Trading कितने प्रकार के होते हैं?

Trading Kya Hai – ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? सम्पूर्ण जानकारी
ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति घर बैठे ट्रेडिंग एप्लीकेशन पर अपने ऑनलाइन डिमैट अकाउंट अथवा ट्रेडर अकाउंट को ओपन कर सकता है और ट्रेडिंग कर सकता है। इस आर्टिकल में Trading कितने प्रकार के होते हैं? Trading कितने प्रकार के होते हैं? हम जानेंगे कि “ट्रेडिंग क्या है” और “ट्रेडिंग के प्रकार क्या है?”
ट्रेडिंग क्या है? (Trading Kya Hai)
ट्रेडिंग की सरल व्याख्या होती है व्यापार करना। ट्रेडिंग के अंतर्गत किसी सर्विस या फिर प्रोडक्ट का आदान प्रदान करके पैसे कमाए जाते हैं। ट्रेडिंग शब्द स्टॉक मार्केट से जुड़ा हुआ होता है।
स्टॉक मार्केट के अंतर्गत ट्रेडिंग करके लोग किसी कंपनी के शेयर को खरीद के पैसे कमाते हैं या फिर किसी कंपनी के शेयर को खरीद करके फिर से उसे दोबारा बेच करके पैसे कमाते हैं।
सामान्य तौर पर ट्रेडिंग 1 साल की होती है। 1 साल से अधिक हो जाने पर इसे इन्वेस्टमेंट कहा जाता है। ट्रेडिंग ऑनलाइन अधिकतर की जाती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग के अंतर्गत वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके शेयर की खरीदी और बिक्री की जाती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए विभिन्न वित्तीय कंपनी के द्वारा कस्टमर को सुविधा दी जाती है। ऑनलाइन ट्रेडिंग के द्वारा इक्विटी, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, कमोडिटी, करेंसी इत्यादि की खरीदी और बिक्री की जा सकती है।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग ऐसी ट्रेडिंग होती है जो 1 दिन भी जारी रह सकती है या फिर यह लगातार विभिन्न हफ्तों तक चलती रह सकती है।
जिस व्यक्ति के द्वारा इस प्रकार की ट्रेडिंग की जाती है वह ट्रेडिंग स्टार्ट करने से पहले एक पैटर्न आने का वेट करते रहते हैं।
इस प्रकार की ट्रेडिंग करने वाले व्यक्ति पेशेवर ट्रेडर्स नहीं होते हैं, इसकी जगह पर वह उभरते ट्रेंड और ट्रेड की पहचान करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस और मूलभूत चीजों को एक साथ मिलाकर इस्तेमाल करते है।
डिलीवर ट्रेडिंग क्या है?
इस प्रकार की ट्रेडिंग में इन्वेस्टर स्टॉक को होल्ड कर सकता है अर्थात वह डिमैट अकाउंट में स्टॉक को होल्ड करके रख सकता है।
इस प्रकार की ट्रेडिंग में कोई भी टाइम लिमिट नहीं होती है जिसका मतलब यह होता है कि व्यक्ति जब चाहे तब स्टॉक की सेलिंग कर सकता है। डिलीवर ट्रेडिंग में व्यक्ति के पास यह अधिकार होता है कि वह अपनी इच्छा के अनुसार शेयर को होल्ड कर सके।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
ट्रेडिंग के मुख्य 4 प्रकार हैं जिनके नाम और जानकारी निम्नानुसार है।
Intraday trading
शेयर मार्केट जब ओपन होता है और जब बंद होता है तो इसके बीच के दरमियान आप जो शेयर खरीद लेते हैं या फिर जिस शेयर को आप बेच देते हैं उसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
यह ट्रेडिंग सेम डे में होती है। जैसे कि आपने किसी शेयर को सोमवार को खरीदा और Trading कितने प्रकार के होते हैं? आपने सोमवार को ही शेयर मार्केट बंद होने से पहले उसे बेच दिया तो यह इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाएगा।
Swing trading
ट्रेडिंग के ऐसे प्रकार जिसमें स्टोक को खरीद कर उसे कुछ ही दिनों में या फिर कुछ ही सप्ताह में बेच सकते हो उसे ही स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। स्विंग ट्रेडिंग को ट्रेडिंग किंग भी कहते हैं।
Short term trading
ऐसी ट्रेडिंग जो छोटी अवधि के लिए होती है उसे ही शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग कुछ सप्ताह के लिए होती है या फिर कुछ महीने के लिए होती है।
इस प्रकार के ट्रेडिंग में व्यक्ति को अपने स्टॉक पर नजर बनाकर रखनी होती है तभी वह अपने स्टोक को मिनिमाइज कर सकता है।
Long term trading
लोंग टर्म ट्रेडिंग लंबे समय के लिए होती है। जैसे कि 1 साल, 5 साल, 10 साल इत्यादि।
ट्रेडिंग कैसे सीखे?Trading कितने प्रकार के होते हैं?
ट्रेडिंग सीखने के लिए आप ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो देख सकते हैं, ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं, ट्रेडिंग से संबंधित ब्लाग को पढ़ सकते हैं अथवा ट्रेनिंग से संबंधित किताबों को पढ़ सकते हैं। यूट्यूब पर बहुत सारे ट्रेडिंग वीडियो मौजूद है, आप उन्हें देख कर के ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं।
इसके अलावा ऑनलाइन बहुत सारे कोर्स भी है जिसे करके आप ट्रेडिंग की अच्छी जानकारी हासिल कर सकते हैं, साथ ही आप ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए किसी ट्रेडिंग ब्लॉग को जाकर के विजिट कर सकते हैं।
इसके अलावा ट्रेडिंग सीखने के लिए आप शेयर मार्केट के एक्सपर्ट से मिल सकते हैं या फिर जो व्यक्ति शेयर मार्केट में काम कर रहा है उसके साथ कुछ दिन तक काम कर सकते हैं।
ट्रेडिंग कैसे करते हैं यह कैसे काम करती है?
ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग के विभिन्न प्रकारों में से आप जिस प्रकार की ट्रेडिंग करना चाहते हैं उसका सिलेक्शन करना होता है।
इसके पश्चात आपको ट्रेडिंग एप्लीकेशन अथवा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर अपना डिमैट अकाउंट बनाना होता है। इसके बाद आप ट्रेडिंग की प्रक्रिया का Trading कितने प्रकार के होते हैं? पालन करते हुए ट्रेडिंग कर सकते हैं।
बेस्ट ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
इंडिया में विभिन्न ट्रेडिंग कंपनी और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कस्टमर को आसान सी प्रक्रिया का पालन करते हुए ट्रेडिंग करने की सुविधा देते हैं।
आपको बस उन ट्रेडिंग कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट अथवा और एप्लीकेशन पर जा करके अपना ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट बनाना होता है, उसके पश्चात आप जिस प्रकार की ट्रेडिंग करना चाहते हैं उस प्रकार की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
नीचे भारत में मौजूद कुछ प्रमुख और बेस्ट ट्रेडिंग कंपनी की लिस्ट आपको दी गई है। इनमें से किसी भी कंपनी के साथ अटैच हो करके आप ट्रेडिंग कर सकते हैं।
ट्रेडिंग करके पैसा कैसे कमाएं?
ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आप किसी भी कंपनी के शेयर को कम दाम में खरीदे और जब उस कंपनी के शेयर के दामों में बढ़ोतरी हो तब आप उस कंपनी के शेयर को बेच दें। इस प्रकार से आप मुनाफा कमा सकते हैं।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि आपको किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद लेना है बल्कि पूरी सावधानी के साथ आपको इस बात का एनालिसिस करना है। कि कौन सी कंपनी भविष्य में तरक्की कर सकती है और कौन सी कंपनी के शेयर भविष्य में बढ़ सकते हैं।
आपको उसी कंपनी के शेयर को खरीदना चाहिए जो कंपनी लगातार तरक्की कर रही है क्योंकि अगर आप बिना सोचे Trading कितने प्रकार के होते हैं? समझे किसी भी कंपनी में पैसा लगा देंगे तो हो सकता है कि कंपनी की परफॉर्मेंस अच्छी ना हो और कंपनी घाटे में चली जाए।
इससे आपके पैसे डूब जाएंगे। स्टार्टिंग में शेयर बाजार से पैसा कमाने के लिए आप किसी ट्रेडर की सहायता ले सकते हैं जो अनुभवी हो।
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर होता है?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर के आप काफी अधिक पैसे कमा सकते हैं क्योंकि यहां पर पैसे कमाने की कोई भी लिमिट नहीं होती है। ट्रेडिंग 1 साल से कम की अवधि के लिए Trading कितने प्रकार के होते हैं? की जाती है।
कुछ ट्रेडिंग रोजाना होती है तो कुछ ट्रेडिंग कुछ महीने के लिए या फिर कुछ सप्ताह के लिए होती है, वही जो इन्वेस्टमेंट होता है वह 1 साल से अधिक के लिए होता है और लंबे समय के लिए होता है। इन्वेस्टमेंट को लंबे समय के लिए होल्ड करके रखा जाता है।
एक अच्छा ट्रेडर कैसे बनें?
कहा जाता है कि किसी काम को अगर सीखना है तो उस काम के साथ जुड़ना पड़ता है या फिर उस काम को कर चुके अथवा कर रहे व्यक्ति के साथ दैनिक तौर पर कुछ समय व्यतीत करने होते हैं।
इसलिए एक बेहतरीन ट्रेडर बनने के लिए आपको पहले से ही शेयर मार्केट में काम कर रहे अनुभवी लोगों का साथ करना है और उनके साथ लगातार शेयर मार्केट की बारीकियों को सीखना है।
क्योंकि जो व्यक्ति पहले से ही इस फील्ड में है उससे बेहतर आपको शेयर मार्केट की जानकारी अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं दे सकता है।
आप अपने एक्स्ट्रा समय में चाहे तो यूट्यूब वीडियो अथवा ब्लॉग के द्वारा अपने शेयर मार्केट के ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।
स्टॉक कितने प्रकार के होते हैं (How many types of stocks are there)
इस तरह की कंपनी लगातार अपने प्रॉफिट को मैनेज करने में सफल होती है इस तरह की कंपनी में Dividend स्टॉक कम होता है या नहीं होता है इस तरह की कंपनी अपने स्टॉक होल्डर को Dividend देगी या नहीं देगी यह निश्चित नहीं होता है और इस तरह के स्टॉक सबसे ज्यादा रिस्की होते हैं मतलब Growth स्टॉक में सबसे ज्यादा रिस्क होता है
2. मूल्य स्टॉक (Value stock) = वैल्यू स्टॉक में डिस्काउंट अवेलेबल होते हैं जो प्राइस उसका निश्चित होता है उसमें भी वह डिस्काउंट कर देते हैं और कभी कभी Value स्टॉप पर कंपनी अपने प्रॉफिट पर डिस्काउंट भी देती है मतलब अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर को Dividend के रूप में बांट देती है उसे Value स्टॉक कहते हैं
3.लाभांश स्टॉक (dividend stock) = कंपनी प्रॉफिट अमाउंट जनरेट करते हैं कंपनी अपने प्रॉफिट का कुल हिस्से में से कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर में बांट देती है
इस तरह के स्ट्रोक मैं कंपनी Dividend देती ही देती है जिसे हम Dividend स्टॉक कहते हैं
4.चक्रीय स्टॉक (Cyclical stock) = Cyclical कंपनी का प्रॉफिट Economic के साथ लिंक होता है अगर Economic अच्छा होगा तो कंपनी को प्रॉफिट भी अच्छा होगा और अगर Economic खराब होगा तो कंपनी को प्रॉफिट नहीं होगा Cyclical स्टॉक इसी से लिंक होता है
इसके उदाहरण जैसे :- सीमेंट, आयल, मेटल्स, गैस आदि
अन्य दो प्रकार और भी है स्टॉक के
1.ब्लू चिप स्टॉक (Bluechip stock)
ब्लू चिप स्टॉक उन कंपनी के स्टॉक होते है जो अपने सेक्टर में लीडर होती है और इनकी लार्ज कैपिटल होती है। ब्लू चिप स्टॉक भरोसेमंद Trading कितने प्रकार के होते हैं? और इन्वेस्टर की पहली पसंद होते है। क्योकि यह स्टॉक नियमित रूप से प्रॉफिट कमाने में सक्षम है। यदि ब्लू चिप स्टॉक में अधिक समय के लिए निवेश किया जाए तो यह अधिक लाभकारी हो सकता है।
2.पैनी स्टॉक (Penny stock)
Penny का अर्थ है- पैसे । वह स्टॉक जिनकी वैल्यू बहुत कम (यानी 1 रुपये से 25 रुपये तक) होती है और मार्किट कैपिटल 100 करोड़ से अधिक नही होती है उन्हें पैनी स्टॉक कहते है। पैनी स्टॉक में निवेश करना सुरक्षित नही माना जाता है यह स्टॉक में बहुत जोखिम होता है।
Trading क्या है? Stocks में कितने प्रकार की होती है? हिंदी में(2022)
आप आप में से बहुत लोगों ने कभी ना कभी अखबारों में न्यूज़ चैनल में मैगजीन में या यूट्यूब पर या फिर किसी वेबसाइट पर शेयर बाजार तथा trading के बारे में जरूर सुना होगा । जिसमें किस तरह बताया जाता है कि आप शेयर बाजार से पैसा कमा सकते हैं। आपने कभी न कभी सुना होगा कि अमीर लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं जिसके कारण वह और अमीर होते जाते हैं। परंतु किसी आम आदमी के पास इतना पैसा नहीं होता कि वह इसमें शुरुआत में इन्वेस्टिंग कर सके तो वह कुछ ही समय में पैसा कमाना चाहता है जिसके लिए वह ट्रेडिंग करता है।आज के इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा की ट्रेडिंग क्या होती है तथा ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते हैं । शेयर बाजार मैं शुरुआत करें तो आपको यह क्लियर हो।
Table of Contents
ट्रेडिंग क्या होती है?
Trading शब्द का उपयोग व्यापार में प्राचीन काल से होता आ रहा है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है किसी वस्तु का या किसी उत्पाद का विनिमय करके लाभ प्राप्त करना । अर्थात् जब व्यापारी किसी उत्पाद(product) या वस्तु को कम मूल्य पर खरीदकर अधिक मूल्य पर बेच दे उसे trading कहा जाता है।
शेयर बाजार मैं ट्रेडिंग का अर्थ होता है उसमें लिस्टेड कंपनियों में खरीदी तथा बिक्री करना इसकी समय सीमा 1 दिन से लेकर 1 साल तक होती है अर्थात यदि आप कोई कंपनी के शेयर 1 दिन से लेकर 1 साल तक अपने पास रखते हैं तो कह सकते हैं कि आप उसमे ट्रेडिंग कर रहे हैं। जिसमें कंपनी का शेयर ही उसका उत्पाद होता है जिसमें लेनदेन का काम किया जाता है।
उदाहरण के रूप में हम इसे इस तरीके से समझ सकते हैं कि रिलायंस नाम की कंपनी है जिसका शेयर प्राइस ₹2000 है। एक व्यक्ति जिसका नाम प्रतीक है वह उसके शेयरों को खरीदता है तथा जब शेयर की कीमत 2500 रुपए हो जाती है तो वह उसे बेच देता है तथा उस पर ₹500 का लाभ अर्जित करता है तो हम कह सकते हैं कि उसने उस कंपनी के शेयरों में ट्रेडिंग करके यह पैसे कमाए हैं।
शेयर मार्केट मैं ट्रेडिंग बिना कंपनी के फंडामेंटल को समझें केबल प्राइस के आधार पर की जाती है जिसमें जैसे ही प्राइस बढ़ता है हम शेयर बेचकर पैसे कमा सकते हैं।
इस प्रकार की trading में चार्ट का महत्वपूर्ण स्थान होता है । क्योंकि इस प्रकार की ट्रेडिंग में चार्ट के विभिन्न पैटर्नो का अध्ययन किया जाता है।
जिसमें कंपनी के फंडामेंटल को समझें बिना केवल चार्ट के आधार पर ट्रेडिंग की जाती है ।चार्टों के इस प्रकार के अध्ययन को tecnical analysis कहते है।
ट्रेडिंग के प्रकार
ट्रेडिंग को मुख्यतः 4 प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं।
- Scalping
- Intraday trading
- Swing trading
- Positional trading
Scalping trading क्या होती है।
Scalping से तात्पर्य उस प्रकार की ट्रेडिंग से है जिसमे किसी कंपनी के शेयरों को कुछ समय के लिए खरीदा जाता है तथा फिर उसे बेच दिया जाता है ।
Scalping की समय सीमा 1मिनट से लेकर 15 मिनट तक होती है । इसमें लाभ उस समय के बीच मार्केट में हुए उतार चढ़ाव के आधार पर की जाती है।
Scalping मार्केट में 9:15 से लेकर 9:20 के बीच कभी भी की जा सकती है। इस समय के दौरान आप मार्केट में ट्रेड करके पैसा बना सकते हैं।
Intraday trading क्या होती है?
वह ट्रेडिंग जिसमे किसी कम्पनी के शेयर्स को 1 दिन के के लिए खरीदा तथा बेचा जाता है intraday trading कहलाती है। जो buyers तथा sellers इसमें सक्रिय रूप से trading करते है उन्हे intraday traders कहा जाता है।
Intraday trading की समय सीमा एक दिन के भीतर कितनी भी हो सकती है परंतु यह trading केवल 9:15 से 3:20 तक के बीच मे ही की जा सकती है यदि आप अपने शेयर्स 3:20 तक नहीं बेचते हो तो आपका स्टॉक ब्रोकर्स इन्हे सेल कर देगा ।
इस प्रकार की trading में चार्ट का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि चार्ट में मार्केट के छोटे से लेकर बड़े उतार चढ़ाव का ब्यौरा होता है चार्ट के अध्ययन के लिए इसमें बहुत सारे tools होते हैं जिनकी मदद से आप ट्रेडिंग से अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
Swing trading क्या होती है?
Swing trading से मार्केट में बहुत सारे लोगों ने पैसा बनाया है। एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें किसी कंपनी के शेयरों को 1 दिन से अधिक समय के लिए रखा जाता है यह समय एक हफ्ता एक महीना तथा 1 साल तक हो सकता है।
Swing trading में भी चार्ट बहुत अधिक महत्वपूर्ण है इसमें दिए गए विभिन्न टाइम फ्रेम का यूज करके आप मार्केट में आए स्विंग का पता लगा सकते हैं और वहां से पैसा बना सकते हैं।
यह ट्रेडिंग इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें आपको किसी शेयर में बढ़ोतरी के लिए अधिक समय मिल जाता है।
Positional trading क्या होती है?
पोजीशनल ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग का एक प्रकार है जिसमें शेयरों को एक से अधिक दिन के लिए रखा जाता है परंतु यदि स्वयं ट्रेडिंग 1 महीने से अधिक के लिए हो जाती हैं तो उसे हम पोजीशनल ट्रेडिंग कह सकते हैं। पोजीशनल ट्रेडिंग में कंपनी के शेयरों को 1 महीने से 1 साल तक के लिए होल्ड किया जाता है तथा चार्ट की मदद से मार्केट में आए उतार-चढ़ाव के आधार पर ट्रेडिंग की जाती है।
आशा करता हूं कि आज के ब्लॉग के माध्यम से आपको ट्रेडिंग क्या होती है तथा यह कितने प्रकार की होती है समझ में आ गया होगा। जिससे आप जब भी शेयर बाजार में शुरुआत करें आपको इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी रहे।
आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो या किसी तरह के finace या शेयर बाजार से संबंधित सवाल हो तो हमे comment करके बता सकते है हम आपको पूरी मदद करेंगे ।
Trading क्या होती है?
किसी व्यापार में ट्रेडिंग का तात्पर्य किसी वस्तु या उत्पाद को कम कीमत पर खरीद कर उसे ऊंचे दाम पर बेचकर लाभ प्राप्त करने को कहते हैं।
शेयर बाजार में उत्पाद की जगह कंपनी के शेयरों को खरीदा तथा बेचा जाता है।
Trading के कितने प्रकार होते है
ट्रेडिंग मुख्यतः चार प्रकार की होती है
Scalping, intraday trading, swing trading,तथा positional trading ।
क्या ट्रेडिंग से रेगुलर इनकम बनाई जा सकती है?
शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर के आप रेगुलर इनकम बना सकते हैं बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने इसे करके रेगुलर इनकम बनाई है परंतु इसमें पैसे कमाने के लिए आपको discipline के साथ यह करनी होगी तभी आप इसमें सफल हो सकते हो ।
Trading क्या है? Stocks में कितने प्रकार की होती है? हिंदी में(2022)
आप आप में से बहुत लोगों ने कभी ना कभी अखबारों में न्यूज़ चैनल में मैगजीन में या यूट्यूब पर या फिर किसी वेबसाइट पर शेयर बाजार तथा trading के बारे में जरूर सुना होगा । जिसमें किस तरह बताया जाता है कि आप शेयर बाजार से पैसा कमा सकते हैं। आपने कभी न कभी सुना होगा कि अमीर लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं जिसके कारण वह और अमीर होते जाते हैं। परंतु किसी आम आदमी के पास इतना पैसा नहीं होता कि वह इसमें शुरुआत में इन्वेस्टिंग कर सके तो वह कुछ ही समय में पैसा कमाना चाहता है जिसके लिए वह ट्रेडिंग करता है।आज के इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा की ट्रेडिंग क्या होती है तथा ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते हैं । शेयर बाजार मैं शुरुआत करें तो आपको यह क्लियर हो।
Table of Contents
ट्रेडिंग क्या होती है?
Trading शब्द का उपयोग व्यापार में प्राचीन काल से होता आ रहा है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है किसी वस्तु का या किसी उत्पाद का विनिमय करके लाभ प्राप्त करना । अर्थात् जब व्यापारी किसी उत्पाद(product) या वस्तु को कम मूल्य पर खरीदकर अधिक मूल्य पर बेच दे उसे trading कहा जाता है।
शेयर बाजार मैं ट्रेडिंग का अर्थ होता है उसमें लिस्टेड कंपनियों में खरीदी तथा बिक्री करना इसकी समय सीमा 1 दिन से लेकर 1 साल तक होती है अर्थात यदि आप कोई कंपनी के शेयर 1 दिन से लेकर 1 साल तक अपने पास रखते हैं तो कह सकते हैं कि आप उसमे ट्रेडिंग कर रहे हैं। जिसमें कंपनी का शेयर ही उसका उत्पाद होता है जिसमें लेनदेन का काम किया जाता है।
उदाहरण के रूप में हम इसे इस तरीके से समझ सकते हैं कि रिलायंस नाम की कंपनी है जिसका शेयर प्राइस ₹2000 है। एक व्यक्ति जिसका नाम प्रतीक है वह उसके शेयरों को खरीदता है तथा जब शेयर की कीमत 2500 रुपए हो जाती है तो वह उसे बेच देता है तथा उस पर ₹500 का लाभ अर्जित करता है तो हम कह सकते हैं कि उसने उस कंपनी के Trading कितने प्रकार के होते हैं? शेयरों में ट्रेडिंग करके यह पैसे कमाए हैं।
शेयर मार्केट मैं ट्रेडिंग बिना कंपनी के फंडामेंटल को समझें केबल प्राइस के आधार पर की जाती है जिसमें जैसे ही प्राइस बढ़ता है हम शेयर बेचकर पैसे कमा सकते हैं।
इस प्रकार की trading में चार्ट का महत्वपूर्ण स्थान होता है । क्योंकि इस प्रकार की ट्रेडिंग में चार्ट के विभिन्न पैटर्नो का अध्ययन किया जाता है।
जिसमें कंपनी के फंडामेंटल को समझें बिना केवल चार्ट के आधार पर ट्रेडिंग की जाती है ।चार्टों के इस प्रकार के अध्ययन को tecnical analysis कहते है।
ट्रेडिंग के प्रकार
ट्रेडिंग को मुख्यतः 4 प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं।
- Scalping
- Intraday trading
- Swing trading
- Positional trading
Scalping trading क्या होती है।
Scalping से तात्पर्य उस प्रकार की ट्रेडिंग से है जिसमे किसी कंपनी के शेयरों को कुछ समय के लिए खरीदा जाता है तथा फिर उसे बेच दिया जाता है ।
Scalping की समय सीमा 1मिनट से लेकर 15 मिनट तक होती है । इसमें लाभ उस समय के बीच मार्केट में हुए उतार चढ़ाव के आधार पर की जाती है।
Scalping मार्केट में 9:15 से लेकर 9:20 के बीच कभी भी की जा सकती है। इस समय के दौरान आप मार्केट में ट्रेड करके पैसा बना सकते हैं।
Intraday trading क्या होती है?
वह ट्रेडिंग जिसमे किसी कम्पनी के शेयर्स को 1 दिन के के लिए खरीदा तथा बेचा जाता है intraday trading कहलाती है। जो buyers तथा sellers इसमें सक्रिय रूप से trading करते है उन्हे intraday traders कहा जाता है।
Intraday trading की समय सीमा एक दिन के भीतर कितनी भी हो सकती है परंतु यह trading केवल 9:15 से 3:20 तक के बीच मे ही की जा सकती है यदि आप अपने शेयर्स 3:20 तक नहीं बेचते हो तो आपका स्टॉक ब्रोकर्स इन्हे सेल कर देगा ।
इस प्रकार की trading में चार्ट का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि चार्ट में मार्केट के छोटे से लेकर बड़े उतार चढ़ाव का ब्यौरा होता है चार्ट के अध्ययन के लिए इसमें बहुत सारे tools होते हैं जिनकी मदद से आप ट्रेडिंग से अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
Swing trading क्या होती है?
Swing trading से मार्केट में बहुत सारे लोगों ने पैसा बनाया है। एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें किसी कंपनी के शेयरों को 1 दिन से अधिक समय के लिए रखा जाता है यह समय एक हफ्ता एक महीना तथा 1 साल तक हो सकता है।
Swing trading में भी चार्ट बहुत अधिक महत्वपूर्ण है इसमें दिए गए विभिन्न टाइम फ्रेम का यूज करके आप मार्केट में आए स्विंग का पता लगा सकते हैं और वहां से पैसा बना सकते हैं।
यह ट्रेडिंग इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें आपको किसी शेयर में बढ़ोतरी के लिए अधिक समय मिल जाता है।
Positional trading क्या होती है?
पोजीशनल ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग का एक प्रकार है जिसमें शेयरों को एक से अधिक दिन के लिए रखा जाता है परंतु यदि स्वयं ट्रेडिंग 1 महीने से अधिक के लिए हो जाती हैं तो उसे हम पोजीशनल ट्रेडिंग कह सकते हैं। पोजीशनल ट्रेडिंग में कंपनी के शेयरों को 1 महीने से 1 साल तक के लिए होल्ड किया जाता है तथा चार्ट की मदद से मार्केट में आए उतार-चढ़ाव के आधार पर ट्रेडिंग की जाती है।
आशा करता हूं कि आज के ब्लॉग के माध्यम से आपको ट्रेडिंग क्या होती है तथा यह कितने प्रकार की होती है समझ में आ गया होगा। जिससे आप जब भी शेयर बाजार में शुरुआत करें आपको इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी रहे।
आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो या किसी तरह के finace या शेयर बाजार से संबंधित सवाल हो तो हमे comment करके बता सकते है हम आपको पूरी मदद करेंगे ।
Trading क्या होती है?
किसी व्यापार में ट्रेडिंग का तात्पर्य किसी वस्तु या उत्पाद को कम कीमत पर खरीद कर उसे ऊंचे दाम पर बेचकर लाभ प्राप्त करने को कहते हैं।
शेयर बाजार में उत्पाद की जगह कंपनी के शेयरों को खरीदा तथा बेचा जाता है।
Trading के कितने प्रकार होते है
ट्रेडिंग मुख्यतः चार प्रकार की होती है
Scalping, intraday trading, swing trading,तथा positional trading ।
क्या ट्रेडिंग से रेगुलर इनकम बनाई जा सकती है?
शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर के आप रेगुलर इनकम बना सकते हैं बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने इसे करके रेगुलर इनकम बनाई है परंतु इसमें पैसे कमाने के लिए आपको discipline के साथ यह करनी होगी Trading कितने प्रकार के होते हैं? तभी आप इसमें सफल हो सकते हो ।
ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?
दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.
Image Credit: Shutterstock
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ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)
ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.
Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और Trading कितने प्रकार के होते हैं? बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.
उदाहरण- अगर हम शेयर मार्केट में शेयर्स खरीदते हैं तो कोई दूसरा व्यक्ति उन शेयर्स को बेच रहा होगा. मान लीजिए कि आपने किसी होलसेल स्टोर से कोई सामान 50 खरीदा और उसके बाद में उसका दाम बढ़ने पर आपने उसे 60 रूपये में बेच दिया तो इसे ट्रेडिंग कहा जायेगा. वैसे तो Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी को ये नही पता होता है कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या उतार-चढाव आएगा.
ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.
शेयर मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है?
शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती है, इसमें एक ही दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
स्विंग ट्रेडिंग मे शेयर्स को खरीदकर कुछ दिनो या कुछ हप्तो के अंदर बेचा जाता है इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही होती है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर नुकसान और फायदे को आसानी से झेल सकते है, स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्कैलपिंग ट्रेडिंग से काफी अलग होता है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए भी करते हैं.
शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग (Short term trading)
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो की होती है उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होता है इसमें आपको अपने स्टॉक पर नजर रखनी होती है तभी आप अपने स्टॉक को मिनीमाइज कर सकते है.
लॉंग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
जब कोई ट्रेडिंग एक साल या उससे ज्यादा समय में की जाती है तो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहते है.
इसे भी पढ़े?
आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (Trading kya hai in hindi) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.