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धन के 5 नियम

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Dhanteras 2022: धनतेरस पर कर लें ये 5 उपाय, मिल जाएगा मां लक्ष्मी और कुबेर देवता का आशीर्वाद

धनतेरस के दिन की जाने वाली पूजा के लिए कुछ खास उपाय और नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से व्यक्ति के घर में धन-धान्य का भंडार भरा रहता है। इस दिन सोने-चांदी की चीजें, बर्तन और नया वाहन खरीदना बहुत शुभ माना गया है।

Dhanteras 2022: धनतेरस पर कर लें ये 5 उपाय, मिल जाएगा मां लक्ष्मी और कुबेर देवता का आशीर्वाद

Dhanteras 2022: पंच दिवसीय दिवाली के महापर्व की शुरुआत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी धनतेरस से होती है। इस साल 23 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाने वाला है। धनतेरस पर्व मां लक्ष्मी की पूजा के साथ धन के देवता कुबेर और आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि की विशेष पूजा के लिए जाना जाता है। इस दिन सोने-चांदी की चीजें, बर्तन और नया वाहन खरीदना बहुत शुभ माना गया है। धनतेरस के दिन की जाने वाली पूजा के लिए कुछ खास उपाय और नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से व्यक्ति के घर में धन-धान्य का भंडार भरा रहता है।

झाड़ू खरीदना

धनतेरस के दिन कुछ चीजों को घर में लाना काफी धन के 5 नियम शुभ माना गया है। माना जाता है कि धनतेरस के दिन यदि इन सभी चीजों के साथ झाड़ू भी खरीद कर घर लाई जाए तो उससे घर की गरीबी और नकारात्मकता दूर होती है।

वस्त्र दान

हिंदू धर्म में हर तीज-त्योहार पर दान-पुण्य का महत्व रहता है। ऐसे में धनतेरस के दिन कई चीजों को खरीदने के साथ-साथ अन्न-वस्त्र आदि का दान भी करना चाहिए। इस दिन जरूरतमंदों को धन के 5 नियम वस्त्र बांटना महादान माना गया है। माना जाता है कि वस्त्र दान से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

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धनतेरस के दिन कुछ चीजों के खरीददारी करने से बचना चाहिए। वरना शुभ की जगह अशुभ फल प्राप्त होने लगते हैं। माना जाता है कि धनतेरस पर कांच, चीनी, मिट्टी और लोहे के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए

लेन-देन

धनतेरस के दिन ना ही किसी से उधार लेना चाहिए और ना ही किसी को उधार देना चाहिए। धनतेरस के दिन धन के लेन-देन से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। जिससे व्यक्ति की आर्थिक वृद्धि रुक जाती है और व्यक्ति के पास धन नहीं रुकता।

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आरोग्य उपाय

माना जाता है कि धनतेरस के दिन ही भगवान धन्वंतरी का जन्म हुआ था। इस दिन उनका आशीर्वाद पाने के लिए विशेष रूप से पूजा करें। साथ ही यम देवता के नाम पर अपने घर के बाहर चौमुखा दिया जलाएं।

किन्नर को दान

धनतेरस के दिन किन्नर को पैसा दान करें और उनसे एक सिक्का मांग लें। इस सिक्के को अपनी तिजोरी या पर्स में रख लें। इससे आपके पास कभी भी धन की कमी नहीं होगी। आय में भी वृद्धि होती रहेगी।

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डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

Chanakya Niti: इन 5 जगहों पर भूलकर भी नहीं ठहरना चाहिए

चाणक्य ने अर्थशास्त्र, राजनीति और कूटनीति समेत कई क्षेत्रों में माहिर चाणक्य ने धन, तरक्की, बिजनेस, दोस्ती और दुश्मनी समेत अनेकों पहलुओं से जुड़ी बातों के लिए अनेक नियम बताए हैं।

Chanakya Niti: इन 5 जगहों पर भूलकर भी नहीं ठहरना चाहिए

Chanakya Niti: अर्थशास्त्र के रचयिता आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के जीवन को आसान बनाने व समस्याओं से निजात पाने के लिए कई नियमों का उल्लेख किया है। चाणक्य के कई नियमों को बहुत से लोग आज भी मानते हैं। तो कुछ लोग ऐसे भी हैं तो आधुनिक समय में इन्हें तर्क से परे मानते हैं। लेकिन इन नियमों को हर कोई एक बार जरूर पढ़ना चाहेगा। अर्थशास्त्र, राजनीति और कूटनीति समेत कई क्षेत्रों में माहिर चाणक्य ने धन, तरक्की, बिजनेस, दोस्ती और दुश्मनी समेत अनेकों पहलुओं से जुड़ी बातों के लिए अपने नियम बताए हैं। ऐसे ही नियमों चाणक्य ने 5 जहगों पर न ठहरने के लिए कहा है। तो आइए जानते हैं

धनिक: श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पंचम:।
पंच यत्र न विद्यन्ते तत्र दिवसं न वसेत्।।

अर्थात जहां कोई धनी, विद्वान, राजा, वैद्य (डॉक्टर) और नदी न हो वहां एक दिन भी नहीं वास (रहना) नहीं करना चाहिए।

1- जिस शहर में कोई धनी न हो।
2- जिस देश में वेदों को जानने वाले विद्वान न हों।
3- जहां कोई राजा या सरकार न हो।
4- जिस शहर या गांव में कोई डॉक्टर नहीं रहता हो।
5- जिस जगह के पास कोई नदी नहीं बहती हो।

चाणक्य जिन पांच स्थानों पर न ठहरने की सलाह हैं इसके पीछे का कारण बताते हुए चाणक्य कहते हैं कि जीवन की समस्याओं में पांचों चीजों का खा महत्व है। आपत्ति के समय धन की जरुरत होती है, जिसकी पूर्ति धनी व्यक्ति से हो सकती है। कर्मकांड के लिए पुरोहितों की आवश्यकता होती है। वहीं शासन व सुरक्षा के लिए राजा या सरकार की जरूरत होती है। इसी प्रकार से रोग सताने पर वैद्य या डॉक्टर की जरूरी होती है और नदी यानी जल स्रोत भी जीवन के लिए आवश्यक है।

Chanakya Niti: इन 5 जगहों पर भूलकर भी नहीं ठहरना चाहिए

चाणक्य ने अर्थशास्त्र, राजनीति और कूटनीति समेत कई क्षेत्रों में माहिर चाणक्य ने धन, तरक्की, बिजनेस, दोस्ती और दुश्मनी समेत अनेकों पहलुओं से जुड़ी बातों के लिए अनेक नियम बताए हैं।

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Chanakya Niti: अर्थशास्त्र के रचयिता आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के जीवन को आसान बनाने व समस्याओं से निजात पाने के लिए कई नियमों का उल्लेख किया है। चाणक्य के कई नियमों को बहुत से लोग आज भी मानते हैं। तो कुछ लोग ऐसे भी हैं तो आधुनिक समय में इन्हें तर्क से परे मानते हैं। लेकिन इन नियमों को हर कोई एक बार जरूर पढ़ना चाहेगा। अर्थशास्त्र, राजनीति और कूटनीति समेत कई क्षेत्रों में माहिर चाणक्य ने धन, तरक्की, बिजनेस, दोस्ती और दुश्मनी समेत अनेकों पहलुओं से जुड़ी बातों के लिए अपने नियम बताए हैं। ऐसे ही नियमों चाणक्य ने 5 जहगों पर न ठहरने के लिए कहा है। तो आइए जानते हैं

धनिक: श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पंचम:।
पंच यत्र न विद्यन्ते तत्र दिवसं न वसेत्।।

अर्थात जहां कोई धनी, विद्वान, राजा, वैद्य (डॉक्टर) और नदी न हो वहां एक दिन भी नहीं वास (रहना) नहीं करना चाहिए।

1- जिस शहर में कोई धनी न हो।
2- जिस देश में वेदों को जानने वाले विद्वान न हों।
3- जहां कोई राजा या सरकार न हो।
4- जिस शहर या गांव में कोई डॉक्टर नहीं रहता हो।
5- जिस जगह के पास कोई नदी नहीं बहती हो।

चाणक्य जिन पांच स्थानों पर न ठहरने की सलाह हैं इसके पीछे का कारण बताते हुए चाणक्य कहते हैं कि जीवन की समस्याओं में पांचों चीजों का खा महत्व है। आपत्ति के समय धन की जरुरत होती है, जिसकी पूर्ति धनी व्यक्ति से हो सकती है। कर्मकांड के लिए पुरोहितों की आवश्यकता होती है। वहीं शासन व सुरक्षा के लिए राजा या सरकार की जरूरत होती है। इसी प्रकार से रोग सताने पर वैद्य या डॉक्टर की जरूरी होती है और नदी यानी जल स्रोत भी जीवन के लिए आवश्यक है।

Vault Vastu Rules: घर की किस दिशा में बनाना चाहिए धन स्थान, जानें तिजोरी का सही वास्तु नियम

अगर आप चाहते हैं कि घर में धन का भंडार दिन दोगुना और रात चौगुना बढ़ता रहे तो धन स्थान को हमेशा सही दिशा में बनवाएं. वास्तु (Vastu) के अनुसार धन स्थान की सही दिशा और उससे जुड़े जरूरी नियम जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

Vault Vastu Rules: घर की किस दिशा में बनाना चाहिए धन स्थान, जानें तिजोरी का सही वास्तु नियम

Updated on: Jun 14, 2022 | 5:04 PM

जीवन में हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसके घर में धन-धान्य हमेशा भरा रहे. इसके लिए हर कोई अपने स्तर पर प्रयास और परिश्रम भी करता है, लेकिन कई बार कुछ लोगों को शिकायत होती है कि लाख कोशिशों के बाद भी उनके धन (Money) का भंडार नहीं भरता है. यदि आपको भी लगता है कि आपके घर में पैसा नहीं टिकता है या फिर धन की आवक लगभग बंद सी हो गई है तो आपको एक बार अपने धन स्थान से जुड़े उन वास्तु दोषों (Vastu Dosh) पर नजर दौड़ानी चाहिए, जिनके कारण कमाया हुआ धन भी बर्बाद हो जाता है. आइए धन स्थान से जुड़े उन जरूरी वास्तु नियम (Vastu Rules) के बारे में विस्तार से जानते हैं, जिन्हें अपनाते ही तिजोरी में रखा धन दिन दोगुना, रात चौगुना बढ़ने लगता है.

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Vastu Tips For Wall Clock: समय बताने वाली घड़ी का भी होता है आपके सौभाग्य से संबंध, जानें इससे जुड़े जरूरी वास्तु नियम

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  1. जिस तरह जीवन में सही दिशा में किए गये कार्य के शीघ्र ही शुभ परिणाम मिलते हैं, उसी तरह घर के भीतर सही दिशा में बनी चीजें सुख और सौभाग्य का कारण बनती हैं. ऐसे में घर के भीतर धन स्थान बनाते समय हमें सबसे पहले सही दिशा और स्थान का चयन करना चाहिए.
  2. वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा मानी गई है. ऐसे में घर के भीतर हमेशा उत्तर दिशा में ही धन स्थान बनाना चाहिए.
  3. वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा में रखी गई तिजोरी या फिर कहें पैसों को रखने वाली आलमारी को कुछ इस प्रकार बनवाएं या रखें कि उसका मुख उत्तर या फिर पूर्व दिशा की ओर खुले.
  4. वास्तु के अनुसार पैसा रखने वाली आलमारी या फिर कहें तिजोरी का दरवाजा कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ नहीं खुलना चाहिए.
  5. वास्तु के अनुसार चूंकि धन की देवी का वास हमेशा स्वच्छ एवं पवित्र स्थान पर होता है, इसलिए भूलकर भी धन स्थान या फिर कहें अपनी तिजोरी को जूठे हाथ से न छुएं, अन्यथा मां लक्ष्मी उस घर से रूठ कर चली जाती हैं और वहां पर हर समय आ​र्थिक तंगी बनी रहती है.
  6. वास्तु के अनुसार भूलकर भी धन स्थान प धन एवं जेवर आदि के साथ तमाम तरह की बिल, कागज आदि नहीं रखना चाहिए और न ही कभी तिजोरी को पूरी तरह धन से खाली करना चाहिए.
  7. वास्तु के अनुसार धन स्थान के पास किसी भी प्रकार की गंदगी या जाले आदि नहीं होने चाहिए और न ही इसके पास झाड़ू रखना चाहिए. वास्तु में इसे गंभीर दोष माना गया है, जिसके कारण उस घर में रहने वाले लोगों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता है.
  8. वास्तु के अनुसार धन स्थान को कभी भी ​बाथरूम या किचन के बगल में नहीं बनवाना चाहिए और न ही तिजोरी के ऊपर किसी तरह का कोई सामान रखना चाहिए. वास्तु में इसे बड़ा दोष माना गया है.
  9. जल को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है. ऐसे में घर के भीतर भूलकर भी इससे जुड़े दोष नहीं होने देना चाहिए. मान्यता है कि जो लोग अपने घर में नल या पाईप आदि से होने वाली लीकेज की अनदेखी करते हैं, उनके यहां कमाया हुआ पैसा पानी के साथ बह जाता है.

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

कोरोना के कारण बदलें जन धन अकाउंट के नियम, जानें कैसे निकाल सकते हैं पैसे

नई दिल्ली: कोरोना के दौरान सरकार ने गरीबों के लिए जितनी भी घोषणाओं का ऐलान किया है। उन सभी योजनाओं का पैसा सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMJKY) के माध्यम से लोगों तक पहुंचा रही है । महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में 500 रुपये जमा करा रही है। अब सरकार ने अप्रैल महीने की किस्त भेजनी शुरू कर दी है। आज से इन पैसों को निकाला जा सकेगा लेकिन पिछले महीनों की ही तरह सरकार अलग-अलग अकाउंट्स में अलग अलग टाइम पर पैसे भेजेंगी । वैसे सरकार ने इस बार जम धन खाता में पैसे निकालने के नियम में कुछ बदलाव भी किये हैं। बैंकों में भीड़ न हो, इसके लिए जनधन अकाउंट (Jan Dhan Account) नंबर को हथियार बनाया गया है। इसका मतलब यह कि आपके जनधन खाते के नंबर से पता चलेगा कि आपको कब पैसे निकालना है। जनधन खातों से पैसे निकालने के नियमों में कुछ बदलाव करते हुए सरकार ने बताया है कि अकाउंट नंबर के आखिरी संख्या से आप यह जान सकते हैं लाभार्थी को पैसे निकालने बैंक शाखा कब जाना है।

jan dhan account

क्या कहता है नियम- इस नियम के मुताबिक शून्य या 1 धन के 5 नियम पर खत्म होने वाले खातासंख्या धारक 4 मई को पैसे निकाल सकते हैं। इसी तरह 2 या 3 पर खत्म होने वाले खाताधारक 5 मई को विद्ड्रॉल कर सकते हैं। जिन महिला लाभार्थी की खाता संख्या का अंतिम अंक 4 या 5 के साथ खत्म है, वे 6 मई को और 6-7 आखिरी अंक वाले बैंक खाताधारक 8 मई को विद्डॉल कर सकते हैं।

अगर कोई इस टाइम टेबल के हिसाब से पैसा नहीं निकालना चाहता तो वो 11 मई के बाद कभी भी पैसे निकाल सकते हैं। इस संबंध में खाताधारक अपने बैंक मैनेजर और बैंक मित्र की मदद ले सकते हैं।

पिछले महीने 32 करोड़ से ज्यादा गरीब लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 29,352 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मिली थी।

सरकार ने आर्थिक पैकेज के तहत किया था ऐलान-

दरअसल, मोदी सरकार गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों को 1.70 लाख करोड़ की मदद करने का ऐलान किया। इसका फायदा गरीब, मजदूर, महिला वर्ग के अलावा दिव्यांग, विधवा और बुजुर्ग वर्ग को सबसे ज्यादा फायदा मिलने वाला है। भारत सरकार 20 करोड़ जनधन खाताधारक महिलाओं को अगले तीन महीने तक 500 रुपये हर महीने देने का ऐलान किया था ताकि घर की जरूरतें पूरी करने में उनकी मदद हो सके।

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