अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए?

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How to invest in US stocks from india हिंदी ।US स्टॉक्स में भारत से कैसे निवेश करें Groww एप से।
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दोस्तो अगर आप इंडिया में रह के किसी भी US के निवेशक के पोर्टफोलियो कॉपी करते हो जैसे अगर आप Warren Buffet का पोर्टफोलियो कॉपी करते हो मतलब जिन कम्पनियों में उन्होंने निवेश किया है तो उन्हीं कंपनी में अगर आप निवेश करते हो तो अगर Warren Buffett को 20% का रिटर्न मिलता है तो आपको इंडियन होने के नाते US stock market में 24–25% का रिटर्न मिल सकता है ।मतलब बिना कोई ज्यादा मेहनत किए आपको एक अमेरिकन निवेशक से ज्यादा रिटर्न मिलेगा वो भी 4–5 % का वह भी फ्री में लेकिन वो कैसे ये हम थोरी देर में एक दम विस्तार से जानेंगे ।
दोस्तो कुछ सालो पहले ये बातें हमारे लिए इतनी जरूरी नहीं हुआ करती थी की आपको "भारत" में निवेश करना चाहिए या "अमेरिकन मार्केट" में ।क्युकी पहले हमारे लिए us के स्टॉक्स में निवेश करना बहुत मुश्किल हुआ करता था लेकिन आज हम घर बैठे बैठे US के स्टॉक्स में बड़े आसानी से निवेश कर सकते है । इसलिए आज हम सबकुछ जानेंगे :–
•लाभ और नुकसान क्या है us stocks में निवेश करने से।
•कहां और कैसे निवेश करना चाहिए।
•आप US stock market में कैसे निवेश कर सकते हो ,(how indian invest in US stocks)
US stock market में निवेश करने के लाभ
•तो दोस्तो बहुत लोग जान ना चाहते अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? है की उन्हें US के स्टॉक में इन्वेस्ट करना है क्युकी वहां के कुछ कंपनियां बहुत बड़ी होने के बाद भी काफी अच्छे रिटर्न दे रही है । जैसे पिछले 10 सालो में google के शेयर प्राइस ने 10 गुना लगभग रिटर्न दिया है जो लगभग 26% का CAGR होता है ।
microsoft के शेयर ने भी लगभग 10 गुना रिटर्न दिया है इसी तरह apple के शेयर ने भी पिछले 10 सालो में 10–15 गुना ऊपर गया है ।और amazon के शेयर ने भी 15–20 गुना ऊपर गया है वो भी सिर्फ पिछले 10 सालो में और Netflix का शेयर ने तो 20 गुना से ज्यादा रिटर्न दिया है पिछले 10 सालो में ।
तो बहुत लोग इसका सबसे बड़ा कारण समझ नही पाते ?इसका सबसे बड़ा कारण यह है की ये साड़ी टेक कम्पनियां इनोवेशन और रिसर्च के डिपार्टमेंट को डोमिनेट कर रही है ।जितना ध्यान ये साड़ी कम्पनियां इनोवेशन और डेवलपमेंट पर करती है शायद ही कोई देश की कम्पनियां देती होगी ।
•दोस्तो जैसे की में हमेशा बोलता हूं की आपको वही निवेश करना चाहिए जिस कंपनी के प्रोडक्ट आप इस्तिमाल करते हो और समझते हो और आप अंदाजा लगा सको की वो कंपनी 10 या 20 सालो में कहां रहेगा ।क्युकी जितना भरोसा आपको उस कंपनी के बिजनेस में कर पाओगे उतना ही आपका वेल्थ बन ने के चांस बढ़ जायेगी ।क्युकी बहुत सारे लोग आपको ऐसे भी मिल जायेंगे जिन्होंने उस कंपनी का नाम तक नहीं सुना होता है और दोस्तो US के कुछ ऐसे कंपनी भी है जिनके प्रोडक्ट हम सालो से स्तिमाल करते आ रहे है ।जैसे microsoft,google,amazon,cocacola,visa आदि।
ऐसे बहुत साड़ी कंपनी जिसके सामान को हम हमेशा से खरीदते और स्तिमाल करते आ रहे है तो आप आसानी से निवेश कर सकते है ।
•तीसरी आपको करेंसी डिप्रीशिएशन की भी लाभ होगी जैसा मैंने आपको पहले बताया था की आपको बिना कुछ मेहनत किए 4–5% का रिटर्न मिल जायेगा ।अब इसको हम समझते है तो दोस्तो भारत में आपको इनफ्लेशन यानी महंगाई 6–7% के रेट से बढ़ती है लेकिन USA में सिर्फ 1–2% के रेट से बढ़ती है और फ्यूचर में भी ऐसे ही रहने वाला है क्युकी अगर आप इंडिया के सेंट्रल बैंक का बैंक रेट चेक करोगे तो आप देख सकोगे की वो 4% का है और USA का सेंट्रल बैंक का रेट 1% से भी कम है ।इस से ये पता चलता है की हमारी सेंट्रल बैंक खुद चाह रही है की हमारे देश मे 4–5% की महंगाई बनी रहे। और अगर ऐसा नहीं भी होता है तो एक्स्ट्रा पैसे छापकर सेंट्रल बैंक इनफ्लेशन इसी तरीके से रखेगी। क्युकी अगर आप 40 साल पहले देखोगे तो 1 usd की वैल्यू 9 रुपए की थी और अभी 74 के लगभग है ।तो अगर आप US stocks में निवेश करते हो तो आपको ये लाभ भी मिल जायेगा क्युकी जब आप खरीदोगे और बेचोगे तो US डॉलर में करोगे ।
• आपको पूरे दुनिया के टॉप कम्पनियों में निवेश करने का मौका मिलेगा अगर आप करते हो तो।
दोस्तो How to invest in US stocks from India तो आप समझकर कर तो लोगे पर आपको intrinsic value भी निकालनी आनी चाहिए इसके लिए आप पढ़े– इंट्रिंसिक वैल्यू कैसे पता लगाए
US stocks में निवेश करने के नुकसान
• पहला तो ये की आप US की न्यूज को फॉलो नही कर सकते हर समय पर मेरे तरफ से ये एक बुरी बात नहीं हैं क्युकी अगर आप ने अच्छा स्टॉक चुना है तो आप उसे आराम से कंपाउंडिंग की ताकत से ग्रो होने दोगे ।
•आपको एक फीस देनी पड़ती है छोटी सी जो बैंक वाले आपसे चार्ज करेंगे जब आप INR से डॉलर में कन्वर्ट करोगे ।लेकिन ये भी कोई बड़ी समस्या नहीं है क्युकी लंबे समय में ये चार्जेस पता भी नही चलेगा।
How to invest in US Stocks from india। कहां और कैसे निवेश करे।
दोस्तो आप Groww एप से भी आप US स्टॉक्स में निवेश कर सकते है आपको यहां जीरो ब्रोकरेज ,फ्री एएमसी और फ्री अकाउंट मिल जायेगा click here to download आप यहां से डाउनलोड कर सकते है।
दोस्तो इसके बाद हमे प्रॉबलम भी आती है की वहा की कम्पनियां की शेयर प्राइस काफी महंगी होती है जैसे 2000 डॉलर 3000 डॉलर तो आप चाहो तो fractional share में खरीद सकतें हो इसकी मदद से हम एक शेयर का भी एक छोटा हिस्सा खरीद सकते है।मतलब अगर शेयर की दाम 1 लाख है तो आप 100 रुपए में भी एक छोटा हिस्सा खरीद सकोगे ।
दोस्तो आशा करता हूं आपको how to invest in us stcoks from india , How Indian invest in us stocks , और us stock market के बाड़े में समझ गए होंगे ।और अगर आपको कुछ भी प्रसन्न हो तो आप कमेंट में बताए ।
अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए?
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रुपए की बिगड़ती 'सेहत' का सबसे अधिक असर कहां? समझें कैसे बन रहे हालात
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Thursday, 30 June, 2022
डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट का दौर जारी है. बुधवार को रुपए 18 पैसे कमजोर होकर अब तक के सबसे निचले स्तर 79.05 पर पहुंच गया. यानी अब एक डॉलर के लिए हमें 79.05 रुपए चुकाने होंगे. पिछले कुछ सालों में रुपए की स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है. रुपए में कमजोरी का असर देश की अर्थव्यवस्था से लेकर आम आदमी की पॉकेट तक पड़ता है. लिहाजा, संभव है कि आने वाले दिनों में महंगाई से त्रस्त जनता को, बढ़ते दाम का एक और डोज मिल जाए.
अलग-अलग असर
रुपए की कमजोरी इम्पोर्टर्स की लागत और मुनाफे की खाई को लगातार चौड़ा करती जा रही है. हर गिरावट उनकी लागत को बढ़ा देती है, ऐसे में उनके लिए काम करना मुश्किल हो गया है. दरअसल, आयात पर उन्हें डॉलर में अब ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा. वहीं, दूसरी तरफ रुपए की आर्थिक सेहत कमजोर होने से निर्यातकों को ज़रूर फायदा होगा. क्योंकि उन्हें डॉलर के हिसाब से ज्यादा रुपए मिलेगा.
लगातार बढ़ रही लागत
दिल्ली के बिज़नेसमैन अनंजय अग्रवाल रुपए के रसातल में पहुंचने से बेहद चिंतित और परेशान हैं. अग्रवाल का ज़्यादातर व्यवसाय इम्पोर्ट यानी आयात पर केंद्रित है. ऐसे में उनकी लागत लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा, ‘यह निश्चित तौर पर चिंता का विषय है, लेकिन चूंकि ये हमारे नियंत्रण से बाहर है, इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते’.
पड़ती है दोहरी मार
अनंजय अग्रवाल अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? के मुताबिक, रुपए-डॉलर के मूल्य में बदलाव से ड्यूटी भी प्रभावित होती है. उदाहरण के तौर पर यदि रुपया डॉलर के मुकाबले 78 से 80 हो गया, तो हमें केवल अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? 2 अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? रुपए ही ज्यादा नहीं देने है, बल्कि ज्यादा ड्यूटी का भी भुगतान करना है. ऐसे में हमारी लागत काफी बढ़ जाती है और नुकसान उठाना पड़ता है. यही वजह है कि इम्पोर्ट का रेश्यो कम हो रहा है.
ट्विन क्रश सिचुएशन
वहीं, प्रमुख फुटवेयर एक्सपोर्टर UV ओवरसीज के संजय डंग ने कहा, 'डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हो रहा है और यूरो के मुकाबले इसमें मजबूती आई है. यह एक बेहद अजीब स्थिति है. अधिकांश कच्चे माल के आयात का भुगतान जहां डॉलर में होता है, वहीं शू इंडस्ट्री का निर्यात ज़्यादातर यूरो में’. उन्होंने आगे कहा कि यह एक तरह से ट्विन क्रश सिचुएशन है, जिससे EU एक्सपोर्ट करने वाले बुरी तरह प्रभावित होंगे.
आप पर क्या होगा अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? असर?
भारत बड़ी संख्या में अन्य देशों से सामान आयात करता है. ऐसे में रुपए की कमजोरी से आयात महंगा हो जाएगा. क्रूड ऑयल, इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित वे सभी वस्तुएं महंगी हो जाएंगी, जो बाहर से देश में आती हैं. कच्चा तेल महंगा होने से पेट्रोल-डीजल के दाम फिर बढ़ सकते हैं, ऐसे में खाने-पीने की चीज़ें और दूसरे ज़रूरी सामान महंगे हो जाएंगे. वैसे भी महंगाई का डीजल से सीधा कनेक्शन है. मतलब महंगाई से राहत मिलना तो दूर आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं.
मुश्किल हुआ कारोबार करना
विरोला इंटरनेशनल के मालिक ईशान सचदेवा का कहना है कि मौजूदा समय में कारोबार करना पहले से ही बेहद मुश्किल है, ऐसे में रुपए में लगातार गिरावट हमारी मुश्किलों को और बढ़ा रही है. उदाहरण के तौर पर, ऑर्डर के समय डॉलर के मुकाबले रुपए का मूल्य कुछ और था और डिलीवरी पर कुछ और हो गया, अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? तो ऐसी स्थिति में हमारा मरना हो जाता है.
सचदेवा चाहते हैं कि सरकार व्यापारियों पर ध्यान दे. उन्होंने आगे कहा, 'सरकारी नीतियों में आए दिन बदलाव होते रहते हैं. सरकार अगर डॉलर गिरता है तो मुझे क्या निवेश करना चाहिए? की तरफ से हमें जिस फायदे की बात कही जाती है, वो महज कागजों तक सीमित है. ऊपर से रुपए के मूल्य में गिरावट से हमारी लागत बढ़ रही है. शूज़ से जुड़े मटैरियल की कीमत आसमान छू रही है. ऐसे में हमारे लिए व्यापार करना कठिन हो गया है'.
इस तरह गिरता गया रुपया
इसके अलावा, रुपया कमजोर होने से विदेशों में घूमना, पढ़ाई आदि के लिए भी जेब ज्यादा ढीली करनी होगी. अब जरा रुपए के गिरने की कहानी को आंकड़ों की जुबानी समझ लेते हैं. 29, मई 2014 को रुपया 58.93 था, इसके बाद 29, मई 2015 को 63.73, 30 मई, 2016 को 66.97, 30 मई, 2017, 64.66, 4 अक्टूबर, 2018 को 73.79, 10 मई, 2022 को 77.50 और 10 जून, 2022 को 77.85, 29 जून, 2022 को 79.05 प्रति डॉलर आ गया है.
PressMirchi सेंट्रे के जेफ बेजोस स्नब के बाद, एक अमेज़ॅन ऑफ़र, ए रिट्रीट: 10 अंक
नई दिल्ली : जेफ बेजोस, अपने तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान सरकार की ओर से लटकाया, बाहर एक बयान आज एक अतिरिक्त बनाने के लिए (का वादा कर दिया देश में लाख नौकरियां अमेज़ॅन के सीईओ, जिनके प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक बैठक के अनुरोध को कथित तौर पर एक महीने पहले खारिज कर दिया गया था, ने कहा: “मैं हर बार जब मैं यहां लौटता हूं तो भारत के साथ प्यार में अधिक गिरता हूं।” भारत में अपने पहले दिन $ 1 बिलियन के निवेश की उनकी घोषणा ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से व्यंग्यात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने कहा: “ऐसा नहीं है कि वे भारत के लिए एक महान उपकार कर रहे हैं।” मंत्री ने कहा कि आज उनकी टिप्पणियों को गलत समझा गया और कहा कि “सभी निवेश का स्वागत है” जब तक यह कानून के भीतर है “। अमेज़न, वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट के साथ-साथ शिकारी मूल्य निर्धारण, गहनता, विशिष्टता और आरोपों की जांच की जा रही है। तरजीही विक्रेता उपचार। लेकिन दुनिया के सबसे अमीर आदमी के लिए सरकार का ब्रश $ अनुमानित मूल्य के साथ 115 बिल को जेफ बेजोस के स्वामित्व वाली वाशिंगटन पोस्ट में सरकार के महत्वपूर्ण लेखों से जोड़ा गया है।
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को सक्षम करने के लिए अमेज़न के वैश्विक पदचिह्न का उपयोग करेंगे दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए भारतीय उत्पादों के निर्यात में अरब 2018। जेफ बेजोस ने एक पत्र में कहा, भारत में हमारा निवेश देश भर में अतिरिक्त 1 मिलियन नौकरियां पैदा करेगा Amazon.in पर शुक्रवार को पोस्ट किया गया।
जेफ बेजोस किसी मंत्री या शीर्ष सरकारी अधिकारी के साथ बैठक किए बिना कल भारत छोड़ दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नियुक्ति के लिए अमेज़ॅन के संस्थापक के अनुरोध को एक महीने पहले ठुकरा दिया गया था, सरकारी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया। “जेफ बेजोस से मिलना सरकार की मजबूरी नहीं माना जा सकता है।” सूत्रों ने कहा।
संघ में घर्षण स्पष्ट था वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की श्री बेजोस की भारतीय निवेश घोषणा पर प्रतिक्रिया। “उन्होंने भले ही एक बिलियन डॉलर में रखा हो, लेकिन फिर अगर वे हर साल एक बिलियन डॉलर का नुकसान करते हैं, तो वे अच्छी तरह से उस बिलियन डॉलर का वित्त पोषण करते हैं। इसलिए ऐसा नहीं है कि जब वे एक अरब डॉलर का निवेश करते हैं, तो वे भारत के लिए एक बड़ा उपकार करते हैं, “श्री गोयल ने उसी दिन कहा था।
आज, श्री गोयल ने स्पष्ट किया: “हम सभी प्रकार के निवेशों का स्वागत करते हैं। लेकिन अगर किसी निवेश की नींव कानून का उल्लंघन करती है तो कानूनी प्रक्रिया होगी। कुछ लोगों को लगता है कि मैंने अमेज़न के खिलाफ कुछ नकारात्मक कहा है। यदि आप मेरे कथन के संदर्भ को देखें, तो मैंने कहा कि निवेश कानून और नियमों के भीतर आना चाहिए। दुनिया भर में इस प्रक्रिया का पालन किया जाता है। “
… मंत्री ने कहा कि अमेज़ॅन के निवेश को छोटे व्यापारियों के लिए अनुचित प्रतिस्पर्धा नहीं पैदा करनी चाहिए। “इस निवेश से भारत में छोटे व्यापारियों और खुदरा व्यापारियों के लिए अनुचित प्रतिस्पर्धा पैदा नहीं होनी चाहिए,” उन्होंने कहा
इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि सरकार के कोल्ड-शोल्डर ने वाशिंगटन पोस्ट को जम्मू के लिए विशेष दर्जा देने से लेकर फैसले की आलोचनात्मक कवरेज की है। कश्मीर और नागरिकता कानून में कश्मीर में प्रतिबंध।
“डायनामिज्म” पर श्री बेजोस के ट्विटर पोस्ट में से एक। ऊर्जा। जनतंत्र। भाजपा के विदेशी मामलों के प्रभारी, विजय चौथवाले ने #IndianCentury “को गोली मार दी:” कृपया इसे अपने कर्मचारियों को वाशिंगटन डीसी में बताएं। अन्यथा आपका आकर्षण आक्रामक समय और धन की बर्बादी होने की संभावना है। ”
श्री चौथेवाले ने अपने ट्वीट को समझाने के लिए कहा, “मैं एक कंपनी के रूप में अमेज़ॅन का विरोध नहीं कर रहा हूं, वास्तव में मैं एक नियमित ग्राहक हूं … जेफ बेजोस को घर पर वाशिंगटन पोस्ट को बताना चाहिए कि भारत के बारे में उनकी धारणा क्या है। … वाशिंगटन पोस्ट संपादकीय नीति बहुत पक्षपाती और एजेंडा चालित है। “
समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा कि सरकार श्री बेजोस से नहीं मिली क्योंकि अमेज़न विवादों में घिर गया है
एंटी-ट्रस्ट बॉडी कॉम्पिटिशन कमिशन ऑफ इंडिया, शिकारी मूल्य निर्धारण, गहरी छूट, विशिष्टता के आरोपों पर अमेज़न और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट के व्यापार मॉडल की जांच कर रहा है और अधिमान्य विक्रेता उपचार