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Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे

Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे

स्मार्ट इन्वेस्टमेंट 8 टिप्स हिंदी में :

निवेश के बारे में तो सब बात करते हैं लेकिन निवेश किस तरह करना चाहिये ? निवेश किसमे करना चाहियें ? इसके बारे में काफी कम लोगों को हि जानकारी होती हैं.
गलत जगह निवेश करने से आपको भारी नुक़सान भी हो सकता है, इसलिये हम इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं Smart Investment कैसे करें ? Smart Investment करने के कौन कौन से Tips है यह हम आज देखेंगे तो यह पोस्ट को आखिर तक पढ़े.

8 TIPS for SMART INVESTMENT

1. ज्यादा लालच ना करें

अगर आप किसी भी चींज में इन्वेस्टमेंट करते हो तो उसे थोड़ा बहुत अगर आप समय देते हो तो आपको लाभ मिलना निश्चित होता हैं.
लेकिन अगर आपके Analysis करके जो अंदाज लगाया था उससे ज्यादा भी अगर आपको रिटर्न्स मिल रहें हैं तो आप जितना मिला है उतना पहले Profit Book करले, ज्यादा लालच भी बहुत बार नूकसान का कारण बनती हैं.
क्योंकि कोई चीज ज्यादा तेजी से बढ़ती है तो वह तेजी से गिरने कि भी उतनी ही संभावना होती है इसलिये निवेश करें लेकिन ज्यादा लालच आपको नुकसान देह हो सकता हैं.

2. निवेश लाॅग टर्म में ज्यादा अच्छा होता हैं

कई लोगों में पेशंस कि बहुत कमी होती हैं,वो आज इन्वेस्ट करेंगे और दो चार दिन बात कहेंगे कि रिटर्न्स नहीं मिल रहे इसे निवेश नहीं जुआ बोलते हैं. आजतक का इतिहास देखा जाये तो लंबे निवेश में हि ज्यादा लाभ होता है और कम में नुकसान इसलिये Long Term Investment कि सोचे ना की जल्दी में.
अगर आप Wipro Share और MRP Share जैसे शेअर में अगर आप ४०-५० साल पहले अगर इन्वेस्टमेंट करके रखते तो आपको अब कुछ करने की भी जरुरत नहीं पड़ती इतने प्रतिशत कई शेअरों ने रिटर्न कमाके दिया हैं. इसलिये हमेशा लंबा नज़रिया रखें.

smart Investment

3. अभावों पर ध्यान बिल्कुल ना दें

कई बार हम किसी की सुनके या तो किस‌को देखकर Investment करने का मन बनाते हैं इससे हमको नुकसान होता है लेकिन अगर आप सही तरिके से यानी Smart Investment करते हैं तो आपको जल्द ही Financial Freedom भी मिल जायेंगे और आपको कभी पैसे के लिये काम नहीं करना पड़ेगा, पैसा आपके लिये काम करेगा.
रोज हम कोई ना कोई न्युज देखते हैं, किसी कि टिप्स को फोलो करके गलती करते हैं तो ऐसा बिल्कुल ना करें. कहीं भी पैसे लगाये चाहे वो सोना-चांदी हो, शेअर मार्केट हो, या म्युचुअल फंड या फिर CryptoCurrency हो.
अपने खुदकी Technical , Fundamental Analysis करें, किसी Expert कि राय ले, और फिर भी अपना पैसा लगाये यही Smart Investment होगा.

4. एक ही जगह सारे अंडे ना रखें

इसका मतलब हैं कि किसी एक जगह ही अपनी सारी कमाई ना डाले उसे बॅलेन्स करने कि कोशिश करें. समझे आपके पास 100 रुपयें है निवेश करने के लिये तो आप उसमे से फिक्स्ड डिपॉजिट में लगाते, थोड़ा म्युचुअल फंड में, थोड़ा शेअर मार्केट में , थोड़ा सोने में निवेश, असेट्स में थोड़ा क्रिप्टोकरेंसी में ऐसे करके आप उसका सही तरिके‌ बैलन्स करेंगे तो आपको नुकसान तो कभी भी नहीं होगा, इसका कारण यह हैं कि अगर स्टाॅक मार्केट गिरता है तो ज्यादातर देखा गया हैं सोने कि किमते बढ़ती हैं.
अगर आपको बैंक से ज्यादा यानी एफडी से ज्यादा रिटर्न चाहिये और आपको अगर Risk भी नहीं चाहिये तो आप डेप्थ फंड के साथ जा सकते हैं, इसी तरह आपके रिस्क अनुसार अलग अलग जगह अलग-अलग प्रतिशत निवेश करें इससे आपको नुकसान होने के चांसेज ना के बराबर रहेगा.

5. Warren Buffett कि स्टॅटर्जी अपनायें

वारेन बफेट ने अपने बुक में लिखा है कि लोग ज्यादा डर रहे हो तो आप ग्रिडी हो जाओ और लोग ज्यादा ग्रिडी हो तो आप डर जावों इसमे उन्होंने एक अपने फंडे को बताया है जो कई लोगों को मालुम नहीं होगा जब स्टाॅक मार्केट अपने Peak Point से 15 से 20 प्रतिशत गिरेगा तब स्माल कॅप के शेअरो में या small और Mid Cap Mutual Funds को खरिदो यानी जब लोग डरे हुयें हो तब और जब ज्यादा उपर हो तब small और Mid कैप शेअर अथवा mid Cap mutual को बेचकर Large Cap Stocks या Large Cap Mutual Fund में शिफ्ट हो जाओ.
यही वारेन बफेटजी के इन्वेस्टमेंट का बेसिक और आसान फंडा हैं जो की आज भी काम करता है और आगे भी करता रहेगा.

6. टर्म इंश्योरेन्स और हेल्थ इंश्योरेंस भी है महत्वपूर्ण

सिर्फ अलग अलग जगह इन्वेस्टमेंट के साथ हमें Term Insurance और Health Insurance पर भी ध्यान देना होगा. क्योंकी अगर आप सिर्फ Life Insurance निकालते हो तो यह गलत है इसके साथ लाईफ और टर्म Insurance भी उतना ही महत्वपूर्ण हैं. आज के समय में कब कोनसा फॅमिली मेंबर बीमार पड़ जाये पता नहीं इसलिये ऐसी पैडमिक सीचवेशन में यह होना ही चाहियें.
अगर Term Insurance कि बात करे तो इसके बारे में लोग बात नहीं करते और इसकी जानकारी भी कम लोगों के पास ही होती हैं, दरसल जब हम किसी Insurance Agents के पास जाते हैं तो वह Term Insurance के बारे में कम हि बात करते हैं क्योंकी उन्हें इसमें उनका कमिशन ज्यादा नहीं मिलता इसलिये टर्म इंश्योरेन्स की ज्यादा जानकारी कोई नहीं देता लेकिन इससे आपको नहीं लेकिन आपकी फॅमिली को बड़ा कव्हर मिलता है जिसके आपको कुछ होता भी है तो आपके फॅमिली को आगे जाके कोई फायनाशियल दिक्कत नहीं आयेंगी, इसलिये Term Insurance भी Smart Investment का महत्वपूर्ण विषय हैं.

7. अपने पोर्टफोलियो को हमेशा अपडेट करें

सिर्फ इन्वेस्टमेंट करना ही नहीं बल्की पोर्टफोलियो को उस वक्त के हिसाब से और फ्युचर के नजरिये से हर वक्त अपडेट रखना भी महत्वपूर्ण हैं, अब पहले जैसा नहीं रहा कि एक बार निवेश करो और भुल जावों, आज कल क्रिप्टोकरेंसी जैसी नई चीज बैंक एफडी के से तुलना करें तो सौ साल में बैंक एफडी ने मुनाफा नहीं दिया उतना बिटकॉइन, एथेरियम जैसे क्रिप्टोकरेंसी ने रिटर्न्स दिये हैं इसलियें हम वक्त के साथ साथ अपडेट रहना पड़ेगा नाकी पुराने खयालात को चालु रखना हैं.

8. निवेश कहा करना है इसके महत्त्वपूर्ण है कहा नहीं करना हैं

आपको समाज में कई सारे उदाहरण मिलेंगे जो की गलत निवेशकारणो से उन्हें सालों साल भुगतना पड़ा हैं, जी हां कई बार ज्यादा लाभ के चक्कर में लोग गलत जगह इन्वेस्टमेंट करते हैं और अचानक एक दिन में सब डुब जाता हैं ऐसे किसी भी जल्दी पैसे कमाने के स्किम पर विश्वास ना करें भले ही रिटर्नस थोड़े कम मिले लेकिन सोच समझ कर ही Investment करें क्योंकि आपको निवेश से पैसा बनाना हैं ना की गवाना हैं.
अगर आप इन्वेस्टमेंट के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो आप हमारे इन्वेस्टमेंट / शेअर मार्केट पर ६ अच्छी किताबें यह आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं इससे आपको सही इन्वेस्टमेंट यानी Smart Investment क्या होती है इसके बारे सही जानकारी मिलेगी.

आपको यह आर्टिकल कैसा लगा अगर अच्छा लगा हो या उपयोगी लगा हो तो अपने मित्रों से जरुर साझा करें और कुछ सवाल और सुझाव हो तो हमें अवश्य लिखें.

इन पांच म्यूचुअल फंड्स में कर सकते हैं निवेश, मिलेगा शानदार रिटर्न और जोखिम भी कम

म्यूचुअल फंड निवेश को सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है, जिनमें पैसा लगाने वालों को भारी रिटर्न मिलता है. इनमें निवेशकों को उनकी मार्केट एलॉकेशन, सेक्टर एलॉकेशन और वैल्यू के आधार पर चुनने के लिए बहुत से ऑप्शन्स भी मिलते हैं.

इन पांच म्यूचुअल फंड्स में कर सकते हैं निवेश, मिलेगा शानदार रिटर्न और जोखिम भी कम

TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा

Updated on: Aug 26, 2022 | 5:17 PM

म्यूचुअल फंड निवेश को सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है, जिनमें पैसा लगाने वालों को भारी रिटर्न मिलता है. इनमें निवेशकों को उनकी मार्केट एलॉकेशन, सेक्टर एलॉकेशन और वैल्यू के आधार पर चुनने के लिए बहुत से ऑप्शन्स भी मिलते हैं. एक कंपनी का शेयर उसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर लार्ज, मिड या स्मॉल कैप हो सकता है. इसलिए, एक रिटेल निवेशक म्यूचुअल फंड द्वारा बनाए गए कई शेयरों में निवेश कर सकता है. इससे शेयर बाजार में सीधे निवेश करने की तुलना में उसका जोखिम का डर कम होता है.

फ्लैक्सी कैप फंड में व्यक्ति को अलग-अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन वाले शेयरों में निवेश करने का मौका मिलता है. और वे लार्ज, मिड और स्मॉल कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं, जहां भी उन्हें यह लगता है कि उन्हें कम जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. आइए तीन साल की अवधि में रिटर्न के आधार पर पांच सबसे बेहतर फ्लैक्सी कैप म्यूचुअल फंड्स को जानते हैं.

क्वॉन्ट फ्लैक्सी कैप फंड

फंड साल 2013 में शुरू हुआ था. 22 अगस्त 2022 को शेयर की नेट एसेट वैल्यू (NAV) 62.26 रुपये थी. इसका कुल फंड साइज 475.41 करोड़ रुपये है. फंड ने निफ्टी 50 इंडैक्स को 21.02 फीसदी पीछे छोड़ा है. फंड ने घरेलू इक्विटी में 99.32 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. इनमें से 71.22 फीसदी को लार्ज कैप स्टॉक्स में निवेश किया गया है. इसके अलावा 17.79 फीसदी को मिड कैप स्टॉक्स में निवेश किया गया है. जबकि, 6.73 फीसदी को स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश किया गया है. इसके 8.6 फीसदी फंड्स को आईटीसी में निवेश किया गया है, जो उनकी सबसे बड़ी होल्डिंग है.

PGIM इंडिया फ्लैक्सी-कैप फंड

इस फंड को साल 2015 में पेश किया गया था. इसकी नेट एसेट वैल्यू वर्तमान में 28.01 फीसदी है. इसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 4,761.35 करोड़ रुपये है. फंड ने निफ्टी 50 को 11.29 फीसदी आउटपरफॉर्म किया है. फंड ने घरेलू इक्विटी में 94.15 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. उसने लार्ज कैप स्टॉक्स में 40.33 फीसदी, मिड कैप स्टॉक्स Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे में 11.28 फीसदी और स्मॉल कैप फंड्स में 17.27 फीसदी निवेश किया है.

पराग पारिख फ्लैक्सी कैप फंड- डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ

इस फंड को सबसे पहले साल 2015 में पेश किया गया था. उसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट मौजूदा समय में 24,594.84 करोड़ रुपये पर मौजूद हैं. उसकी नेट एसेट वैल्यू वर्तमान में 51.43 रुपये है. इस फंड ने निफ्टी 50 को 8.55 फीसदी पीछे छोड़ दिया है. फंड ने घरेलू इक्विटी में 68.92 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. इनमें से 56.21 फीसदी को लार्ज कैप, 2.66 फीसदी को मिड कैप और 9.12 फीसदी को स्मॉल कैप शेयरों में निवेश किया गया है.

IDBI फ्लैक्सी कैप फंड- डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ

इस फंड को 2014 में लॉन्च किया गया था. उसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 386.69 करोड़ रुपये हैं. फंड की नेट एसेट वैल्यू 39.03 रुपये है. इस फंड ने निफ्टी 50 इंडैक्स को 5.5 फीसदी आउटपरफॉर्म किया है. फंड ने घरेलू इक्विटी में अपने 98.78 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. उसने 63.93 फीसदी का निवेश लार्ज कैप स्टॉक्स में किया है.

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UTI फ्लैक्सी कैप फंड- डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ

इस फंड को साल 2014 में शुरू किया गया था और वर्तमान में इसके पास 25,448 करोड़ रुपये के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) हैं. इसकी नेट एसेट वैल्यू 252.04 रुपये है. फंड ने निफ्टी 50 को 5.05 फीसदी आउटपरफॉर्म किया है. इस फंड ने अपने 98.78 फीसदी एसेट्स का निवेश घरेलू शेयर बाजार में किया है.

Investment Tips : कौन-सा निवेश कितने समय में डबल कर देगा पैसा, एक्‍सपर्ट से समझिए हर निवेश का फंडा

शेयर बाजार के इक्विटी विकल्‍प में निवेश लगातार घट रहा है.

शेयर बाजार के इक्विटी विकल्‍प में निवेश लगातार घट रहा है.

किसी भी निवेश विकल्‍प में पैसा लगाने वालों की निगाह अमूमन इस बात पर होती है कि इस पर उन्‍हें रिटर्न कितना मिलेगा. ज्‍यादातर निवेशक यह देखकर पैसे लगाते हैं कि यहां उनका पैसा कितने दिन में दोगुना हो जाएगा. शेयर बाजार से रिटर्न तो अच्‍छा मिलता है, लेकिन यहां जोखिम बहुत है. ऐसे में सुरक्षित निवेश आपके पैसे को कितने दिन में दोगुना बना सकते हैं.

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 11, 2022, 07:25 IST

हाइलाइट्स

इक्विटी म्‍यूचुअल फंड में जुलाई में सिर्फ 8,898 करोड़ का निवेश आया है.
कुछ म्‍यूचुअल फंड योजनाएं 4-5 साल में डबल करने की क्षमता रखती हैं.
पैसा कितने साल में दोगुना होगा, रूल ऑफ 72 फॉर्म्यूला यह जानने का आसान तरीका है.

नई दिल्‍ली. शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव की वजह से सभी निवेशकों की हिम्‍मत यहां पैसा लगाने की नहीं होती है. ऐसे में सुरक्षा की गारंटी के साथ अपने निवेश को दोगुना करने के लिए उन्‍हें लंबा इंतजार करना पड़ता है.

ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल उठता होगा कि आखिर कौन सा निवेश का विकल्‍प है जो सुरक्षा के साथ जल्‍दी पैसों को डबल बना दे. अगर सुरक्षित निवेश विकल्‍पों पर नजर डालें तो इसमें फिक्स्ड डिपॉजिट, पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र (केवीपी), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) और नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) टीयर-2 जैसे ऑप्‍शन आते हैं. इक्विटी म्‍यूचुअल फंड में जुलाई में सिर्फ 8,898 करोड़ का निवेश है, जो नौ महीने में सबसे कम है. ऐसे में सुरक्षित विकल्‍प का महत्‍व बढ़ जाता है, लेकिन आप अपना पैसा कहां लगाएं, इसे एक्‍सपर्ट के नजरिये से देखें.

बैंकबाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी का कहना है कि ज्‍यादातर निवेश विकल्प पैसा डबल कर सकते हैं. जरूरी बात यह है कि पैसा डबल होने में समय कितना लगेगा. कुछ म्‍यूचुअल फंड योजनाएं 4-5 साल में डबल करने की क्षमता रखती हैं. सरकारी निवेश विकल्पों में जोखिम नहीं है पर पैसा जल्दी डबल करना है तो जोखिम लेना होगा और बाजार से जुड़े विकल्पों में निवेश करना होगा.

क्या है रूल ऑफ 72 फॉर्म्यूला
आपका पैसा कितने साल में दोगुना होगा, रूल ऑफ 72 फॉर्म्यूला यह जानने का आसान तरीका है. इसके तहत आप अपने निवेश पर मिल रहे ब्याज दर से 72 में भाग देते हैं. मान लीजिए, आपने 4 फीसदी सालाना ब्याज दर पर किसी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) कराई है तो इसके दोगुना होने में 18 साल लगेंगे. इसके लिए आपको 72 को 4 से भाग देना होगा, जिसका परिणाम 18 होगा.

ये हैं निवेश के छह तरीके
1. बैंक एफडी : रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने के बाद अधिकतर बैंक अपनी एफडी की ब्‍याज दरों में भी बढ़ोतरी कर रहे हैं. इस समय एफडी पर औसतन 6 फीसदी का ब्‍याज मिल रहा. ऐसे में यहां आपका पैसा डबल होने में करीब 12 साल लग जाएंगे.

2. पीपीएफ : पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ भी निवेश का बेहतर तरीका है और इस पर अभी सालाना 7.1 फीसदी दर से ब्याज मिल रहा है. लिहाजा इसमें आपके पैसे दोगुना होने में 10.14 साल लगेंगे.

3. सुकन्या समृद्धि योजना : यह योजना खासतौर से लड़कियों के लिए चलाई जा रही है. अगर आप अपनी बेटी के नाम पर सुकन्‍या खाता खुलवाते हैं तो 9.4 साल में आपका पैसा दोगुना हो जाएगा. अभी सुकन्‍या योजना में सालाना 7.6 फीसदी की दर से ब्‍याज मिल रहा है.

4. केवीपी : यानी किसान विकास पत्र भी निवेश के लिए बेहतर सरकारी योजना है. इस पर अभी सालाना 6.9 फीसदी की दर से गारंटीड ब्‍याज दर मिल रही है. ऐसे में यह विकल्‍प 10.43 साल में आपके पैसे को दोगुना कर देगा.

5. एनएससी : नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट भी सरकार की ओर से चलाई जाने वाली लघु बचत योजना है और इस पर अभी सालाना 6.8 फीसदी की दर से ब्‍याज मिल रहा है. ऐसे में यहां लगाए आपके पैसे 10.58 साल में दोगुना हो जाएंगे.

6. एनपीएस टीयर-2 : नेशनल पेंशन स्‍कीम का यह खाता हर किसी के नाम खोला जा सकता है. इसे निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों में काम करने वाले या प्रोफेशनल भी खोल सकते हैं. पिछले कुछ साल का रिकॉर्ड देखें तो 50 फीसदी से ज्‍यादा निवेश इक्विटी में करने वाले फंडों ने इस खाते को 10 से 12 फीसदी का रिटर्न दिया है. अगर हम 10 फीसदी सालाना का भी रिटर्न देखें तो आपके पैसे 7.2 साल में दोगुना Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे हो जाएंगे.

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Mutual Fund Investment में कंपाउंडिंग की ताकत, कम निवेश से 15 लाख का फंड कैसे बनाएं ?

हर महीने निवेश को सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्‍लान यानी सिप (SIP) कहते हैं.

हर महीने निवेश को सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्‍लान यानी सिप (SIP) कहते हैं.

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी (SIP) बैंक (bank) और पोस्ट ऑफिस (post office) की आरडी (RD) का सुधरा हुआ रूप है. यहां पर कभी भी निवेश (Investment) शुरू किया जा सकता है और भी बंद किया जा सकता है या निकाला जा सकता है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 15, 2022, 08:10 IST

Investment Tips : म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है. एफडी पर घटती ब्याज दर और म्यूचुअल फंड में अच्छे रिटर्न निवेशकों को आकर्षित किया है. म्‍यूचुअल फंड में आप एक साथ भी पैसा लगा सकते हैं और हर महीने करके भी निवेश कर सकते हैं. हर महीने निवेश को Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्‍लान यानी सिप (SIP) कहते हैं.

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी (SIP) बैंक (bank) और पोस्ट ऑफिस (post office) की आरडी (RD) का सुधरा हुआ रूप है. यहां पर कभी भी निवेश (Investment) शुरू किया जा सकता है और भी बंद किया जा सकता है या निकाला जा सकता है. जहां तक न्यूनतम निवेश का सवाल है तो यह म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) हाउस की स्कीम पर तय होता है. आमतौर पर 500 रुपये महीने से एसआईपी (SIP) शुरू की जा सकती है, वहीं अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं होती है.

म्यूचुअल फंड में कंपाउंडिंग का पावर (Power of Compounding)
म्यूचुअल फंड में निवेशकों के आकर्षण का एक बड़ा कारण इसकी कंपाउंडिंग पावर है. लिहाजा इससे म्यूचुअल फंड पर मिलने वाला निवेश कई गुना बढ़ जाता है. इसको उदाहरण से आप अच्छे से समझ सकते हैं. मान लीजिए राजू नाम के व्यक्ति ने 30 साल की उम्र से 1000 रुपये हर महीने का निवेश शुरू करता है. रमेश नाम का व्यक्ति भी इतना ही पैसा बचाता है, लेकिन वह 35 साल की उम्र में यह बचत शुरू करता है.

दोनों को अगर सिर्फ 8 फीसदी रिटर्न मिले तो 60 साल की उम्र में राजू के पास 12.23 लाख रुपये होगा. वहीं Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे देर से बचत शुरू करने वाले रमेश के पास केवल 7.89 लाख रुपये ही होगा. यानी पहले निवेश शुरू करने पर करीब 4 लाख रुपये का ज्‍यादा फायदा.

वहीं अगर कोई व्‍यक्‍ति 30 साल तक 1000 रुपये का निवेश करे तो उसके पास 32 लाख रुपये का फंड तैयार हो जाएगा. यहां भी यह अनुमान 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से लगाया गया है. इसे ही निवेश की दुनिया में पॉवर ऑफ कंपाउंडिंग (Power of Compounding) कहते हैं.

कैसे शुरू Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे कर सकते हैं सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी सिप (SIP) को तीन तरह से शुरू किया जा सकता है. सबसे आसान तरीका है किसी म्‍युचुअल फंड (Mutual Funds) एजेंट के माध्‍यम से सिप (SIP) शुरू करना. इसके अलावा लोग किसी भी शेयर ब्रोकर से ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोल कर भी म्युचुअल फंड में सिप (SIP) माध्यम से निवेश (Mutual Funds Investment) शुरू कर सकते हैं.

इसके अलावा एक और तरीका है डायरेक्‍ट प्‍लान में इन्‍वेस्‍टमेंट. इस तरीके में निवेशक म्‍युचुअल फंड (Mutual Funds) कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर सीधे म्‍युचुअल फंड (Mutual Fund) स्‍कीम्‍स में निवेश कर सकते हैं. यह तरीका ज्‍यादा अच्छा माना जाता है. यहां पर निवेश करने पर निवेशकों को कोई कमीशन देना पड़ता है, जिससे उनके निवेश का रिटर्न बढ़ जाता है.

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SIP क्या है इसके अन्दर इन्वेस्टमेंट कैसे करे What Is SIP In Hindi

sip meaning in hindi आज बहुत से लोग investment करना चाहते है और सभी के लिए मार्किट के अंदर बहुत से इन्वेस्टमेंट ऑप्शन भी है लेकिन सभी investment ऑप्शन के अलग अलग फीचर और बेनीफिट है कोई हाई रिटर्न देते है तो उसके अंदर रिस्क ज्यादा है लेकिन कुछ के अंदर काम रिटर्न है तो वही कम रिस्क वाले है इस तरह सभी प्लान का कोई फायदा होता है तो उसके कुछ नुकसान भी मिलते है और कुछ इन्वेस्टर अच्छा प्रॉफिट लेना चाहते है चाहे उसमें कितना भी रिस्क हो लेकिन कुछ इन्वेस्टर कम रिटर्न वाले प्लान में investment करते है क्योंकि वही इतना रिस्क नहीं उठाना चाहते है sip meaning in hindi

 sip meaning in hindi

लेकिन जितना रिस्क उठा सकते हो उतना ही प्रॉफिट भी पा सकते हो इसलिए कहा जाता है कि more risk more profit और यह सही भी है इसलिए यदि आप भी कोई आसान सी जगह investment करना चाहते है जिसके अंदर रिस्क भी कम है और आप आसानी से investment कर सकते है.

SIP (Systematic Investment Plan) क्या है ? sip meaning in hindi

तो आज हम आपको एक investment करने का एक आसान सा ऑप्शन बताते है जो इन्वेस्टर शेयर मार्किट में investment नहीं करना चाहते है वो लोग Mutual fund में SIP के through इन्वेस्टमेंट कर सकते है. SIP का पूरा नाम Systematic investment plan है ये बहुत ही आसान तरीका है investment का आपको को डेली मार्केट के बारे में जानने की जरूरत नही पड़ेगा और आप इसके अंदर इन्वेस्टमेंट करके अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है और आप चाहो उतनी इन्वेस्टमेंट कर सकते है

और जिन लोगो को शेयर मार्किट के बारे इतनी इनफार्मेशन नहीं है उनके लिए SIP के थ्रू investment करना एक अच्छा ऑप्शन है.जिससे इन्वेस्टर का रिस्क कम हो जाता है SIP में इन्वेस्ट एंड सेविंग एक ऐसा रूल है. जिसके थ्रू कोई भी इन्वेस्टर एक फिक्स टाइम में फिक्स अमाउंट अपने Choose किये शेयर या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट कर सकता है गोल्ड जैसे कमोडिटी में भी SIP के थ्रू इन्वेस्ट Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे किया जा सकता है SIP से investment करने से पहले उसके रूल एंड रेगुलेशन से इन्वेस्ट करना आसान हो जाता है और investment का रिस्क भी कम होता है.

इसलिए आज बहुत से इन्वेस्टर इसके अंदर investment करते है . क्योकि एक तो इसमें investment करना आसान है और दूसरा इसके अंदर रिस्क बिलकुल कम होता है और इसके अंदर छोटी छोटी investment करी जा सकती है तो इन्वेस्टर को स्टार्ट में तो क्या पता अट्रॅक्टिवे न लगे लेकिन जब एक बार आदत पड़ जाती है तो आप अच्छी बचत कर सकते है. SIP के अन्दर 1000 rupee महीने की इन्वेस्टमेंट 9% की रेट से 10 years में बढ़कर 6.69 लाख रुपया और 30 years में 1 7.38 लाख और 40 years में 44.20लाख तक जा सकती है sip meaning in hindi

SIP Investment करने के फायदे

Small Investment

इसके अंदर आप एक फिक्स पीरियड के हिसाब से एक फिक्स्ड अमाउंट की investment करनी पड़ती है इसलिए इसके अंदर investment के लिए रुपया निकलना आसान है और आप लॉन्ग टाइम तक छोटी छोटी investment करके आप बड़ी सेविंग कर सकते है जिस से आप 10% रेट के हिसाब 1000 रुपया महीने की investment के हिसाब से आप 15 years में 414,470 rupee ले सकते है और 20 years 759,369 रुपया तक रिटर्न ले सकते है.

Investment करने में आसानी

SIP में इन्वेस्टमेंट करना बहुत आसान है क्योंकि इसके अंदर एक बार investment करके आप एक फिक्स डेट को कॅश या आप अपने किसी अकाउंट के सीधे पैसे ट्रांसफर कर सकते है.

Rupee Cost Averaging

SIP के अंदर मार्किट के अन्दर आने वाले इन्फ्लेशन के रिस्क को काम करता है यह लोग टाइम टाइम के लिए अच्छा रिटर्न प्लान है और इसके अंदर कॉस्ट के Averaging में भी हेल्प मिलती है और Outright Regular investment के टाइम NAV कम होता है तो आप ज्यादा यूनिट खरीद पाते है और तो आप ज्यादा यूनिट खरीद पाते है और NAV ज्यादा होने पर आप कम यूनिट खरीद सकते है और averaging के कारण investment की एवरेज कॉस्ट काम हो जाती है. और इस से मार्केट रिस्क भी कम हो जाता |

Systematic Investment

SIP में app minimum 500 rupess amount से स्टार्ट कर सकते है और छोटी छोटी investment फिक्स्ड गैप के अंदर की जाती है और छोटी investment आप डिसिप्लिन से कर सकते है. औरआप investment हमेशा लॉन्ग टर्म के लिए रखे इसमें आपको रिटर्न अच्छा मिलेगा |

Benefits of SIP Investment

Low Risk

SIP से investment में रिस्क बहुत कम होता है क्योंकि आप इसके अंदर छोटी investment कर सकते है क्योंकि इसके अंदर आपकी investment को कोई इक्विटी के अंदर इन्वेस्ट नहीं की जाती है तो इस से आपकी investment के ऊपर मार्किट का कोई इफ़ेक्ट नहीं होता है.

Tax Rebate

इसके अंदर आपको टैक्स रिबेट भी मिलती है इसमें investment करने पर और निकलने पर कोई टैक्स नहीं लगता है

liquidity

इस फण्ड में लिक्विडिटी होती है आप कुछ investment के बाद उस्समे से पैसा निकाल सकते है तो यदि आप कम रिस्क वाली छोटी investment करना चाहते है तोह इसके अंदर आप investment कर सकते है

हमें उम्मीद है की हमारे द्वारा बताई गयी SIP के बारे में जानकारी आपके काम आएगी .और यदि जानकारी अच्छी लगे तो शेयर करे और यदि कुछ पूछना हो तो कमेंट करे.

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