही मिलती है.
प्रिश्न पर पर क्लिक करे और उत्तर पर जाए !
Trading Account Kya Hai?
ट्रेडिंग अकाउंट हमारे बैंक के चालू खाते की तरह ही होता है. जिस तरह हम अपने बैंक के चालू खाते में पैसों का लेनदेन करते हैं और पैसों को रखते हैं ठीक उसी तरह ट्रेडिंग अकाउंट पर हम शेयर को खरीदने और बेचने के लिए उसका इस्तेमाल करते हैं.
ट्रेडिंग अकाउंट ही एक ऐसा अकाउंट होता है जिसकी मदद से हम शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते हैं और मार्जिन मनी का भी उपयोग कर सकते हैं . ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें
Margin Money Kya Hai
Margin Money हमें ट्रेडिंग अकाउंट पर मिलने वाली एक सुविधा है. जिसमे हम जितने पैसे अपने ट्रेडिंग अकाउंट के अंदर डालते हैं वह एक परसेंटेज के अनुसार दुगने या तीन गुनी या फिर 5 को जाते हैं.
उदाहरण के लिए मान लेते हैं कि आपने जिस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाया है. उसने आपको 5% – Margin Money की सुविधा दी है तो अगर आप अपने अकाउंट में ₹10,000 डालते हैं तो Margin Money के हिसाब से आपके अकाउंट में ₹50,000 हो जाते हैं.
अब आप इन ₹50,000 की मदद से Share Market में ट्रेडिंग कर सकते हैं बस इस बात का ध्यान रखिए कि जब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर रहे होंगे और अगर आपको उसमें घाटा होता है तब आपको Margin Money के पैसे भी अपने ब्रोकर को चुकाने होंगे.
तो जब भी आप ट्रेडिंग करें तो ध्यान रखें कि आप Stop Loss & Target लगाएं ताकि आपको नुकसान ना हो और आपका तय किया गया प्रॉफिट भी आपको मिल जाए। स्टॉप लॉस और टारगेट के बारे में जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Margin Money Ka Use Kaise Kare
जब बारी आती है शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने की तब नुकसान का डर हर एक ट्रेडर के मन में रहता है. तो जब आप ट्रेडिंग करने जाते हैं तब आपके मन में यह सवाल आता है कि हम ट्रेडिंग करते समय मार्जिन मनी का उपयोग करें या ना करें या फिर हम बिना मार्जिन मनी के ही ट्रेडिंग करें.
अगर आपके मन में भी यही सवाल आते हैं ? तो इनका एक साधारण सा जवाब है. जिस भी शेयर पर आप ट्रेडिंग करने के लिए जा रहे हैं और आपको लगता है कि आप इस शेयर पर प्रॉफिट कमा सकते हैं तो आप मार्जिन मनी का उपयोग कीजिए लेकिन अगर आपको यकीन नहीं हैं तो मार्जिन मनी का उपयोग ना करें.
आप अगर शेयर मार्केट में ज्यादा नुकसान नहीं उठाना चाहते और उसी के साथ प्रॉफिट भी कमाना चाहते हैं. तो आप ऐसा भी कर सकते हैं कि आपने जितने पैसे लगाए हैं. उतने ही पैसों की मार्जिन मनी का उपयोग करें इससे आपको ज्यादा नुकसान भी नहीं होगा और प्रॉफिट भी हो जाएगा.
अब आप मार्जिन मनी के बारे में जान गए हैं तो अब आपको ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहिए कि ट्रेडिंग कैसे करें ?. ट्रेडिंग के बारे में जानने के लिए आप नीचे दी गई पोस्ट पढ़े.
Margin Money Kya Hai? आपको हमारी यह पोस्ट अगर अच्छी लगी तो अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए और अगर आपके मन में मार्जिन मनी से जुड़े कोई सवाल है तो आप मैसेज बटन को दबाकर पूछ सकते हैं.
Trading and Demat Account में अंतर क्या है ?
यदि आप Stock Market में Invest करना चाहते हैं तो आपको दो अकाउंट की आवश्यकता होती है Trading and Demat Account, आज की जानकारी में हम आपको बताएंगे कि Trading and Demat Account क्या होता है उनके क्या-क्या फायदे होते हैं। क्या आप अलग से ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं और डिमैट अकाउंट एंड ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है इसके बारे में जानेंगे।
सालों पहले यदि आपको कोई भी शेयर खरीदना और बेचना होता था तो आपको या आपके स्टॉक ब्रोकर को फिजिकली एक्सचेंज में जाना पड़ता था। और सभी काम कागजी तरीके से करना होता था। तो आइए और गहराई से समझते है।
तो मान लीजिए यदि आपको कोई शेर खरीदना होता था तो आपको पैसे लेकर एक्सचेंज ऑफिस जाना पड़ता था और यदि आपको शेयर बेचना होता था तो आपके पास जो फिजिकल डॉक्यूमेंट सर्टिफिकेट थे उनको लेकर आपको स्टॉक मार्केट एक्सचेंज ऑफिस जाना पड़ता था और जब भी ब्रोकर और शेयर की प्राइस मैच हो जाती थी आप सेलर को पैसा दे देते थे और सेलर आपको शेर दे देता था। तो चलिए जान लेते हैं तो चलिए अपने टॉपिक पर बात करते है।
सरल भाषा में बताएं तो ए प्रोसेस बिल्कुल वैसे ही होता है जैसे कि आप अपने पर्स से पैसा निकालते हैं दुकानदार को पैसा देते हैं। और दुकानदार से आप समान लेते हैं। और उस सामान को अब थैले में डालते हैं तो जो आपका पर्स है ट्रेडिंग अकाउंट है और दुकानदार एक्सचेंज है। आपने जो पैसा दिया उसको और जो सामान लिया वह आपका शेयर हो गया और उसको थैले में डाल दिया आपका डीमेट अकाउंट हो गया तो पैसे का लेनदेन आपके पास से होता है।
तो आपका ट्रेडिंग अकाउंट है जो थैला है। आपका इस तरह से डिमैट अकाउंट है इसमें आपने शेयर को रखते हैं यानी कि समान को रखते हैं जैसा की हमारी टॉपिक है ट्रेडिंग और डिमैट खाते में अंतर क्या है ।
डीमेट और ट्रेडिंग में अंतर क्या है ( Different Trading and Demat Account in Hindi )
दोस्तों Trading and Demat Account अकाउंट अलग अलग होता है लेकिन खुलता एक ही जगह पर है और खुलता इस तरह से है कि आप को पता नहीं चलेगा। और हमे अलग-अलग डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट को लाने की जरूरत नहीं पड़ती है। जब हम डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए अपना दस्तावेज देते हैं। उसमें पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक स्टेटमेंट कैंसिल चेक और फोटो होता है तो यह जो चीज है जो हम वहां पर देते हैं इसी डॉक्यूमेंट की सहायता से हमारा डिबेट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों खुल जाता है।
Demat Account
पहले फिजिकल वाला तरीका बहुत लंबा प्रोसेस हो जाता था उसको सरल बनाने के लिए सेबी ने डीमेट अकाउंट लाया आज के डिजिटल इंडिया में यदि आपको शेयर बेचने और खरीदने होते हैं तो आप डायरेक्टली अपने मोबाइल या लैपटॉप से उसको कर सकते हैं जैसे पहले आप फिजिकल डॉक्यूमेंट लेकर स्टॉक मार्केट ऑफिस में आते थे। वही कैश आपको ऑनलाइन अपने ऑनलाइन ओपन डीमेट अकाउंट में मोबाइल और लैपटॉप के माध्यम से जमा कर देते हैं।
Trading Account
तो यदि आपको कहीं भी किसी का शेयर खरीदना हो या कोई भी ट्रांजैक्शन करना हो तो आपको एक अकाउंट की आवश्यकता होती है। जिससे हम शेयर को किसी कंपनी के थ्रू खरीदते हैं और उसे बेचते हैं उसे हम ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं । जैसे यदि आपको 500 शेयर का ऑर्डर देना है तो आप ट्रेडिंग अकाउंट के थ्रो देते हैं यदि आपको 200 शेयर का सेल करना है तो आप ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से करते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट में फंड एड करने के लिए एक बैंक की आवश्यकता होती है तो आपका बैंक अकाउंट आपके ट्रेडिंग अकाउंट से लिंक होना चाहिए। जैसे यदि आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट से 50000 का शेयर खरीदना है तो आप पहले अपने बैंक अकाउंट से 50000 अपने स्टडिंग अकाउंट में जोड़ेंगे उसके बाद आप शेयर खरीदेंगे।
Trading and Demat ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये Account में अंतर
- ट्रेडिंग अकाउंट में आप सिर्फ शेयर का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं लेकिन यदि आपको उस शेयर की डिलीवरी लेनी है तो आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है डीमेट अकाउंट आपके बैंक अकाउंट की तरह ही होता है जैसे ही आप अपने बैंक अकाउंट में आपका पैसा जमा करके रखता है वही आपके डिमैट अकाउंट में आपके शेयर जमा रहते हैं और हर एक शेर का अलग-अलग आईएसआई नंबर होता है। इसके माध्यम से आप शेयर को वेरीफाई कर सकते ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये हैं या कौन सा शेयर है उसका नंबर क्या है।
- ट्रेडिंग अकाउंट हमें एक प्लेटफार्म देता है जिसे हम मार्केट में शेयर को बेच और खरीद सकते हैं यह आपके सेविंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट के बीच इंटरमीडिएटली की तरह काम करता है।
- दोस्तों कुछ ब्रोकर के पास यह फैसिलिटी है यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आप केवल ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं इसमें यह होगा कि आप केवल शेर को खरीदेंगे और बेचेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग करेंगे उसी दिन खरीदेंगे उसी दिन भेजेंगे लेकिन यदि आपको होल्डिंग में रखना चाहते हैं यदि आपने शेयर खरीद लिया है और उसे अभी नहीं बेचना चाहते हैं बाद में बेचेंगे तो आपके पास डिबेट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों होना चाहिए।
- यदि आप कोई स्टॉक करीदते है तो Demat Account में T+2 Days लगेंगे उस स्टॉक को डिमैट अकाउंट में क्रेडिट होने में जैसे यदि आपने आज शेयर खरीदा है तो आज के पूरे दिन में शेयर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में रहेगा और 2 दिन बाद हो डिमैट अकाउंट में एग्जीक्यूट हो जाएगा।
तो आज की समय में आप किसी भी ब्रोकर के पास एक साथ Trading and Demat Account खोल सकते हैं पर अगर आपको किसी ब्रोकर का ट्रेडिंग डिमैट अकाउंट नहीं है तो हमारे अगले ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये जानकारी में सभी Trading and Demat Account की जानकारी मिलेगी जहां पर अकाउंट कैसे खोला जाता है इसके बारे में बताया गया है।
बहुत से लोगों का कहना होता है कि क्या हम सिर्फ Trading and Demat Account अलग अलग खोल सकते हैं। जी हां आप अलग-अलग Trading and Demat Account खोल सकते हैं लेकिन ऐसा करने पर यदि आपके पास केवल ट्रेडिंग अकाउंट होगा तो आपको शेयर कहां खरीदेंगे स्टोर कैसे रखेंगे उसके डिलीवरी कहां मिलेगी। उसमे समस्या हो जायेगी। तो आप बिना Trading and Demat Account के शेयर मार्केट में इन्वेस्ट नहीं कर सकते है।
ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये
Opening an account with us is a seamless process, involving only a few steps. First, we'll get you started with a real or demo account before you begin to trade. We'll also cover other factors that you should be aware of before trading.
To open a trading account, please, follow the step-by-step instruction:
1. Press the Open Account button.
The Open Account button is located at the top right corner of the webpage. If you're having trouble locating it, you can access the registration form using the signup page link.
2. Fill in your details.After pressing the Open Account button, you'll come across a registration form asking you to fill in your details. After filling in your details, press the Open Account button below the form. If you've selected to sign up with Facebook or Google, fill in the missing information and press Continue.
3. Verify your email address.After providing your details and submitting the form, you'll be sent a confirmation email. After locating and opening the email, press Confirm.
4. Fill in your personal details.
Following confirming your email, you'll be redirected to our website to fill in your personal details. The information provided must be accurate, relevant, up-to-date, and subject to KYC standards and verification. Please notice that you need to be of a legal age to trade Forex.
5. Select a trading platform.Next, you'll need to choose which trading platform you want to use. Be prompted to select between either a real or a demo account.
To understand which account is best for you, you should check our detailed comparison of Forex accounts and their types and compare trading platform features from OctaFX. Most clients typically choose the MT4 platform.Once you've selected your desired platform, you'll need to choose whether you want to open a real or a free demo account. A real account uses real money, while a demo account allows you to use virtual currency with no risks.
While you cannot withdraw funds from the demo account, you will be able to practice strategies and become acquainted with the platform without a hassle.
6. Complete account choice.
- After choosing a platform, press Continue to finalise your account creation
- You will see a summary of your account, including:
- Account number
- Account type (demo or real)
- Currency of your account (EUR or USD)
- Leverage (you can always change it in your account later)
- Current balance.
7. Make your first deposit and submit a verification document for withdrawal.
You can then make your first deposit, or you can first complete the verification process.
Please notice that, according to our AML and KYC policies, our clients must verify their accounts by providing the required documents. We request only one document from our Indonesian clients. You need to take a photo of your KTP or SIM and submit it. This way validates you are a sole holder of a trading account and ensures no unauthorized access.
Following the steps above allows you to create a ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये trading account on OctaFX. To start trading, you need to initiate the deposit process. Read how to deposit at OctaFX.
Before opening an account, it’s important to familiarise yourself with this information:
Please read the Customer Agreement thoroughly before you open an account.
Forex margin trading involves substantial risks. Before entering the Forex market, you need to be aware of the risks involved.
AML and KYC policies are in place to protect accounts from unauthorized access. To secure transactions, we require documents verification.
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?